फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी

Cryptocurrency : क्रिप्टो में निवेश करें या स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे विकल्प ही बेहतर होंगे?
Cryptocurrency Investment : स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे कई पारंपरिक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी भारत में भी निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है. लेकिन हम एक बार नजर डालते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी, पहले से मौजूद ट्रेडिशनल ऑप्शन्स से कितनी अलग है.
Cryptocurrency और निवेश के ट्रेडिशनल टूल्स में हैं कई फर्क और नफे-नुकसान. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
भारत में जब निवेश की बात आती है तो निवेशक ऐसे विकल्प चुनना चाहते हैं, जहां उन्हें एक निश्चित अवधि में कम रिस्क के साथ ज्यादा रिटर्न मिल जाए. स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे कई पारंपरिक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी भारत (Cryptocurrency in India) में भी निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है. भविष्य में क्रिप्टोकरेंसी की अहमियत को बढ़ता देखकर यहां इसकी स्टोर वैल्यू के लिए निवेश बढ़ रहा है. रिजर्व बैंक (RBI) ने 2018 में डिजिटल करेंसी फ्रॉड के डर से सभी बैंकों पर क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन करने पर बैन लगा दिया था. हालांकि, 2020 के मार्च महीने में सुप्रीम कोर्ट ने इस बैन को निरस्त कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के इस रुख के बाद से भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बड़ा बाजार तैयार किया है. लेकिन हम एक बार नजर डालते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी, पहले से मौजूद ट्रेडिशनल ऑप्शन्स से कितनी अलग है.
क्रिप्टोकरेंसी vs स्टॉक
यह भी पढ़ें
क्रिप्टोकरेंसी और स्टॉक मार्केट में क्या फर्क है, इससे शुरू करते हैं. दोनों ही बाजार में अच्छे-बुरे दिन देखने को मिलते हैं. हालांकि, स्टॉक मार्केट का इतिहास लंबा है, इससे निवेशकों को आगे का रुख फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी तय करने में मदद मिलती है, वो ट्रेंड्स और प्रिडिक्शन के लिए इन आंकड़ों की मदद लेते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी का बाजार अभी काफी नया है. यहां उतने आंकड़ों का सहारा नहीं होता. स्टॉक मार्केट में कई तरह के रिस्क होते हैं, बिजनेस, फाइनेंशियल, बाजार में वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता, सरकार का नियंत्रण और नियमन वगैरह जैसी चीजें हैं, जो इस बाजार को प्रभावित करती फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी का इकोसिस्टम डिसेंट्रलाइज्ड है, यानी अधिकतर करेंसी को कोई सरकार या कोई समूह या संस्था कंट्रोल नहीं करती है.
क्रिप्टोकरेंसी vs बॉन्ड्स
बॉन्ड्स भी निवेश का एक माध्यम होते हैं. ये फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंफॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी सी एक तरह से किसी कंपनी या सरकार की ओर से किसी निवेशक से लिए जाने वाले लोन की तरह होते हैं. यानी कि जब कोई निवेशक किसी कंपनी से या सरकार से कोई बॉन्ड खरीदता है तो वो कंपनी या सरकार उसके कर्ज में आ जाती है. जब तक वो कंपनी या सरकार उस निवेशक का लोन नहीं चुकाती है, तब तक उसे इसपर ब्याज मिलता रहता है. बॉन्ड के साथ रिस्क वाली बात यह है कि अगर कंपनी दिवालिया हो जाती है तो एक तो उसे ब्याज मिलना बंद हो जाएगा, दूसरा उसका मूलधन भी डूब जाएगा.
क्रिप्टोकरेंसी vs फॉरेक्स
फॉरेक्स या फॉरेन एक्सचेंज, में निवेशक विदेशी करेंसीज़ में निवेश करते हैं. क्रिप्टोकरेंसी दुनिया भर में कई जगहों पर पेमेंट के तौर पर स्वीकार की जाने वाली करेंसी है और फॉरेक्स में निवेशक भी ग्लोबल बाजार से डील करते हैं. लेकिन जो बड़ा फैक्टर है वो अलग-अलग देशों की आर्थिक स्थिति. निवेशकों को किसी भी फॉरेन करेंसी से अच्छा फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी रिटर्न मिलने की संभावना तभी होती है, जब उस देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही हो, इसी आधार पर यह देखा जा सकता है कि उन्हें कितना लाभ हो रहा है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के मुकाबले यह माध्यम थोड़ा रिस्की है.
क्रिप्टोकरेंसी vs सोना-चांदी
सोना-चांदी खरीदना हमारे देश की पसंद के अलावा एक परंपरा भी रही है. आज के वक्त में लोग इन बहुमूल्य धातुओं में विशेषतौर पर आभूषण वगैरह खरीदने के लिए लिहाज से निवेश करते हैं. ऐसे में इनकी कीमत तय करने में मार्केट सेंटिमेंट यानी बाजार की धारणा सबसे बड़ी भूमिका निभाता है. अगर फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी रिस्क की बात करें तो इनमें जो निगेटिव पॉइंट है वो है- पोर्टेबिलिटी, इंपोर्ट टैक्स और इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी के साथ ऐसा कुछ नहीं है. ये डिजिटल करेंसी है, न इसे कहीं से लाना-ले जाना है, न ही आपको इसपर कोई इंपोर्ट टैक्स देना है. इसकी सिक्योरिटी भी डिजिलाइज्ड है, ऐसे में इन कारणों से क्रिप्टो, मेटल्स के मुकाबले ज्यादा आसान निवेश माध्यम है.
क्रिप्टोकरेंसी vs फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट तब सही होते हैं, जब आपको कोई लॉन्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करना हो. इसमें आपको रिटर्न के लिए मैच्योरिटी तक इंतजार करना पड़ता है. अगर आप रिटर्न के लिए लंबा इंतजार नहीं करना चाहते या एफडी का विकल्प छोड़ रहे हैं तो आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं. यहां बाजार में तेजी-से उतार-चढ़ाव आता है और आप तेजी से फैसले ले सकते हैं. यहां बाजार के गिरने पर आप अपना पैसा निकाल सकते हैं. लेकिन एक बात जो जाननी चाहिए वो ये कि एफडी को माइन करने या जेनरेट करने के लिए किसी को अलग से कुछ नहीं करना पड़ता. बस एफडी बनवाई और मैच्योरिटी तक भूल गए. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को सर्कुलेशन में लाने के लिए माइनिंग की जाती है. निवेशकों को इनपर अपना वक्त देना होता है क्योंकि बाजार में काफी अनिश्चितता होती है.
निवेश के ट्रेडिशनल टूल्स में लोग सहज महसूस कर सकते हैं क्योंकि इनकी आदत हैं. वहीं क्रिप्टोकरेंसी का बाजार नया है और इसके अपने अलग फायदे और नुकसान हैं, ऐसे में आपको समझदारी से अपना चुनाव करना चाहिए.
WATCH VIDEO : कॉफी एंड क्रिप्टो : क्रिप्टोकरेंसी में अच्छा क्या है? किस में कर सकते हैं ट्रेडिंग?
कैसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू करें: नौसिखियों के लिए एक गाइड
जैसे-जैसे क्रिप्टोकरेंसी निवेश तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, आप सोच रहे होंगे कि क्रिप्टो में निवेश कहां से और कैसे शुरू किया जाए और क्या यह एक अच्छा विचार भी होगा। यह गाइड आपको इस बारे में शिक्षित करेगा कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे शुरू किया जाए और फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी यह कैसे काम करता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी (क्रिप्टो) एक डिजिटल असेट है जिसे सरकार या बैंक जैसे केंद्रीय मौद्रिक प्राधिकरण का उपयोग किए बिना आदान-प्रदान किया जा सकता है। दूसरी ओर, फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोग्राफ़िक प्रक्रियाओं का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी बनाई जाती है जो उपयोगकर्ताओं को उन्हें सुरक्षित रूप से खरीदने, बेचने और ट्रेड करने में सक्षम बनाती है।
क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जो इस बात पर नज़र रखता है कि असेट का मालिक कौन है और लेनदेन का छेड़छाड़-रहित रिकॉर्ड रखता है।
क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग के तरीकों के आधार पर इसकी एकल इकाइयों को टोकन या कॉइन के रूप में संदर्भित किया जाता है। कुछ का उपयोग वस्तुओं और सेवाओं के ट्रेड इकाइयों के रूप में किया जाता है, जबकि अन्य का उपयोग मूल्य (वैल्यू) के संचय के रूप में होता है, और फिर कुछ का उपयोग विशिष्ट सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम जैसे गेम और वित्तीय उत्पादों में सहभागिता के लिए किया जा सकता है। Bitcoin, Ethereum, Litecoin और Ripple कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी हैं।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?
ब्लॉकचेन लेज़र (खाता-बही) तकनीक का उपयोग क्रिप्टोकरेंसी में अंतर्निहित बुनियादी तकनीकों में से एक है। ये सार्वजनिक डेटाबेस लेन-देन का अभिलेख रखते हैं और मौजूदा चेन (श्रृंखला) में ताजा डेटा (एक ब्लॉक) जोड़े जाने के बाद इन्हें बदला नहीं जा सकता है। यह पारदर्शिता और स्थायित्व सुनिश्चित करता है कि क्रिप्टोकरेंसी डुप्लिकेट नहीं है, दो बार खर्च नहीं किया गया है, या हेरफेर नहीं किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के अपने विशिष्ट ब्लॉकचेन हो सकते हैं। Bitcoin, Ethereum और Binance विभिन्न ब्लॉकचेन युक्त क्रिप्टोकरेंसी के उदाहरण हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक विकेन्द्रीकृत विधि से काम करती है जिसमें दुनिया भर के लोग और व्यवसाय मौद्रिक पारितोषिक के एवज़ में ब्लॉकचेन संचालन में सहायता के लिए अपने कंप्यूटर का उपयोग करते हैं। चूंकि डेटाबेस और कंप्यूटर क्षमता अनेक जगह फैली होती है, इसलिए जो कुछ भी होता है, उस पर किसी का नियंत्रण नहीं होता है, जैसे कि कोई संस्था या सरकार।
नौसिखिए लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे करें
जब क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की बात आती है, तो कई विकल्प उपलब्ध हैं। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू करने के लिए, सर्वप्रथम इस विषय की पूरी समझ होनी ज़रूरी है। जोखिम और कानून को समझना भी महत्वपूर्ण है जो किसी के अधिकार क्षेत्र के आधार पर उसके निर्णय को प्रभावित कर सकता है।
कैसे क्रिप्टो में निवेश शुरू करें
- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर साइन अप करें। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए, आपको क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में एक खाता खोलना होगा। एक क्रिप्टो ब्रोकरेज के साथ एक खाता खोलने के लिए, आपको अपना पता, जन्म तिथि, आधिकारिक राज्य द्वारा जारी पहचान, और ईमेल पता, साथ ही अन्य अपने ग्राहक को जानिए (KYC) आवश्यकताओं जैसी व्यक्तिगत पहचान की जानकारी प्रदान करने की आवश्यकता होगी।
- अपने खाते में फंड डालें। एक बार एक्सचेंज के साथ साइन अप करने के बाद, आपको अपने बैंक खाते को जोड़कर अपने खाते में धनराशि जमा करनी होगी। अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी ब्रोकर या एक्सचेंज डेबिट कार्ड और वायर भुगतान स्वीकार करते हैं।
- क्रिप्टो टोकन या टोकन चुनें जो आपके पोर्टफोलियो के अनुरूप हो। क्रिप्टो बाजार में, कई विकल्प उपलब्ध हैं। हालाँकि, आपको यह समझना होगा कि क्रिप्टो आपके अन्य निवेशों के साथ कैसे अनुकूल हैं।
- ऑर्डर देना। ऑर्डर देने के लिए आप अपने ब्रोकर या एक्सचेंज के वेब या मोबाइल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदना चाहते हैं, तो "खरीदें" पर जाएं, ऑर्डर प्रकार का चयन करें, जितने कॉइन आप प्राप्त करना चाहते हैं, दर्ज करें और ऑर्डर की पुष्टि करें। "बिक्री" करने के ऑर्डर इसी प्रक्रिया के अनुरूप होते हैं।
- अपनी क्रिप्टोकरेंसी को वॉलेट में स्टोर करें: एक बार जब आप क्रिप्टोकरेंसी की एक यूनिट हासिल कर लेते हैं, तो इसे एक्सचेंज या ब्रोकर प्लेटफॉर्म पर खाते के लिए साइन अप करने पर प्राप्त वॉलेट में जोड़ दिया जाएगा। वॉलेट आपके सभी क्रिप्टोकरेंसी कोड स्टोर करेगा।
सॉफ्टवेयर वॉलेट और हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के दो रूप हैं। सॉफ्टवेयर वॉलेट एक प्रोग्राम है जो आपकी क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करता है, जबकि हार्डवेयर वॉलेट एक भौतिक डिवाइस है जो क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करता है। दोनों सुरक्षित हैं, लेकिन हार्डवेयर वॉलेट सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं क्योंकि वे इंटरनेट से जुड़े नहीं होते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले जानने योग्य बातें
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले, आपको कुछ अतिरिक्त बातें जाननी ज़रूरी है जैसे:
- कैपिटल गेन (पूँजी लाभ) टैक्स। कई देशों में, टैक्स के लिए फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी को स्टॉक या अचल संपत्ति के समान एक असेट के रूप में माना जाता है। यदि आप क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री से मुनाफा कमाते हैं, तो आपको लाभ पर कैपिटल गेन टैक्स का भुगतान करना होगा। अपने साल के बजट की योजना बनाते समय और टैक्स की तैयारी करते समय इस बात को ध्यान में रखें।
- अल्पकालिक (शॉर्ट टर्म) निवेश। चूंकि क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसा अस्थिर असेट है, इसलिए कई निवेशक इसे दीर्घकालिक निवेश के बजाय एक अल्पकालिक निवेश के रूप में देखते हैं। भविष्य में क्रिप्टो एक ठोस निवेश बनने की संभावना है, जिसमें दीर्घकालिक धारण से काफी मुनाफा होगा। बहरहाल, यह एक बहुत बड़ा "शायद" है।
- बैकअप के लिए इमरजेंसी फंड (आपातकालीन निधि) रखें। क्रिप्टोकरेंसी बेहद अस्थिर हैं। कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव होता है। अप्रत्याशित लागतों को कवर करने के लिए निवेशकों को असेट में निवेश करने से पहले एक आपातकालीन निधि रखनी होगी। किसी भी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने से पहले, सुनिश्चित करें कि आपके पास आपात स्थिति में पर्याप्त नकदी बाकी है। यदि आपके पास बैकअप नहीं है तो आपको अपने सारे असेट को नुकसान में बेचने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
- कोई भी कार्रवाई करने से पहले, अपना खुद का शोध (डू योर ओन रिसर्च) (DYOR) करें। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू करने से पहले कुछ समय प्रोजेक्ट्स पर शोध करने में बिताएं, यह देखने के लिए कि उनकी क्या व्यवहार्यता है और उनमें कुछ ऐसा है जिससे आप समझ सकें कि इसे निवेश के रूप में आप ले सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कहां करें
100 से अधिक ऑनलाइन ब्रोकर या एक्सचेंज हैं जहां आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकते हैं। वैसे, उनमें से सभी भरोसेमंद नहीं हैं, यही वजह है कि Olymp Trade चुनने के लिए एक बेहतरीन ब्रोकर है। Olymp Trade Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH), Litecoin (LTC), और Basic Alt Index पेश करता है, जो सभी अंतर्निहित असेट के रूप में Olymp Trade पर उपलब्ध हैं। चूँकि Olymp Trade आपको कभी भी क्रिप्टो असेट को धारण नहीं करवाता, परिणामस्वरूप कम जोखिम होता है लेकिन फिर भी आप अस्थिर क्रिप्टो बाजार से मुनाफा कमाने में सक्षम होते हैं।
इसके आलावा, आप Tether (USDT) और BTC दोनों के ज़रिए अपने Olymp Trade (OT) खाते में जमा और निकासी कर सकते हैं, जिससे अतिरिक्त लचक मिलती है और क्रिप्टो के अलावा Stocks, Forex और कमोडिटी जैसे अन्य वृहत बाजारों तक पहुंच हासिल होती है। इन सब सुविधाओं के साथ-साथ आप कई अलग-अलग मुद्राओं में कई ब्रोकर खातों का प्रबंधन करने के तनाव से मुक्त भी होते हैं।
जोखिम चेतावनी: लेख की सामग्री में निवेश की सलाह निहित नहीं है और आप अपनी ट्रेडिंग गतिविधि और/या ट्रेडिंग के परिणामों के लिए पूरी तरह से स्वयं जिम्मेदार हैं।
फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी
एथेरियम मर्ज (Ethereum Merge) क्या है? क्रिप्टो व्यापारियों को एथेरियम मर्ज (Ethereum Merge) के बारे में क्यों पता होना चाहिए?
जोखिम चेतावनी: व्यापार के परिणामस्वरूप आपकी पूरी पूंजी का नुकसान हो सकता है। ट्रेडिंग ओटीसी डेरिवेटिव सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं। कृपया हमारी सेवाओं का उपयोग करने से पहले हमारे कानूनी प्रकटीकरण दस्तावेजों पर विचार करें और सुनिश्चित करें कि आप इसमें शामिल जोखिमों को समझते हैं। आप अंतर्निहित परिसंपत्तियों के स्वामी नहीं हैं या उनमें कोई रुचि नहीं है।
#Bitcoin | फॉरेक्स बाज़ार में बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की दर
जोखिम का खुलासा: विदेशी मुद्रा व्यापार पोर्टल आपको सूचित करता है कि वेबसाइट की सामग्री सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। वेब संसाधन के प्रशासक और प्रबंधन सूचना की सटीकता के लिए वारंट नहीं करते हैं और यह वेबसाइट की सामग्री से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संबंधित किसी भी क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। यह ध्यान में रखना चाहिए कि विदेशी मुद्रा पर व्यापार जोखिम का एक उच्च स्तर वहन करता है। विदेशी मुद्रा बाजार पर व्यापार करने का निर्णय लेने से पहले, आपको सावधानीपूर्वक उन नुकसानों पर विचार करना चाहिए जो आपको ऑनलाइन व्यापार करते समय उकसा सकते हैं। आपको याद रखना चाहिए कि FX.co की आधिकारिक वेबसाइट पर स्टॉक, इंडेक्स, मुद्राएं और वायदा की कीमतें वास्तविक समय के मूल्यों से भिन्न हो सकती हैं। यदि आपने विदेशी मुद्रा पर पैसा कमाना शुरू करने का फैसला किया है, तो पेशेवरों और विपक्षों का वजन होने पर, आप वेब पोर्टल पर चार्ट, वित्तीय साधनों के उद्धरण, ट्रेडिंग सिग्नल और ट्यूटोरियल सहित उपयोगी जानकारी की एक विस्तृत श्रृंखला पा सकते हैं। FX.co.n से प्राप्त जानकारी के साथ अपनी ट्रेडिंग दक्षता में सुधार करें
Cryptocurrency: निवेश, कानून, टैक्स, रिस्क क्या है? HOLD करें या बेचें? जानें मन में चल रहे सभी सवालों के जवाब
Cryptocurrency latest news: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में हल्ला मचा है. कुछ देशों में इसे लीगल टेंडर माना है. वहीं, कहीं पूरी तरह से बैन है. हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां इस पर कोई सफाई नहीं है. अब भारत में इसको लेकर रेगुलेशन तैयार होने हैं.
Cryptocurrency: केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की तैयारी है. खबर के बाद से ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी का भाव गिर गए हैं. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट (Regulation on Cryptocurrency) करने वाला विधेयक पेश करेगी. बिल (Cryptocurrency bill) में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है.
RBI को मिलेगी डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क
क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी (Cryptocurrency technologies) को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है. हालांकि, किने क्रिप्टोकरेंसी में ढील दी जाएगी ये साफ नहीं है. वहीं, बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
क्रिप्टो में अभी तक क्या हुआ?
क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन (Cryptocurrency regulations) के लिए संसद में बिल लाएगी सरकार. बिल में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की चर्चा है. कुछ अपवादों को छोड़कर निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगना तय है. RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करेगा. दूसरे देशों में देखें तो अमेरिका (US), यूरोप समेत कई बड़े देशों में फिलहाल क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं है.
क्रिप्टो को कानूनी दर्जा कहां?
El Salvador, क्यूबा और यूक्रेन में क्रिप्टो के लिए अलग कानून है. दुनिया में केवल El Salvador में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर (Cryptocurrency legal tender) है. IMF ने El Salvador में क्रिप्टो को लीगल करेंसी इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई थी. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी पर चीन, इंडोनेशिया, Egypt में पूरी तरह से बैन है. वियतनाम, रूस, ईरान और तुर्की में क्रिप्टो पर आंशिक रूप से बैन किया गया है.
भारत में क्रिप्टो मार्केट का हाल
- भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है.
- भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है.
- भारत की 7% से ज्यादा जनसंख्या के पास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद.
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश.
- क्रिप्टो में निवेश करने वालों की औसतन उम्र 24 साल.
- 60% क्रिप्टो निवेशक टियर II और टियर III शहरों से हैं.
- भारत में छोटे एक्सचेंज के अलावा 16 एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग होती है.
- 65% लोगों ने पहले इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्रिप्टो में निवेश किया है.
भारत Vs ग्लोबल
दुनियाभर में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या
देश निवेशक
भारत 10 करोड़
अमेरिका 2.74 करोड़
रूस 1.74 करोड़
नाइजीरिया 1.3 करोड़
भारत Vs ग्लोबल
- भारत में 16 एक्सचेंजेज, दुनिया में 308 एक्सचेंज.
- कुल 10 हजार से ज्यादा क्रिप्टो करेंसी.
क्रिप्टो में क्या हुआ?
क्रिप्टो के एक्सचेंज
एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN $1.47 अरब
BITFINEX $1.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़
क्रिप्टो में निवेश पर खर्च
- हर एक्सचेंज पर फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.
क्या है भारत में कानून ?
क्रिप्टो पर कानून
- 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने RBI के प्रतिबंध को हटाया.
- भारत में क्रिप्टो अवैध नहीं.
- बैंक क्रिप्टो खरीदने-बेचने से इनकार नहीं कर सकते.
सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन ?
RBI की चिंता
- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.
सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन?
- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?
- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज बहुत ज्यादा.
किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत
1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?
टैक्स कितना लगेगा?
- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?