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डिपाजिट बोनस

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बैंक ऑफ‍ बड़ौदा, SBI व HDFC कस्‍टमर्स की बल्‍ले-बल्‍ले, इस बड़े बदलाव से ग्राहकों को होगा फायदा

Bank of Baroda FD Rates : अगर आपका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा ( Bank of Baroda), एसबीआई या एचडीएफसी बैंक में है तो यह खबर आपके ल‍िए है. सार्वजन‍िक क्षेत्र के अग्रणी बैंक ऑफ बड़ौदा ने फ‍िक्‍सड ड‍िपाज‍िट पर ब्याज दरों ( interest rates) में बदलाव क‍िया है. सीन‍ियर स‍िटीजन को बैंक पहले से ही 0.50 प्रत‍िशत का अतिरिक्त ब्याज देता है.

2.80 से 5.25 प्रत‍िशत तक ब्‍याज दरें

बैंक ऑफ बड़ौदा ( Bank of Baroda) ने 25 फरवरी से फ‍िक्‍स ड‍िपाज‍िट ( Fixed Deposit) पर ब्याज दर में बदलाव क‍िया है. इस चेंज के बाद BoB की नई एफडी ब्याज दरें 7 दिन से 10 साल के बीच मैच्योरिटी के लिए 2.80 प्रत‍िशत से 5.25 डिपाजिट बोनस प्रत‍िशत तक हो गई हैं.

1 वर्ष से कम पर 4.4 प्रत‍िशत ब्‍याज

अभी बैंक 7 दिन से 45 दिन में मैच्योर होने वाली FD पर 2.80 फीसदी का ब्याज देता है. बैंक की तरफ से क‍िए गए बदलाव के बाद 46 दिन से 180 दिन की मैच्योरिटी पर 3.7 प्रत‍िशत और 181 से 270 दिन की मैच्योरिटी पर 4.30 प्रत‍िशत का ब्‍याज मिलेगा. 271 दिन से लेकर 1 वर्ष से कम की FD पर ब्याज 4.4 फीसदी है.

अध‍िकतम 5.25 प्रत‍िशत ब्‍याज दर

वहीं , एक साल में मैच्‍योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 5 प्रत‍िशत है. 1 वर्ष से ज्‍यादा और तीन वर्ष तक की एफडी पर ब्याज दर 5.1 प्रत‍िशत है. 3 साल से ऊपर और 5 साल से कम FD पर 5.25 फीसदी ब्याज है. 5 साल से ऊपर और 10 साल तक की FD के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा 5.25 फीसदी ब्याज दे रहा है. इससे पहले एचडीएफसी बैंक और एसबीआई की तरफ से भी एफडी पर म‍िलने वाले ब्‍याज में बदलाव क‍िया गया था. इसका सीधा फायदा नई एफडी कराने वाले लोगों को म‍िल रहा है.

SBI में FD पर म‍िलना वाला ब्‍याज

7 द‍िन से 45 द‍िन तक----- 2.90 %
46 द‍िन से 179 द‍िन तक----- 3.90 %
180 द‍िन से 210 द‍िन तक----- 4.40 %
211 द‍िन से 1 साल से कम के ल‍िए----- 4.40 %
1 साल से अध‍िक और दो साल से कम डिपाजिट बोनस के ल‍िए----- 5.10 %
2 साल से अध‍िक और 3 साल से कम के ल‍िए----- 5.20 %
3 साल से अध‍िक और 5 साल से कम के ल‍िए----- 5.45 %
5 साल से 10 साल तक के ल‍िए----- 5.50 %

HDFC में FD पर म‍िलना वाला ब्‍याज

7 से 14 द‍िन तक----- 2.50 %
15 से 29 द‍िन तक----- 2.50 %
30 से 45 द‍िन तक----- 3.00 %
46 द‍िन से 60 द‍िन तक----- 3.00 %
61 द‍िन से 90 द‍िन तक----- 3.00 %
91 द‍िन से 6 महीने तक----- 3.50 %
6 महीना 1 द‍िन से 9 महीने तक---- 4.40%
9 महीना 1 द‍िन से 1 साल से कम के ल‍िए---- 4.40%
1 साल तक के ल‍िए---- 5.00%
1 साल 1 द‍िन से 2 साल तक के ल‍िए---- 5.00%
2 साल 1 द‍िन से 3 साल तक के ल‍िए---- 5.20%
3 साल 1 द‍िन से 5 साल तक के ल‍िए---- 5.45%
5 साल 1 द‍िन से 10 साल तक के ल‍िए----- 5.60 %

यहाँ आप पायेंगे

बैंक द्वारा समस्त अमानतदारो के जमाराशि का बीमा रु. पांच लाख तक रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के डिपाजिट इन्श्योरेंस एवं क्रेडिट गारंटी कार्पोरेशन निगम, मुंबई द्वारा कराया गया है जिसके प्रीमियम का भुगतान अग्रिम किश्त 31 मार्च 2021 तक अदा कर दिया है |

दो सौ लोगों के 80 लाख लेकर बीमा कंपनी फरार

Two hundred and 80 million people fled the insurance company

रैदोपुर मुहल्ले में चल रही एक बीमा कंपनी करीब दो सौ लोगों के 80 लाख रुपये लेकर फरार हो गई। इस मामले में पीडि़त अधिवक्ता ने मंगलवार की शाम कोतवाली में कंपनी के संस्थापक के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले की जांच एसआई दीनानाथ पांडेय को सौंपी गई है।

मेहनगर क्षेत्र के टोडरपुर निवासी रणधीर यादव दीवानी न्यायालय में वकालत करते हैं। उनके मुताबिक वर्ष 2011 में रैदोपुर में किराये के कमरे में डीएससी नामक कंपनी का कार्यालय खुला। कंपनी के संस्थापक ने खुद का नाम चंद्र बिलास श्रीवास्तव बताया। उसने अपना पता सुल्तानपुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के मिश्रपुर गांव बताया।

2011 से लेकर अब तक कंपनी के एजेंट लोगों से फिक्स डिपाजिट और आरडी खुलवाने लगे। कंपनी ने जिले के करीब 200 लोगों का खाता खोला और करीब 80 लाख रुपये जमा होने के बाद अचानक उसके एजेंट गायब हो गए। रैदोपुर स्थित आफिस में जाने पर वहां ताला लटका मिला। काफी तलाशने के बावजूद कंपनी के संस्थापक और कर्मचारियों का कुछ पता नहीं चला। थक-हारकर मुझे कोतवाली में तहरीर देनी पड़ी।

रणधीर यादव ने बताया कि कंपनी उनका पौने सात लाख रुपये हड़प ले गई। इस बारे में शहर कोतवाल राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि अधिवक्ता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच एसआई दीनानाथ पांडेय को सौंपी गई है।

अधिवक्ता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने शिकायती पत्र के साथ जो प्रमाण पत्र पुलिस को सौंपे हैं, हम उसकी जांच कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ है तो डीआईजी से एप्रूवल लेने के बाद संबंधित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को भेजा जाएगा।- आकाश कुलहरि, एसपी

रैदोपुर मुहल्ले में चल रही एक बीमा कंपनी करीब दो सौ लोगों के 80 लाख रुपये लेकर फरार हो गई। इस मामले में पीडि़त अधिवक्ता ने मंगलवार की शाम कोतवाली में कंपनी के संस्थापक के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले की जांच एसआई दीनानाथ पांडेय को सौंपी गई है।

मेहनगर क्षेत्र के टोडरपुर निवासी रणधीर यादव दीवानी न्यायालय में वकालत करते हैं। उनके मुताबिक वर्ष 2011 में रैदोपुर में किराये के कमरे में डीएससी नामक कंपनी का कार्यालय खुला। कंपनी के संस्थापक ने खुद का नाम चंद्र बिलास श्रीवास्तव बताया। उसने अपना पता सुल्तानपुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के मिश्रपुर गांव बताया।

2011 से लेकर अब तक कंपनी के एजेंट लोगों से फिक्स डिपाजिट और आरडी खुलवाने लगे। कंपनी ने जिले के करीब 200 लोगों का खाता खोला और करीब 80 लाख रुपये जमा होने के बाद अचानक उसके एजेंट गायब हो गए। रैदोपुर स्थित आफिस में जाने पर वहां ताला लटका मिला। काफी तलाशने के बावजूद कंपनी के संस्थापक और कर्मचारियों का कुछ पता नहीं चला। थक-हारकर मुझे कोतवाली में तहरीर देनी पड़ी।

रणधीर यादव ने बताया कि कंपनी उनका पौने सात लाख रुपये हड़प ले गई। इस बारे में शहर कोतवाल राजीव प्रताप सिंह ने बताया कि अधिवक्ता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच एसआई दीनानाथ पांडेय को सौंपी गई है।


अधिवक्ता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने शिकायती पत्र के साथ जो प्रमाण पत्र पुलिस को सौंपे हैं, हम उसकी जांच कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ है तो डीआईजी से एप्रूवल लेने के बाद संबंधित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को भेजा जाएगा।- आकाश कुलहरि, एसपी

Bima Bachat Plan LIC : मनी-बैक सुविधा के साथ आता है यह प्लान, जानिए क्या क्या है फायदे

Bima Bachat Plan LIC : अधिकांश व्यक्ति घर पर जमा करने के बजाय अपना पैसा निवेश ( Invesmtent ) करना पसंद करते हैं ! तो, निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका एक बीमा योजना लेना है जो बहुत सारे लाभ देता है ! इसलिए, आप भारतीय जीवन बीमा निगम ( Life Insurance Corporation of India ) द्वारा शुरू की गयी न्यू बीमा बचत योजना ( Bima Bachat Yojana ) पर विचार कर सकते हैं ! जो आपके भविष्य के लिए बहुत सारा धन जमा करने में आपकी मदद करेगी ! एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी ( LIC Bima Bachat Policy ) लोन की सुविधा भी देती है !

Bima Bachat Plan LIC

Bima Bachat Plan LIC

Bima Bachat Plan LIC

बीमा बचत पॉलिसी आपको लॉयल्टी एडीशन्स मिलेंगे जो आपके सम एश्योर्ड को बढ़ाएंगे ! दूसरी ओर, आपको इस बीमा योजना में मृत्यु लाभ और परिपक्वता लाभ भी मिलेगा ! भारतीय जीवन बीमा निगम की एलआईसी बीमा बचत योजना ( LIC Bima Bachat Yojana ) सिंगल प्रीमियम मनी बैक योजना एक गैर यूनिट-लिंक्ड बीमा पारंपरिक योजना है ! जहां एक निश्चित राशि का भुगतान पूर्व-निर्धारित अंतराल के रूप में किया जाता है !

बीमा बचत योजना की मुख्य विशेषताएं

यह एक सिंगल प्रीमियम प्लान है जहां आपको केवल एक बार प्रीमियम का भुगतान करना होगा ! एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी ( LIC Bima Bachat Policy ) में प्रवेश की न्यूनतम आयु 15 वर्ष है ! आपके पास पॉलिसी अवधि और बीमा राशि चुनने का लचीलापन है ! सम एश्योर्ड की कोई अधिकतम सीमा नहीं है ! आप इस बीमा बचत योजना ( Bima Bachat Plan ) में राइडर्स जोड़ सकते हैं ! बीमित व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में नामांकित व्यक्ति को मृत्यु लाभ मिलेगा ! भारतीय जीवन बीमा निगम ( Life Insurance Corporation of India ) इस पॉलिसी पर लोन ( Loan ) की सुविधा भी प्रदान करता हैं !

एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी के लाभ

यहां बीमा बचत योजना के लाभ दिए गए हैं जो आपकी बचत को बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे ! आपको केवल एक प्रीमियम का भुगतान करना होगा और एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी ( LIC Bima Bachat Policy ) अवधि के दौरान आपकी बचत बढ़ेगी !

पहले 5 वर्षों के दौरान बीमाधारक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में, नामांकित व्यक्ति मृत्यु लाभ डिपाजिट बोनस प्राप्त करने का हकदार है जिसमें मृत्यु पर बीमा राशि शामिल होगी ! भारतीय जीवन बीमा निगम 9 साल की पॉलिसी अवधि इस में तीसरे पॉलिसी वर्ष और छठे पॉलिसी वर्ष के अंत में मूल बीमा राशि का 15% दिया जाएगा !

यदि एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी ( LIC Bima Bachat Policy ) अवधि के 5 वर्षों के बाद बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को मृत्यु पर बीमा राशि औलॉयल्टी एडीशन प्राप्त होगा ! भारतीय जीवन बीमा निगम ( Life Insurance Corporation of India ) 12 साल की पॉलिसी अवधि में तीसरे, छठे और नौवें पॉलिसी वर्ष के अंत में मूल बीमा राशि का 15% देता है ! और 15 साल की बीमा बचत योजनाअवधि में तीसरे, छठे, नौवें और 12वें पॉलिसी वर्ष के अंत में मूल बीमा राशि का 15% दिया जाएगा !

पॉलिसी पर ऋण

यदि आप बीमा बचत पॉलिसी (LIC Bima Bachat Policy ) को सरेंडर नहीं करना चाहते हैं ! और फिर भी कुछ धनराशि की आवश्यकता है ! तो आप भारतीय जीवन बीमा निगम ( Life Insurance Corporation of India ) से पॉलिसी के विरुद्ध ऋण ले सकते हैं ! लेकिन आपको एलआईसी बीमा बचत योजना ( LIC Bima Bachat Plan ) के खिलाफ समर्पण मूल्य के 60% तक ही ऋण लेने की अनुमति है ! और कंपनी ऋण स्वीकृत होने की तारीख से ऋण राशि पर ब्याज वसूलना शुरू कर देगी !

किश्तों में मृत्यु लाभ लेने का विकल्प

भारतीय जीवन बीमा निगम कंपनी आपको एलआईसी न्यू बीमा बचत योजना ( LIC New Bima Bachat Policy ) के तहत किश्तों में मृत्यु लाभ लेने की अनुमति देती है ! आप 5, 10 और 15 साल के लिए किश्तों में मृत्यु लाभ ले सकते हैं ! यहां विभिन्न भुगतान विधियों के लिए अलग-अलग न्यूनतम राशियां दी गई हैं !

  • मासिक – INR 5,000
  • त्रैमासिक – INR 15,000
  • अर्धवार्षिक – INR 25,000
  • वार्षिक – INR 50,000

Bima Bachat Plan LIC मे फ्री-लुक पीरियड

यदि आपको यह बीमा बचत योजना ( Bima Bachat Yojana ) पसंद नहीं आती है ! तो भारतीय जीवन बीमा निगम ( Life Insurance Corporation of India ) आपको पॉलिसी वापस करने के लिए 15 दिनों का समय देता है ! इसे फ्री लुक पीरियड के नाम से जाना जाता है ! यदि आपने ऑनलाइन प्लान खरीदा है तो आपको 30 दिनों की फ्री-लुक अवधि मिलेगी ! एलआईसी बीमा बचत पॉलिसी ( LIC Bima Bachat Policy ) में मैच्योरिटी पर रिटर्न की दर बहुत महत्वपूर्ण नहीं है ! मुख्य लाभ प्रीमियम भुगतान के 10 गुना तक का जीवन कवर है ! जो पूरी पॉलिसी अवधि के लिए बिना चूक के किसी भी अवसर के लिए बरकरार रहेगा !

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