इक्विटी फंड्स क्या हैं

इस इंटरव्यू में श्याम शेखर ने और भी कई महत्वपूर्ण इक्विटी फंड्स क्या हैं मुद्दों पर अपनी राय रखी है, जैसे कि एक अच्छा पोर्टफोलियो कैसे बनाएं, ब्याज दरें बढ़ने पर क्या करें, और महंगाई से पार इक्विटी फंड्स क्या हैं कैसे पाएं. इस सभी प्रश्नों के उत्तर हम कल (शुक्रवार) को छापेंगे. उम्मीद करते हैं कि आप एक सॉलिड पोर्टफोलियो बनाने की जानकारी लेने जरूर पढ़ेंगे.
इक्विटी और डेब्ट फंड में क्या फर्क है ?

“क्या सारे म्यूच्यूअल फंड एक से नहीं हैं? आखिरकार, म्यूच्यूअल फंड ही तो हैं, नहीं?” गोकुल का प्रश्न है| उसका मित्र जो म्यूच्यूअल फंड वितरक है, मुस्कुरा देता है| ऐसे जुमलों से उसका बहुत बार वास्ता पड़ चुका है|
अधिकतर लोग इस गलत धारणा के शिकार हैं कि सारे म्यूच्यूअल फंड्स एक सामान हैं| फंड्स विविध प्रकार के हैं जिनमें मुख्यतः इक्विटी और डेब्ट फंड हैं| इन दोनों का फर्क इस बात पर निर्भर है कि रकम कहाँ निवेशित है| डेब्ट फंड्स जहां सावधि आय प्रतिभूतियों में निवेश करती हैं, इक्विटी फंड्स इक्विटी या इनसे सम्बंधित प्रतिभूतियों में निवेश करती हैं| इक्विटी और सावधि आय प्रतिभूतियों की विशेषताएं भिन्न है जो ये निर्धारित करती इक्विटी फंड्स क्या हैं हैं कि सम्बंधित स्कीम किस तरह का बर्ताव करते हैं या पेश आते हैं|
इक्विटी फंड्स में निवेश की बना रहे योजना, इन स्कीम में हुई निवेशकों की बड़ी कमाई
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Apr 16, 2022 | 6:42 PM
बाजार में निवेश (Investment) की योजना बना रहे आम निवेशकों को म्युचुअल फंड्स (Mutual Funds) इक्विटी फंड्स क्या हैं में निवेश की सलाह दी जाती है. ये फंड्स कई तरह के होते हैं जिसमें निवेश पर जोखिम के अलग अलग स्तर होते हैं और इसी के आधार पर कम या ज्यादा रिटर्न (Return) मिलता है. बाजार में निवेश करने वाले निवेशक हमेशा ऐसी स्कीम की तलाश करते हैं जो उन्हें ज्यादा से ज्यादा रिटर्न दें. म्युचुअल फंड्स में ये खासियत इक्विटी फंड्स के पास होती है. इक्विटी फंड्स में अन्य स्कीम के मुकाबले रिटर्न ज्यादा होता है लेकिन इसमे जोखिम भी ज्यादा होता है .आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे दो फंड्स जिनका रिटर्न काफी अच्छा रहा है. ये फंड्स मनी कंट्रोल के द्वारा चुने गए हैं. इन फंड्स की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इनकी क्रिसिल रेटिंग 4 स्टार से ऊपर है. इनका प्रदर्शन एक साल के रिटर्न के आधार पर दिया गया है. ध्यान रखें यहां स्कीम का प्रदर्शन दिया गया है ये निवेश सलाह नहीं है. अगर आप निवेश करना चाहते तो पहले स्कीम्स के आगे इक्विटी फंड्स क्या हैं के प्रदर्शन को लेकर किसी जानकार से राय ले सकते हैं.
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- News18Hindi
- Last Updated : October 13, 2022, 14:12 IST
हाइलाइट्स
iThought के संस्थापक श्याम शेखर ने बताया निवेश का फॉर्मूला.
शेखर ने बताया लार्ज कैप में निवेश करना चाहिए या स्माल कैप में?
स्माल कैप फंड्स को लेकर उन्होंने जो कहा, वह इक्विटी फंड्स क्या हैं काफी महत्वपूर्ण.
नई दिल्ली. निवेश की सलाह देने वालों की दुनिया में श्याम शेखर आज एक बड़ा नाम है, लेकिन यह नाम हमेशा से इतना पॉपुलर नहीं था. श्याम शेखर ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में निवेश के बारे में बड़ी जबरदस्त सलाह दी है. उन्होंने लाखों की बात, बातों-बातों में ही शेयर कर दी है. हम आज आपको उनकी बेशकीमती सलाह के बारे में बताएंगे, लेकिन उससे पहले थोड़ा-सा श्याम शेखर के बारे में भी बता दें.
श्याम शेखर ने अपने प्रोफेशनल जीवन के पहले 22 साल बिलकुल अलग ही काम में लगाए. वे पेंट फॉर्मूलेटर और टेक्नोलॉजिस्ट थे और उनका पेंट (Paint) बनाने का बिजनेस था. लेकिन शेखर हमेशा से इक्विटी और शेयर बाजार में रुचि रखते थे. तमिलनाडु के जिस क्षेत्र में वह रहते थे, वहां उन दिनों शेयर बाजार में निवेश को बहुत इज्जत या सम्मान वाला काम नहीं माना जाता था. लोग निवेश के लिए इंश्योरेंस स्कीम और FD पर भरोसा करते थे.
मिड कैप इक्विटी फंड Mid Cap Equity Fund
मिडकैप फंड ज्यादातर मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करते हैं. इन कंपनियों में निवेश से कुछ रिस्क भी हो सकता हैं क्योंकि हो सकता है कि वे अपनी पूर्ण क्षमता के अनुसार विकास कर पायें या नहीं. हालाँकि यदि यह कम्पनियां यदि विकसित हो कर बड़ी कम्पनियां बन जातीं हैं तो निवेशकों के लिए बेहद लाभप्रद हो सकतीं हैं. अधिक जोखिम बर्दाश्त कर सकने वाले निवेशक ही इनमें निवेश करें.
स्मॉल कैप फंड छोटी कंपनियों में निवेश करते हैं. इन कंपनियों के शयेरों में निवेश बहुत जोखिम भरा हो सकती हैं, क्योंकि उनके बारे में बहुत कम जानकारी सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध होगी। हालांकि ये कम्पनियाँ असाधारण रिटर्न भी दे सकतीं हैं। ये फण्ड केवल उच्च जोखिम उठा सकने वाले निवेशकों इक्विटी फंड्स क्या हैं के लिए उपयुक्त हैं.
डाइवर्सिफाईड इक्विटी फण्ड Diversified Equity Fund
फंड मैनेजर के मार्केट व्यू के आधार पर डाइवर्सिफाईड इक्विटी फण्ड अलग अलग आकार की बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों में निवेश करते हैं। चूंकि पोर्टफोलियो विभिन्न बाजार पूंजीकरणों में फैला होता है, इसलिए वे मिड कैप और इक्विटी फंड्स क्या हैं स्माल कैप फंडों की तुलना में कम जोखिम वाले होते हैं, लेकिन लार्ज कैप फंडों की तुलना में इनमें थोड़ा जोखिम अधिक हो सकता है। ये फण्ड सामान्य जोखिम बर्दाश्त कर सकने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं.
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम या टैक्स प्लानिंग म्युचुअल फंड निवेशकों के लिए आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत करों को बचाने के लिए उपयुक्त हैं। इन फंडों में निवेश 1.5 लाख रुपये तक की कर कटौती के लिए योग्य हैं। वे तीन साल के अनिवार्य लॉक-इन अवधि के साथ आते हैं। इसका मतलब है कि निवश करने के बाद तीन वर्ष तक इन फंड्स को भुना नहीं सकते.
हाइलाइट्स
iThought के संस्थापक श्याम शेखर ने बताया निवेश का फॉर्मूला.
शेखर ने बताया लार्ज कैप में निवेश करना चाहिए या स्माल कैप में?
स्माल कैप फंड्स को लेकर उन्होंने जो कहा, वह काफी महत्वपूर्ण.
नई दिल्ली. निवेश की सलाह देने वालों की दुनिया में श्याम शेखर आज एक बड़ा नाम है, लेकिन यह नाम हमेशा से इतना पॉपुलर नहीं था. श्याम शेखर ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में निवेश के बारे में बड़ी जबरदस्त सलाह दी है. उन्होंने लाखों की बात, बातों-बातों में ही शेयर कर दी है. हम आज आपको उनकी बेशकीमती सलाह के बारे में बताएंगे, लेकिन उससे पहले थोड़ा-सा श्याम शेखर के बारे में भी बता दें.
श्याम शेखर ने अपने प्रोफेशनल जीवन के पहले 22 साल बिलकुल अलग ही काम में लगाए. वे पेंट फॉर्मूलेटर और टेक्नोलॉजिस्ट थे और उनका पेंट (Paint) बनाने का बिजनेस था. लेकिन शेखर हमेशा से इक्विटी और शेयर बाजार में रुचि रखते थे. तमिलनाडु के जिस क्षेत्र में वह रहते थे, वहां उन दिनों शेयर बाजार में निवेश को बहुत इज्जत या सम्मान वाला काम नहीं माना जाता था. लोग निवेश के लिए इंश्योरेंस स्कीम और FD पर भरोसा करते थे.