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इंट्राडे खराब क्यों है?

इंट्राडे खराब क्यों है?
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बुरे गिरे बीकाजी फूड्स के शेयर भारी बिकवाली के चलते इंट्रा डे में 6% तक टूटे क्लोजिंग पर जाकर संभले

बुरे गिरे बीकाजी फूड्स के शेयर भारी बिकवाली के चलते इंट्रा डे में 6% तक टूटे क्लोजिंग पर जाकर संभले

हाइलाइट्सएनएसई पर बीकाजी फूड्स के शेयर में बल्क डील हुई. गोल्डमैन सैक्स फंड्स- गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो ने 17.4 लाख शेयर खरीदे. बुधवार को बीएसई पर 322.80 रुपये के भाव पर बीकाजी फूड्स के शेयरों की लिस्टिंग हुई थीं. मुंबई. बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल के शेयर शुक्रवार को बुरी तरह गिर गए. 16 नवंबर को कंपनी के स्टॉक 7 फीसदी के प्रीमियम के साथ शेयर बाजार में एनएसई पर 321.15 रुपये और बीएसई पर 322.80 रुपये के भाव लिस्टेड हुए लेकिन आज बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान 6 फीसदी तक टूट गए . 18 नवंबर को बीएसई पर इंट्राडे में बीकाजी फूड्स का शेयर लगभग 6 इंट्राडे खराब क्यों है? फीसदी टूटकर 303.05 रुपये के स्तर पर आ गए. इस गिरावट के साथ शेयर यह अपने 334.70 रुपये के हाई से 9.5 फीसदी कमजोर हो चुका है. आज बीएसई पर बीकाजी फूड्स के शेयर ने लगभग डेढ़ फीसदी की गिरावट के साथ 317 रुपये के भाव इंट्राडे खराब क्यों है? पर क्लोजिंग दी. ये भी पढ़ें- DIIs के दम पर डटा भारत का शेयर बाजार, विदेशी संस्थागत निवेश 10 साल में सबसे कम बल्क डील में 17.4 लाख शेयर के सौदे एनएसई के बल्क डील डेटा के मुताबिक, 16 नवंबर को गोल्डमैन सैक्स फंड्स- गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो ने 324.50 रुपये की इंट्राडे खराब क्यों है? दर से बीकाजी फूड्स के 17.4 लाख शेयर खरीदे थे. हालांकि, सेलर के नाम का खुलासा नहीं किया गया. बीकाजी फूड्स के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और यह इश्यू 26.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इस आईपीओ में सबसे ज्‍यादा बोली क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने लगाई थी. वहीं, रिटेल इंट्राडे खराब क्यों है? निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्‍से में 4.77 गुना बोलियां मिली थीं. क्या है कंपनी का कारोबार? बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल भारत की तीसरी सबसे बड़ी स्‍नैक्‍स कंपनी है और इस बाजार में एक स्थापित नाम है. कंपनी का देशभर में मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है. बीकाजी फूड्स के आईपीओ में सिर्फ ऑफर फॉर सेल (OFS) था. ऑफर फॉर सेल में प्रमोटर और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 2.93 करोड़ शेयर बेचे गए थे. ये भी पढ़ें- आपको भी ललचा रहा शेयर बाजार और करनी है शुरुआत तो सबसे पहले कहां लगाएं पैसा? फाइनेंशियल ईयर 2020-22 के दौरान कंपनी का रेवेन्यू, बढ़ा है. इसके एबिटडा और पीएटी मार्जिन में क्रमशः 8.7 फीसदी और 4.8 फीसदी) की गिरावट रही. नई कैपेसिटी जुड़ने और राजस्थान और बिहार में बन रही नई फैसिलिटीज के साथ कंपनी अगले 3-4 साल तक 20 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू सीएजीआर बनाए रखने को लेकर उत्साहित है. इसके अलावा, कम पूंजी खर्च और 30 फीसदी का ग्रॉस मार्जिन बनाए रखने के लिए कीमत में बढ़ोतरी से मजबूत प्रॉफिटेबिलिटी और कैश फ्लो बना रहने का अनुमान है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें jharkhabar.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट jharkhabar.com हिंदी| Tags: IPO, Multibagger stock, Stock market todayFIRST PUBLISHED : November 18, 2022, 16:42 IST
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed

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