एशिया में सबसे अच्छा दलाल

बाजार विशेषज्ञ अरुण केजरीवाल का मानना है कि बाजार की दिशा आने वाले दिनों में मानसून ही तय करेगा। अगर मानसून अच्छा रहता है तो निश्चित तौर पर आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में कटौती देखने को मिल सकती है, जो बाजार के नजरिए से बेहद सकारात्मक होगा। अगले एक साल के नजरिए से बाजार में निवेश करना फायदेमंद होगा। बाजार निवेशकों को अगले एक साल में निश्चित तौर पर अच्छे रिटर्न देता नजर आएगा।
यौनकर्मी चला रहीं अपना बैंक
कोलकाता: जिस राज्य में चिटफंड कंपनियों की धोखाधड़ी का शिकार होकर लाखों लोग अपना सब कुछ गंवा रहे हैं, वहीं एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया की यौन कर्मी बेहद कामयाबी से अपना को-ऑपरेटिव बैंक चला रही हैं, जिसमें किसी घोटाले का कोई डर नहीं है. मकसद अपनी कमाई का सही प्रबंधन और बच्चों का भविष्य बेहतर बनाना है.
सोनागाछी की यौन कर्मी न केवल अपना को-ऑपरेटिव बैंक चला रही हैं, बल्कि उन्होंने 2014 के लिए राज्य का सबसे अच्छा को-ऑपरेटिव बैंक का प्रतिष्ठित पुरस्कार भी जीता है. कम व्याज दर पर चलाये जा रहे इस उषा मल्टीपरपज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के 20 हजार सदस्य हैं और इसकी पूंजी 19 करोड़ रुपये हैं. यह एशिया में यौन कर्मियों के स्वामित्व व प्रबंधन वाला सबसे बड़ा आर्थिक संस्थान है. उषा को-ऑपरेटिव के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी महुआ नामक एक यौनकर्मी ने बताया कि को-ऑपरेटिव बैंक शुरू करने से पहले हम लोग पूरी तरह साहूकारों और यहां व्यवसाय चलानेवाली मैडमों पर निर्भर थे. चूंकि यौन कर्मियों के पास कोई ठिकाना और पहचान का सबूत नहीं होता था, इसलिए बैंकों में उनके लिए अकाउंट खुलवाना असंभव था.
कृषिमंत्री ने कैथल मंडी का किया निरीक्षण: जेपी दलाल बोले- गन्नोर में 8000 करोड़ से 550 एकड़ में बनेगी एशिया की सबसे बड़ी मंडी
कैथल की अनाज मंडी का दौरा करते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सरकार किसानों के हितों का विशेष ध्यान रख रही है। विपक्ष के कुछ लोग मंडियों को खत्म करने की बात कहकर किसानों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि सच्चाई तो यह है कि मंडियां खत्म नहीं हो रही हैं, बल्कि एशिया में सबसे अच्छा दलाल मंडियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
हरियाणा सरकार गन्नौर में करीब साढ़े पांच सौ एकड़ में नई मंडी का निर्माण करने जा रही है। इसके निर्माण कार्य पर करीब 8 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह मंडी एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी। सरकार पिजौंर में सेब की मंडी, जबकि गुरूग्राम में फूलों की मंडी बनाने जा रही हैं।
शेयर बाजार के सिर से उतरा मोदी का बुखार, लेकिन उम्मीदें बरकरार
Shubham Shankdhar
Updated on: May 19, 2016 10:53 IST
Hope Still Remains: शेयर बाजार के सिर से उतरा मोदी का बुखार, लेकिन उम्मीदें बरकरार
- बीते दो वर्षों से लगातार डबल डिजिट देने वाले भारतीय शेयर बाजार ने मोदी सरकार की दूसरी सालगिरह पर निवेशकों को निराश किया।
- बीते एक साल में सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 17 कंपनियों में निवेशकों ने पैसे गवाएं हैं।
- बीते एक साल में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े तमाम सेक्टर्स जैसे मेटल, रियल्टी और कैपिटल गुड्स में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
- विशेषज्ञों के बीच एक मत इस बात को लेकर है कि मानसून अच्छा रहा तो शेयर बाजार को नई दिशा मिलेगी और अगले एक साल में बाजार फिर बेहतरीन रिटर्न दे सकते हैं।
stock market return in last two months
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शेयर बाजार ने किया निवेशकों को निराश
16 मई (एनडीए को प्रचंड बहुमत) की तारीख को अगर आधार मान लें तो बीते दो वर्षों से निवेशकों को डबल डिजिट रिटर्न देने वाले भारतीय शेयर बाजार एशिया में सबसे अच्छा दलाल ने इस साल निवशकों को निराश किया। 16 मई 2013 से 16 मई 2014 के दौरान निफ्टी ने 16.42 फीसदी और सेंसेक्स ने 18.90 फीसदी का रिटर्न दिया। यह वह समय था जब शेयर बाजार हर हफ्ते नरेंद्र मोदी के भाषणों को सुनकर गदगद हो छलांगे लगाता था और इस बात की तसदीक करता था कि एनडीए की सरकार बनते ही बाजार को पंख लग जाएंगे। सरकार बनी और पहले साल में ताबड़तोड़ स्कीमें लॉन्च की गईंं। सरकार के पहले साल के कार्यकाल (16 मई 2014 से 16 मई 2015) के दौरान निफ्टी ने फिर 14 फीसदी और सेंसेक्स ने 13 फीसदी का रिटर्न दिया। लेकिन दूसरे साल के कार्यकाल (16 मई 2015 से 16 मई 2016) के दौरान सरकार केवल बातों से बाजार को भरोसा दिलाने में नाकाम दिखी। जमीनी स्तर पर सरकार की स्कीमों का सरोकार न तो जनता से हुआ और न ही अर्थव्यवस्था के कायापलट की दिशा में कोई काम होता दिखा, जो निवेशकों को लुभा सके। बीते एक साल के दौरान प्रमुख सूचकांक निफ्टी में 4 एशिया में सबसे अच्छा दलाल फीसदी की गिरावट आई वहीं सेंसेक्स 6 फीसदी लुढ़क गया।
नीता अंबानी की बहन हैं उनसे भी सुंदर, जानिए उनकी मां और बहन के बारे में ये बातें
एशिया के दूसरे सबसे अमीर बिज़नेसमेन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी की बहन उनसे भी ज्यादा खूबसूरत हैं। लेकिन वो कौन हैं और नीता अंबानी की मां के बार.
एशिया के दूसरे सबसे अमीर बिज़नेसमेन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी की बहन उनसे भी ज्यादा खूबसूरत है। नीता अंबानी की सिस्टर यू तो लाइमलाइट से दूर ही रहती हैं लेकिन आकाश अंबानी की शादी के कुछ समय बाद से उनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ईशा अंबानी ने अपनी शादी के बाद एक मैगज़ीन को दिए इंटरव्यू में भी कहा था कि वो अपनी मासी के बहुत करीब हैं। नीता अंबानी और उनकी बहन से भी ज्यादा खूबसूरत उनकी मां पूर्णिमा दलाल है। आप नीता अंबानी की मां की तस्वीर देखकर ये आसानी से समझ जाएंगी कि दोनों बहनों को ये खूबसूरती उनकी मां से ही मिली है। नीता अंबानी किसी बिज़नेस फैमिली से नहीं बल्कि एक साधारण मिडल क्लास फैमिली से ही थी। उनकी परवरिश और उनके माता-पिता के दिए संस्कारों ने भी धीरूभाई अंबानी को नीता को अपने घर की बहू बनाने के लिए मजबूर किया था।
नीता अंबानी से 4 साल छोटी हैं ममता दलाल
नीता अंबानी की बहन का नाम ममता दलाल हैं जो उनके उम्र में 4 साल छोटी हैं। धीरुभाई अंबानी की बहू नीता अंबानी को देश में ही नहीं विदेशों ंमें भी लोग खूब जानते हैं लेकिन उनकी बहन ममता दलाल की बात करें तो वो इन सब तरह की लाइमलाइट से बेहद दूर रहना ही पसंद करती हैं। खूबसूरती की बात करें तो जब से सोशल मीडिया पर ममता दलाल की फोटो शेयर हुई है उनकी खूबसूरती को नीता अंबानी से कम्पेयर किया जा रहा है।
नीता अंबानी की बहन ममता दलाल टीचर हैं
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि नीता अंबानी से भी खूबसूरत उनकी बहन ममता दलाल है। ममता दलाल का नाम तो आपने जान लिया उनकी तस्वीर भी आपने देख ली लेकिन क्या आप जानती हैं कि ममता दलाल क्या करती हैं। अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं। नीता अंबानी की बहन उन्ही के स्कूल में टीचर हैं।
इन बॉलीवुड सेलिब्रिटी के बच्चों को पढ़ा चुकी हैं ममता दलाल
धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल में ममता दलाल सिर्फ टीचर ही नहीं है बल्कि वो स्कूल एशिया में सबसे अच्छा दलाल का एडमिन डिपार्टमेंट भी देखती हैं। इतना ही नहीं देश के सबसे बड़े क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर और शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान को भी ममता दलाल पढ़ा चुकी हैं। इसके अलावा वो ऐश्वर्या, रवीना टंडन, ऋतिक रोशन और चंकी पांडे के बच्चों को भी पढ़ा चुकी हैं।