बाइनरी ऑप्शन टिप्स

क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई

क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई
बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।

RBI on Cryptocurrency: आरबीआई गवर्नर ने दोहराया, क्रिप्टोकरेंसी से है देश के वित्तीय सिस्टम को खतरा

By: ABP Live | Updated at : 30 Jun 2022 06:49 PM (IST)

Edited By: manishkumar

RBI on Cryptocurrency: आरबीआई (Reserve Bank Of India) गर्वनर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर आगाह किया है. आरबीआई गर्वनर ( RBI Governor) ने आरबीआई की फाइनैंशियल क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई स्टैबिलिटी रिपोर्ट में लिखा है क्रिप्टोकरेंसी देश के फाइनैंशियल सिस्टम के लिए बेहद खतरनाक है. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी से वित्तीय क्षेत्र और उसके फायदे को लोगों तक पहुंचाने में मदद की है और इसके लाभों का पूरी तरह से उपयोग किया जाना चाहिए, पर वित्तीय स्थिरता को बाधित करने की इसकी क्षमता से बचाव किया जाना चाहिए. जैसे-जैसे वित्तीय प्रणाली तेजी से डिजिटल होती जा रही है, साइबर जोखिम बढ़ रहे हैं.

CryptoCurrancy Exchange Market मे कितने क्रिप्टोकरेंसी Listed है?

जनवरी 2021 तक की बात की जाये तो CryptoCurrancy Exchange Market मे लगभग 4000 के ऊपर क्रिप्टोकरेंसी संख्या लिस्टेड हुई है और CryptoCurrancy व्यापार यानी रोज Trade होनेवाले CryptoCurrancy की बात करे तो 10,000 के ऊपर संख्या जाती है अगर रोज CryptoCurrancies Trading कि बात करे तो.

Top 5 CryptoCurrancy in India

Best CryptoCurrancy to invest in India की बात करे तो इसकी रॅक ऊपर नीचे होती रहती है अगले महिने देखेंगे तो यह बदल गई होगी लेकिन आज मैै आपको इस समय के Top 10 CryptoCurrancy 2022 बताऊंगा जो की अभी के लिये Trending मे है. Best CryptoCurrancy to invest Today की बात करे तो आज के समय मे Bitcoin, Dogecoin, Ripple, Ethereum, Litcoin, Binance आप इने देख सकते है. तो चलिये जानते है बेहतरिन 5 क्रिप्टो करेंसी इंडिया कौन कौन से है.

1. BITCOIN Kya क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई Hai?

भारत मे नहीं बल्की दुनिया मे सबसे जादा कोई कोई चर्चित क्रिप्टो करंसी होगी तो वह है Bitcoin. चलिए देखते है बिटकाॅईन क्या है?

Bitcoin CryptoCurrancy यह Blockchain पर आधारित काम करती है. Bitcoin Market Cap की बात करे तो यह लगभग 650.07 b तक है.

बिटकॉइन का आज का भाव देखे तो 1 बिटकॉइन की कीमत भारतीय रुपयोंं के हिसाब से 26,00,000 (7 जुलै 2021) रुपये के पास चल रही है. इसकी बात करे तो 1 बिटकाॅईन प्राईस लगभग 50,00,000 लाख के भी ऊपर जाकर आई है. देखा जाये तो Bitcoin Historical Returns कि बात करे तो काफी कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स दिये है.

बिटकॉइन का भविष्य की बात करे तो इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता क्यों यह बहुत ही ऊपर नीचे होता क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई रहता है यह काफी Volatile होता है.

2. ETHEREUM Kya Hai?

Bitcoin के बाद अगर कोई लोकप्रिय Crypto Currancy होगी तो वो है Ethereum. यह बिटकाॅईन के बाद दुसरे पायदान पर आती है. यह जिस Technology पर काम करती है उसे Ethereum Blockchain कहते है.

Vitalik Buterin नामक व्यक्ती ने इसका आविष्कार किया है वह एक Canada के नागरिक है. इसे साल 2015 मे लाॅन्च किया गया है. Ethereum Market Cap 2021 की बात करे तो वह लगभग 250 Billion U.S.D से भी जादा है. Ethereum price की बात करे तो वह 1,82,000 भारतीय रुपयो (7 जुलै 2021) के आसपास चल रही है.

बीच मे इसके Founder के मरने की खबरो से Ethereum कीमत मे थोडी गिरावट हुईं थी. काफी लोग Ethereum कीमत भविष्यवाणी कर रहे है की यह काफी बढने वाली है लेकिन क्रिप्टोकरंसी की बात करे तो यह बढ भी सकती है और कभी भी बहुत जादा भी गिर सकती है क्योंकि क्रिप्टोकोर्रेंसी न्यूज़ से भी यह खाफी जादा ऊपर नीचे होती रहती है.

3. DOGECOIN क्या है?

इसकी कहानी काफी दिलचस्प है दरसल यह मजाक मजाक मे एक मिम्स पर बनाई गई करेंसी है. दरसल यह Culture Trends पर आधारित है इसलिये यह बाकी के मायनो मे जादा रिस्की है. चलिये जानते डाॅगकाईन क्या है ?

Dogecoin भी Bitcoin की तरह ही एक CryptoCurrancy है, जिसे Jackson Palmer और Billy Markus ने 2013 मे लाॅन्च किया गया था.

यह क्रिप्टो करंसी एक डाॅग की नसल Shiba Inu है उसको दर्शाता है जो की एक Memes पर से बहुत लोकप्रिय बन गई. यह Peer-to-Peer के हिसाब से काम करती है. यह Litecoin CryptoCurrancy पर आधारित है लेेकिन अब इसकी मार्केट कैप Litecoin से भी जादा हो गई है.

Dogecoin कीमत भविष्यवाणी की बात करे तो यह एक Cultural Trend पर आधारित है इसलिए इसका क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई अंदाजा लगाना ना मुमकिन है. इसपर भरोसा करनेेेेेेवाले लोग बोल रहे है जल्द ही इसकी किमत क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई 1 U.S.D तक जानी चाहिये.

क्या Bitcoin समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी आज भी देश में प्रतिबंधित क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई है? सरकार ने दी पूरी जानकारी

क्या Bitcoin समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी आज भी देश में प्रतिबंधित है? सरकार ने दी पूरी जानकारी

क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर उन्होंने कहा कि बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया की सरकार करेंसी छापेगी तो इसकी वैल्यू में गिरावट क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई आएगी. इसके कारण महंगाई दर बढ़ेगी. उन्होंने जिम्बावे जैसे देशों का उदाहरण दिया और कहा कि वहां महंगाई दर दस हजार पर्सेंट से भी ज्यादा है. वहां ब्रेड की कीमत आज 50 पाउंड है तो कल इसकी कीमत 500 पाउंड हो जाती है. ऐसे में अगर एक ब्रेड की कीमत 1 बिटक्वॉइन फिक्स की जाती है और रोजाना आधार पर यही रेट रहता है तो लोग ऐसी किसी क्रिप्टोकरेंसी को एक्सेप्ट करेंगे. मुझे लगता है कि ऐसे ही कारणों के कारण क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता बढ़ गई है. दूसरे पहलुओं को लेकर उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के कारण दुनिया भर की सरकारें और सेंट्रल बैंक इसका विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पावर में कमी महसूस हो रही है.

सबसे पहले जानते हैं क्रिप्टोकरेंसी के बारे में…

डिजिटल या क्रिप्टो करेंसी इंटरनेट पर चलने वाली एक वर्चुअल करेंसी हैं. बिटकॉइन के अलावा दुनिया में सैकड़ों अन्य क्रिप्टो करेंसी भी मौजूद हैं जैसे- रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कॉइन, वॉइस कॉइन और मोनरो.

बिटकॉइन (Bitcoin) भी क्रिप्टोकरेंसी है. इसे सातोशी नकामोति ने 2008 में बनाया था. हालांकि आजतक यह नहीं पता चल पाया है कि सातोशी नकामोति कौन है.

इसे पहली बार 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था. इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है.

भारत में रिजर्व बैंक ने इसे मान्यता नहीं दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की इजाज़त दे दी है. यानी भारत में भी बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त हो सकती है.

क्रिप्टोकरेंसी का मुनाफा काफ़ी अधिक होता है, ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. क्रिप्टो करेंसी के लिए कोई नियामक संस्था नहीं है, इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों का इस पर कोई असर नहीं पड़ता.

आइए जानें सरकार का क्या कहना है?

वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने संसद में बताया कि बिटकॉइन, सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी के साथ जुड़े जोखिमों को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने 6 अप्रैल , 2018 को एक परिपत्र के माध्यम से देश की सभी संस्थाओं को सलाह दी है कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कोई भी काम नहीं करें.

लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने दिनांक 04 मार्च , 2020 को अपने एक फैसले में 2018 के डब्ल्यूपी ( सी ) सं . 528 और 2018 के डब्ल्यूपी ( सी ) सं . 373 में दिनांक 06 अप्रैल , 2018 के उपर्युक्त परिपत्र को खारिज कर दिया है.

उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 के बजट भाषण में यह घोषणा की गई कि सरकार क्रिप्टो करेंसियों को वैध मुद्रा या सिक्का नहीं मानती और इन क्रिप्टो के उपयोग को समाप्त करने के लिए सरकार सभी उपाय करेगी.

सरकार डिजिटल अर्थव्यवस्था में प्रवेश करने हेतु ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी का सक्रिय रूप से उपयोग करके उसका पता लगाएगी.

अब क्या है सरकार की तैयारी

क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित मुद्दों का अध्ययन करने को लेकर केंद्र सरकार ने एक कमेटी बनाई है. देश में अभी प्रचलित सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. सिर्फ सरकार के पास ही इसे चलाने का अधिकार होगा.

इसको लेकर विशिष्ट क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई कार्रवाई करने के प्रस्ताव के लिए सचिव ( आर्थिक कार्य ) की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय स्तरीय समिति का गठन किया गया है.

क्रिप्टोकरेंसी में आएगी भारी गिरावट, बिटकॉइन 25 फीसदी और टूट सकती है

मुंबई- क्रिप्टोकरेंसी के सबसे बड़े एक्सचेंजों में से एक एफटीएक्स के दिवालिया होने से क्रिप्टो निवेशक सकते में हैं। एफटीएक्स के दिवालिया होने से यह ट्रिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बुरी तरह हिल गई है। लेकिन निवेशकों का दुख अभी खत्म नहीं हुआ है। क्रिप्टो निवेशकों को अभी और दर्द सहना होगा। जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना हैं कि आने वाले हफ्तों में बिटकॉइन में 25 फीसदी की और गिरावट आ सकती है। इससे दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज भी औंधे मुंह गिर सकती हैं।

फेडरल रिजर्व की बात करें, तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अलावा यह जून से लगातार अपनी बैलेंस शीट को भी छोटा कर रहा है। यह महंगाई के खिलाफ अपनी लड़ाई में इकनॉमी को कूल करने के लिए वित्तीय बाजारों से पैसा निकाल रहा है। इसका मतलब है कि बाजार से लिक्विडिटी कम हो रही है। यह केवल क्रिप्टो के लिए ही बुरा नहीं है, बल्कि स्टॉक्स जैसी दूसरी एसेट क्लास के लिए भी यह सही नहीं है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगेगा?

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया है कि नए बिल पर काम किया जा रहा है और रेगुलेशन की रूपरेखा बनाई जा रही है. संसद की स्थायी समिति ने भी इसको रेगुलेट करने की सिफारिश की है. ऐसे में माना जा रहा है कि क्रिप्‍टोकरेंसी (cryptocurrency) पर बैन लगाया जा सकता है. जबकि, रिजर्व बैंक अपनी डिजिटल करेंसी को मार्केट में लाएगा.

क्रिप्‍टोकरेंसी को रेगुलेट करने के बीच एक बड़ा सवाल यह है कि जिन लोगों ने इसमें निवेश किया है, उनका क्‍या होगा. जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों ने क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश किया है सरकार उन्हें स्कीम के जरिए कुछ समय दे सकती है. सरकार टैक्स लगाने पर विचार करेगी और बजट में इसकी घोषणा की जाएगी. वहीं, IT Act के सेक्शन 26A में बदलाव किया जाएगा. इसमें इसमें डिजिटल करेंसी या Cryptocurrency जैसे शब्द जोड़े जाने का प्रस्ताव है.

रेटिंग: 4.24
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 721
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *