बाइनरी ऑप्शन टिप्स

सप्ताहांत पर व्यापार क्यों?

सप्ताहांत पर व्यापार क्यों?
ट्रैक पर बिछाई जाने वाली गिट्टी खास तरह की होती है। अगर इन गिट्टी की जगह गोल पत्थरों का इस्तेमाल किया जाए, तो वे एक दूसरे से फिसलने लगेंगे और पटरी अपनी जगह से हट जाएगी। ये नुकीले होने के कारण एक दूसरे में मजबूत पकड़ बना लेते हैं। जब भी ट्रेन पटरी से गुजरती है, तो ये पत्थर आसानी से ट्रेन के भार (Train Weight) को संभाल लेते हैं।

व्यापार रणनीति: विदेश व्यापार नीति में सुधार पर

सरकार आने वाले सप्ताह में एक नई विदेश व्यापार नीति जारी करेगी, जिसमें वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात को बढ़ाने में मदद करने के साथ-साथ भगोड़े आयात बिल पर लगाम लगाने के उपाय शामिल हो सकते हैं। वर्तमान व्यापार नीति 2015 में पेश की गई थी। जब महामारी पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय तालाबंदी के एक सप्ताह बाद इसका पांच साल का कार्यकाल समाप्त हो गया था, तो इसे एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। हालांकि, मार्च 2021 के बाद पुरानी पॉलिसी का विस्तार, विशेष रूप से मौजूदा छह महीने का विस्तार, जो इसकी समाप्ति तिथि को 30 सितंबर तक खींचता है, समझ में नहीं आता है। एक वित्तीय वर्ष के मध्य में नई नीति की शुरुआत करना, एक नए वित्तीय वर्ष में पारंपरिक स्वच्छ स्लेट के विपरीत, आदर्श नहीं है। इसके अलावा, निर्यात कुछ विकास इंजनों में से एक रहा है, जो COVID वसूली के बाद फायरिंग कर रहा है, इसलिए आउटबाउंड शिपमेंट को बढ़ाने के लिए नीति को बंद करना चौंकाने वाला था। चीन पर कम निर्भर होने की चाहत रखने वाली दुनिया को भुनाने के लिए भारत की रणनीति को स्पष्ट करने से निर्यातकों (और आयातकों) को भी अपने निवेश की योजना बनाने में मदद मिलेगी। पिछले जनवरी में, निर्यातकों को घरेलू कर वापस करने के लिए डब्ल्यूटीओ-अनुपालन निर्यात प्रोत्साहन योजना शुरू की गई थी, लेकिन कुछ क्षेत्रों को छोड़ दिए जाने के साथ ही दरों को केवल महीनों बाद अधिसूचित किया गया था। इस पूरी तरह से परिहार्य अनिश्चितता के बावजूद, माल निर्यात ने 2021-22 में रिकॉर्ड 422 बिलियन डॉलर को छू लिया।

“पहला संकेत” कि बाजार विकास के लिए तैयार हैं, क्यों?👇 WHITEBIT के लिए:BTCUSDT by P_S_trade – Technische Analyse – 2022-12-03 05:28:00

आज बढ़ोतरी हो सकती है अस्थिरता बाजार में इसलिए, क्योंकि अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े जारी होने वाले हैं। उनके होने की उम्मीद है उपलब्ध आंकड़ों के संयोजन में बाजारों में वृद्धि के लिए एक अतिरिक्त सकारात्मक कारक:

भारत में यह कंपनी महीने के बजाय क्‍यों दे रही हर हफ्ते सैलरी, जानिए वजह

भारत में यह कंपनी महीने के बजाय क्‍यों दे रही हर हफ्ते सैलरी, जानिए वजह

यह कंपनी भारत में दे रही है सप्‍ताहिक सैलरी, जानिए क्‍या होगा असर (फाइल फोटो)

भारत की एक कंपनी ऐसी नीति की पेशकश कर रही है, जिसमें वर्करों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक आपने महीने में सैलरी देने वाले कंपनी के बारे में सुना होगा, लेकिन यह कंपनी अपने कर्मचारियों को हर हफ्ते सैलरी देने की पेशकश कर रही है। कंपनी का कहना है कि इससे लोगों को आर्थिक समस्‍याओं का समाधान करने में सुविधा होगी। यह नीति B2B ई-कॉमर्स फर्म IndiaMART ने शुरू की है।

इंडियामार्ट ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि एक लचीली कार्य संस्कृति बनाने और हमारे कर्मचारियों की वित्तीय भलाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, इंडियामार्ट वेतन का साप्ताहिक भुगतान अपनाने वाला पहला भारतीय संगठन बन गया है। इस फैसले से कर्मचारियों पर आर्थिक बोझ कम होगा और उन्हें बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कंपनी का यह भी कहना है कि सप्‍ताह में सैलरी देने से उनकी वित्‍तीय जरुरतों को पूरा करने में मदद सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? मिलेगी और सैलरी के लिए महीना पूरा होने का इंतजार नहीं करना होगा।

शादियों के सीजन में सोने की बढ़ी चमक, खरीदारी से पहले चेक करें रेट

LagatarDesk : इस समय शादियों का सीजन चल रहा है. ऐसे में सोने के दाम में भारी उछाल आया है. पिछले सप्ताह गोल्ड की कीमत 52,662 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं. लेकिन इस सप्ताह सोने की कीमत 53000 के पार पहुंच गयी है. शुक्रवार यानी 2 दिसंबर को सर्राफा बाजार में गोल्ड 53,611 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. करीब 27 महीनों में सोने की कीमत सबसे ऊंची है. इससे पहले 18 अगस्त 2020 को गोल्ड सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? की कीमत 53,815 रुपये थी. (पढ़ें, प बंगाल के मिदनापुर में टीएमसी नेता के घर बम धमाका, तीन शव मिले, भाजपा ने हल्ला बोला)

दो दिन में 860 और 10 दिन में 1261 रुपये महंगा हुआ सोना

दरअसल डॉलर में गिरावट के चलते दुनियाभर में सोने की कीमत बढ़ी है. इसका असर भारतीय बाजार में भी देखा जा रहा है. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, शुक्रवार को सोने (24 कैरेट) की कीमत 53,611 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गयी. सिर्फ दो दिन में सोना 860 रुपये महंगा हुआ है. जबकि 10 दिन में इसकी कीमत 1,261 रुपये बढ़ गयी है. 23 नवंबर को सोना 52,350 रुपए प्रति 10 ग्राम था. इससे पहले सिर्फ एक बार 18 अप्रैल 2022 को सोना 53,600 के लेवल पर पहुंच गया था.

IBJA के मुताबिक, बीते एक सप्ताह में सोने की कीमत पर नजर डालें तो सोमवार को गोल्ड की कीमतें 52,673 रुपये प्रति 10 ग्राम थी. मंगलवार को 52,715 रुपये, बुधवार को 52,751, गुरुवार को 53,120 रुपये और शुक्रवार को सोने की कीमतें 53,611 रुपये पर क्लोज हुईं थी. पिछले सप्ताह शुक्रवार को सोने की कीमत 52,662 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं. जो इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवारको 53,611 रुपये पर जा पहुंची. इस तरह इस सप्ताह सोना 949 रुपये महंगा हो गया.

Indian Railways : रेलवे ट्रैक पर क्यों बिछे होते हैं पत्थर? जानिए क्या काम आती है यह गिट्टी

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 14 घंटे पहले

नई दिल्ली :

भारतीय रेलवे (Indian Railways) से हर रोज लाखों लोग सफर करते हैं। रेलवे सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? देश की लाइफ लाइन (Life Line of India) है। आपने भी अपने जीवन में कई बार रेल यात्रा (Train Journey) की होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रेल की पटरी पर सप्ताहांत पर व्यापार क्यों? पत्थर (Ballast) क्यों बिछे रहते हैं? रेलवे से जुड़े ऐसे कई रोचक फैक्ट्स हैं, जिनके बारे में अक्सर लोग नहीं जानते। जैसे- रेलवे स्टेशनों के पीछे सेंट्रल, जंक्शन और टर्मिनस क्यों लिखा होता है। इनका मतलब क्या है। रेलवे में सीटों का चुनाव हम मूवी टिकट की तरह क्यों नहीं कर सकते आदि। आज हम आपको बताएंगे कि रेल पटरियों (Railway Track) पर पत्थर क्यों पड़े होते हैं ? आखिर ये पत्थर क्या काम आते हैं।

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