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निवेश के जोखिम

निवेश के जोखिम
एसआईपी में निवेश बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है। निर्धारित राशि खाते से हर महीने तय तारीख को काट ली जाएगी। म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको केवाईसी पूरा करना होगा। एसआईपी कैलकुलेटर की मदद से फंड की राशि का अनुमान लगाया जा सकता है।

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इक्विटी फंड में निवेश या सीधे निवेश के जोखिम शेयरों में? जानें,रिटर्न और जोखिम के हिसाब से कौन है बेहतर

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 06 Oct 2020 10:48 AM (IST)

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश या सीधे शेयरों में? अक्सर निवेशकों के सामने यह दुविधा पैदा होती है? लेकिन यह दुविधा दूर हो सकती है, अगर आप निवेश के इन दोनों निवेश के जोखिम तरीके के सभी पक्षों को समझ लें. म्यूचुअल फंड के जरिये भी शेयरों में निवेश होता है और आप सीधे भी शेयरों में निवेश कर सकते हैं लेकिन, यहां यह जानना जरूरी है कि लंबी अवधि में किसका रिटर्न ज्यादा होगा. हालांकि शेयरों में निवेश निवेश के जोखिम में ज्यादा जोखिम है.

म्यूचुअल फंड में निवेश, आपकी ओर से कोई एक्सपर्ट ( फंड मैनेजर) करता है इसलिए आपका जोखिम कम हो जाता है. फंड मैनेजर अपने पेशे में दक्ष होते हैं इसलिए उनका अनुभव आपके काम आता है. आप निवेश में जोखिम से बच जाते हैं. दूसरी ओर शेयरों में सीधा निवेश जोखिम बढ़ा देता है. अब सवाल यह है कि रिटर्न के हिसाब से कौन अच्छा है?

Investment Tips: पहली बार SIP में करने जा रहे हैं निवेश, तो जानिए मोटे मुनाफे के टिप्स

Investment Tips: म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश करने के लिए ज्यादा पैसे की जरूत नहीं होती है। SIP सिस्टम में आप 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इससे निवेश का जोखिम कम होता है। रिटर्न का अनुमान लगाना आसान हो जाता है।

Investment Tips: पहली बार SIP में करने जा रहे हैं निवेश, तो जानिए मोटे मुनाफे के टिप्स

Investment Tips: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच हर कोई SIP पर ध्यान दे रहा है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में एसआईपी अकाउंट बढ़कर 5.71 करोड़ हो गए। म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश जोखिम भरा है। ऐसे में आप एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश करना आसान और लाभदायक है। इस तरह आप 10 साल में 1 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं।

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?

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निवेश से पूर्व जोखिम का रहे ध्यान - विवेक यादव

Haldwani Bureau

हल्द्वानी ब्यूरो
Updated Sat, 23 Feb 2019 01:19 AM IST

निवेश से पूर्व जोखिम का रहे ध्यान - विवेक यादव

रामनगर (नैनीताल)। सेबी एवं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की ओर से वित्तीय शिक्षा के लिए शुक्रवार को यहां मोहल्ला लखनपुर में सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें वक्ताओं ने कहा कि हम सभी को अपनी मेहनत की कमाई के निवेश से पूर्व जोखिम पर ध्यान देना चाहिए। सेबी की ओर से विवेक यादव ने निवेशकों की शिकायत निवारण के लिए ऑनलाइन सिस्टम की जानकारी दी।
यह आयोजन श्री बांके बिहारी एजुकेशन सोसाइटी के सहयोग से हुआ। बीएसई के हाविंदर सोंखी ने वित्तीय बाजार का स्वरूप बताया। निवेशकों को बैंक, शेयर मॉर्केट, म्यूच्युअल फंड, ई गोल्ड आदि विकल्पों की जानकारी दी। उनका कहना था कि कभी कभार सारी बचत एक ही निवेश के जोखिम निवेश के जोखिम जगह निवेश करना उचित नहीं माना जाता। अपनी आयु के अनुसार जोखिम का आकलन करना जरूरी होता है। मुख्य अतिथि संजय कंसल समेत सेबी के रिसोर्सपर्सन, श्री बांके बिहारी सोसाइटी के उपाध्यक्ष अंकुर भटनागर ने संस्थाओं का कामकाज बताया। इस मौके पर कविता, रितु, राजीव, देवेंद्र, पुष्पा आदि रहे।

रिस्क लवर्स को समझना

एक जोखिम प्रेमी खुदरा निवेशक मानसिकता के सबसे सामान्य प्रकार के विपरीत जोखिम जोखिम जोखिम है। जोखिम से बचने वाले निवेशक अधिक जोखिम उठाने की प्रवृत्ति रखते हैं, यदि वे उच्च रिटर्न की क्षमता से वारंट होते हैं, और कभी-कभी तब भी नहीं। एक जोखिम वाले निवेशक को उच्च रिटर्न निवेश के जोखिम का एक पैटर्न देखने की जरूरत नहीं है जो जोखिम भरे निवेश पर अतिरिक्त जोखिम की भरपाई करता है। यह दृष्टिकोण समग्र पोर्टफोलियो रिटर्न में सुधार कर सकता है, खासकर यदि जोखिम प्रेमी को मौलिक संकेतों या तकनीकी संकेतों के लिए कंपनियों को छानने में अनुभव किया जाता है। हालांकि, अतिरिक्त जोखिमों द्वारा शुरू की गई अनिश्चितता के कारण दीर्घावधि में सफलता की संभावना अन्य तकनीकों की तुलना में स्वाभाविक रूप से निवेश के जोखिम कम है।

निवेश में हमेशा जोखिम / रिटर्न ट्रेडऑफ होता है। कम रिटर्न जमा या मनी मार्केट फंड के प्रमाणपत्र जैसे कम जोखिम वाले निवेश से जुड़े होते हैं। उच्च संभावित रिटर्न उच्च जोखिम के निवेश से जुड़े हैं, जिसमें डेरिवेटिव और व्यक्तिगत स्टॉक शामिल हैं। यह केवल इसलिए है क्योंकि बाजार को अतिरिक्त जोखिम लेने के लिए निवेशक को क्षतिपूर्ति करने की आवश्यकता है। हालांकि, विशेष रूप से मूल्यांकन तकनीकों के अनुसार यह मुआवजा हमेशा उचित नहीं है। यह अंततः निवेशक की कॉल है कि क्या नकारात्मक जोखिम के प्रति तिरछा संभावित उल्टा रिटर्न के लायक है। वैल्यूएशन मॉडल बस निवेश के जोखिम इस तिरछा को एक मुद्दे के रूप में चिह्नित करते हैं।

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