सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता

इसके पहले भी बैंकों में पीपीएफ खाता (PPF account), सुकन्या समृृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Account), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme) और किसान विकास पत्र (KVP) के अकाउंट खोलने की सुविधा थी।
डिजिटल बचत खाता
डिजिटल बचत खाता अन्य किसी भी पारंपरिक खाते की तरह काम करता सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता है, लेकिन यह अधिक सुविधाजनक है। अधिक सुविधाजनक से तात्पर्य यह है कि डिजिटल बचत खाते को फोन या लैपटॉप से कभी भी एक्सेस किया सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता जा सकता है, चाहे आप कहीं भी हों – आपको शाखा पर जाने की आवश्यकता नहीं है।
आप ऑनलाइन डिजिटल बचत खाता कुछ ही क्लिक के सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता साथ अर्थात तुरंत खोल सकते हैं। इसके साथ-साथ आप इस खाते में पैसे जमा कर सकते हैं, अपने धन का उपयोग करके लेनदेन कर सकते हैं, बिलों का भुगतान कर सकते हैं और अपने खर्चों का प्रबंधन कर सकते हैं।
फ़्रीओ सेव का जीरो बैलेंस डिजिटल सेविंग खाता
फ़्रीओ सेव का जीरो बैलेंस डिजिटल बचत खाता आप को पूरी तरह से डिजिटल अनुभव प्रदान करता है। इस सुविधा के अंतर्गत आप एक बचत खाता ऑनलाइन खोल सकते हैं, और अपने स्थान से ही कई लाभ ले सकते हैं। फ़्रीओ सेव के साथ, आप अपनी बचत पर 7% तक ब्याज अर्जित कर सकते हैं, जो आज बाज़ार में आपको मिलने वाली उच्चतम दरों में से एक है। इसके अतिरिक्त आपको रखरखाव शुल्क का भुगतान करने के बारे में भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है – भले ही आपके खाते में धन न हो या आपकी शेष राशि शून्य हो। फ़्रीओ सेव के डिजिटल बचत खाते की सेवाओं के अलावा, कई अन्य विशेषताएं भी इस बचत खाते को एक बढ़िया विकल्प बनाती हैं।
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बैंक NSC के बारे में जरूरी जानकारियां
- इस योजना में आप 5 साल के लिए एकमुश्त रकम जमा करना होता है। कम से कम 1000 रुपए जमा कर सकते हैं। अधिकतम जमा पर कोई प्रतिबंध नहीं है। चाहे जितना जमा कर सकते हैं।
- एएससी लेते वक्त जो भी ब्याज दर interest rate होती है, वह आगे की पूरी अवधि के लिए निश्चित fixed हो जाती है, यानी कि आगे पूरे 5 साल तक उसमें कोई बदलाव नहीं होता
- 5 साल बाद आपको इसकी maturity रकम मिलती है। जो आपके निवेश रकम (investment amount) .और उस पर बनी ब्याज का Total होता है।
- NSC में किया गया आपका निवेश income tax act के section 80C के तहत टैक्स छूट का हकदार होता है।
- NSC पर पूरा का पूरा ब्याज आपको 5 साल पूरे होने के बाद मिलता है। लेकिन हर साल इस पर बनने ब्याज पर आपको अपने Tax Slab के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
- maturity के बाद पूरी रकम आपकी ओर से दिए गए बैंक saving account में भेज दी जाती है।
बैंक से NSC खरीदने के फायदे | Benefits of NSC from bank
- बैंक के माध्यम से investment करना काफी सहूलियत भरा होता सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता है। आप bank की ओर से दी जा रही online facility का उपयोग NSC या मासिक बचत योजना में निवेश करने में कर सकते हैं। अगर आपने SBI या अन्य किसी बैंक में PPF account खुलवा रखा है तो इस सहजता (easeness) का अनुभव भी आपको हुआ होगा।
- आपका small savings account आपके मौजूदा saving account से connected हो जाता है। इसलिए saving account से small savings account में पैसा सेकंडों में ट्रांसफर कर सकते हैं। इतना ही नहीं जमा रकम को निकालना (withdrawal) और loan सुविधा का उपयोग करना भी बहुत आसान होता है।
- हो सकता है Post Office की branch आपके घर से ज्यादा दूर हो। ऐसे में बैंक की Branch में कोई खाता चलाना Post Office में खाता चलाने से ज्यादा सुविधाजनक होगा।
- अब बैंकों की शाखाएं, ज्यादातर आबादी की पहुंच में खुल गई हैं। जन-धन योजना और अन्य सरकारी प्रोत्साहनों की बदौलत ज्यादातर लोगों के बैंकों में account भी हो गए हैं। ऐसे में लेन-देन संबंधी काम एक ही स्थान पर होने की सहूलियत भी आपको मिल जाती है।
जानिए कैसे किश्तों में कर सकते हैं सोने में निवेश
स्वर्ण बचत योजनाओं ने ना सिर्फ सोने की खरीद को सरल बनाया है बल्कि सुविधाजनक भी कर दिया है। देश भर के प्रमुख सुनार इसकी पेशकश करते हैं। इन योजनाओं के माध्यम से आप सोना खरीदने पर एक निर्धारित अवधि तक भुगतान कर सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आप अपनी ईएमआई भरते हैं। किश्तों की राशि और अवधि हर योजना पर निर्भर करती है।
यह कैसे काम सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता करता है
- इनमें से अधिकतर योजनाओं में, पहले आपको उस सुनार सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता के साथ एक खाता खोलना पड़ता है। फिर, उस सुनार के पास उपलब्ध विकल्पों के अनुसार, आपको एक निर्दिष्ट अवधि तक, एक निर्दिष्ट राशि हर महीने खाते में जमा करनी होती है। उस अवधि के अंत में, आपको सुनार से एक बोनस मिलेगा, जो कि एक या दो किश्तों की राशि के समान होता है। हालाँकि यह सुनार की योजना पर निर्भर करता सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता है। अंत में, योजना की पूर्णता पर, सोने की मौजूदा कीमत के अनुसार आप अपनी जमा की गयी राशि (और सुनार द्वारा आपके खाते में दी गयी राशि) के कुल मूल्य के बराबर सोने के गहने ले सकते हैं। इसे कहते हैं मूल्य-आधारित भुगतान प्रणाली (वैल्यू-बेज़्ड पेमेंट सिस्टम।
- इसी योजना का एक और प्रारूप है जिसमें आप एक निर्दिष्ट मात्रा का सोना (सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता मौजूदा दर पर) अपने खातेमें हर महीने जमा कर सकते हैं। निर्धारित अवधि के अंत में, आप अब तक जमा की गयी कुल मात्रा के सोने को गहनों या सिक्कों के रूप में रिडीम कर सकते हैं। इसे वजन-आधारित भुगतान प्रणाली (वेट-बेज़्ड पेमेंट सिस्टम) कहते हैं। यह एक प्रकार का आवर्ती जमा खाता (रेकरिंग डिपॉज़िट अकाउंट) है जिससे आपके पैसे बच सकते सुविधाजनक आवर्ती जमा खाता हैं।
मांग जमा मुद्रा क्यों कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: माँग जमा को मुद्रा क्यों समझा जाता है? बैंक जमा रकम का एक छोटा ऋण-आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इस्तेमाल हिस्सा अपने पास नकद के रूप में रखते हैं। चूंकि ब्याज और जमाकर्ताओं को दिये गये ब्याज के किसी एक विशेष दिन में, केवल कुछ जमाकर्ता बीच का अंतर बैंकों की आय का प्रमुख स्रोत है।
इसे सुनेंरोकेंचालू खाता को खोलने से लेकर इसकी उपयोगिता को इस शीर्षक में शामिल किया गया है। बैंकों में खोले जाने वाले बचत खाते से संबंधित प्रारंभिक जानकारी यहां दी गई है। बैंक द्वारा ग्राहकों को बुनियादी बचत बैंक जमा खाता खोलने के लिए दी जा रही सुविधा के बारे में जानकारी को इस शीर्षक के अंतर्गत दिया गया है।
मांग जमा किसे कहते है मांग जमा को मुद्रा क्यों समझा जाता है?
मांग जमा को धन के रूप में क्यों माना जाता है?
इसे सुनेंरोकेंबैंकों में अतिरिक्त कोषों को रखना घर की अपेक्षा, सुरक्षित भी है, जैसे कि उपयुक्त उदाहरण में, लोग अपने सोने को घरों में न रख कर लाला के पास रखना पसंद करते हैं। चैक तथा डेबिट कार्ड, के आधुनिक संदर्भ में, माँग-जमाओं को रखना, लेन देन को अधिक सुविधाजनक एवं सुरक्षित बना देता है, यधपि इन पर कोई ब्याज नहीं मिलता।
बचत खाता और स्थाई जमा में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंबचत खाता- बचत खाता में हम अपनी आय का कुछ हिस्सा जमा करते हैं, इसलिए इन खातों को बचत खाता कहते हैं। स्थाई जमा खाता-स्थाई जमा खाते में एक मुश्त राशि जमा की जाती हैं जो स्थाई रूप से बैंक में रहती हैं जिसे जरूरत पड़ने पर निकाला जा सकता हैं।
बैंक में कितने खाते खोले जाते हैं?
इसे सुनेंरोकें1. बचत खाता 2. चालू खाता 3. सावधि जमा खाता 4.
बैंक लिमिट क्या होती है?
इसे सुनेंरोकेंसाख ऋण को लिमिट कहा जाता है । 1. आहरण की एक सीमा तय कर दी जाती है । ऋणी इस सीमा तक जब चाहे तब राशि निकाल सकता है ।