विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण

Prepaid Forex Travel Card
थॉमस कुक के सीमाहीन प्रीपेड मल्टी करेंसी कार्ड स्मार्ट कार्ड के रूप में आपकी विदेशी मुद्रा संबंधी सारी जरूरतों को पूरा करते हैं। यह एक साधारण कार्ड है जो बड़ी आसानी से आपकी जेब में आ जाता है और आपको एक यात्री के रूप में खर्च करने की ताकत देता है। इससे कोई अंतर नहीं होता कि आप किस देश कि यात्रा कर रहे हैं, इस कार्ड कि मदद से आप न केवल अपनी मांसपसंद ख़रीदारी कर सकते हैं बल्कि एटीएम से पैसा भी निकाल सकते हैं। इस कार्ड से ख़रीदारी करते समय आपको बिलकुल अपने घर जैसा आराम से काम कर सकते हैं। फोरेक्स कार्ड कि सुविधाओं में इस कार्ड का आप घर बैठे खरीद सकते हैं और यह आपके घर पर पहुंचाना भी शामिल है। या फिर आप थॉमस कुक कि किसी नजदीकी ब्रांच में जाकर ज़रूरी जानकारी देकर भी यह प्राप्त कर सकते हैं।
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वन करेंसी कार्ड
वन करेंसी कार्ड आपको बढ़ी हुई दर पर मुद्रा कनवर्ज़न चार्ज से सुरक्शित करते हैं। विदेश यात्रा पर जाते समय यदि होटल और फ्लाइट पर अच्छी डील मिल जाती है तो विदेश यात्रा कि लागत कम हो जाती है। इस लागत को आप विदेशी मुद्रा विनिमय पर भी बचा सकते हैं। थॉमस कुक ने मास्टर कार्ड के साथ मिलकर सस्ती दर पर यात्रा करेंसी कार्ड कि व्यवस्था करता है जिससे आपकी यात्रा बिना परेशानी के सम्पन्न हो सकती है। इसके साथ ही यह कार्ड आपको विदेश यात्रा करते समय विभिन्न देशों में जाने पर मुद्रा विनिमय शुल्क से भी बचाव करता है जो सामान्य रूप में 3% से 4% तक हो सकता है। थॉमस कुक का वर्षों का अनुभव विश्व स्तर कि सुविधाएं देने में दक्ष हो गया है। तो बिना देर किए अपनी यात्रा के अनुभव को सुखमय बनाएँ और थॉमस कुक के साथ फोरेक्स कार्ड लेकर अपने आनंद को दुगुना कर दें। विदेश यात्रा को सुखमय बनाने के लिए उपयोगी टिप्स ज़रूर पढ़ें।
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सीमाहीन प्रीपेड कार्ड के लाभ
स्मार्ट
- एक ही कार्ड में नौ करेंसी तक लोड करी जा सकती हैं
- 35.2 लाख व्यावसायिक संस्थानों और 2.2 लाख एटीएम में प्रयोग किए जा सकता है
- एक ट्रिप का बचा हुआ फंड दूसरे ट्रिप में इस्तेमाल करें या विदेश में कैश की कमी होने पर एटीएम से फंड निकाल लें
- पहले से ही करेंसी को लोड करवाने से करेंसी के उतार-चड़ाव से पूरी तरह से अप्रभावित
सुरक्शित:
- चिप और पिन द्वारा सुरक्शित
- आपके बैंक एकाउंट से लिंक नहीं
- कार्ड के खोने या चोरी होने पर मुफ्त रिप्लेस्मेंट
- एसएमएस और ईमेल अलर्ट
सुविधाजनक
- ज़ीरो शुल्क पर बैकअप कार्ड मिल सकता है
- कार्ड के खोने और चोरी होने पर कार्ड की रिप्लेस्मेंट मुफ्त
- भारत में बैलेंस जानने की सुविधा
- ऑल पॉइंट नेटवर्क एटीएम में कोई सरचार्ज नहीं
- 10,000 अमरीकी डॉलर तक बीमा सुविधा
- जेट एयरवेज और ताज इनर सर्किल में लोयल्टी प्रोग्राम को रीडिम करने की सुविधा
- बैलेंस चेक करना, स्टेटमेंट देखना, पिन चेक करना या कार्ड को ब्लॉक करने के लिए कस्टमर पोर्टल की सुविधा
ग्राहक सहायता
- भारत में पूरी तरह समर्पित टोल फ्री नंबर
- 24*7 भौगोलीय ग्राहक सहायता सुविधा
- इमरजेंसी सेवा
आवश्यक डोक्यूमेंट्स
ग्राहक सहायता
करेंसी कार्ड को रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और फेमा नियमन के अनसार ही किया जाना चाहिए। ट्रेवल करेंसी कार्ड का प्रयोग रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और फेमा नियमन के अनसार ही किया जाना चाहिए। कार्ड में विदेशी मुद्रा को भरवाते समय विदेशी मुद्रा प्रबंधन एक्ट 1999 और इस संबंध में आरबीआई के नियमों को ध्यान में रखा जाता है।
करेंसी कार्ड को रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और फेमा नियमन के अनसार ही किया जाना चाहिए। ट्रेवल करेंसी कार्ड का प्रयोग रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और फेमा नियमन के अनसार ही किया जाना चाहिए। कार्ड में विदेशी मुद्रा को भरवाते समय विदेशी मुद्रा प्रबंधन एक्ट 1999 और इस संबंध में आरबीआई के नियमों को ध्यान में रखा जाता है।
संबन्धित पूछे जाने वाले प्रश्न
- फोरेक्स कार्ड क्या है
फोरेक्स कार्ड एक प्रकार का प्रीपेड कार्ड होता है जिसका प्रयोग विदेशी मुद्रा के रूप में भुगतान करने या पैसा निकालने के लिए किया जाता है। आप इस कार्ड का प्रयोग उस डेबिट कार्ड के रूप में भी कर सकते हैं जो आपके एकाउंट से लिंक किया गया है। फोरकेस कार्ड पर ज़ीरो या न्यूनतम शुल्क लिया जा सकता है।
फेमा अधिनियम के अनुसार, सीमाहीन प्रीपेड कार्ड और वन करेंसी कार्ड का उपयोग विदेशी मुद्रा के रूप में पैसा निकालने या भुगतान करने के लिए किया जा सकता है। इस कार्ड को नेपाल, भारत और भूटान में इस्तेमाल किया जा सकता है। इन देशों के अतिरिक्त किसी अन्य देश में वेबसाइट के रजिस्टर्ड होने के कारण आप इस कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
आपको प्रचलित बाज़ार दर और मूल्य पर विदेशी मुद्रा सरलता से प्राप्त हो सकती है। प्रीपेड फोरेक्स कार्ड आपको पहले से लेने पर आसान बाज़ार दर को लॉक करने कि सुविधा देता है।
जी हाँ, प्रीपेड फोरेक्स का एक निश्चित वैध समय होता है। थॉमस कुक सीमाहीन मल्टी करेंसी कार्ड 5 वर्ष के लिए और वन करेंसी कार्ड 3 वर्ष के लिए वैध होता है।
थॉमस कुक में प्रीपेड फोरेक्स कार्ड के लिए कोई वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क नहीं दिया जाता है। लेकिन यदि छह माह तक इस कार्ड से कोई लेन देन करते हैं तो आपको अनएक्टिविटी शुल्क देना हो सकता है।
आप अपनी ज़रूरत के अनुसार एक ही फोरकेस कार्ड को एक से अधिक बार प्रयोग कर सकते हैं। जैसे यदि आपके दूसरे ट्रिप में कुछ विदेशी मुद्रा की कमी हो जाती है तब आप वन करेंसी कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको डॉलर के अतिरिक्त कोई और करेंसी लेकर जानी है तब आप बोर्डर्लेस प्रीपेड कार्ड अगर आपके पास नहीं है तो खरीदना पड़ सकता है।
आप या तो थॉमस कुक शाखा में जा सकते हैं या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। बस 'विदेशी मुद्रा खरीदें' का चयन करें, अपनी वांछित मुद्रा और राशि चुनें। अपने सभी विवरण दर्ज करें और वितरण विकल्प चुनें। भुगतान करें विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण और आप जाने के लिए अच्छे हैं!
थॉमस कुक से विदेशी मुद्रा कार्ड खरीदने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी
• वैध पासपोर्ट
• हवाई टिकट या वीज़ा
• बेसिक ट्रेवल कोटा फॉर्म
• निवास की आज्ञा
• बिजनेस यात्रा की स्थिति में LERMS पत्र
यदि आप अपना विदेशी मुद्रा कार्ड खो देते हैं तो बस निकटतम थॉमस कुक शाखा में जाएं और हम आपको एक नया विदेशी मुद्रा कार्ड प्रदान करेंगे, बिल्कुल मुफ्त। आपका पैसा सुरक्षित रहेगा क्योंकि कार्ड चिप और पिन संरक्षित है।
हाँ तुम कर सकते हो। थॉमस कुक के बॉर्डरलेस प्रीपेड कार्ड के साथ, आप एक विदेशी मुद्रा कार्ड में 8 मुद्राएं लोड कर सकते हैं।
हां, आप किसी भी एटीएम पर अपने विदेशी मुद्रा कार्ड का उपयोग कर सकते हैं जो मास्टर कार्ड स्वीकार करता है।
आप या तो थॉमस कुक की वेबसाइट पर लॉग ऑन कर सकते हैं और पिन बदल सकते हैं या हमारी 24/7 ग्राहक देखभाल सहायता को कॉल कर सकते हैं।
जब आप विदेश में एक मुद्रा कार्ड का उपयोग करते हैं, तो कुछ व्यापारी आपको स्थानीय मुद्रा में बिलिंग के मुकाबले भारतीय रुपये में बिलिंग का विकल्प दे सकते हैं। जिस देश में आप यात्रा कर रहे हैं उससे भिन्न मुद्रा में बिलिंग की यह अवधारणा को डायनामिक मुद्रा रूपांतरण (डीसीसी) कहा जाता है।
थॉमस कुक के कार्ड के साथ आपको थॉमस कुक के ऑल प्वाइंट नेटवर्क (एपीएन) एटीएम में किसी लेनदेन शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। आपसे एटीएम के बैंक द्वारा लेनदेन शुल्क लिया जाएगा यदि आप एटीएम से वापस निकलें जो थॉमस कुक के एपीएन में नहीं है। व्यापारी प्रतिष्ठानों पर, यदि आप अपने देश की मुद्रा के अलावा किसी अन्य मुद्रा में भुगतान कर रहे हैं तो आपसे मुद्रा रूपांतरण शुल्क लिया जाएगा।
श्रीलंका संकट: दवाओं की कमी से बन रहे हैं मेडिकल इमरजेंसी के हालात, विदेशी मुद्रा की कमी की इसकी बड़ी वजह
श्रीलंका में खाद्य पदार्थों, ईंधन और दूसरी जरूरी चीजों की कमी की खबरें इस समय दुनिया भर के मीडिया में छाई हुई हैं। इस बीच दवाओं की कमी की खबर ने चिंता और बढ़ा दी है।
श्रीलंका का आर्थिक संकट अब जानलेवा बनने के मुकाम पर पहुंच गया है। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी हो गई है। अस्पतालों के मुताबिक उन्हें उन उपकरणों की भी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिनकी आपातकालीन इलाज में जरूरत पड़ती है। इस अभाव का सीधा कारण देश में विदेशी मुद्रा की कमी है। इस कारण दवाओं और जरूरी उपकरणों का आयात नहीं पा रहा है।
श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को कर्ज डिफॉल्ट करने का फैसला किया। यानी उसने एलान कर दिया कि वह तय समयसीमा के अंदर कर्ज और ब्याज को नहीं चुका पाएगी। जानकारों का कहना है कि इस फैसले के बाद श्रीलंका के लिए विदेशी मुद्रा हासिल करना और कठिन हो जाएगा। टीवी चैनल अल-जजीरा के मुताबिक अब श्रीलंका सरकार ने अपनी सारी उम्मीदें चीन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पर टिका दी हैं, लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि अब आईएमएफ बेहत सख्त शर्तों पर ही कर्ज देने को राजी होगा।
श्रीलंका में खाद्य पदार्थों, ईंधन और दूसरी जरूरी चीजों की कमी की खबरें इस समय दुनिया भर के मीडिया में छाई हुई हैं। इस बीच दवाओं की कमी की खबर ने चिंता और बढ़ा दी है। कोलंबो में एक बेहद नाराज दिख रहे डॉक्टर ने वेबसाइट निक्कईएशिया.कॉम से कहा कि हमने तीन महीने पहले दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के अभाव के बारे में सरकार को चेतावनी दी थी। लेकिन उनकी तरफ से यही कहा जाता रहा कि आयात करने के लिए डॉलर उपलब्ध नहीं है। ये सरकार स्वास्थ्य का बुनियादी अधिकार सुनिश्चित करने में नाकाम रही है।
खबरों के मुताबिक इस अभाव का असर सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों पर पड़ा है। जिन दवाओं की सबसे ज्यादा कमी हो गई है, उनमें हृदय रोग की दवाएं भी हैं। ब्लड क्लॉट्स को डिसॉल्व करने के लिए दी जानी दवा टेनेक्टाप्लेज आज शायद ही किसी अस्पताल में उपलब्ध है। यही हाल हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए दी जाने वाली दवाओं का भी है। डायबिटीज के इंजेक्शन इंसुलीन और मिर्गी के इलाज के लिए दी जाने वाली दवा सोडियम वालप्रोएट की भी भारी कमी हो चुकी है। एंटी-बायोटिक दवाएं भी कम मात्रा में उपलब्ध हैं।
वेबसाइट निक्कई एशिया के मुताबिक दवाओं के अभाव के कारण कई अस्पतालों ने सर्जरी रोक दी है। डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि अगर दवाओं की कमी जारी रही, तो श्रीलंका को मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ सकता है।
श्रीलंका मेडिकल एसोसिएशन ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे को एक पत्र लिखा था। उसमें दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की पैदा हो रही कमी को लेकर उन्हें आगाह किया गया था। इस पत्र में कहा गया था कि इस अभाव के कारण पैदा होने वाले आपातकाल से 2004 में आई सुनामी और कोविड-19 महामारी जैसी तबाही हो सकती है। सूनामी के कारण तब 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। कोविड-19 से 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
डॉक्टर इस बात से खासे नाराज हैं कि राजपक्षे सरकार लोगों की सेहत के तकाजों की लगातार उपेक्षा कर रही है। उसके नजरिए की आलोचना करते हुए आलोचकों ने ध्यान दिलाया है कि इस समय देश में स्वास्थ्य मंत्री का पद खाली है।
कोलंबो में विरोध प्रदर्शन जारी
आर्थिक संकट के बीच राजधानी कोलंबो में लोगों का सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग श्रीलंका के राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर राजधानी कोलंबो के मुख्य समुद्र तट गॉल फेस पर एकत्र हुए और देश में आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और पीएम महिंदा राजपक्षे के खिलाफ नारेबाजी की।
विस्तार
श्रीलंका का आर्थिक संकट अब जानलेवा बनने के मुकाम पर पहुंच गया है। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी हो गई है। अस्पतालों के मुताबिक उन्हें उन उपकरणों की भी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिनकी आपातकालीन इलाज में जरूरत पड़ती है। इस अभाव का सीधा कारण देश में विदेशी मुद्रा की कमी है। इस कारण दवाओं और जरूरी उपकरणों का आयात नहीं पा रहा है।
श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को कर्ज डिफॉल्ट करने का फैसला किया। यानी उसने एलान कर दिया कि वह तय समयसीमा के अंदर कर्ज और ब्याज को नहीं चुका पाएगी। जानकारों का कहना है कि इस फैसले के बाद श्रीलंका के लिए विदेशी मुद्रा हासिल करना और कठिन हो जाएगा। टीवी चैनल अल-जजीरा के मुताबिक अब श्रीलंका सरकार ने अपनी सारी उम्मीदें चीन और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पर टिका दी हैं, लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि अब आईएमएफ बेहत सख्त शर्तों पर ही कर्ज देने को राजी होगा।
श्रीलंका में खाद्य पदार्थों, ईंधन और दूसरी जरूरी चीजों की कमी की खबरें इस समय दुनिया भर के मीडिया में छाई हुई हैं। इस बीच दवाओं की कमी की खबर ने चिंता और बढ़ा दी है। कोलंबो में एक बेहद नाराज दिख रहे डॉक्टर ने वेबसाइट निक्कईएशिया.कॉम से कहा कि हमने तीन महीने पहले दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के अभाव के बारे में सरकार को चेतावनी दी थी। लेकिन उनकी तरफ से यही कहा जाता रहा कि आयात करने के लिए डॉलर उपलब्ध नहीं है। ये सरकार स्वास्थ्य का बुनियादी अधिकार सुनिश्चित करने में नाकाम रही है।
खबरों के मुताबिक इस अभाव का असर सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों पर पड़ा है। जिन दवाओं की सबसे ज्यादा कमी हो गई है, उनमें हृदय रोग की दवाएं भी हैं। ब्लड क्लॉट्स को डिसॉल्व करने के लिए दी जानी दवा टेनेक्टाप्लेज आज शायद ही किसी अस्पताल में उपलब्ध है। यही हाल हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए दी जाने वाली दवाओं का भी है। डायबिटीज के इंजेक्शन इंसुलीन और मिर्गी के इलाज के लिए दी जाने वाली दवा सोडियम वालप्रोएट की भी भारी कमी हो चुकी है। एंटी-बायोटिक दवाएं भी कम मात्रा में उपलब्ध हैं।
वेबसाइट निक्कई एशिया के मुताबिक दवाओं के अभाव के कारण कई अस्पतालों ने सर्जरी रोक दी है। डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि अगर दवाओं की कमी जारी रही, तो श्रीलंका को मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ सकता है।
श्रीलंका मेडिकल एसोसिएशन ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे को एक पत्र लिखा था। उसमें दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की पैदा हो रही कमी को लेकर उन्हें आगाह किया गया था। इस पत्र में कहा गया था कि इस अभाव के कारण पैदा होने वाले आपातकाल से 2004 में आई सुनामी और कोविड-19 महामारी जैसी तबाही हो सकती है। सूनामी के कारण तब 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। कोविड-19 से 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
डॉक्टर इस बात से खासे नाराज हैं कि राजपक्षे सरकार लोगों की सेहत के तकाजों की लगातार विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण उपेक्षा कर रही है। उसके नजरिए की आलोचना करते हुए आलोचकों ने ध्यान दिलाया है कि इस समय देश में स्वास्थ्य मंत्री का पद खाली है।
कोलंबो में विरोध प्रदर्शन जारी
आर्थिक संकट के बीच राजधानी कोलंबो में लोगों का सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। लोग श्रीलंका के राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर राजधानी कोलंबो के मुख्य समुद्र तट गॉल फेस पर एकत्र हुए और देश में आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और पीएम महिंदा राजपक्षे के खिलाफ नारेबाजी की।
विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए समान बैंकिंग कानून की मांग, हाईकोर्ट में याचिका दायर
बीजेपी नेता और वकील अश्विनी कुमार उपाध्याय ने यह याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका में कहा है कि भारतीय बैंकों में विदेशी पैसा जमा करने के लिए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS), नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और इंस्टेंट मनी पेमेंट सिस्टम (IMPS) का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसे सुनिश्चित किया जाए। इनके माध्यम से न विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण केवल देश के विदेशी मुद्रा भंडार को नुकसान हो रहा है, बल्कि अलगाववादियों, कट्टरपंथियों, नक्सलियों, माओवादियों, आतंकवादियों, देशद्रोही, धर्मांतरण माफिया, सिमी और पीएफआई जैसे कट्टरपंथी संगठनों तक भी विदेशी धन पहुंच रहा है।
अपनी मांग के समर्थन में उपाध्याय ने याचिका में तर्क दिया है कि वीजा के लिए आव्रजन नियम समान हैं, चाहे विदेशी यात्री बिजनेस क्लास में यात्रा करें या इकोनॉमी क्लास में। चाहे वह एयर इंडिया का इस्तेमाल करता हो या ब्रिटिश एयरवेज का या फिर चाहे वह अमेरिका से आता हो या युगांडा से।
इसीलिए उपाध्याय ने अदालत से मांग की है कि विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए विदेशी बैंक शाखाओं सहित भारतीय बैंकों में जमा की जाने वाली राशि का विवरण एक ही प्रारूप में होना चाहिए, चाहे विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण वह चालू खाते में निर्यात भुगतान हो या बचत खाते या चैरिटी में वेतन हो। YouTuber के खातों में चालू खाते या सेवा को दान के रूप में देय शुल्क। ये सभी भुगतान प्रारूप समान होने चाहिए। चाहे पैसा पश्चिमी देशों से आ रहा हो या किसी राष्ट्रीय बैंक से या भारत में स्थित किसी विदेशी बैंक से।
भाजपा नेता ने याचिका में कहा है कि विदेशी आवक प्रेषण प्रमाणपत्र (FIRC) अनिवार्य रूप से जारी किया जाना चाहिए और सभी अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बैंकों को SMS के माध्यम से भुगतान लिंक भेजना होगा। यदि विदेशी मुद्रा को रुपये में परिवर्तित कर किसी खाते में राशि जमा की जाती है तो उसकी जानकारी इस प्रकार देनी चाहिए।
आरटीजीएस, एनईएफटी और आईएमपीएस के माध्यम से भारत में एक खाते से दूसरे खाते में धन के आंतरिक अंतरण की अनुमति केवल किसी व्यक्ति या कंपनी को ही दी जानी चाहिए, किसी अंतरराष्ट्रीय बैंक को नहीं। इस घरेलू बैंकिंग उपकरण का उपयोग केवल घरेलू बैंक लेनदेन के लिए किया जाना चाहिए।
अभिगम्यता विवरण
हम राजस्व विभाग की वेबसाइट पर ध्यान दिए बिना उपयोग करते हैं, प्रौद्योगिकी या क्षमता में उपकरण के सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ है कि यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं । यह अपने दर्शकों के लिए अधिकतम प्रयोज्य और पहुंच प्रदान करने के लिए , एक उद्देश्य के साथ बनाया गया है। नतीजतन, इस वेबसाइट उपकरणों की एक किस्म से देखी जा सकती है ।
हम इस पोर्टल पर सभी जानकारी विकलांग लोगों के लिए सुलभ है कि यह सुनिश्चित करने के लिए हमारी सबसे अच्छा प्रयास में डाल दिया है। उदाहरण के लिए , दृश्य विकलांगता के साथ एक उपयोगकर्ता इस तरह के स्क्रीन रीडर और आवर्धक विदेशी मुद्रा लिंक और उपकरण के रूप में सहायक तकनीकों का उपयोग करते हुए इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं।
हम यह भी मानकों के अनुरूप हो सकता है और इस पोर्टल के लिए सभी आगंतुकों की मदद करनी चाहिए जो प्रयोज्य और सार्वभौमिक डिजाइन के सिद्धांतों का पालन करने के लिए लक्ष्य।
इस पोर्टल XHTML 1.0 संक्रमणकालीन का उपयोग कर बनाया गया है और वर्ल्ड वाइड वेब कंसोर्टियम ( डब्ल्यू 3 सी ) द्वारा निर्धारित वेब सामग्री अभिगम्यता दिशानिर्देश (WCAG ) 2.0 की प्राथमिकता 2 ( स्तर एए ) से मिलता है । पोर्टल में जानकारी का हिस्सा भी बाहरी वेब साइटों के लिंक के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है ।बाहरी वेब साइटों इन साइटों को सुलभ बनाने के लिए जिम्मेदार हैं, जो संबंधित विभागों द्वारा बनाए रखा जाता है।