बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है?

बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है?
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बुधवार को पहली बार 20 हजार डॉलर के पार चली गई है। आखिर क्या है ये करेंसी और कैसे काम करती है।
तीन साल पहले यही वो वक्त था जब पहली बार अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में इसके कारोबार को मंजूरी मिली और तब इसकी कीमत आसमान पर पहुंच गई। बीच में काफी बुरा हाल देखने के बाद इसकी कीमत नई ऊंचाइयों को छू रही है। अनिश्चितता के दौर में पैसा सुरक्षित रखने के दूसरे तरीकों की तरह ही बिटकॉइन को भी कोरोना महामारी से काफी फायदा हुआ है। सोना, चांदी, प्लैटिनम की कीमत इस दौर में कई गुना बढ़ी है और बिटकॉइन भी इसमें शामिल हो गया है। बिटकॉइन की खास संरचना के कारण अब और बिटकॉइन ज्यादा संख्या में नहीं बन पा रहा है ऐसे में जो बिटकॉइन हैं उनका कारोबार तेज हो गया है।
बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है। यह किसी बैंक या सरकार से नहीं जुड़ी है और इसे बिना पहचान जाहिर किए खर्च किया जा सकता है। बिटकॉइन के इन सिक्कों को यूजर बनाते हैं। इसके लिए उन्हें इनको "माइन" करना पड़ता है. "माइन" के लिए उन्हें गणना करने की क्षमता देनी होती है और इसके बदले में उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। बिटकॉइन के सिक्कों को शेयर बाजारों में अमेरिकी डॉलर और दूसरी मुद्राओं के बदले खरीदा भी जा सकता है। कुछ कारोबार में बिटकॉइन मुद्रा के रूप में इस्तेमाल होती है हालांकि बीते कुछ सालों में इसकी लोकप्रियता ठहरी हुई है।
दिसंबर 2017 में बिटकॉइन फ्यूचर को अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में कारोबार की इजाजत मिली। शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज और शिकागो बोर्ड ऑप ट्रेड ने इनकी खरीद बिक्री को मंजूरी दी थी। बिटकॉइन को लेकर दिलचस्पी इतनी ज्यादा थी कि कारोबार की अनुमति मिलते ही इसकी कीमतों में भारी उछाल आया। 2017 के शुरुआत में इस मुद्रा की कीमत 1000 डॉलर थी जो साल के आखिर में बढ़ कर 19 हजार 783 तक पहुंच गई। हालांकि कारोबार शुरू होने के बाद बिटकॉइन फ्यूचर अगले कुछ महीनों में तेजी से नीचे आया। एक साल बाद ही इसकी कीमत घट कर 4000 डॉलर पर चली गई। निवेशकों और बिटकॉइन में दिलचस्पी रखने वालों ने बताया कि 2017 में आए उछाल की बड़ी वजहें सट्टेबाजी और मीडिया का आकर्षण थे।
कॉइनबेस के मुताबिक एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 20 हजार 700 डॉलर है। कॉइनबेस एक प्रमुख डिजिटल करेंसी एक्सचेंज है जो दूसरे टोकन और मुद्राओं का भी कारोबार करती है। हालांकि बिटकॉइन की कीमत अस्थिर है और यह एक हफ्ते में ही सैकड़ों या हजारों डॉलरों का उतार चढ़ाव देखती है। एक महीने पहले इसकी कीमत 17 हजार डॉलर थी और एक साल पहले 7 हजार डॉलर।
बिटकॉइन एक बहुत जोखिम वाला निवेश है और पारंपरिक निवेश के तरीकों जैसे कि शेयर या फिर बॉन्ड की तरह व्यवहार नहीं करता, जब तक कि खरीदार कई सालों तक इस मुद्रा को अपने पास ना रखे। उदाहरण के लिए एसोसिएटेड प्रेस ने 100 अमेरिकी डॉलर की कीमत के बिटकॉइन खरीदे ताकि वह इस मुद्रा पर नजर रख सके और व्यापार में इसके इस्तेमाल के बारे में खबर दे सके। इस पोर्टफोलियो का खर्च इस महीने जा कर अपने मूलधन पर पहुंचा है।
बिटकॉइन वास्तव में एक कंप्यूटर कोड की श्रृंखला है। यह जब भी एक यूजर से दूरे के पास जाता है तो इस पर डिजिटल सिग्नेचर किए जाते हैं। लेन देन खुद को गोपनीय रख कर भी किया जा सकता है। इसी वजह से यह आजाद ख्याल के लोगों, तकनीकी दुनिया के उत्साही, सटोरियों और अपराधियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
बिटकॉइन को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। इस वॉलेट को या तो कॉइनबेस जैसे एक्सचेंज के जरिए ऑनलाइन हासिल किया जा सकता है या फिर ऑफलाइन हार्ड ड्राइव में एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए। बिटकॉइन का समुदाय यह तो जानता है कि कितने बिटकॉइन हैं, लेकिन वे कहां हैं इसके बारे में सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है।
कुछ कारोबार बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि ओवरस्टॉक डॉट कॉम बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करता है। मुद्रा इतनी मशहूर है कि ब्लॉकचेन इंफो के मुताबिक औसतन हर दिन 3 लाख लेने देन होते हैं। हालांकि इसकी लोकप्रियता नगद या क्रेडिट कार्ड की तुलना में कम ही है। बहुत सारे लोग और कारोबार में इसे भुगतान के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
बिटकॉइन नेटवर्क सामूहिक अच्छाई के लिए कुछ लोगों की लालसा पर निर्भर करता है। तकनीक के जानकार कुछ लोग जिन्हें माइनर कहा जाता है वो इस तंत्र में गणना की क्षमता ब्लॉकचेन में डाल कर इसे ईमानदार बनाए रखते हैं। ब्लॉक चेन हर बिटकॉइन के लेनदेन का हिसाब रखता है. इस तरह से यह उन्हें दो बार बेचे जाने को रोकता है और माइनरों को उनकी कोशिशों के लिए जब तक तोहफों में बिटकॉइन दिए जाते हैं। जब तक माइनर ब्लॉकचेन को सुरक्षित रखेंगे इसकी नकल करके नकली मुद्रा बनने का डर नहीं रहेगा।
यह एक रहस्य है। बिटकॉइन को 2009 में एक शख्स या फिर एक समूह ने शुरू किया जो सातोषी नाकामोतो के नाम से काम कर रहे थे। उस वक्त बिटकॉन को थोड़े से उत्साही लोग ही इस्तेमाल कर रहे थे। जब ज्यादा लोगों का ध्यान उस तरफ गया तो नाकामोतो को नक्शे से बाहर कर दिया गया। हालांकि इससे मुद्रा को बहुत फर्क नहीं पड़ा यह सिर्फ अपनी आंतरिक दलीलों पर ही चलता रहा।
2016 में एक ऑस्ट्रेलिया उद्यमी ने खुद को बिटकॉइन के संस्थापक के रूप में पेश किया। हालांकि कुछ दिनों बाद ही उसने कहा कि उसके पास सबूतों को जाहिर करने की "हिम्मत नहीं है। " इसके बाद से इस मुद्रा की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है।
शब्दों की क्रिप्टोकुरेंसी शब्दावली - पत्र “एच” और “आई”
हैल फिनी: हैल फिनी एक क्रिप्टोग्राफर और प्रोग्रामर थे जिन्होंने बिटकॉइन के विकास का बीड़ा उठाया और सातोशी नाकामोटो के साथ काम किया। अफसोस की बात है कि एएलएस की जटिलताओं के परिणामस्वरूप 28 अगस्त, 2014 को फीनिक्स, एरिज़ोना में हैल फिनी की मृत्यु हो गई और अल्कोर लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन द्वारा क्रायोप्रेसेव्ड किया गया था। वह पहले बिटकॉइन लेनदेन के प्राप्तकर्ता थे जब सातोशी नाकामोटो ने उन्हें एक परीक्षण के रूप में दस सिक्के भेजे थे, उस समय की राशि कुछ भी नहीं के बगल में थी।
हॉल्टिंग: बिटकॉइन हॉल्टिंग इवेंट तब होता है जब बिटकॉइन लेनदेन के खनन के लिए इनाम आधे में कट जाता है। यह घटना बिटकॉइन की आधी मुद्रास्फीति दर और उस दर में भी कटौती करती है जिस पर नए बिटकॉइन प्रचलन में प्रवेश करते हैं। हलविन्ह लगभग हर 210,000 ब्लॉक में लगभग 4 साल या उससे अधिक सटीक रूप से होता है।
हार्ड कैप: एक हार्ड कैप एक डिजिटल परिसंपत्ति की पूर्ण अधिकतम आपूर्ति है। उदाहरण के लिए बिटकॉइन के लिए हार्ड कैप 21,000,000 बिटकॉइन है।
हार्डवेयर वॉलेट: एक हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक वॉलेट है जो आमतौर पर USB स्टिक से मिलता जुलता है। ट्रेज़ोर और लेजर दोनों हार्डवेयर वॉलेट के उदाहरण हैं।
हैश रेट: हैश रेट बिटकॉइन नेटवर्क की प्रोसेसिंग पावर की मापने वाली इकाई है। बिटकॉइन नेटवर्क को सुरक्षा उद्देश्यों के लिए गहन गणितीय संचालन करना चाहिए। जब नेटवर्क 10 TH/s की हैश दर पर पहुंच गया, तो इसका मतलब था कि यह प्रति सेकंड 10 ट्रिलियन गणना कर सकता है।
HD वॉलेट: एक HD वॉलेट, या पदानुक्रमित नियतात्मक वॉलेट, एक नए युग का डिजिटल वॉलेट है जो स्वचालित रूप से निजी/सार्वजनिक पते (या कुंजियों) की एक पदानुक्रमित पेड़ जैसी संरचना उत्पन्न करता है। निर्माण में HD वॉलेट एक 12 या 24 शब्द बीज वाक्यांश भी बनाते हैं जिसका उपयोग किया जा सकता है वॉलेट को फिर से बनाने के लिए।
HODL: “Hodl” का मतलब लोगों को आवेगपूर्ण रूप से बेचने के लिए प्रोत्साहित करना है जब एक क्रिप्टोक्यूरेंसी नाटकीय रूप से गिरती है या बेचने के लिए अत्यधिक लाभदायक बन जाती है। “HODL” “प्रिय जीवन के लिए पकड़ो” के लिए एक संक्षिप्त नाम के रूप में भी कार्य करता है। आप अक्सर विभिन्न क्रिप्टोकुरेंसी मंचों और सोशल मीडिया बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है? सर्किलों में शब्द देखेंगे। यह शब्द 2013 में बिटकॉइनटॉक फोरम पर होल्ड के लिए वर्तनी की गलती के साथ उत्पन्न हुआ था।
होस्टेड वॉलेट: एक वॉलेट जिसे किसी तृतीय-पक्ष सेवा द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
हॉट स्टोरेज: क्रिप्टोकरेंसी तक त्वरित पहुंच की अनुमति देने वाली निजी कुंजियों का ऑनलाइन संग्रहण। हॉट स्टोरेज पर बड़ी मात्रा में क्रिप्टोक्यूरेंसी स्टोर करना कभी भी उचित नहीं है।
हॉट वॉलेट: एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट जो क्रिप्टोकरंसी के गर्म भंडारण के लिए इंटरनेट से जुड़ा हुआ है, जैसा कि कोल्ड स्टोरेज के साथ ऑफ़लाइन, कोल्ड वॉलेट के विपरीत है।
हावे टेस्ट: होवे टेस्ट अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के मामले को यह निर्धारित करने के लिए संदर्भित करता है कि कोई लेनदेन “निवेश अनुबंध” के रूप में योग्य है या नहीं, और इसलिए एक सुरक्षा माना जाएगा और प्रतिभूति अधिनियम के तहत प्रकटीकरण और पंजीकरण आवश्यकताओं के अधीन होगा 1933 और 1934 का प्रतिभूति विनिमय अधिनियम।
Hyperbitcoinization: विभक्ति बिंदु जिस पर बिटकॉइन विनिमय का दुनिया का पसंदीदा माध्यम बन जाता है।
ICO: एक घटना जिसमें एक कंपनी (आमतौर पर एक स्टार्ट-अप) ने एक नई क्रिप्टोकरेंसी बेचकर पूंजी जुटाने की कोशिश की, जिसे निवेशक इस उम्मीद में खरीद सकते हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी का मूल्य बढ़ेगा, या बाद में उस कंपनी द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए विनिमय करेगा। ध्यान रखें कि कई घोटाले आईसीओ हैं यानी सड़क के नक्शे के बिना, कोई श्वेत पत्र या कोई भी जो विकास टीम के पक्ष में है।
प्रारंभिक डेक्स पेशकश: एक प्रारंभिक डेक्स पेशकश (IDX) एक प्रारंभिक सिक्का पेशकश (ICO) का एक विकल्प है।
प्रारंभिक विनिमय पेशकश: एक प्रकार का क्राउडफंडिंग जहां क्रिप्टो स्टार्ट-अप एक्सचेंज के माध्यम से सूचीबद्ध करके पूंजी उत्पन्न करते हैं।
प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ): एक प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) पहली बार शेयर बाजार में खरीद के लिए शेयरों की पेशकश करने वाली कंपनी की प्रक्रिया है।
प्रारंभिक टोकन पेशकश (आईटीओ): आईटीओ प्रारंभिक सिक्का प्रसाद के समान हैं - लेकिन एक पारिस्थितिकी तंत्र में सॉफ्टवेयर या उपयोग के रूप में आंतरिक उपयोगिता के साथ टोकन की पेशकश करने पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है।
इनसाइडर ट्रेडिंग: इनसाइडर ट्रेडिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति उस स्टॉक के बारे में निजी, भौतिक जानकारी रखते हुए स्टॉक खरीदता या बेचता है।
Instamine: जब एक सिक्के की कुल आपूर्ति का एक बड़ा हिस्सा लॉन्च के तुरंत बाद निवेशकों को वितरित किया जाता है।
बीमा निधि: लीवरेज्ड ट्रेडिंग से किसी भी अप्रत्याशित नुकसान को कवर करने के लिए एक एक्सचेंज इंश्योरेंस फंड का उपयोग किया जाता है। इस फंड का उपयोग परिसमापन की स्थिति में व्यापारियों को दिवालियापन से रोकने के लिए किया जाता है।
इंटरप्लेनेटरी फाइल सिस्टम (आईपीएफएस): इंटरप्लाटरी फाइल सिस्टम एक पीयर-टू-पीयर है, जो फाइलों को स्टोर करने और एक्सेस करने के लिए वितरित प्रणाली है, साथ ही वेबसाइटों और अनुप्रयोगों, जो स्थान के बजाय सामग्री को संबोधित करने पर निर्भर करता है।
इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (ICE): इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (ICE) एक अमेरिकी कंपनी है जिसकी स्थापना 2000 में वैश्विक एक्सचेंजों और क्लियरिंग हाउस की खरीद और संचालन के लिए की गई थी।
ब्याज दरें: जमा, उधार ली गई या उधार ली गई राशि के अनुपात में किया गया समय-निर्भर शुल्क या रिटर्न।
मध्यस्थ/बिचौलिया: एक व्यक्ति या संस्था जो समझौतों को लाने या निर्देशों को पूरा करने के लिए विभिन्न पक्षों के बीच जाने के रूप में कार्य करती है।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स: इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डिवाइस, सेंसर और सॉफ्टवेयर का एक वैश्विक इंटरकनेक्टेड नेटवर्क है जो इंटरनेट पर वास्तविक समय में एक दूसरे के साथ डेटा एकत्र और विनिमय कर सकता है।
आंतरिक मूल्य: किसी परिसंपत्ति का आंतरिक मूल्य उसकी वर्तमान कीमत के बजाय जटिल वित्तीय गणना के आधार पर परिसंपत्ति के वास्तविक मूल्य को दर्शाता है।
निवेश: निवेश तब होता है जब आप लाभ कमाने के इरादे से वित्तीय योजना में पैसा लगाते हैं।
Crypto Currency के बारे में A to Z Information !
क्रिप्टो करेंसी क्या है – What is Crypto Currency ?
What is Crypto Currency
क्रिप्टो करेंसी एक आभासी डिजिटल चलन है (Virtual Digital Currency), जिसे हम ऑनलाइन चलन भी बोल सकते हैं, क्योंकि यह चलन सिर्फ ऑनलाइन ही उपलब्ध होता है। जैसे हम भारतीय रुपया (Rupee) या फिर अमेरिकन डॉलर (Doller) हम फिजिकली हैंडल कर सकते हैं वैसे क्रिप्टो करेंसी को फिजिकली हैंडल नहीं कर सकते। क्रिप्टो करेंसी यह एक इलेक्ट्रॉनिक करेंसी है (Electronic Digital Currency), जो एक डिजिटल वैलेट (Online Digital Wallet) में रखी जाती है जिसे आप ऑनलाइन करेंसी (Online Currency) भी कह सकते हो। जिसका उपयोग करके हम इंटरनेट के माध्यम से कोई भी सेवा या सुविधा खरीद सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी पर कौन नियंत्रण रखता है – Who Moniter Crypto Currency ?
क्रिप्टो करेंसी यह एक डिजिटल प्रॉपर्टी ( Digital Property ) है जिस पर किसी का भी नियंत्रण नहीं होता है, कोई सेंट्रल बैंक (Central bank) भी उसे नियंत्रित नहीं कर पाती है। जैसे की हम सबको पता है कि भारतीय चलन को रिजर्व बैंक नियंत्रित करता है, अमेरिकन यूएस डॉलर को यूएस सेंट्रल बैंक नियंत्रित करता है, लेकिन इस क्रिप्टोकरंसी को कोई भी संस्था या व्यक्ति नियंत्रित नहीं करता है। इसका मतलब है कि Crypto Currency पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम के आधार पर काम नहीं करता।
क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है – What are the Types of Crypto Currency ?
क्रिप्टो करेंसी अनेक प्रकार की होती है। बिटकॉइन को ही लोग क्रिप्टो करेंसी मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है बिटकॉइन के साथ-साथ डॉजे कॉइन(Dogecoin), इथरियम (Etherium), रिप्पल(Riple), शिबा इन्यू कॉइन(Shiba Inu), विंक कॉइन(Wink) ऐसे 5000 से भी अधिक कॉइन की गणना इस क्रिप्टो करेंसी में होती है। पूरे क्रिप्टोकरंसी में बिटकॉइन यह एक सबसे महत्वपूर्ण और सबसे ज्यादा पॉपुलर कॉइन है। बिटकॉइन इतनी पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी है की दुनिया के बहुत सारी कंपनी में बिटकॉइन से पेमेंट लेना शुरू कर दिया है। चलिए थोड़ा सा बिटकॉइन के बारे में जान लेते हैं।
बिटकॉइन क्या है ? What is Bitcoin ?
बिटकॉइन को दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टो करेंसी माना जाता है। इस इस बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में Satoshi Nakamoto ने की है ऐसा बोला जाता है। हालांकि Satoshi Nakamoto को किसी ने अब तक देखा नहीं है और कोई भी उसे जानते भी नहीं है। बिटकॉइन शुरू करने का मकसद अपने पैसे को एक जगह से दूसरे जगह ऑनलाइन तरीके से भेजना यह था। इस बिटकॉइन के दुनियाभर में सॉफ्टवेयर बनाए गए थे, यह इस तरह डिजाइन किए गए थे कि जब भी कोई इस बिटकॉइन से माध्यम से पैसे की लेनदेन करें तो किसी को पता भी नहीं चले।
दुनिया भर में सबसे ज्यादा खरीदी की जाने वाली क्रिप्टो करेंसी सिर्फ बिटकॉइन ही है, इसलिए इस की किमत हमेशा बढ़ते ही रही है। बिटकॉइन की लोकप्रियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 2016 में एक बिटकॉइन की कीमत लगभग ₹60,000 थी, आज 2021 में एक बिटकॉइन की कीमत ₹40 लाख के ऊपर जा बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है? चुकी है। अभी तक लोग एफडी म्यूच्यूअल फंड, लाइफ एलआईसी इसमें अपना पैसा इनवेस्ट करते थे, लेकिन आज बहुत सारे लोग बिटकॉइन में अपना पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं (Invest in Bitcoin) और इसी वजह से बिटकॉइन की कीमत (Price of Bitcoin) हर दिन बढ़ते जा रही है।
क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल (कानूनी) है ? Is Crypto Currency Legal by law ?
आज इंडिया में बहुत सारे लोग Crypto Currency में इन्वेस्ट कर रहे है। लेकिन कोई भी निवेश करने से पहले जोखिमों को जाच लेना चाहिए। दुनिया के कुछ ही देशों में क्रिप्टो करेंसी को मान्यता दी गई है। अमेरिका जापान फ्रांस जर्मनी जैसे कुछ बढ़ो देश के बड़े देशों में क्रिप्टो करेंसी को सरकारी मान्यता दी गई है। वैसे ही नेपाल अगरिया बांग्लादेश जैसे बहुत सारे देशों ने अभी तक क्रिप्टो करेंसी को सरकारी मान्यता नहीं दी है, मतलब इन देशों में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना गैरकानूनी माना जाता है।
अपने भारत में 2018 में इस क्रिप्टोकरंसी के व्यवहार पर पूरी तरह से बंदी लगाई थी। लेकिन सन 2020 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक सर्कुलर निकाला जिसके तहत क्रिप्टो करेंसी पर लगाई गई पाबंदी (Crypto Currency Ban) को हटाया गया जिसके बाद इंडिया के बहुत सारे लोगों ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना चालू किया। इंडिया में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग करके आप किसी चीज को ख़रीद नहीं सकते, परंतु क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने पर कोई पाबंदी नहीं है, क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना इंडिया में कानूनी है। क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने के बाद कमाया हुआ मुनाफा आप सीधा आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हो।
क्रिप्टो करेंसी/बिटकॉइन में निवेश से कितना रिटर्न मिल सकता है ? How Much we can get in return ?
जैसे कि आपको पता है गोल्ड(Gold Investment) में इन्वेस्ट करने पर आपको ज्यादा से ज्यादा 2% या 3% का फायदा मिल सकता है। एफडी (Fix deposit)में निवेश करने से आपको से तेज 7% का रिटर्न मिल सकता है। म्यूचुअल फंड(Mutual Fund) में निवेश करने से आपको 17% से 18% रिटर्न मिल सकता है। और बिटकॉइन या फिर कोई क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से आपको 65% से 70% रिटर्न मिल सकता है, इसी से आप क्रिप्टो करेंसी की बढ़ती लोकप्रियता (Crypto currency Popularity) का अंदाजा लगा सकते हैं। लेकिन आपको क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है, क्रिप्टो करेंसी में अगर आप आंख बंद करके पैसा लगाते हो तो आपके पैसों का नुकसान होने की भी संभावना बहुत ज्यादा होती है।
लेकिन अगर हमें बिटकॉइन या कोई क्रिप्टोग्राफी से पैसा कमाना है तो बहुत होशियारी से, उसका पूरा जानकारी लेकर निवेश करना जरूरी है।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कैसे करें ? How to Invest in Cryptocurrency ?
जब से इंडिया में क्रिप्टो करेंसी खरीदने या बेचने के लिए कानूनी मान्यता मिली है तब से बहुत सारे लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। बहुत सारे लोगों को अभी तक यह पता नहीं बिटकॉइन या क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करते हैं । क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना बहुत ही आसान है। इसके लिए आप बहुत ही आसान और उपायुक्त ऐसा वजीरएक्स(WajirX) ऐप एप्लीकेशन का यूज कर सकते हो । यह एक बहुत ही अच्छा ऐप है। Android और iOS दोनों फोन के लिए यह उपलब्ध है।
Wjirx के जरिए आप 100 से ज्यादा Crypto Currency में सीधा निवेश कर सकते हो, जिसके लिए आप 100 रुपए से शुरू कर सकते हो। सबसे पहले आपको Wajirx में साइन अप करके अकाउंट बनाना होगा।
आप निचे दिए गए लिंक से आपका अकाउंट खोल सकते हो।
हम आशा करते है कि Crypto Currency के बारे में सारे सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा। अगर कुछ और सवाल है तो हमे जरूर कमेंट करके बताएं।
धन्यवाद !
Olymp Trade पर Bitcoin CFD का ट्रेड कैसे करें
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है । ऐसा कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो इसे नियंत्रित करता है। और यह इसका मुख्य लाभ है।Bitcoin आजकल सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है। यह मूल्यवान है क्योंकि Bitcoin का मूल्य XNUMX मिलियन तक सीमित है। उच्चतम बिंदु पर Bitcoin मूल्य लगभग $ XNUMX तक पहुंच गया था। हालांकि आज यह लगभग $ XNUMX पर गिर गया है, लेकिन अभी भी यह उच्च रैंक पर है।
Olymp Trade ट्रेडरों को BTC साथ ही कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का एक शानदार मौका प्रदान करता है। इस मार्गदर्शिका में, हम Bitcoin पर ध्यान केंद्रित करेंगे। हालांकि यदि आप, एक अलग क्रिप्टोकरेंसी पसंद करते हैं, तो हमारे साथ रहें। आप हमारे द्वारा वर्णित समान नियमों को आसानी से लागू कर सकते हैं।
Olymp Trade पर उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसी
आजकल, 9 क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं। लीवरेज्ड क्रिप्टो भी उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए BTCx10, 10 लीवरेज के साथ Bitcoin को प्रदर्शित] करता है। गुणक के उपयोग से मुनाफा काफी बढ़ सकता है। लेकिन वे बड़े पैमाने पर नुकसान के संभावित जोखिम को भी बढ़ाते हैं।
क्रिप्टो के साथ शुरुआत कैसे करें
बिटकॉइन के लिए एक ट्रेडिंग चार्ट को कॉन्फ़िगर करने के लिए, आपको ट्रेडिंग इंटरफ़ेस के बाएं शीर्ष कोने में एसेट नाम के साथ फ़ील्ड पर क्लिक करना होगा। इसके बाद, आप "क्रिप्टो-संपत्ति" पाते हैं और बिटकॉइन का चयन करते हैं।
इंटरफ़ेस के दाईं ओर, आपको कई फ़ील्ड मिलेंगे। नीचे स्क्रीनशॉट को देखें। नंबर 1 वह राशि है जो आप इस उदाहरण में प्लस गुणक (x10) निवेश करते हैं। बॉक्स नंबर 2 में आप "लाभ लेना" या "स्टॉप-लॉस" सेट करना चुन सकते हैं। यदि आप ऐसा करने का निर्णय लेते हैं, तो संकेतित लाभ तक पहुंचने या नुकसान उठाने के मामले में व्यापार अपने आप बंद हो जाएगा। इसके अलावा, आपको उस लेनदेन से कमीशन के बारे में जानकारी मिलेगी जो आपके खाते से वसूला जाएगा। और अंत में हरे बटन "खरीदें" और लाल "बेचने" को तय करना है कि आप किस स्थिति में लेना चाहते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेड करते समय कुछ महत्वपूर्ण शब्दावली
- गुणक (1)। यह क्रिप्टोकरेंसी के लिए उपयोग किया जाने वाला लीवरेज है। मान लें कि आपने 10 पर लीवरेज सेट कर दिया है। इसका परिणाम यह होगा कि Bitcoin पर वास्तविक निवेश से 10 गुना अधिक का निवेश हो जाएगा। उदाहरण के लिए, BTCx100 ट्रेड में $ 10 का निवेश, $ 1000 के निवेश के बराबर होगा।
- टेक प्रॉफिट और स्टॉप लॉस (2)। ट्रेड प्रारंभ करने से पहले, आप लाभ और हानि के स्तर को निर्धारित कर सकते हैं। यदि आपका ट्रांजैक्शन परिणाम स्टॉप लॉस या टेक प्रॉफिट तक पहुंच जाएगा, तो ट्रेड तुरंत बंद हो जाएगा।
- कमीशन (3)। Olymp Trade प्लेटफार्म आपके आगामी ट्रेड पर कमीशन की गणना आपके पोजीशन के आकार और गुणक के आधार पर करता है।
क्या Bitcoin का ट्रेड करना सुरक्षित है?
शुरुआत में, Bitcoin , तथा अन्य क्रिप्टोकरेंसी, में अस्थिरता बहुत अधिक थी। कुछ ही दिनों में मूल्य दोगुना या तीन गुना हो सकता था। आज भी, कभी-कभी उच्च अस्थिरता होती है, लेकिन Bitcoin का मूल्य स्थिर होता है।
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, अल्पकालिक व्यापारियों के लिए बिटकॉइन ट्रेडिंग की सिफारिश नहीं की जाती है। फिर भी, यह उन व्यापारियों के लिए एक अच्छा निवेश संसाधन है जो कुछ घंटों या दिनों के लिए भी स्थिति को खुला रखने के लिए तैयार हैं।
आप नीचे दिए गए चार्ट में देख सकते हैं कि Bitcoin की कीमत अक्सर एक सीमित रेंज में ही उतार-चढ़ाव करती है। जब यह रेंज के बाहर चली जाती है तो कीमत की गतिविधियाँ आमतौर पर गतिशील होती हैं। कुछ ही घंटों में कीमत कुछ प्रतिशत से 10% के आसपास जा सकती है।
याद रखें, यदि आप Bitcoin या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में रुचि रखते हैं तो दीर्घकालिक ट्रेडिंग का लक्ष्य रखें। आपको याद रखना चाहिए कि Bitcoin के लिए रोलओवर उपलब्ध नहीं है। सभी Bitcoin ट्रेड 20: 55 UTC पर अपने आप बंद हो जाते हैं।
Olymp Trade पर Bitcoin CFD ट्रेडिंग के तरीके
बिटकॉइन CFD का व्यापार करने का एक अच्छा और सरल तरीका है समर्थन / प्रतिरोध स्तर। मैंने पहले ही कहा है कि बिटकॉइन की कीमत काफी लंबे समय के लिए एक संकीर्ण सीमा के भीतर उतार-चढ़ाव होती है। और यह मजबूत समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करने में बहुत सहायक है।
दूसरी अच्छी बात यह है कि आमतौर पर समर्थन या प्रतिरोध स्तर पर कीमत टूटने के बाद, आने वाला ट्रेंड भी मजबूत होता है।
मैं समर्थन और प्रतिरोध रेखाएँ खींचने के लिए 1-घंटे समय-सीमा की कैंडल चार्ट का उपयोग करने की सलाह दूंगा। चार्ट की तरह ही आप नीचे देख सकते हैं।
अब आप 15 मिनट के चार्ट पर जा सकते हैं। यह प्रक्रिया समर्थन / प्रतिरोध लाइनों के माध्यम से तोड़ने के क्षण की पहचान को और अधिक सटीक बनाएगी।
नीचे दिए गए चार्ट पर एक नज़र डालें। यह Bitcoin के लिए 15-मिनट कैंडलस्टिक्स चार्ट है। आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि जब कीमत प्रतिरोध स्तर को तोड़ने लगती है। आपको प्रतिरोध रेखा के ऊपर कैंडल के बंद होने का इंतजार करना चाहिए। इस प्रकार, निश्चित हो जाएगा कि अपट्रेंड विकसित हो रहा है और अब खरीद बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है? की पोजीशन होने का समय है। यह 1-3 घंटे तक चलना चाहिए।
दिए गए चार्ट से आप यह भी देख सकते हैं कि Bitcoin की कीमत कैसे बढ़ती है। 3-4 घंटों में यह लगभग 8,100 से 8,800 तक बढ़ जाता है।
Olymp Trade आपको बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करने का अवसर प्रदान करता है। यह न केवल अनुभवी व्यापारियों के लिए बल्कि नौसिखियों के लिए भी बहुत लाभ उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, आपको यह याद रखना होगा कि ट्रेडिंग बिटकॉइन में समय लगता है। आपको घंटों के लिए एक स्थिति रखने के लिए तैयार होना चाहिए क्योंकि कभी-कभी प्रवृत्ति स्पष्ट रूप से दिखाई देने से पहले कुछ समय लगेगा।
Olymp Trade अभ्यास खाते पर क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेड करने का प्रयास करें। हम आपकी प्रतिक्रिया को टिप्पणी अनुभाग में सुनना पसंद करेंगे जो आपको साइट में नीचे मिलेगा।
Information About Bitcoin in Hindi (बिटकॉइन से सम्बंधित पूरी जानकारी)
बिटकॉइन से सम्बंधित पूरी जानकारी (Information About Bitcoin in Hindi Language)
Bitcoin in Hindi : इस लेख में हम जानेंगे कि संसार भर में लोकप्रिय हो चुकी बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी क्या है, Bitcoin कैसे कमाया जाता है, बिटकॉइन का इतिहास क्या है, किसने इसे बनाया, क्या Bitcoin का कोई भविष्य है तथा Bitcoin के फायदे या नुकसान क्या है |
आपने अब तक पैसे के कई रूप देखे होंगे जैसे की रुपया, डॉलर, येन, यूरों, पाउंड इत्यादि | इनमें से ज्यादातर करेंसी कागज की बनी होती है जिन्हें आप आँखों से देख सकते है और हाथों से छू कर महसूस भी कर सकते है लेकिन अब विश्व की अर्थव्यवस्था जगत में एक नई करेंसी बिटकॉइन ने जन्म लिया है जो आज के टाइम में बहुत ज्यादा पॉपुलर है और जिसका विश्लेषण दुनिया के सबसे मूल्यवान करेंसी के रूप में किया जा रहा है |
Bitcoin in Hindi
दुनिया भर में बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी की लोकप्रियता का ही नतीजा है कि यह हर दिन हर समय एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रही है | आज की तारीख में तो बिटकॉइन ने लोगों को 1200% से अधिक का return दिया है यही वो सबसे बड़ी बजह है कि दुनिया का हर कोई इस नई मुद्रा के बारे में जानना चाहता है |
बिटकॉइन क्या है (Bitcoin Kya Hai)
बिटकॉइन सामूहिक कम्पूटर नेट्वर्क पर आपसी भुगतान के लिए क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित की हुई एक नई तरह की मुद्रा है जो खासतौर पर डिजिटल (digital) या वर्चुअल (virtual) रूप से दुनिया के लिए बनाई गई है और जो की डिजिटल पर्स में ही रखी जाती है |
दूसरे शब्दों में कहे तो बिटकॉइन की कीमत की गणना कैसे की जाती है? बिटकॉइन दुनिया की पहली डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है जो ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित है जिसका इस्तेमाल विश्व में कभी भी कही भी किया जा सकता है |
दुनिया की इस पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा में सन 2017 में 1200% से अधिक का इजाफ़ा हो चुका है और लोकप्रियता बढ़ने से आने वाले समय में इसकी कीमत और बढ़ने की सम्भावना है |
बिटकॉइन शिकागो बोर्ड वायदा एवं विकल्प एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हुई है और मौजूदा दौर में दुनिया भर के हजारों प्रोग्रामर बिटकॉइन के फीचर्स को ज्यादा मजबूत बनाने में लगे हुए है जिससे इसके इस्तेमाल को और ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकेगा |
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन की शुरआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी जिसे छद्म नाम धारी सातोशी नकामोतो नामक एक इंजीनियर ने विकसित की थी | जब बिटकॉइन शुरू किया गया था तो इसका असली मकसद ये साबित करना था कि पैसों का क़ानूनी लेन – देन बिना थर्ड पार्टी के भी संभव है |
22 मई 2010 को पहली बार एक पिज्जा के बदले 10 हजार बिटकॉइन की पेशकश की गई थी यानि तब एक बिटकॉइन की कीमत 10 सेंट से भी कम थी लेकिन आज बिटकॉइन की कीमत कई हजार गुना बढ़ चुकी है जिससे बिटकॉइन को ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदने की कोशिश करने लगे है और बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है |
बिटकॉइन कैसे काम करता है और बिटकॉइन के क्या फायदे है
बिटकॉइन का आदान – प्रदान peer to peer तकनीक के जरिए होता है यानि इसमें डिजिटल रकम एक कम्प्यूटर से सीधे दूसरे कम्प्यूटर में पहुंचती है लेकिन इस लेन – देन को सुरक्षित बनाते है वो हजारों लोग जो अपने ताकतवर कम्प्यूटर्स की मदद से इन ट्रांजक्शन पर नजर रखते है और इनकी जांच करते है और जो भी व्यक्ति ऐसा सफलतापूर्वक कर लेता है उसे इनाम के तौर पर कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | इसे बिटकॉइनिंग की माइनिंग कहा जाता है |
दरअसल कोड लैंग्वेज़ में होने वाले इस आदान – प्रदान को वेरीफाई करने वाले हजारों लोग इस प्रक्रिया में बैंक के एक क्लर्क की तरह काम करते है और इन्हें ही माइनर्स कहा जाता है |
ये लोग transactions पर नजर रखते है की इसका गलत इस्तेमाल न हो लेकिन इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए इन miners को एक mathematical प्रॉब्लम solve करनी होती है | जो miner जितनी जल्दी इस प्रॉब्लम को solve कर लेता है उसे प्रॉब्लम solve करने के बदले में कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | और इस तरह से बिटकॉइन डिजिटल बाजार में आ जाते है | बिटकॉइन की अर्थव्यवस्था का निर्माण इस तरह से किया गया है कि एक निश्चित समय के बाद बिटकॉइन की संख्या घटकर आधी रह जाती है |
शुरुआत में एक ब्लाक से 50 बिटकॉइन निकला करते थे | प्रति ब्लाक बिटकॉइन की संख्या हर 4 वर्ष में घटकर आधी रह जाती है | आज से 125 वर्षों के बाद नए बिटकॉइन का निर्माण बिल्कुल बंद हो जाएगा | एक गणना के अनुसार तब तक दुनिया में कुल 2 करोड़ 10 लाख बिटकॉइन आ चुके होगे | बिटकॉइन भविष्य की करेंसी है और भविष्य में ख़त्म भी हो जाएगी | इसलिए लोगो में ज्यादा से ज्यादा बिटकॉइन खरीदने की होड़ मची हुई है |
इन बिटकॉइन का एक खास लाभ ये भी है कि कोई व्यापारी अपने उत्पाद के लिए भुगतान के रूप में इन्हें स्वीकार भी कर सकता है | बिटकॉइन से ऑनलाइन भुगतान के अलावा पारम्परिक मुद्राओं से भी बदला जा सकता है | बिटकॉइन की खरीद बिक्री के लिए विनिमय बाजार भी है तथा कुछ देशों में बिटकॉइन के ATM भी हो गए है |
फ़िलहाल इसकी लोकप्रियता और लोगो का ध्यान आकर्षित करने का एक कारण यह भी है कि बीते साल पूरी दुनिया में संभवतया बिटकॉइन से ज्यादा प्रतिफल किसी और निवेश से नहीं मिला | बिटकॉइन से मिलने वाले बेतहाशा रिटर्न ने tax की चोरी की आशंका से सभी देश की सरकारों को चिंता में डाल दिया है |
बिटकॉइन के संभावित खतरे या नुकसान
वित्तीय लेन – देन का सुरक्षित, तेज और आधुनिक तरीका होने के बावजूद बिटकॉइन के अपने कई खतरे या नुकसान भी है | इसलिए बहुत सारे देश अभी तक ये तक नहीं कर पाए है कि बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दी जाए या नहीं |
इसके अलावा जहाँ किसी भी मुद्रा की कीमत उस देश की अर्थव्यवस्था सरकार और केन्द्रीय बैंक की विश्वसनीयता और नीतियों पर निर्भर करती है वही ऐसा कोई आधार न होने के कारण बिटकॉइन भरोसे के लायक नहीं है |
बिटकॉइन की कीमत आखिर किस कीमती चीज की कीमत है ? किसी वित्तीय संस्था या देश या किसी वास्तविक वस्तु से न जुड़े होने का अर्थ यह भी तो है कि इसके पीछे कोई वास्तविक आधार ही नहीं है | अगर इस तरह सोचे तो फिर यह आभासी रूप से बनाई हुई एक सैद्धांतिक मुद्रा के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है | इसका अर्थ यह हुआ कि इसकी कीमत महज सट्टे पर आधारित है अर्थात इसकी बढ़ी हुई कीमत महज एक अटकल और वित्तीय बुलबुला है |
इसके अतिरिक्त बिटकॉइन की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होने के कारण कम्पूटर और हैंकिंग से जुड़े खतरे भी है | इससे जुड़े कई तरह के तकनीकी सवाल भी अभी तक अनुत्तरित है जैसे encrypted होने की वजह से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी करने वाले माफिया तथा दूसरे अपराधिक तत्व का वित्तीय लेन देने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए स्वाभाविक ही प्रोत्साहन देगा जो की खतरानाक है |
बिटकॉइन का क़ानूनी दायरे में नहीं आना भी एक बड़ा खतरा है | बिटकॉइन के लेनदेन किसी क्लियरिंग एजेंसी से होकर नहीं जाते अर्थात कुछ गड़बड़ हुई तो किसी की जिम्मेदारी नहीं है | इसके लिए कोई नियंत्रण संस्था भी नहीं है |