इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है?

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How to make money in intraday trading
इंट्राडे ट्रेडिंग दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली ट्रेडिंग है। यह भी सबसे अस्थिर और तनावपूर्ण में से एक है। यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमाना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप जानते हैं कि नुकसान से बचने और अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखने के लिए क्या करना पड़ता है।
Table of Contents
जोखिमों को जानें
निवेश का जोखिम नुकसान की संभावना है। यह अनिश्चितता से अलग है, जो भविष्य की घटनाओं या परिणामों के बारे में ज्ञान की कमी है जिसके परिणामस्वरूप कुछ होने (या नहीं होने) की संभावना होती है। जोखिम भी समय और अस्थिरता का एक कार्य है, या समय के साथ आपकी संपत्ति में कितना उतार-चढ़ाव होता है।
जब आप स्टॉक या अन्य निवेश खरीदते हैं, तो आप कुछ जोखिम उठा रहे होते हैं – इस मामले में, यदि कीमत फिर से बढ़ने से पहले गिरती है तो आप पैसे खो सकते हैं (“जोखिम प्रीमियम”)। उस ने कहा, इस प्रकार के जोखिमों को कम करने के लिए रणनीतियाँ हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे समय के साथ आपके पोर्टफोलियो को प्रभावित नहीं करते हैं:
कम करें कि प्रत्येक व्यापार में कितना पैसा जाता है ताकि नुकसान होने में अधिक समय लगे; यह उन्हें त्रुटि के लिए कम जगह देगा
ब्रोकर द्वारा अनुशंसित की तुलना में अधिक लीवरेज वाले मार्जिन खातों का उपयोग करें
अपनी Time frame जानें
इंट्राडे ट्रेडिंग एक अल्पकालिक निवेश रणनीति है। इसमें एक ही दिन में ट्रेडिंग सिक्योरिटीज शामिल हैं, आमतौर पर किसी भी दिन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच। इसका मतलब है कि स्टॉक एक घंटे के भीतर या उनकी दैनिक सीमा (या तीसरे) के दो तिहाई के भीतर खरीदे और बेचे जाते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के कई फायदे हैं। सबसे पहले, आप पैसा कमा सकते हैं यदि आप जानते हैं कि आपके बाजार की स्थितियों के लिए कौन सी समय सीमा काम करती है और आप कितना जोखिम लेने को तैयार हैं। दूसरा, यह अन्य प्रकार के निवेशों की तरह जटिल नहीं है क्योंकि दुनिया भर के बाजारों को प्रभावित करने वाले ब्याज दर आंदोलनों या मैक्रोइकॉनॉमिक घटनाओं जैसे कई अंतर्निहित कारक शामिल नहीं हैं; केवल यह मायने रखता है कि प्रत्येक महीने/तिमाही/वर्ष आदि के दौरान निश्चित दिनों के दौरान निश्चित समय पर कुछ शेयरों में पर्याप्त तरलता है या नहीं… तीसरा”, चौथा…
अनुसंधान इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? और एक अच्छी रणनीति विकसित करें।
पहली बात यह है कि एक अच्छी रणनीति पर शोध और विकास करना है। अगर आपको नहीं पता कि इसका क्या मतलब है, तो चिंता न करें! यह उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है।
बाजार में कई अलग-अलग रणनीतियां उपलब्ध हैं, लेकिन उन सभी के अपने फायदे और नुकसान हैं। आपके लिए सही खोजने के लिए, निम्नलिखित पर विचार करें:
मैं किस प्रकार का व्यापार करना चाहता हूँ? डे-ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग? इंट्राडे या इंटरडे? सिंगल स्टॉक या इंडेक्स?
मैं कितनी बार ट्रेडिंग करूंगा (दैनिक/साप्ताहिक)? मेरे सिग्नल कितने समय तक चलने चाहिए (1 मिनट ऊपर/नीचे)? क्या मैं स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करूंगा या प्रॉफिट लूंगा। क्या मुझे किसी भी ट्रेलिंग स्टॉप लॉस की आवश्यकता है? क्या इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीति के साथ शुरुआत करते समय कितनी पूंजी का उपयोग करता हूं
Intraday ट्रेडिंग क्या होती है (What is Intraday Trading in Hindi)
जब कोई ट्रेडर शेयर मार्केट से शेयर्स को एक ही दिन में कम दाम में खरीद कर उसी दिन उसे ज्यादा दामों में बेच देता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है. मतलब कि शेयर मार्किट में एक ही दिन के अन्दर शेयर को कम दाम पर खरीद कर ज्यादा दाम पे बेच कर प्रॉफिट लेने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट एकाउंट की जरूरत नही पड़ती है इसके लिए सिर्फ आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे?
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको Trading Account की जरुरत होती है क्योंकि आप बिना ट्रेडिंग अकाउंट के ट्रेडिंग नहीं कर सकते. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत नही होती है क्युकी इसमें आपको शेयर को होल्ड करके रखना नही होता है उसी दिन शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है, जब आपको शेयर्स को होल्ड कर रखना होता है तब डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है.
इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप 1 इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? अगस्त के बिज़नस में देख सकते हैं आज एयरटेल में निवेश करने वाले काफी आगे जा चुके है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है, दरअसल आज के टाइम में एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है, जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी की तेजी आई है और ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना इंट्राडे या फिर डे ट्रेडर्स के लिए काफी जरूरी होता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ती है?
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो इसमें आप किसी शेयर में जितनी भी रकम चाहे लगा सकते है शेयर मार्केट का एक रूल होता है कि इसमें जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसी दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के अनुसार जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद आपको पूरा पैसा देना होता है इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? स्टार्टिंग में आपको शेयर के मूल्य का 30 फीसदी रकम का निवेश करना होता है.
एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए आपको इन कुछ जरुरी बातो को ध्यान रखना है-
- इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको खरीदे गये शेयर्स को कभी होल्ड करके नही रखना है.
- जब भी आप शेयर्स को खरीदे तो कभी भी एक ही शेयर पर बार बार ट्रेडिंग न करे .
- अगर किसी दिन आपको इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा हो तो उस दिन को लकी डे समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग नही करना है.
- कभी भी आपको ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? में एक साथ ज्यादा पैसा नही लगाना है.
- अगर आप ट्रेडिंग का काम करते है तो कभी भी किसी भी व्यक्ति की सलाह लेकर ट्रेडिंग न करे अपना खुद का रिसर्च करने के बाद ही ट्रेडिंग करे.
- अगर कोई कंपनी बंद है तो उसके शेयर्स न खरीदे, मतलब कि बंद हुई कंपनी के शेयर्स आपको नही खरीदना है.
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Intraday Trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (Intraday Trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है उनके साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.
Intraday Trading kaise kare in Hindi
दोस्तों, बात शेअर मार्केट की हो और Intraday कि चर्चा ना हो ऐसा हो सकता है क्या? इंट्राडे ट्रेडिंग दिखने में जितनी आसान दिखती है उतनी ही पेचीदा होती हैं.Intraday Trading Kaise kare इसीलिए आपके पैसे को सेफ रखने के लिये और उसे बढ़ाने के लिये हम आपके लिये Intraday Trading के नुस्खे बतायेंगे जिसे अगर आप समझते हैं तो बड़े आसानी से और विचारपुर्वक आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हों.
इंट्राडे ट्रेडिंग वहीं कर सकता है जो शेअर मार्कट का गणित समजता हैैं.आपने अभी अभी शेअर मार्केट पे आई सोनी कि वेबसेरिज देखी ही होगी जिसका नाम था स्कैम 1992 जो की भारत के सबसे बढे स्कैंम हर्षित मेहता पर बनी थी इसमें एक डायलॉग है जो कि देखा जाये तो इसमें बहुत सच्चाई हैं वह डाॅयलाॅग यह था कि शेअर मार्केट इतना बढ़ कुआं है कि हर एक कि प्यास बुझा सकता हैं, हालाकी यह सच भी लेकिन बिना नाॅलेज के यह आपको डुबा भी सकती हैं.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग क्या होती हैं?
अगर हम किसी Stock को आज के दिन ही खरिदते है और आज के दिन हि बेचते हैं तो इस इंट्रा-डे कहते हैं.
अगर आपने उसे बेचा नहीं तो भी ऑटोमैटिक वह स्केअर अप यानी एक्सिट हो जाता हैं जैसे ही ट्रेंडिंग का समय खत्म होता हैं.
इंट्रा-डे में आपको कम पैसों में ज्यादा शेअर खरिदने मिलते हैं यानी ज्यादा नफा और इसका उल्टा ज्यादा रिस्क भी, कुछ भी हो जाये आपको नुकसान हो या फायदा वह दिन के आखिर में पता लग ही जायेंगा.
अगर आप इंट्राडे करते हैं तो हम कुछ टिप्स और ट्रिक्स आपको बताने जा रहे हैं.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने के 7 टिप्स और ट्रिक्स:
1. ओवर ट्रेडिंग से दुर रहें
यह सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक बात है अगर आप नये नये स्टाॅक मार्केट में आहे हो तो क्योंकि ज्यादातर लोग इसी कारण नुकसान में रहते हैं.
ओवर ट्रेडिंग मतलब जादा ट्रेंड लेना और अपने रिस्क को बढाना.
जब हम इंट्रा-डे करना चाहते हैं तो पहले ही यह फिक्स करले कि आप कितने ट्रेंड ज्यादा से ज्यादा लेंगे इससे होगा ये कि आपका कॅपिटल बच जायेगा और आप अगले दिन ट्रेंड ले पायेंगे.
ज्यादातर लोग अगर थोड़े लाॅस में जाते हैं तो उसको रिकव्हर करने के लिये बादमें फिर बिना सोचे समझे ट्रेंड में घुस जाते हैं और ज्यादा नुकसान कर बैठते हैं.
एक बाद हमेशा याद रखिये जिस दिन मार्केट आपके ऍनालायसिस में मेल खायेगा तब आपको प्रोफिट होना तय है लेकिन जबरदस्ती ट्रेंड ना लें इससे गलती होने कि जादा चान्सेस हो जाते हैं.
इंट्राडे कारोबार के लाभ
- छोटे निवेश से बड़ा मुनाफा प्राप्त करने के अवसर।
- ब्रोकर द्वारा दिन के कारोबार के लिए अधिक मार्जिन देना।
- कारोबारी को ट्रेनिंग के बाद बाजार की चिंता नहीं, एक ही दिन में कारोबार पूरा।
- यदि ग्राहक इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? कारोबार स्क्वेर-ऑफ करना भूल जाए तो ब्रोकर आवश्यक रूप से स्क्वेर-ऑफ करता है।
- जोखिम कम करने के लिए अग्रिम ऑर्डर जैसे ब्रैकेट ऑर्डर या कवर ऑर्डर का प्रयोग किया जा सकता है।
- डिस्काउंट स्टॉकब्रोकर के कारण एक ही दिन में की जाने वाली ट्रेनिंग बहुत फायदेमंद है।
- कारोबार का यह तरीका बहुत जोखिम भरा है। इसमें बहुत अधिक नुकसान का डर होता है।
- ब्रोकर के साथ सहमति होने पर स्वचालित तरीके से कारोबार स्क्वेर-ऑफ किया जाता है। कारोबार दूसरे दिन के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।
- एक ही दिन का कारोबार एक पूर्णकालिक काम है। इसके लिए बाजार की अच्छी समझ और विश्लेषण क्षमता चाहिए।
- कारोबार का यह तरीका शेयर बाजार में शुरुआत करने वाले निवेशक के लिए नहीं है।
Intraday Trading Ke Liye Best Broker
Best broker for Intraday trading in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।
इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।
यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।
इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ब्रोकर
आमतौर पर सभी स्टॉकब्रोकर दिन में कारोबार का प्रस्ताव देते हैं लेकिन इस कारोबार को फायदेमंद बनाने के लिए ब्रोकर में निम्नलिखित गुण इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? अवश्य होने चाहिए:-
- न्यूनतम ब्रोकरेज (बिना न्यूनतम ब्रोकरेज के फ्लैट रेट ब्रोकरेज को प्रधानता)
- उच्च इंट्राडे मार्जिन (एक्सपोज़र)
- मुफ्त में ट्रेनिंग प्लेटफार्म (खास कर डेस्क टॉप ट्रेनिंग टर्मिनल )
- अनुसंधान रिपोर्ट
- उत्कृष्ट ग्राहक सेवा
नीचे दी गई सूची में इंट्राडे कारोबार के लिए श्रेष्ठ ब्रोकरों के नाम शामिल है।
- इंट्राडे टिप्स के सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
- इंट्राडे मार्जिन के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
- इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर प्लेटफार्म
- इंट्राडे कारोबार के लिए उचित ब्रोकरेज शुल्क
- इंट्राडे कारोबार के लाभ और हानि
इंट्राडे कारोबार के लाभ
- छोटे निवेश से बड़ा मुनाफा प्राप्त करने के अवसर।
- ब्रोकर द्वारा दिन के कारोबार के लिए अधिक मार्जिन देना।
- कारोबारी को ट्रेनिंग के बाद बाजार की चिंता नहीं, एक ही दिन में कारोबार पूरा।
- यदि ग्राहक कारोबार स्क्वेर-ऑफ करना भूल जाए तो ब्रोकर आवश्यक रूप से स्क्वेर-ऑफ करता है।
- जोखिम कम करने के लिए अग्रिम ऑर्डर जैसे ब्रैकेट ऑर्डर या कवर ऑर्डर का प्रयोग किया जा सकता है।
- डिस्काउंट स्टॉकब्रोकर के कारण एक ही दिन में की जाने वाली ट्रेनिंग बहुत फायदेमंद है।
- कारोबार का यह तरीका बहुत जोखिम भरा है। इसमें बहुत अधिक नुकसान का डर होता है।
- ब्रोकर के साथ सहमति होने पर स्वचालित तरीके से कारोबार स्क्वेर-ऑफ किया जाता है। कारोबार दूसरे दिन के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।
- एक ही दिन का कारोबार एक पूर्णकालिक काम है। इसके लिए बाजार की अच्छी समझ और विश्लेषण क्षमता चाहिए।
- कारोबार का यह तरीका शेयर बाजार में शुरुआत करने वाले निवेशक के लिए नहीं है।
Intraday Trading Ke Liye Best Broker
Best broker for Intraday trading in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।
इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।
यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।