बाजार अवलोकन

Trading क्या है

Trading क्या है
Scalping Trading क्या है – Scalping Trading In Hindi

Trading Kya Hai (ट्रेडिंग क्या है) What is trading

Trading Kya Hai शेयर मार्केट में पैसे कमाने का एक सबसे सरल और आसान तरीका ट्रेडिंग है लेकिन जितना आसानी है लगता है उतना ही जोखिम भरा भी है यहां पर यदि कोई व्यक्ति बिना कुछ सीखें ही एंट्री ले लेता है तो उसे काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग के माध्यम से आप रोज पैसा कमा सकते हैं लेकिन इससे पहले आपको बहुत कुछ ट्रेडिंग से संबंधित लर्निंग सीखना आवश्यक है तभी आप यहां से पैसा कमा सकते हैं तो चलिए विस्तार से जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है ट्रेडिंग कैसे करते हैं और ट्रेडिंग करते समय किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए

Trading Kya Hai? (what is trading)

Trading शेयर बाजार से पैसा कमाने का एक ऐसा तरीका है यहां पर आप रोज 9:15 से 3:30 तक कुछ ऐसे शेयर को चुनना होता है जिनको आप कम में खरीद के ज्यादा में बेच दे और इस प्रोसेस के बीच का जो प्रॉफिट होता है,

वह आप निकाल लेते हैं ट्रेडिंग का हिंदी में मतलब व्यापार होता है भारत में ज्यादातर ट्रेडर्स इक्विटी में ट्रेड करते हैं लेकिन कई लोग फ्यूचर और ऑप्शन में भी ट्रेडिंग करते हैं ट्रेडिंग को शेयर मार्केट का सबसे रिस्की फील्ड माना जाता है

ट्रेडिंग कैसे करेंhow to trade

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है इस डिमैट अकाउंट के माध्यम से ही आप मार्केट के अंदर ट्रेड कर सकते हैं इसके बाद आप ट्रेडिंग से संबंधित पूरी शिक्षा प्राप्त कर लेवे उसके बाद आप शेयर मार्केट के अंदर ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं,

ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय आप हमेशा थोड़े कम पैसों के साथ में ट्रेडिंग करें और जब आपको अच्छा ट्रेडिंग से संबंधित एक्सपीरियंस हो जाए तो आप ज्यादा पैसे से शुरू कर सकते हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखेhow to learn trading

आपके लिए ट्रेडिंग सीखने का सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म यूट्यूब है यहां पर आप ट्रेडिंग से संबंधित काफी कुछ सीख सकते हैं उसके बाद आप एक अच्छे गुरु की सहायता से ट्रेडिंग को और ज्यादा अच्छे से सीख सकते हैं

आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मैं कई सारे लोग कोर्स भी भेजते हैं लेकिन आपको इनसे बचना है इनके अलावा आपको एक ऐसे गुरु की तलाश करनी है जो आपको अच्छे से ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्रेडिंग के बारे में बहुत कुछ सिखा सके लेकिन आप बेसिक लर्निंग यूट्यूब से भी सीख सकते हैं

ट्रेडिंग अकाउंट क्या हैwhat is trading account

जिस तरह से बैंक में अपने बचत खाते को चालू रखने के लिए उसमें थोड़ा बहुत पैसा रखना अनिवार्य होता है वैसे ही आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के लिए उसमें ट्रेड करना जरूरी होता है ट्रेडिंग अकाउंट आपका डिमैट अकाउंट के साथ में ही खुलता है जहां पर आप ट्रेड करते है जब आप डीमैट खाते के साथ ट्रेडिंग अकाउंट पर खोलते है

तो आपका ब्रोकर आपको मार्जिन की सुविधा देता है जिसका इस्तेमाल करके आप कम पैसों में भी ज्यादा पैसों की ट्रेडिंग कर सकते हो और इसमें जो फायदा होता है उसका कुछ हिस्सा फिर आपका ब्रोकर भी लेता है

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती हैWhat are the types of trading Trading क्या है

ट्रेडिंग को आप मुख्यतः तीन भागों में कर सकते हैं इस तरह से ट्रेडिंग की तीन श्रेणियां है

Intraday Trading क्या है? | इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?

Intraday Trading kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदते और बेचते होंगे मतलब कि ट्रेडिंग का काम करते होंगे ट्रेडिंग कई तरह की होती है इनमे से एक इंट्राडे ट्रेडिंग होती है लेकिन क्या आपको पता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे होती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

Intraday Trading kya hai

Table of Contents

Intraday ट्रेडिंग क्या होती है (What is Intraday Trading in Hindi)

जब कोई ट्रेडर शेयर मार्केट से शेयर्स को एक ही दिन में कम दाम में खरीद कर उसी दिन उसे ज्यादा दामों में बेच देता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है. मतलब कि शेयर मार्किट में एक ही दिन के अन्दर शेयर को कम दाम पर खरीद कर ज्यादा दाम पे बेच कर प्रॉफिट लेने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट एकाउंट की जरूरत नही पड़ती है इसके लिए सिर्फ आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे?

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको Trading Account Trading क्या है Trading क्या है की जरुरत होती है क्योंकि आप बिना ट्रेडिंग अकाउंट के ट्रेडिंग नहीं कर सकते. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत नही होती है क्युकी इसमें आपको शेयर को होल्ड करके रखना नही होता है उसी दिन शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है, जब आपको शेयर्स को होल्ड कर रखना होता है तब डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है.

इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?

इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप 1 अगस्त के बिज़नस में देख सकते हैं आज एयरटेल में निवेश करने वाले काफी आगे जा चुके है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है, दरअसल आज के टाइम में एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है, जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी की तेजी आई है और ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना इंट्राडे या Trading क्या है फिर डे ट्रेडर्स के लिए काफी जरूरी होता है.

एक्सपर्ट का मानना ये है कि शेयर मार्केट का ज्यादातर बिज़नस इंट्राडे ट्रेडिंग का ही होता है लेकिन फिर भी सावधानी के साथ ही इस बिज़नस करना बहत जरूरी है शेयर्स को खरीदने से पहले आपको मार्केट के ट्रेंड के बारे में जानना जरूरी होता है आपको मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं क्युकी ऐसा करने से आपको ट्रेडिंग बिज़नस में नुकसान हो सकता है. शेयर खरीदने के पहले शेयर्स का मूल्य तय कर लेना है और पूरी जानकारी लेने के बाद ही शेयर्स को खरीदना है.

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ती है?

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो इसमें आप किसी शेयर में जितनी भी रकम चाहे लगा सकते है शेयर मार्केट का एक रूल होता है कि इसमें जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसी दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के अनुसार जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद आपको पूरा पैसा देना होता है स्टार्टिंग में आपको शेयर के मूल्य का 30 फीसदी रकम का निवेश करना होता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स –

एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए आपको इन कुछ जरुरी बातो को ध्यान रखना है-

  • इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको खरीदे गये शेयर्स को कभी होल्ड करके नही रखना है.
  • जब भी आप शेयर्स को खरीदे तो कभी भी एक ही शेयर पर बार बार ट्रेडिंग न करे .
  • अगर किसी दिन आपको ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा हो तो उस दिन को लकी डे समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग नही करना है.
  • कभी भी आपको ट्रेडिंग में एक साथ ज्यादा पैसा नही लगाना है.
  • अगर आप ट्रेडिंग का काम करते है तो कभी भी किसी भी व्यक्ति की सलाह लेकर ट्रेडिंग न करे अपना खुद का रिसर्च करने के बाद ही ट्रेडिंग करे.
  • अगर कोई कंपनी बंद है तो उसके शेयर्स न खरीदे, मतलब कि बंद हुई कंपनी के शेयर्स आपको नही खरीदना है.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Intraday Trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (Intraday Trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है उनके साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

Scalping Trading क्या है ? Scalping Trading कैसे करें – Scalping Trading In Hindi

Scalping Trading क्या है ? Scalping Trading कैसे करें – Scalping Trading In Hindi, Scalping Trading Kya Hai In Hindi | What Is Scalping Trading In Hindi, नमस्कार दोस्तों आज में आपको बताऊंगा की स्काल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है (Scalping Meaning In Hindi) इसके अलावा में आपको यह भी बताऊंगा की क्या आपको स्कल्पिंग ट्रेडिंग करनी चाहिए या नहीं तो चलिए जानते है कि Scalping Kya Hai.

Scalping Trading क्या है - Scalping Trading In Hindi

Scalping Trading क्या है – Scalping Trading In Hindi

Scalping Trading क्या है – Scalping Trading In Hindi

Scalping Trading के अंदर किसी शेयर को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक रखकर बेच दिया जाता है इसमें मार्किट में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है और मार्केट के बंद होने तक बहुत सारे ट्रेड किये जाते है।

Scalping Trading एक Trend Following Strategy है जिस दिशा में ट्रेंड हो उसी दिशा में ट्रेड लिए जाते है Scalping में बड़ा पैसा निवेश किया जाता है और छोटा-छोटा प्रॉफिट निकाला जाता है

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी Current Price 100 रुपये है और उसके 10000 शेयर आपने खरीद रखे है अब जैसे ही वो शेयर 100 रुपये से बढ़ कर 100.50 पैसे हो जाता है तो आप वह 10000 शेयर बेच देते है तो इससे आपको 5000 रुपये का प्रॉफिट होगा इसे ही Scalping Trading कहते है।

Scalping Trading क्या है :- Scalping Trading Kya Hai In Hindi | What Is Scalping Trading In Hindi

Scalping trading Kya hai in Hindi – स्काल्पिंग Trading क्या है ट्रेडिंग के अंतर्गत शेयर मार्केट में आने वाले छोटे-छोटे उतार-चढ़ाव के बीच में शेयर को खरीदना और बेचना और उनसे मुनाफा कमाना शामिल होता है अर्थात शेयर मार्केट में थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव आता है तो उनका पर्याप्त रूप से फायदा उठाया जाता है 1 दिन में बहुत सारे ट्रेड किए जाते हैं और मुनाफा कमाया जाता है

शेयर मार्केट में मार्केट ओपन होते ही कम से कम रुपया में अधिक से अधिक शेयर खरीदना और उनके प्राइस बढ़ जाने पर हाथों-हाथ उन्हें भेज देना और उनसे मुनाफा कमाना स्काल्पिंग ट्रेडिंग कहलाता है

Scalping trading meaning in Hindi :- Scalping Trading meaning

स्काल्पिंग ट्रेडिंग का हिंदी मीनिंग अर्थात हिंदी मतलब Scalping trading meaning in Hindi – सामान्य शब्दों में इस टाइपिंग ट्रेडिंग का हिंदी अर्थ “ कालाबाजारी ” से होता है

सामान्य शब्दों में कहा जाए तो ट्रेडिंग की सामान्य पद्धति से हटकर ट्रेडिंग करने को स्काल्पिंग ट्रेडिंग कहा जाता है

Scalping trading कैसे करें :- Scalping trading kaise kare

शेयर मार्केट में टाइपिंग ट्रेडिंग करके बड़ी आसानी से ज्यादा ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है आज के ज्यादातर ट्रेडर्स स्काल्पिंग ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं

स्काल्पिंग ट्रेडिंग कोई आसान काम नहीं होता है इसमें आपको काफी मेहनत लगती है और हमें अच्छा एक्सपीरियंस चाहिए और यदि आप ट्रेडिंग में नए-नए हो तो एक बार स्काल्पिंग ट्रेडिंग ना करें

स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको किसी एक्सपीरियंस बंदे की या व्यक्ति की आवश्यकता होगी आपको स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए अपनी स्ट्रेटजी बनानी होगी जिसके द्वारा आप ट्रेडिंग पूरी कर सकें

Scalping trading strategy :- Scalping trading strategy in Hindi

स्काल्पिंग ट्रेडिंग करना थोड़ा बहुत माथापच्ची वाला काम है इसमें आपको थोड़ा बहुत अनुभव और किसी अच्छे व्यक्ति की सलाह की आवश्यकता होगी जो कि शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी रखता हो

  • सर्वप्रथम आपको ऐसे कंपनी के शेयर स्टॉक को चुनना है जिसमें सर्वाधिक उतार-चढ़ाव या उछाल आता हो जिसके द्वारा आप स्पष्ट रूप से मुनाफा कमा सकें
  • अपने ट्रेडिंग प्लेटफार्म यह ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के अंदर उस कंपनी के शेयर उपलब्ध होने चाहिए
  • क्योंकि ऐसे शेयर जिनके भाव में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव आता है शेयर में ऐसे मूवमेंट के अंतर्गत हम शेयर को खरीद कर और बेचकर
  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग के माध्यम से एक बार में कम से कम रूपों में अधिक से अधिक शेयर खरीद कर और इन्हें उच्च कीमत पर बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं
  • चलिए स्काल्पिंग ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को एक उदाहरण के माध्यम से जानते हैं

Scalping trading :- Scalping trading in Hindi

मान लीजिए आपने जिस शेयर का चुनाव किया है उसकी कीमत में हर 15 मिनट के अंदर ₹1 से लेकर ₹1.5 तक का तक का उतार-चढ़ाव आता हो

जब मार्केट ओपन होता है अपने डिमैट अकाउंट में सर्वप्रथम उन शेयर को खरीद लें और

यदि मान लीजिए आप ने प्रति शेयर ₹20 का खरीदा है इस शेयर की ट्रेडिंग के ऊपर आप 19.5 स्टॉप लॉस लगा दे और आपने अपना टारगेट प्राइस ₹121 रखा है

जैसे ही आप के शेयर में चढ़ाव आता है और यह अपने मूल्य अर्थात टारगेट प्राइस ₹121 को प्राप्त करता है तब यह अपने आप ही sell हो जाता है और आपका Trading क्या है प्रॉफिट आपके ट्रेडिंग अकाउंट में आ जाता है

Scalping trading tips :- Scalping trading tips in Hindi

स्काल्पिंग ट्रेडिंग के अंतर्गत हमें हमारी पोजीशन को बहुत बड़ी रखनी होती है और मार्केट में मूवमेंट आने पर छोटे-छोटे प्रॉफिट निकालने पर ध्यान दिया जाता है

स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए बहुत ही स्किल और एक्सपीरियंस की आवश्यकता होती है क्योंकि इसमें हमें बहुत ही हाई वोलेटाइल शेयर का चुनाव करना होता है हमारी एक गलती हमें नुकसान पहुंचा सकती है

Scalping trading tips in Hindi – चलिए जानते हैं कि स्केल्डिंग ट्रेडिंग करने के लिए हमें क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए और किस प्रकार हम इसके अंतिम ट्रेडिंग को अच्छी तरह से कर सकते हैं

  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते समय पूर्ण मार्जिन मनी का उपयोग ना करें
  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते समय हमें लालच से मुक्त रहना चाहिए और बड़े-बड़े टारगेट को सेट नहीं करना चाहिए
  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस का बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान होता है इसलिए हमें ट्रेडिंग करते समय स्टॉपलॉस का उपयोग अवश्य करना चाहिए
  • किसी भी अन्य ट्रेडर्स या व्यक्ति के बहकावे में आकर स्काल्पिंग ट्रेडिंग ना करें आप अपने स्किल एक्सपीरियंस और ट्रेडिंग अनुभव के आधार पर स्कैल्प ट्रेडिंग कर सकते हो
  • एक ही कंपनी के शेयर पर बार-बार ट्रेडिंग ना करें अपने पैसे को अलग-अलग कंपनी के शेयर पर लगा है जिससे कि आपको ज्यादा मुनाफा हो
  • 1 दिन में बहुत ही ज्यादा ट्रेडिंग ना करें ऑनलाइन की स्पेलिंग ट्रेडिंग करने वाले 1 से लेकर 100 ट्रेडिंग तक 1 दिन में कर सकते हैं यह अपनी-अपनी क्षमता पर निर्भर होता है
  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने वाले 1 दिन में बहुत ज्यादा ट्रेडिंग कर लेते हैं इसलिए उन्हें अत्यधिक ब्रोकरेज चार्ज चुकाना होता है

Scalping Trading महत्वपूर्ण बिन्दु

Scalping Trading के अंदर पोजीशन साइज बड़ी रखनी होती है और छोटे प्रॉफिट निकालने पर ध्यान दिया जाता है जिसकी वजह से Risk To Reward Ratio और Money Management के नियमों का पालन करना मुश्किल हो जाता है अगर एक गलत ट्रेड हुआ तो बड़ा लोस्स हो सकता है।

स्काल्पिंग के लिए High Volatile Share चुने जाते है और स्काल्पिंग करने के लिए 1-5 Minute के Charts, Price Action, Chart Pattern और Trend line का उपयोग किया जाता है आम तौर पर इंडिकेटर का उपयोग नहीं किया जाता है।

Scalping Trading सबसे मुश्किल ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में से एक है इसे करने के लिए बहुत ज्यादा Skill की जरुरत होती है क्योंकि इसमें Quick Action की Required होती है शेयर को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट में खरीदकर बेचना होता है।

Share Market में Scalping Trading में सफल होने के लिए बहुत ज्यादा अनुशासन की आवश्यकता होती है क्योंकि एक गलत ट्रेड बहुत सारे छोटे ट्रेड के प्रॉफिट को खत्म कर सकता है

स्काल्पिंग ट्रेडर एक दिन में 10 – 100 तक ट्रेड कर देते है जिस वजह से अपने ब्रोकर को बहुत सारी ब्रोकरेज चुकानी पड़ती है इसलिए एक Scalper को Right Time पर Right Trade लेना चाहिए और ब्रोकरेज बचाने का प्रयास करना चाहिए।

Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?

Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।

Diwali Muhurat Trading 2022

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

विस्तार

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

Trading Muhurat: दीपावली के दिन सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त

दीपावली के दिन सभी धन-धान्य की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। ज्यादातर दुकाने और ऑफिस बंद होते हैं। लेकिन दिवाली का त्योहार शेयर बाजार और उसके इनवेस्टर्स के लिए बहुत खास रहता है। उस दिन शेयर मार्केट दिन-भर भले ही बंद रहता है, मगर शाम को एक खास मुहूर्त कुछ समय के लिए ओपन होता है, जिसे ट्रेडिंग मुहूर्त कहा जाता है। आइए जानते हैं क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त और दीपावली पर इसे लेकर क्या है परंपरा।

क्या है ट्रेडिंग मुहूर्त

दरअसल, दिवाली के दिन शेयर मार्केट में सालों से ट्रेडिंग मुहूर्त का रिवाज चला आ रहा है। शेयर बाजार की परंपरा के मुताबिक दिवाली के दिन सामान्य दिनों की तरह दिन के वक्त ट्रेडिंग नहीं की जाती है, लेकिन शाम को ट्रेडिंग मुहूर्त के लिए स्टॉक एक्सचेंज विशेष रूप से एक घंटे के लिए खोले जाते हैं। दिवाली पर शेयर मार्केट में इनवेस्ट करना बेहद शुभ माना जाता है। ट्रेडिंग मुहूर्त के दिन निवेशक बाजार में ट्रेडिंग कम और निवेश पर ज्यादा फोकस करते हैं। बता दें कि ट्रेडिंग मुहूर्त का चलन BSE में 1957 और NSE में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि ट्रेडिंग मुहूर्त पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।

ट्रेडिंग मुहूर्त का समय

अगर बात करें इस बार के ट्रेडिंग मुहूर्त की, तो देश में शेयर बाजार में इस साल दिवाली के दिन यानि 24 अक्टूबर को शाम 6:15 बजे से लेकर शाम 7:15 बजे के बीच ट्रेडिंग मुहूर्त की जाएगी। 24 अक्टूबर को शाम 6 बजे प्री ओपनिंग सेशन शुरू होगा और 6:08 पर समाप्त हो जाएगा। ट्रेडिंग मुहूर्त में मैचिंग का समय शाम 6:08 से 6:15 बजे तक का होगा। हालांकि कॉल ऑप्शन में ट्रेड मॉडिफिकेशन शाम 7:45 बजे खत्म हो जाएगा।

वैसे तो दिवाली के दिन शेयर बाजार में भी छुट्टी होती है। अन्य दिनों की तरह सुबह 9.15 बजे से शेयरों की खरीद बिक्री नहीं की जाती है। लेकिन शाम को ट्रेडिंग मुहूर्त के तहत 1 घंटे के लिए शेयरों का न केवल सौदा होता है, बल्कि मूहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान ही शेयर बाजार में की गई सभी बाइंग और सेलिंग का सेटलमेंट भी किया जाता है।

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