एक्सेस ब्रोकर

कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस 2000 (cdma2000) क्या है? - टेक्नोपेडिया से परिभाषा
परिभाषा - कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस 2000 (CDMA2000) का क्या अर्थ है?
कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस 2000 (CDMA2000) अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) द्वारा विकसित तीसरी पीढ़ी (3G) मानक है। यह प्रोटोकॉल मोबाइल फोन और सेल साइटों के बीच आवाज और डेटा और सिग्नल भेजने के लिए सीडीएमए पहुंच का उपयोग करता है।
CDMA2000 के माध्यम से CDMA वन सब्सक्राइबर को बढ़ी हुई सेवाएँ प्रदान की जा सकती हैं। डेटा संचार की गति 114 Kbps से 2 एमबीपीएस तक इस मानक द्वारा समर्थित है।
CDMA2000 को IMT-Multi-Carrier या IS-2000 के रूप में भी जाना जाता है।
Techopedia बताते हैं कि कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस 2000 (CDMA2000)
CDMA2000 की मुख्य क्षमता एक रेडियो इंटरफ़ेस सिस्टम देना है जो दूसरी पीढ़ी (2G) सिस्टम से बेहतर है। अक्टूबर 2000 में, एसके टेलीकॉम (कोरिया) ने इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाला पहला वाणिज्यिक सिस्टम (सीडीएमए 2000 1x तकनीक पर आधारित) लॉन्च किया। तब से, कई अन्य एक्सेस ब्रोकर संस्करण विकसित किए गए हैं।
अन्य तकनीकों में CDMA2000 1xEV-DO (इवोल्यूशन-डेटा ऑप्टिमाइज़्ड) टेक्नोलॉजीज शामिल हैं, जिसमें कई संशोधन शामिल हैं।
इन्फोग्राफिक: युवा पेशेवर पैसे से अधिक इंटरनेट एक्सेस चाहते हैं?
2011 में सिस्को द्वारा जारी एक वैश्विक सर्वेक्षण से पता चला कि तीन एक्सेस ब्रोकर उत्तरदाताओं में से एक ने इंटरनेट का उपयोग हवा, भोजन, आश्रय और पानी के रूप में महत्वपूर्ण माना। दूसरे शब्दों में, वे इसके बिना नहीं रह सकते थे। वास्तव में, कई युवा कार्यकर्ता .
क्यों टेक कंपनियां कोड नामों का उपयोग करती हैं
पिछली टेक परियोजनाओं के लिए कोड नामों के अभिलेखागार के माध्यम से एक नज़र डालें, और आप जो देखेंगे, वह केवल शब्दों के सबसे यादृच्छिक संग्रह के बारे में दिख सकता है। आईटी कोड नाम ऐसे बने हुए नाम हैं जो .
रिमोट एक्सेस ट्रोजन हमले बढ़ रहे हैं - आप अपनी रक्षा कैसे कर सकते हैं
हालांकि कई ट्रोजन को एक्सेस ब्रोकर पुराने हमलों के रूप में देखा गया है जिन्हें अधिक परिष्कृत मैलवेयर द्वारा बदल दिया गया है, रिमोट एक्सेस ट्रोजन ने हाल ही में उपयोग में वृद्धि देखी है।
Sharekhan App क्या हैं?किस देश का ऐप हैं और इसका मालिक कौन हैं?
दोस्तों आपने Sharekhan App के बारे में तो जरूर सुना होगा. यह एक मोबाइल एप्लीकेशन हैं जिसकी मदद से स्टॉक, कमोडिटी,म्युचुअल फंड, इटीएफ, बॉन्ड्स और आईपीओ आदि में निवेश किया जा सकता हैं. लेकिन यदि आप इस ऐप बारे में अधिक विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें. इस आर्टिकल में हमने बताया हैं कि आखिर Sharekhan App क्या हैं?किस देश का ऐप हैं और इसका मालिक कौन हैं? तो एक्सेस ब्रोकर चलिए शुरू करते हैं.
यदि आप शेयर बाजार में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो इसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर कई विकल्प ऐप्स के रूप में मौजूद हैं. जिनमे से प्रमुख नाम Sharekhan App का आता हैं. इसकी मदद से न केवल शेयर बाजार में निवेश किया जा सकता हैं बल्कि निवेश के तरीकों के बारे में भी फ्री ट्रेनिंग ली जा सकती हैं. यह ट्रेडर और इंवेस्टर दोनों को ध्यान में रखकर बनाया गया ऐप हैं. यह ऐप ट्रेडर और इंवेस्टर को समान रूप से व्यापक सुविधाएं उपलब्ध कराता हैं. ऐसे में Sharekhan App के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर लेना हमारे लिए आवश्यक हो जाता हैं.
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Sharekhan App क्या हैं?किस देश का ऐप हैं और इसका मालिक कौन हैं? |
Sharekhan App क्या हैं?
Sharekhan App ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म में से एक हैं. जिसमे स्मार्ट लाइव चार्ट जैसी सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं इसकी मदद से तेजी से बदलते स्टॉक्स प्राइसेज को देखा जा सकता हैं. यह ऐप व्यापारियों और निवेशकों दोनों की जरूरत को ध्यान में रखकर बनाया गया हैं. यदि Sharekhan App की मदद से कोई निवेश करता हैं तो इसमे फाइनेंशियल डाटा, पोर्टफोलियो, वाचलिस्ट, म्युचुअल फंड्स, मार्केट वॉच, रिपोर्ट्स, आईपीओ आदि का भी एक्सेस मिल जाता हैं. इसके अलावा यदि कोई पहली बार निवेश कर रहे हैं तो Sharekhan App से फ्री में निवेश की ट्रेनिंग ले सकता हैं और इसमे निवेश से जुड़े कई सारे ऑनलाइन कोर्सेस भी हैं जिनकी मदद से निवेश से जुड़ी बारीकियों को काफी अच्छी तरह समझा जा सकता हैं. Sharekhan App देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक ब्रोकर के रूप में जाना जाता हैं.
Sharekhan किस देश का App हैं?
Sharekhan भारत का App हैं और इसका मुख्यालय भारत के मुंबई, महाराष्ट्र में हैं. इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर 10 मार्च 2017 में लॉन्च किया गया था. तब से लेकर आज तक इसके गूगल प्ले स्टोर से 5 मिलियन से भी अधिक डाउनलोड किये जा चुके हैं और इसके यूजर्स की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं. Sharekhan App और वेबसाइट के रूप में एंड्राइड और आईओएस दोनों ही तरह की डिवाइस में बड़ी आसानी से चल जाती हैं. Sharekhan App में BSE और NSE पर इक्विटी कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट के लिए व्यापार सुविधा, MCX और NCDX पर कमोडिटी ट्रेडिंग जैसे विकल्प मौजूद हैं. इसके अलावा Sharekhan App से डिमैट अकॉउंट और म्युचुअल फंड्स और आईपीओ में भी इन्वेस्ट किया जा सकता हैं.
Sharekhan App का मालिक कौन हैं?
Sharekhan App के मालिक और संस्थापक का नाम श्रीगोपाल मोराखिया हैं और इसके सीईओ जयदीप अरोड़ा हैं. Sharekhan की शुरूवात फरवरी सन 2000 में एक ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म के रूप में की गई थी. आज यह भारत की सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक हैं और आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एचडीएफसी सिक्योरिटीज के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक ब्रोकर हैं.
दोस्तों अभी आपने जाना कि Sharekhan App क्या हैं?किस देश का ऐप हैं और इसका मालिक कौन हैं? अगर आपको यह जानकारी पसन्द आई हैं तो एक्सेस ब्रोकर एक्सेस ब्रोकर इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना मत भूलें और यदि आप इस आर्टिकल से जुड़ा कोई भी सवाल हमसे पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं. हम तुरंत आपके सभी सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिस करेंगे.इस ब्लॉग वेबसाइट को शुरू करने का हमारा एकमात्र उद्देश्य आप तक रोज नई-नई जानकारियां पहुचाना हैं. कृपया वेबसाइट पर डेली विजिट करते रहें.धन्यवाद!
साइबर हमलों से जुड़े मुद्दे
वैश्विक स्तर पर साइबर हमलों की बढ़ती घटनाएँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा एक्सेस ब्रोकर के समक्ष एक प्रमुख चुनौती बन गई है, जिसे आतंकवाद की चुनौती के समान खतरनाक माना जा रहा है। हाल ही में अमेरिकी रक्षा सचिव ने चेतावनी दी है कि दुनिया को 'साइबर पर्ल हार्बर' के लिये तैयार रहना चाहिये। यह चेतावनी साइबर हमलों की बढ़ती गंभीरता को प्रकट करती है।
अप्राकृतिक कृत्य का दबाव बनाने पर की थी प्रापर्टी एक्सेस ब्रोकर ब्रोकर की हत्या
चाकू से 16 वार करने वाला 2 दिन की रिमांड पर, आज मुनिनगर के दो तालाब में होगी मोबाइल की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। नानाखेड़ा सी-21 मॉल के पीछे मकान में हुई प्रापर्टी ब्रोकर की हत्या का सोमवार को एक्सेस ब्रोकर पुलिस ने खुलासा कर दिया। 8 दिन पहले हुई हत्या की वजह अप्राकृतिक कृत्य का दबाव बनाया जाना सामने आया है। गिरफ्त में आये युवक को पुलिस ने 2 दिनों की रिमांड पर लिया है।
एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि 15 फरवरी को अभिषेक नगर स्थित बंद मकान से प्रापर्टी ब्रोकर का काम करने वाले कृष्णपालसिंह राठौर उर्फ छोटे ठाकुर की लाश खून से लथपथ नग्न अवस्था में बरामद की गई थी। मामला जघन्य हत्या का होने पर पुलिस ने अपनी जांच कई पहलूओं पर शुरू की। जिसमें सामने आये तथ्यों के आधार पर रविवार देर शाम मंदसौर से आयुष नागर निवासी बहादुरगंज को हिरासत में लिया गया।
जिसने पूछताछ में हत्या करना कबूल करते हुए बताया कि 14 फरवरी की रात कृष्णपाल उसके साथ चाकू की नोंक पर अप्राकृतिक कृत्य करने का दबाव बना रहा था। उसने चाकू दिखाकर कपड़े उतारने को कहा और उसके आपत्तिजनक फोटो खींच लिये। विवाद होने पर उसके हाथ पर चाकू से चोंट भी लगी। उसके बाद कृष्णपाल ने अपने कपड़े उतारकर लाइट बंद कर दी।
उसी दौरान चाकू उठाकर उसने ताबातोड़ वार कर दिये। अगर वह उसे नहीं मारता तो बाद में कृष्णपाल उसकी हत्या कर देता। मृतक ने उक्त मकान की चाबी जैन परिवार से सौदा करने के लिये रखी थी, वह पहले भी दो बार उसे मकान पर लेकर पहुंचा था, उस वक्त ऐसी कोई बात नहीं हुई थी। एएसपी के अनुसार आयुष के अपराध कबूल करने के बाद उसे न्यायालय में पेश कर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है।
चाबी-मोबाइल दो तालाब में फेंका
प्रापर्टी ब्रोकर की 16 चाकू मारकर हत्या करने वाले आयुष ने पुलिस को बताया कि घटनाक्रम के बाद उसने खून से सने हाथ वहीं वॉल बेसिन में धोए और कुछ देर रुकने के बाद मृतक के अंडरगारमेंट्स के साथ मोबाइल उठाने के बाद मकान का ताला लगाकर अपनी सुजूकी एक्सेस से मुनिनगर के दो तालाब तक पहुंचा। जहां उसने मोबाइल, चाबी और कपड़े तालाब में फेंककर घर चला गया। जहां पहुंचकर खुद के कपड़े और गाड़ी का साफ कर उसे छुपा दिया। उसके बाद वह फरार हो गया। वह 8 दिनों तक दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड में घूमता रहा। एएसपी के अनुसार गिरफ्त में आये आयुष से चाकू, उसके कपड़े और गाड़ी बरामद कर ली गई है। मंगलवार को दो तालाब पहुंचकर पुलिस मोबाइल-चाबी की तलाश करेगी।
मृतक ने रुपये देने के बहाने बुलाया था
पुलिस पूछताछ में आयुष ने बताया कि वह चामुंडा माता चौराहा पर मेडिकल चलाता था। लॉकडाउन के बाद मेडिकल का काम बंद कर प्रापर्टी के काम से जुड़ गया था। उसकी पहचान कृष्णपाल से हो गई थी। उसने 18 हजार रुपये लिये थे, जिसे लौटाने के बहाने बुलाया था और अभिषेक नगर तक लेकर पहुंचा था।
आभूषण सोनी के यहां रखे
घटनाक्रम के बाद यह बात सामने आई थी कि मृतक कृष्णपाल की 2 अंगूठी, सोने की चेन गायब है। पुलिस जांच में पता चला कि मृतक की गाड़ी का कुछ माह पूर्व एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें चलते उसने अपनी चेन-अंगूठी सुनार की दुकान पर रखकर 5 लाख रुपये लिये थे, जिससे गाड़ी का काम कराया था। हत्या के समय वह आभूषण नहीं पहने था।
खुलासे में रही भूमिका
एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि हत्या के मामले का खुलासा करने में एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला के निर्देशन में सीएसपी वंदना चौहान, सायबर सेल प्रभारी योगेन्द्रसिंह सिसौदिया, नानाखेड़ा टीआई ओपी अहिर, सायबर सेल एसआई विक्रमसिंह चौहान, नानाखेड़ा एसआई तरुण कुरील, रोहित पटेल, प्रधान आरक्षक सुनील गौड़, विरेन्द्र शर्मा, भंवरलाल, अनिल आर्य सहित सायबर टीम एक्सेस ब्रोकर के साथ स्मार्ट सिटी में लगे यातायात थाने के आरक्षक अमित कुमार जाटव की भूमिका रही है।
वाई-फाई संरक्षित एक्सेस प्री-शेयर्ड एक्सेस ब्रोकर कुंजी (wpa-psk) क्या है? - टेक्नोपेडिया से परिभाषा
परिभाषा - वाई-फाई संरक्षित पहुँच पूर्व-साझा कुंजी (WPA-PSK) का क्या अर्थ है?
वाई-फाई संरक्षित एक्सेस प्री-शेयर्ड की (डब्ल्यूपीए-पीएसके) एक सुरक्षा तंत्र है जिसका उपयोग उपयोगकर्ताओं को वायरलेस लैन (डब्ल्यूएलएएन) या वाई-फाई कनेक्शन को प्रमाणित और मान्य करने के लिए किया जाता है। यह WPA सुरक्षा प्रोटोकॉल की एक भिन्नता है।
WPA-PSK को WPA2-PSK या WPA व्यक्तिगत के रूप में भी जाना जाता है।
Techopedia वाई-फाई संरक्षित एक्सेस प्री-शेयर्ड कुंजी (WPA-PSK) की व्याख्या करता है
WPA-PSK आठ से 63 वर्णों के WLAN पासफ़्रेज़ या पासवर्ड को कॉन्फ़िगर करके काम करता है। पासवर्ड, एक्सेस प्वाइंट (राउटर) और कनेक्टिंग नोड क्रेडेंशियल्स के आधार पर, नेटवर्क ट्रैफिक एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन के लिए दोनों डिवाइसेस द्वारा एक 256-कैरेक्टर कुंजी उत्पन्न, साझा और उपयोग की जाती है। एक जुड़ा हुआ उपयोगकर्ता जो सही क्रेडेंशियल्स प्रदान करता है, WLAN पहुंच प्राप्त करता है। यदि टेम्पोरल कुंजी इंटीग्रिटी प्रोटोकॉल (TKIP) के साथ कार्यान्वित किया जाता है, तो WPA-PSK गतिशील रूप से प्रत्येक पैकेट के लिए 128-बिट एन्क्रिप्शन कुंजी उत्पन्न करता है। इसके अतिरिक्त, TKIP के बजाय उन्नत एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड (AES) का उपयोग किया जा सकता है।
WPA-PSK को प्रमाणीकरण सर्वर और मैनुअल उपयोगकर्ता कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता नहीं है। इस प्रकार, इसे WPA एंटरप्राइज, WPA वेरिएंट की तुलना में सरल और दुबला माना जाता है।
इन्फोग्राफिक: युवा पेशेवर पैसे से अधिक इंटरनेट एक्सेस चाहते हैं?
2011 में सिस्को द्वारा जारी एक वैश्विक सर्वेक्षण से पता चला कि तीन उत्तरदाताओं में से एक ने इंटरनेट का उपयोग हवा, भोजन, आश्रय और पानी के रूप में महत्वपूर्ण माना। दूसरे शब्दों में, वे इसके बिना नहीं रह सकते थे। वास्तव में, कई युवा कार्यकर्ता .
संयुक्त कुंजी, प्राथमिक कुंजी और विदेशी कुंजी के बीच अंतर क्या है?
रिमोट एक्सेस ट्रोजन हमले बढ़ रहे हैं - आप अपनी रक्षा कैसे कर सकते हैं
हालांकि कई ट्रोजन को पुराने हमलों के रूप में देखा गया है जिन्हें अधिक परिष्कृत मैलवेयर द्वारा बदल दिया गया है, रिमोट एक्सेस ट्रोजन ने हाल ही में उपयोग में वृद्धि देखी है।