बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?

बिटकॉइन की कीमत में इसके प्रारम्भिक समय से ही वृद्धि देखने को मिलती रही बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? है। सन् 2009 में जहां 27 डॉलर में 5000 बिटकॉइन खरीदे जा सकते थे। वहीं 2010 में बिटकॉइन ने कभी भी 1 डॉलर प्रतिबिटकॉइन का आंकड़ा भी नहीं छुआ , 2010 में बिटकॉइन की अधिकतम कीमत 0.39 डॉलर ही थी। वहीं 17 दिसम्बर 2017 को इसकी कीमत / वैल्यू 19193.72 डॉलर प्रति बिटकॉइन देखी गयी।
How to Mine Bitcoin in India for Free – बिटकॉइन में निवेश कैसे करें हिन्दी में
अपने बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? पैसे को निवेश करने से सम्बन्धित बहुत से तरीकों के बारे में आपने सुना होगा। शेयर बाजार , म्युचुअल फण्ड , सोना , चांदी अथवा जमीन जैसे बहुत से निवेश योग्य आर्टिकल के बारे में आपको बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? जानकारी होगी। लेकिन आज के समय में विश्व स्तर पर निवेश के लिए सबसे प्रचलित शब्द है बिटकॉइन। भारत सहित कई देशों के लोग इसमें दिल खोलकर निवेश कर रहे है , साथ ही कुछ देशों में इसे पैसे की तरह बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? इस्तेमाल किया जाने लगा है। आज हम आपको बताऐंगे बिटकॉइन क्या होते है ? कैसे खरीदे या बेचे जाते है अर्थात बिटकॉइन में निवेश कैसे करें ? इसके अलावा इस लेख में आप बिटकॉइन बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? के इतिहास एवं भविष्य के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेगें।
बिटकॉइन के बारे में आधारभूत जानकारीः
दोस्तों , बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा यानि Cryptocurrency है , जिसे आम मुद्रा जैसे रूपया या डॉलर अथवा यूरो की तरह छू नहीं सकते , बल्कि इसे ऑनलाइन Peer to Peer कर सकते है। नवीनतम कम्प्यूटर तकनीक द्वारा , 24 घंटे बिजली की उपस्थिति में , बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? स्थिर एवं तय तापमान पर बिटकॉइन की माइनिंग की जाती है , जिनमें Mathematical Algorithm का इस्तेमाल बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? किया जाता है। माइनिंग से नए बिटकॉइन जनरेट किये जाते हैं। बिटकॉइन की अधिकता भी ना हो और लगातार इसकी मांग तथा कीमत में बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? वृद्धि होती रहे इसलिए यह पहले से तय किया जा चुका है कि कब , कितने बिटकॉइन माइन किये जाऐंगे। सन् 2009 से 2140 तक कुल 21 मिलियन बिटकॉइन जनरेट होंगे। प्रत्येक 4 वर्षाें में बिटकॉइन का प्रोडक्शन / माइनिंग आधी हो जाती है।
बिटकॉइन पर किसी क्रेन्द्रीय बैंक , सरकार का नियंत्रण नहीं होता ना ही कोई विशेष टैक्स लगता है , जिससे इसके प्रचलन में निरन्तर वृद्धि हो रही है।
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन का आविष्कार सन् 2009 में सातोशी नाकामोतो नाम के व्यक्ति ने किया था , हालांकि आज तक सातोशी नाकामोतो के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। इसी के नाम पर बिटकॉइन की Smallest Value को एक सातोशी कहते है , एक बिटकॉइन में 100,000,000 सातोशी होते हैं।
बिटकॉइन की कीमत में इसके प्रारम्भिक समय से ही वृद्धि देखने को मिलती रही है। सन् 2009 में जहां 27 डॉलर में 5000 बिटकॉइन खरीदे जा सकते थे। वहीं 2010 में बिटकॉइन ने कभी भी 1 डॉलर प्रतिबिटकॉइन का आंकड़ा भी नहीं छुआ , 2010 में बिटकॉइन की अधिकतम कीमत 0.39 डॉलर ही थी। वहीं 17 दिसम्बर 2017 को इसकी कीमत / वैल्यू 19193.72 डॉलर प्रति बिटकॉइन देखी गयी।
बिटकॉइन में निवेश कैसे करेंः
हम ये तो जान गये बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? है बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? कि बिटकॉइन में निवेश करना बहुत फायदेमंद है किन्तु इतना प्रचलित होते हुए भी बहुत लोगों बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? को बिटकॉइन में निवेश करने के बारे में सामान्य जानकारी नहीं है तथा लोग ऑनलाइन पैसे इनवेस्ट करने में डरते है। अभी तो हमारा बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? देश पूरी तरह से ऑनलाइन शोपिंग करना में आत्मविश्वास पैदा कर रहा था कि यह ऑनलाइन निवेश का फण्डा सामने आ गया।
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हैकिंग , फिशिंग और अन्य साइबर क्राइम के बारे में समाचार सुनकर जरूर ही हम ऑनलाइन निवेश करने में घबराऐंगे लेकिन बिटकॉइन में निवेश करना इतना असुरक्षित भी नहीं होता। इसके ट्रान्जेक्शन को बहुत हद तक सुरक्षित रखने की कोशिश की गयी है। किसी भी जगह अपना पैसा निवेश करने से पहले हमें उसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरूरी है खासकर के बिटकॉइन जैसी चीज जिसका कोई भौतिक अस्तित्व ही नहीं है।
बिटकॉइन में निवेश करने के लिए आपको किसी बिटकॉइन एक्सचेंज पर रजिस्टर करना होगा। फिर आप डॉलर या रूपये से बिटकॉइन खरीद / बेच सकते है और अपना पैसे बैंक में भी ट्रांस्फर कर सकते है। भारत में प्रचलित प्रमुख बिटकॉइन एक्सचेंज निम्न हैः Unocoin, Zebpay, Coinsecure, Coinmama, LocalBitcoin आदि।
बिटकॉइन एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जिसने पैसे के पूरे सिस्टम को ही बदल कर रख दिया है , यह एक कोड है जिसे आसानी से इंटरनेट के माध्यम से हस्तांतरित किया जा सकता है। हस्तांतरण में आसानी और सुरक्षा की वजह से ये डिजिटल करेंसी मार्केट में तेजी से प्रचलित हो गयी और इसके साथ अन्य बहुत सी डिजिटल करेंसी जैसे इथरेरियम /Ethereum, रिपल , लाइटकाॅइन , कारडानो , डैष आदि मार्केट में आ गयी है। अब तक लगभग 50 से अधिक देशों में बिटकॉइन को सरकारी मान्यता मिल गयी है , और कुछ देशों में बिटकॉइन के एटीएम भी है जिसमें बिटकॉइन को उस देश की करेंसी में अथवा प्रचलित करेंसी को बिटकॉइन में परिवर्तित किया जा सकता है।