निवेश और अर्थव्यवस्था

The Global Investors Summit-2023 will be unprecedented and historic, giving flight to the aspirations of the people of ‘New India, New Uttar Pradesh’.#VisionaryYogi pic.twitter.com/jzf21VRj8D — Punit Agarwal 🇮🇳 (@Punitspeaks) November 22, 2022
उप्र को 'पर्यटन प्रदेश' बनाएगी योगी सरकार, 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश को 'पर्यटन प्रदेश' के रूप में विकसित करने जा रही है। इसके लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों के साथ कम ज्ञात पर्यटन स्थलों को संवारने और प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए निजी निवेशकों को 40 करोड़ रुपए तक की छूट प्रदान करने का फैसला किया गया है। बुद्धवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में नई पर्यटन नीति को मंजूरी दी गई है, जिसमंर निवेशकों को फोकस पर्यटन स्थलों के विकास में योगदान देने पर राहतों की बड़ी सौगात दी गई है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह की पहल की हैं। इनमें एक जैसे धार्मिक, भौगोलिक और प्राकृतिक स्थलों को जोड़कर सर्किट बनाने के अलावा नए वैकल्पिक पर्यटन केंद्रों की स्थापना का खाका तैयार किया गया है। साथ ही, पर्यटन के क्षेत्र में 20 हजार करोड़ के निवेश के साथ-साथ 10 लाख रोजगार सृजित करने का लक्ष्य भी तय किया गया है।
हर तरह के निवेशकों को मिलेगी सब्सिडी
नई नीति के तहत प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों को कई तरह के अनुदान देने की बात कही गई है। इसके तहत, 10 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपए तक का निवेश करने वालों को 25 प्रतिशत या 2 करोड़ रुपए तक की छूट मिलेगी। वहीं, 10 करोड़ से 50 करोड़ रुपए तक का निवेश करने वाले उद्यमियों को 20 प्रतिशत या 7.5 करोड़ रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसी तरह 50 करोड़ रुपए से 200 करोड़ रुपए के बीच निवेश पर उद्यमियों को 15 प्रतिशत या 20 करोड़ रुपए तक की सब्सिडी मिलेगी। वहीं 200 करोड़ से 500 करोड़ रुपए के बीच के निवेशकों को 10 प्रतिशत या 25 करोड़ रुपए तक की छूट प्रदान की जाएगी। 500 करोड़ रुपए से अधिक पूंजी का निवेश करने वाले प्रीमियर निवेशकों को 10 प्रतिशत या 40 करोड़ रुपए में जो भी अधिक हो, सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
महिलाओं और एससी-एसटी को 5 प्रतिशत अतिरिक्त छूट
फोकस टूरिज्म डेस्टिनेशन (एफटीओ) में पर्यटन इकाई के प्रस्तावों हेतु महिला उद्यमी तथा अनुसूचित जाति व जनजाति के उद्यमियों को सब्सिडी में अतिरिक्त 5 प्रतिशत का अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, पर्यटन इकाइयों की स्थापना हेतु 5 करोड़ रुपए तक की बैंक ऋण राशि पर पात्र पर्यटन इकाइयां अधिकतम 5 साल की अवधि के लिए प्रति वर्ष ऋण राशि के 5 प्रतिशत या अधिकतम 25 लाख की ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाएगी। पंजीकृत पर्यटन इकाइ ब्याज सब्सिडी अथवा कैपिटल सब्सिडी में से किसी एक अनुदान हेतु ही अनुमन्य होगी।
स्टांप शुल्क और पंजीकरण में 100 प्रतिशत छूट
नई पर्यटन नीति में पर्यटन इकाइयों की स्थापना या विस्तारीकरण हेतु भूमि के प्रथम क्रय, लीज, ट्रांसफर पर स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क में 100 प्रतिशत छूट दिए जाने का भी प्रावधान है। सभी नई और विस्तार कर रही पर्यटन इकाइयों के लिए भू उपयोग परिवर्तन और विकास शुल्क में भी पूर्ण छूट दिए जाने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा रोजगार सृजन पर ईपीएफ सब्सिडी, दिव्यांग अनुकूल इकाइयों के लिए विशेष प्रोत्साहन, सूचना और प्रौद्योगिकी सक्षमता के लिए विशिष्ट प्रोत्साहन, नवाचार विशिष्ट हेतु 50 हजार रुपए तक का प्रोत्साहन, पर्यटन, आतिथ्य उद्योग में शोध के लिए 10 लाख रुपए तक की सहायता के अलावा राज्य की दुर्लभ एवं लुप्तप्राय कला, संस्कृति और व्यंजनों का संरक्षण, निवेश और अर्थव्यवस्था संवर्धन, पुनर्जीवित किए जाने हेतु 5 लाख तक प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है।
हेरिटेज होटलों के लिए विशेष प्रोत्साहन
हेरिटेज इकाई को लेकर भी नीति में कई प्रोत्साहन दिए गए हैं। हेरिटेज इकाई के मूल स्वरूप में बिना बदलाव लाए इकाई के संरक्षण, विस्तार, रेनोवेशन के जरिए हेरिटेज होटलों का संचालन करने वाले उद्यमियों को पूंजीगत निवेश के 25 प्रतिशत या अधिकतम 5 करोड़ रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। 5 करोड़ के ऋण पर 5 वर्ष तक 5 प्रतिशत तक का ब्याज अनुदान दिए जाने का प्रावधान है। हेरिटेज इकाइयों को पूंजीगत एवं ब्याज अनुदान दोनों अनुमन्य होगा। हेरिटेज होटल की स्थापना या विस्तारीकरण हेतु क्रय की गई भूमि पर स्टांप ड्यूटी में छूट दिए जाने का प्रावधान है। वहीं हेरिटेज होटल की स्थापना हेतु भू उपयोग परिवर्तन आवश्यक होने पर ऐसा परिवर्तन निशुल्क किए जाने का प्रावधान है। ग्रामीण क्षेत्रों में हेरिटेज होटलों के परिसर में बार लाइसेंस हेतु लाइसेंस शुल्क में 50 प्रतिशत प्रतिपूर्ति किए जाने का भी प्रावधान है। वहीं राज्य सरकार हेरिटेज होटल्स तक सर्वऋतु मार्ग तथा अतिक्रमण मुक्त लिंक रोड की व्यवस्था कराएगी। निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु विद्युत सब स्टेशन, ट्रांसफॉर्मर की व्यवस्था की जाएगी तथा आकर्षक साइनेज लगाए जाएंगे।
युवाओं में विकसित करेंगे निवेश और अर्थव्यवस्था पर्यटन की समझ
नीति में युवाओं एवं बच्चों में प्रारंभ से ही पर्यटन व संस्कृति की समझ, आवश्यक्ता तथा महत्व को विकसित करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत युवा पर्यटन क्लबों को देश में उत्तरदायी और सतत पर्यटन विकसित करने के साधन के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके अलावा राज्य में विभिन्न पर्यटन व्यवसायों द्वारा संचालित असाधारण पहलों और सेवा की गुणवत्ता को मान्यता प्रदान करने के लिए बेस्ट टूर ऑपरेटर, बेस्ट वेलनेस सेंटर, बेस्ट होटल, बेस्ट हेरिटेज होटल, बेस्ट इको टूरिज्म ऑपरेटर, बेस्ट इको रिसॉर्ट, बेस्ट होमस्टे, बेस्ट एडवेंचर टूर ऑपरेटर आदि राज्य पर्यटन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
अपराध, अपराधियों के खिलाफ कड़े रुख से UP में उद्योग के लिए सुरक्षा का भाव आया: CM योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार के अपराध और अपराधियों के खिलाफ कड़े रुख से उद्योग के बीच सुरक्षा का भाव आया है. उन्होंने राज्य में होने वाले निवेशक सम्मेलन की जानकारी देते हुए यह बात कही.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पारदर्शी नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिये पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है. इससे कारोबार करना सुगम हुआ है.
उन्होंने निवेशकों को आकर्षित करने के लिये 18 देशों में प्रचार-प्रसार और बैठकें आयोजित करने की घोषणा की.
राजधानी लखनऊ में अगले साल 10 से 12 फरवरी को होने वाले उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2023 की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि यह सम्मेलन आर्थिक विकास में सहयोग के लिये वैश्विक औद्योगिक दुनिया को एक एकीकृत मंच प्रदान करने में उपयोगी होगा.
राज्य सरकार ने सम्मेलन के लिये निवेशकों को आमंत्रित करने को लेकर 18 देशों और देश के सात शहरों में विभिन्न बैठकों और प्रचार-प्रसार की योजना बनाई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्मेलन के जरिए 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है.
आदित्यनाथ ने कहा कि देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये उत्तर प्रदेश वृद्धि इंजन के रूप में काम करेगा. राज्य ने भी अगले पांच साल में 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेश आकर्षित करने के लिये करीब 25 नीतियां बनाकर नीति आधारित राजकाज के जरिये औद्योगिक विकास को लेकर परिवेश तैयार करने हेतु कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कई औद्योगिक परियोजनाओं पर काम कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में रक्षा औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है। इसके तहत, छह केंद्रों. आगरा, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट में से अलीगढ़ केंद्र का उद्घाटन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। जबकि अन्य केंद्रों पर भूमि आवंटन का काम जारी है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे के पास राज्य का पहला चिकित्सा उपकरण पार्क का उद्घाटन किया गया है. इसी तरह यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में फिल्मसिटी, खिलौना पार्क, कपड़ा पार्क, हस्तशिल्प पार्क और लॉजिस्टिक्स केंद्र विकसित किये जा रहे हैं.
उन्होंने निवेशकों के लिये चीजें सुलभ बनाने को लेकर ‘निवेश सारथी’ नाम से पोर्टल शुरू किया. उन्होंने शिखर सम्मेलन का प्रतीक चिह्न भी जारी किया.
UP: ट्विटर के टॉप ट्रेंड में शुमार हुआ #VisionaryYogi, लोगों ने CM योगी के प्रयासों की जमकर तारीफ
Yogi Adityanath: विदेशी निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करें, इसके लिए बड़े पैमाने पर सुधार किए गए हैं। निवेशकों के अनुरूप अलग-अलग क्षेत्रों की 25 नीतियों को संशोधित किया गया है या फिर नई नीति जारी की गई है। निवेश को सुगम बनाने के लिए पोर्टल जारी किया गया है।
November 22, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को जब नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के कर्टेन रेजर समारोह में लोगो, टैगलाइन और पोर्टल का शुभारंभ कर रहे थे। तब सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर हैशटैग विजनरी योगी (#VisionaryYogi) टॉप पर ट्रेंड कर रहा था। दोपहर 1 बजे तक ट्विटर पर करीब 18 हजार से ज्यादा लोगों ने इस हैशटैग के जरिए ट्वीट किया। #VisionaryYogi का प्रयोग करते हुए ट्विटर यूजर्स ने मुख्यमंत्री योगी के उस विजन की तारीफ की, जिसके तहत उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है।
विदेशी निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करें, इसके लिए बड़े पैमाने पर सुधार किए गए हैं। निवेशकों के अनुरूप अलग-अलग क्षेत्रों की 25 नीतियों को संशोधित किया गया है या फिर नई नीति जारी की गई है। निवेश को सुगम बनाने के लिए पोर्टल जारी किया गया है।
पुनीत अग्रवाल ने #VisionaryYogi के साथ ट्वीट किया, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ऐतिहासिक होगी। यह नए भारत और नए उत्तर प्रदेश के सपने को साकार करने वाली होगी। वहीं, डॉ. शोभा ने लिखा, मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश में निवेश के उपयुक्त माहौल को प्रदर्शित करेगी और देश ही नहीं, दुनिया के निवेशकों को आकर्षित करेगी।
The Global Investors Summit-2023 will be unprecedented and historic, giving flight to the aspirations of the people of ‘New India, New Uttar Pradesh’.#VisionaryYogi pic.twitter.com/jzf21VRj8D
— Punit Agarwal 🇮🇳 (@Punitspeaks) November 22, 2022
अर्जुन नाम के एक यूजर ने निवेश और अर्थव्यवस्था लिखा कि यह योगी जी का यूपी है, बदलता यूपी है। डॉ. प्राची साध्वी ने लिखा, योगी जी महाराज के नेतृत्व उत्तर प्रदेश बना उत्तम प्रदेश।
हरिराम ने लिखा, योगी जी का एक ही उद्देश्य निवेश और अर्थव्यवस्था है और वो है यूपी को देश का सबसे बेहतरीन प्रदेश बनाना। उनके इस विजन से मैं काफी खुश हूं। अखिल चौहान ने लिखा, योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की ओर आगे बढ़ रहा है, यह नए उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को मान्यता देने वाला हैशटैग है।
यूपी में निवेश करना चाहता है दुनिया का निवेशकः सीएम
गाजियाबाद/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रबुद्धजन समाज के ओपिनियन मेकर हैं। प्रदेश के बारे में धारणा बदलने में आपने योगदान दिया है। प्रदेश निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में बढ़ सके। यूपी को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना सकें, इसके लिए आपका योगदान चाहिए। प्रदेश सरकार डबल इंजन की रफ्तार से काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार को ट्रिपल इंजन के रूप में आपने आशीर्वाद दिया है। अगले 5 वर्ष में नगरीय क्षेत्रों को और बुनियादी सुविधाओं से युक्त किया जाए, इसके लिए अभी से माहौल बनाने की आवश्यकता है। सीएम ने कहा कि अब दुनिया का निवेशक अब यूपी में निवेश करना चाहता है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गाजियाबाद के कविनगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बटन दबाकर 878 करोड़ की 755 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया। कांवड़ यात्रा के कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। सीएम ने विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद की सभी सीटों पर कमल खिलाने के लिए स्थानीय नागरिकों के प्रति आभार जताया।
2017 से पहले सबसे गंदे शहरों में जाना जाता था गाजियाबाद
सीएम ने कहा कि 2017 से पहले गाजियाबाद प्रदेश के सबसे गंदे शहरों में जाना जाता था। निवेशक गाजियाबाद को अच्छी नजर से नहीं निवेश और अर्थव्यवस्था देखते थे पर इसके बाद प्रदेश सरकार के बताए कार्यक्रम यहां के जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में तेजी से हुए, जिसका परिणाम सामने है। गाजियाबाद नित नए प्रतिमान गढ़ रहा है। देश का पहला निवेश और अर्थव्यवस्था 12 लेन का एक्सप्रेस लेन हाइवे गाजियाबाद को जोड़ते हुए बढ़ रहा है। देश की पहली रैपिड रेल अगले वर्ष प्रारंभ होगी, जो गाजियाबाद से होकर जाएगी। गाजियाबाद का अपना एयरपोर्ट व बेहतरीन कनेक्टविटी है। मुख्यमंत्री ने 2022 स्वच्छता सर्वेक्षण में गाजियाबाद को प्रदेश में पहला व देश में 12वां स्थान पाने पर बधाई दी।
20 देशों के राजदूतों ने अपने देश के निवेशकों को भेजने का विश्वास दिलाया
सीएम ने बताया कि 10 से 12 फरवरी तक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कर्टन रेजर का मंगलवार सुबह शुभारंभ किया। 20 देशों के राजदूत व प्रतिनिधियों ने भागीदारी की और कहा कि समिट में वे अपने देश के निवेशकों को भेजना चाहते हैं। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में 5 वर्ष में यूपी की तस्वीर बदलने के लिए कार्य हुआ। प्रदेश निवेश का अच्छा गंतव्य बना है। ईज ऑफ बिजनेस स्टार्टिंग के लिए भी प्रदेश में बेहतर माहौल है। पूरी दुनिया का निवेशक यूपी में निवेश करना चाहता है। इसका कारण प्रदेश सरकार द्वारा अपराध-अपराधियों व भ्रष्टाचार-भ्रष्टाचारियों के लिए जीरो टालरेंस की नीति है।
2017 के पहले संगठित अपराध करते थे माफिया
सीएम ने कहा कि 2017 से पहले यूपी व पश्चिमी यूपी में पेशेवर माफिया संगठित अपराध करते थे। आमजन, व्यापारी, उद्यमी को परेशान कर गुंडा टैक्स मांगते थे। बहन-बेटियां असुरक्षित महसूस करती थीं। 2017 में भाजपा आई, परिणाम सामने है। सरकार की नीतियां बढ़ीं और अपराधी प्रदेश छोड़कर पलायन कर रहा है, जहां से पहले उद्यमी व व्यापारी पलायन निवेश और अर्थव्यवस्था करता था। वह यहां आकर निवेश कर युवाओं को नौकरी व रोजगार दे रहा है। यूपी अनंत संभावनाओं वाला प्रदेश है। प्रकृति व परमात्मा का असीम कृपा यूपी पर है। हमारे पास जुझारू, प्रतिभाशाली व ऊर्जावान युवा है। इसे प्रदेश में मौका देंगे तो उसका लाभ सूबे को मिलेगा। अवसर मिलने पर युवा ने प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना प्रारंभ किया है। जो प्रदेश पहले बीमारू था, आज वह दूसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर होकर नई तस्वीर प्रस्तुत करता है।
बुलेट ट्रेन की स्पीड से विकास के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक विचारधारा की सरकार से तेजी से विकास होता है। आज प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। स्थानीय स्तर पर भी समान विचारधारा के बोर्ड गठित होते हैं तो विकास बुलेट ट्रेन की स्पीड निवेश और अर्थव्यवस्था से दिखता है। इस स्पीड के लिए आपका आशीर्वाद भाजपा को चाहिए। जो लोग परिवारवाद, जातिवाद के नाम पर सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न करते थे। माफिया के शागिर्द बनकर जिन्होंने जनता को तबाह किया, यदि उन्हें अवसर मिलेगा तो वे दंगाइयों, माफिया, अपराधियों को माहौल देने का कुत्सित प्रयास करेंगे पर हमें उन्हें यह अवसर नहीं देना है। पश्चिमी यूपी के लोग देश-दुनिया में जहां भी निवेश किेए हैं। वे यहां आएं, यूपी पलक पांवड़े बिछाकर उनका इंतजार कर रहा है। हमारी पॉलिसी का लाभ लेकर युवाओं को रोजगार से जोड़ें। उनकी पूंजी बढ़ेगी और सुरक्षित रहेगी। देश की सबसे अच्छी औद्योगिक, स्टार्टअप, टेक्सटाइल्स, सौलर एनर्जी समेत 25 सेक्टर की नीतियों पर हम काम कर रहे हैं।
कोई शिक्षण संस्थान, चिकित्सालय, बरातघर, कन्वेंशन सेंटर, छोटा उद्यम लगाता है तो वह भी हमारे लिए निवेश है। आपके हर सहयोग में सरकार प्रोत्साहन देगी। अब प्रदेश का माहौल बदला है। स्मार्ट सिटी के रूप में प्रदेश की 10 सिटी का चयन हुआ। भारत सरकार ने 7 नगर निगमों को स्टेट स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कार्य कर रहे हैं। गाजियाबाद नगर निगम के अंदर 30 हजार से अधिक गरीबों को आवास की सुविधा मिली। अमृत योजना के तहत हर घर नल की योजना तेजी निवेश और अर्थव्यवस्था से बढ़ रही। पश्चिमी यूपी की कांवड़ यात्रा के रूप में सुरक्षा का माहौल व आस्था का बेहतर समन्वय देखा जा सकता है। अमृत योजना, स्मार्ट सिटी मिशन विकास का बेहतरीन मॉडल है। नगर निकायों ने अच्छा काम किया है, अभी और प्रयास की आवश्यकता है।
जब सांसद था, तब यहां आने से घबराता था
सीएम ने कहा कि मैं सांसद के रूप में यहां आने से घबराता था। 2017 से पहले यहां की स्थिति और माहौल के कारण। यदि किसी कार्यक्रम या आंदोलन में आते थे तो फिर निकल जाते थे। आज गाजियाबाद ने विकास के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। जिनके पास विकास का एजेंडा नहीं, वे दल इस कार्यक्रम को नहीं बढ़ा सकते। राष्ट्रवादी विजन वाली सरकार ही विकास को बढ़ा सकती है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के अमिताभ शुक्ल, रामवीर, सुभाष गुप्ता, उपासना अरोड़ा, ईशानी अग्रवाल और शिखा को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के सपनों को किया पूरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चाबी व चेक देकर उनके सपनों को पूरा किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सलोनी, दीपू, रिजवान, शिशुपाल सिंह, अनुराग, शनि नरेश को चाबी प्रदान की।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत गीता शर्मा, बबिता गोयल, नुरून मोहम्मद, राजा, रामकुमार को प्रमाण पत्र दिया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के लाभार्थी अवि चौधरी, सुखबीर, संजीव चौधरी को 10-10 लाख, अंशु शर्मा व राजकुमार सैनी को 9.50 लाख का चेक प्रदान किया।
एक जनपद, एक जिला (ओडीओपी) के तहत अखिल जैन (3.10 करोड़), राघव सिंहल को 2 करोड़, वीरेश त्यागी को 55 लाख व ऋषिभा नेहरा को 53.60 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।
UP Global Investors Summit: यूपी में निवेश का बेहतरीन माहौली: मुख्यमंत्री योगी
Global Investors Summit: यूपी में निवेश का बेहतरीन माहौली: योगी
– मुख्यमंत्री ने देश और दुनिया के उद्यामियों से प्रदेश में निवेश करने की अपील की
नई दिल्ली। UP Global Investors Summit-Curtain Raiser Ceremony: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उद्यमियों से उप्र में निवेश के लिए अपील की है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-कर्टेन रेजर सेरेमनी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया गया है। उप्र में अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री योगी ने यहां निवेश करने वाले उद्यमियों को बेहतरीन माहौल उपलब्ध कराने का भरोसा भी दिया।
यूपी में निवेश का बेहतरीन माहौली: मुख्यमंत्री योगी
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से फरवरी में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर मंगलवार को सुषमा स्वराज भवन, चाणक्यपुरी, दिल्ली में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-कर्टेन रेजर सेरेमनी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 का लोगो लांच के करने के साथ ही कहा कि उप्र एक प्रगतिशील और परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर पर है। पीएम मोदी के रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के फार्मूले को अपनाया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्प के अनुरूप भारत को पांच ट्रीलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में सहयोग के लिए यूपी ने एक ट्रीलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य रखा है। फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 आयोजित किया जा रहा है। इसमें वैश्विक स्तर के निवेश और अर्थव्यवस्था उद्यमी के साथ ही विद्वतजन मिलकर मंथन करेंगे। इस अभियान में राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर अपील करते हैं। 40 देशों से सम्पर्क कर चुके हैं। नीदरलैंड, सिंगापुर, फ्रांस, यूके, डेनमार्क, मॉरिसस समेत कई देश सहमति जता चुके हैं।
योगी ने कहा कि उप्र में निवेश की असीम संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं के बारे में हम दुनिया को बताएंगे। इसके लिए विभिन्न देशों में रोड-शो भी किया निवेश और अर्थव्यवस्था जाएगा। हमारी सरकार ने राज्य में कानून का राज स्थापित करने का कार्य किया है। औद्योगिक सुरक्षा के प्रति हमने आश्वस्त किया है। उप्र दुनिया का निवेश अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उप्र में 16 हजार किलीमीटर रेल नेटवर्क उपलब्ध है। एक्सप्रेस-वे के माध्यम से बेहतरीन कनेक्टिविटी है। पांच अंतराराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश में मात्र एक राज्य उप्र बनने जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने उप्र के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी और देश विदेश के उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समित रचेगा इतिहास : नंदी
औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि आज का यह समारोह नये भारत के नये उत्तर प्रदेश का उद्घोष है। यह समारोह उत्तर प्रदेश नया इतिहास रचेगा। योगी के नेतृत्व में उप्र अंधेरे से बाहर निकल कर उत्तम प्रदेश बनने के बाद अब सर्वोत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। उद्यमियों को किसी प्रकार की समस्या न आए, हमारी सरकार ने कार्य किया है। कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। निवेशकों को तमाम सुविधाएं दी जा रही हैं।
देश विदेश के प्रतिनिधि रहे मौजूद
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा विभिन्न देशों के उच्चायुक्त, प्रतिनिधि, फिक्की जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधि, योगी सरकार के वित्त एवं संसदीय निवेश और अर्थव्यवस्था कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, औद्योगिक विकास राज्य मंत्री विक्रम सैनी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, मनोज कुमार, एसपी गोयल समेत समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।