किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना

म्यूचुअल फंड के जोखिम का मापन
DII और FII की बिकवाली एक साथ रही जारी, तो बाजार में दिख सकती है और गिरावट - कमल मनोचा
बाजार अब उसी स्थिति में और गिर सकता है जब एफआईआई और डीआईआई दोनों एक साथ बिकवाली शुरु कर दें लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं नजर आ रही है.
इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी के तौर पर 15 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले PMS AIF World के फाउंडर कमल मनोचा ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कहा कि वैल्यूएशन के नजरिए से बाजार में गिरावट की काफी कम संभावना नजर आ रही है। बाजार अब उसी स्थिति में और गिर सकता है जब एफआईआई और डीआईआई दोनों एक साथ बिकवाली शुरु कर दें लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं नजर आ रही है।
उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि किसी करेक्शन का मतलब है कि बाजार इनकरेक्ट लेवल से करेक्ट लेवल की तरफ मूव कर रहा है। ऐसे में निवेशकों को बाजार के करेक्शन को लेकर बहुत ज्यादा डरने की जरुरत नहीं है। इसके साथ ही उनको बहुत लालच में भरकर इस गिरावट में अंधाधुंध खरीदारी भी नहीं करनी चाहिए। और 2022 की इस गिरावट का सतर्कता और उम्मीद के साथ स्वागत करना चाहिए और इस गिरावट में निवेश के सही मौके खोजनें चाहिए।
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बाजार की आगे की चाल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाजार के लिए बढ़ती महंगाई चिंता का विषय है। महंगाई लोगों की खरीद क्षमता को प्रभावित करती है। महंगाई का सबसे बुरा असर असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिकोंऔर फिक्स्ड आय वाले लोगों पर पड़ता है। किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना क्योंकि इन लोगों की आय तो जस की तस रहती है लेकिन महंगाई बढ़ने के कारण खर्च बढ़ जाता है।
ऐसे में बढ़ती महंगाई के इस दौर में कंज्यूमर सेक्टर पर नेगेटिव असर पड़ेगा। इसके अलावा महंगाई उन सेक्टरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है जहां अंतिम उत्पाद के बनने में समय लगता है और इस लंबे समय में एक बड़ी इन्वेंटरी बन जाती है। उदाहरण के तौर पर कंस्ट्रक्शन के तौर पर लिया जा सकता है जिसमें घरों के बनने में तो समय लगता है लेकिन इस अवधि की दौरान कच्चे माल की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी से इनके मार्जिन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। ऐसे में फिलहाल अभी के लिए इन सेक्टरों से दूर रहने की सलाह होगी। निवेशकों को यह भी सलाह होगी कि वह किसी एक या दो सेक्टर पर फोकस ना करके मल्टी सेक्टर एप्रोच अपनाएं। अच्छे कारोबारी ढ़ांचे वाली कंपनियों पर फोकस करें।
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं
शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम हो जाती है। ऐसे में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।
खुद निर्णय न लें
एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।
म्युचुअल फंड में निवेश के जोखिम
किसी भी व्यक्तिगत संपत्ति में निवेश करने की तुलना में म्यूचुअल फंड में निवेश करना कम जोखिम भरा माना जाता है। लोग आम तौर पर दुर्भाग्य से म्यूचुअल फंड में निवेश के जोखिमों को पूरी तरह से अनदेखा करते हैं, और इसे जोखिम-मुक्त निवेश के रूप में लेना शुरू करते हैं जो बेहद खतरनाक हो सकता है।
हर निवेशक को किसी भी परिसंपत्ति में निवेश करने से पहले जोखिम का पता होना चाहिए। इस लेख में, हम म्यूचुअल फंड में शामिल कुछ जोखिमों के बारे में चर्चा करेंगे।
डेब्ट म्युचुअल फंड जोखिम
डेब्ट म्यूचुअल फंड निवेश एक निश्चित आय वाला साधन होता है। वे निवेशक के लिए नियमित आय उत्पन्न करते हैं और अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंडों की तुलना में आमतौर पर सुरक्षित माने जाते हैं। एकमुश्त (या एसआईपी) राशि इस परिसंपत्ति वर्ग में जमा की जाती है और यह क्वाटर्ली, छमाही या वार्षिक आधार पर निवेशक के जमा राशि पर ब्याज का भुगतान करती है। डेट फंड आमतौर पर कॉरपोरेट बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, कमर्शियल पेपर, ट्रेजरी बिल, आदि में अपना कोष निवेश करते हैं।
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
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महज 40 हजार के निवेश पर बनाया करोड़पति
एचडीएफसी बैंक के शेयर 1 जनवरी 1999 को 5.52 रुपये के भाव पर थे जो 23 साल में 25802 फीसदी की उछाल के साथ 1429.80 रुपये पर पहुंच गया। इसका मतलब हुआ कि अगर उस समय किसी निवेशक ने इसके 40 हजार रुपये के शेयर खरीदे होते तो वह आज 1.03 करोड़ रुपये बन जाता।
अब आगे क्या है तेजी के आसार?
एचडीएफसी बैंक के शेयर इस साल 5.91 फीसदी टूटे हैं लेकिन इंस्टीट्यूशनल ब्रोकरेज और निवेश समूह सीएलएसए ने इसमें निवेश की सलाह दी है। CLSA ने एचडीएफसी बैंक को 2025 रुपये के टारगेट प्राइस खरीदारी की रेटिंग दी है। सीएलएसए की रिपोर्ट में बैंक के मैनेजमेंट का हवाला दिया गया है। मैनेजमेंट ने हाइलाइट किया है कि मैक्रो पॉजिटिव हैं। इसमें मजबूत किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना रिटेल ग्रोथ की गति जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि मैनेजमेंट किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना ने यह भी स्वीकार किया कि विलय के लिए देनदारी प्रमुख चुनौती है। बैंक का मुख्य फोकस फिलहाल कोर डिपॉजिट की हिस्सेदारी बढ़ाने पर है।