भारत में ETF

BHARAT 22 ETF - Growth
Fund Key Highlights
1. Current NAV: The Current Net Asset Value of the BHARAT 22 ETF as of @@navdate@@ is Rs @@nav@@ for Growth option of its Regular plan.
2. Returns: Its trailing returns over different time periods are: 10.35% (1yr), 15.63% (3yr) and 7.05% (since launch). Whereas, Category returns for the same time duration are: -5.36% (1yr), 15.29% (3yr) and 10.82% (5yr).
3. Fund Size: The BHARAT 22 ETF currently holds Assets under Management worth of Rs 9038.58 crore as on Sep 30, 2022.
4. Expense ratio: The expense ratio of the fund is 0.02% for Regular plan as on Sep 30, 2021.
5. Exit Load: The given fund doesn't attract any Exit Load.
6. Minimum Investment: Minimum investment required is Rs 5000 and minimum additional investment is Rs 1. Minimum SIP investment is Rs 0.
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About Fund
1. BHARAT 22 ETF is Open-ended Large Cap Equity scheme which belongs to ICICI Prudential Mutual Fund House.
2. The fund was launched on Nov 24, 2017.
Investment objective & Benchmark
1. The investment objective of the fund is that " The Scheme is to invest in constituents of the underlying Index in the same proportion as in the underlying Index, and endeavour to provide returns before expenses, which closely correspond भारत में ETF to the total returns of the underlying Index. "
2. It is benchmarked against S&P BSE Bharat 22 Index.
Asset Allocation & Portfolio Composition
1. The asset allocation of the fund comprises around 99.89% in equities, 0.0% in debts and 0.11% in cash & cash equivalents.
2. While the top 10 equity holdings constitute around 87.56% of the assets, the top 3 sectors constitute around 71.44% of the assets.
3. The fund largely follows a Value oriented style of investing and invests across market capitalisations - around 0.0% in giant & large cap companies, 0.0% in mid cap and 0.0% in small cap companies.
Tax Implications
1. Gains are taxed at a rate of 15% (Short-term Capital Gain Tax - STCG) if units are redeemed within 1 year of investment.
2. For units redeemed after 1 year of investment, gains of upto Rs. 1 lakh accruing from those units in a financial year shall be exempted from tax.
3. Gains of more than Rs. 1 lakh will be taxed at a rate of 10% (Long-term Capital Gain Tax - LTCG).
4. For Dividend Distribution Tax, the dividend income from this fund will get added to the income of an investor and taxed according to his/her respective tax slabs.
5. Also, for dividend income in excess of Rs 5,000 in a financial year; the fund house shall deduct a TDS of 10% on such income.
Bharat Bond ETF में निवेश का एक और मौका, ये है डिटेल
सिक्योर निवेश की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश का एक और मौका मिलने वाला है। एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट ने बताया कि भारत बॉन्ड.
सिक्योर निवेश की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश का एक और मौका मिलने वाला है। एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट ने बताया कि भारत बॉन्ड ईटीएफ के तीसरे चरण के तहत सरकार केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की वृद्धि की योजना के वित्तपोषण के लिए 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) तीन दिसंबर को खुलकर नौ दिसंबर को बंद होगी। नयी श्रृंखला 15 अप्रैल, 2032 को परिपक्व होगी। एनएफओ का मूल आकार 1,000 करोड़ रुपये होगा। इसमें खुला ग्री शू विकल्प भी होगा। ग्री शू विकल्प करीब 4,000 करोड़ रुपये का रहेगा। यानी सरकार भारत बॉन्ड ईटीएफ के तीसरे चरण के तहत 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकेगी।
भारत बॉन्ड ईटीएफ का प्रबंधन एडलवाइस म्यूचुअल फंड करती है। इसके प्रबंधन के तहत 36,359 करोड़ रुपये की संपत्तियां हैं। यह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बांड में निवेश करता है। यह ईटीएफ भारत में ETF फिलहाल ‘एएए’ रेटिंग वाले सार्वजनिक क्षेत्र के बांड में ही निवेश करता है।
बता दें कि भारत बॉन्ड ईटीएफ की दूसरी किस्त को जुलाई, 2020 में पेश किया गया था और इसे तीन गुना से अधिक का अभिदान मिला था। इसके जरिये 11,000 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। दिसंबर, 2019 में इसके पहले चरण में 12,400 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी।
भारत में ETF
Q. Consider the following statements about Bharat 22 ETF Exchange Traded Fund1. Bharat 22 is an ETF that will track the performance of 22 stocks, which the government plans to disinvest.2. Bharat 22 will span only six sectors i.e, basic materials, energy, finance, FMCG, industrials and utilities.3. The foundation of Bharat 22 ETF was laid by the government in the Union Budget 2019 Which of the statements given above is/are correct?Q. भारत 22 ईटीएफ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:1. भारत 22 एक ETF है, जो 22 शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा, जिसे सरकार विनिवेश करने की योजना बना रही है।2. भारत 22 में केवल छह क्षेत्र यानी बुनियादी सामग्री, ऊर्जा, वित्त, FMCG, उद्योग और उपयोगितापूर्ण सामग्री शामिल होंगे।3. भारत 22 ETF की नींव सरकार ने केंद्रीय बजट 2019 में रखी थी। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है / हैं?A.1 only केवल 1B. 1,2 and 3 1,2 और 3C.2 and 3 only केवल 2 और 3D.1 and 2 only केवल 1 और 2
Q. Consider the following statements about Bharat-22 ETF (Exchange-Traded Fund)
1. Bharat 22 is an ETF that will track the performance of 22 stocks, which the government plans to disinvest.
2. Bharat 22 will span only six sectors i.e, basic materials, energy, finance, FMCG, industrials and utilities.
3. The foundation of Bharat 22 ETF was laid by the government in the Union Budget 2019
Which of the statements given above is/are correct ?
Q. भारत -22 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. भारत-22 एक ETF है, जो 22 शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा, जिसे सरकार विनिवेश करने की योजना बना रही है।
2. भारत-22 में केवल छह क्षेत्र यानी बुनियादी सामग्री, ऊर्जा, वित्त, FMCG, उद्योग और उपयोगितापूर्ण सामग्री शामिल होंगे।
3. भारत-22 ETF की नींव सरकार ने केंद्रीय बजट 2019 में रखी थी।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा सही है / हैं?
Bharat Bond ETF: दिसंबर में जबरदस्त कमाई का मिलेगा मौका, शुरू होगा भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण
Bharat Bond ETF: भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण आगामी तीन दिसंबर को खुलेगा और सप्ताह भर तक खुला रहेगा। इसका सब्सक्रिप्शन नौ दिसंबर को बंद होगा। भारत बॉन्ड के तीसरे चरण के जरिए सरकार की योजना 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की है।
भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण आगामी तीन दिसंबर को खुलेगा और सप्ताह भर तक खुला रहेगा। इसका सब्सक्रिप्शन नौ दिसंबर को बंद होगा। भारत बॉन्ड के तीसरे चरण के जरिए सरकार की योजना 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। गौरतलब है कि यह देश का पहला कॉरपोरेट बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) है। भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम निवेशक 1,000 रुपये निवेश कर सकते हैं। इसके बाद 1,000 भारत में ETF रुपये के मल्टीपल में निवेश का विकल्प मौजूद होता है।
पहली और दूसरी किस्त से जुटाए इतने करोड़
भारत बॉन्ड ईटीएफ की पहली किस्त की पेशकश दिसंबर 2019 में की गई थी इसके जरिए सरकार ने लगभग 12,400 करोड़ रुपये की राशि जुटाई थी। दूसरी किस्त को जुलाई 2020 में लॉन्च किया गया था। यह तीन गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था। सरकार ने इससे 11,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।
तीसरी किस्त 2032 में होगी मैच्योर
भारत बॉन्ड ईटीएफ के तीसरे चरण के इश्यू का मूल आकार ‘मुक्त ग्रीन शू विकल्प’ के साथ 1,000 करोड़ रुपये का होगा। ईटीएफ की तीसरी किस्त के अप्रैल 2032 में मैच्योर होने की उम्मीद है। भारत बॉन्ड ईटीएफ वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की एक पहल है और एडलवाइस एमएफ द्वारा प्रबंधित है।
मैच्योरिटी वाले चार भारत बॉन्ड ईटीएफ
फिलहाल, अलग-अलग मैच्योरिटी वाले चार भारत बॉन्ड ईटीएफ हैं। अप्रैल 2023, अप्रैल 2025, अप्रैल 2030 और अप्रैल 2031। भारत बॉन्ड ईटीएफ ने अपनी दूसरी किस्त में 5 और 12 साल के मैच्योरिटी विकल्प की पेशकश की, जबकि पहली किस्त में मैच्योरिटी विकल्प 3 और 10 साल के लिए थे।
विस्तार
भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण आगामी तीन दिसंबर को खुलेगा और सप्ताह भर तक खुला रहेगा। इसका सब्सक्रिप्शन नौ दिसंबर को बंद होगा। भारत बॉन्ड के तीसरे चरण के जरिए सरकार की योजना 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। गौरतलब है कि यह देश का पहला कॉरपोरेट बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) है। भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम निवेशक 1,000 रुपये निवेश कर सकते हैं। इसके बाद 1,000 रुपये के मल्टीपल में निवेश का विकल्प मौजूद होता है।
पहली और दूसरी किस्त से जुटाए इतने करोड़
भारत बॉन्ड ईटीएफ की पहली किस्त की पेशकश दिसंबर 2019 में की गई थी इसके जरिए सरकार ने लगभग 12,400 करोड़ रुपये की राशि जुटाई थी। दूसरी किस्त को जुलाई 2020 में लॉन्च किया गया था। यह तीन गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था। सरकार ने इससे 11,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।
तीसरी किस्त 2032 में होगी मैच्योर
भारत बॉन्ड ईटीएफ के तीसरे चरण के इश्यू का मूल आकार ‘मुक्त ग्रीन शू विकल्प’ के साथ 1,000 करोड़ रुपये का होगा। ईटीएफ की तीसरी किस्त के अप्रैल 2032 में मैच्योर होने की उम्मीद है। भारत बॉन्ड ईटीएफ वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की एक पहल है और एडलवाइस एमएफ द्वारा प्रबंधित है।
मैच्योरिटी वाले चार भारत बॉन्ड ईटीएफ
फिलहाल, अलग-अलग मैच्योरिटी वाले चार भारत बॉन्ड ईटीएफ हैं। अप्रैल 2023, अप्रैल 2025, अप्रैल 2030 और अप्रैल 2031। भारत बॉन्ड ईटीएफ ने अपनी दूसरी किस्त में 5 और 12 साल के मैच्योरिटी विकल्प की पेशकश की, जबकि पहली किस्त में मैच्योरिटी विकल्प 3 और 10 साल के लिए थे।
भारत बांड ईटीएफ के जरिये सरकार जुटा सकती है दस हजार करोड़
इससे उनकी पूंजीगत व्यय की जरूरत को भी पूरा किया जाता है। भारत बांड ईटीएफ एक तरह का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं। भारत सरकार की विशिष्ट कंपनियों के शेयरों में बांड के नाम पर निवेश किया जाता है। यह बांड भारत सरकार की ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनियां होती हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार इस साल दिसंबर तक भारत बांड ईटीएफ की अगली किस्त ला सकती है। वह इसके जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस राशि का इस्तेमाल केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसई) की वृद्धि की योजना में किया जाएगा।अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की कोष की जरूरत का आकलन किया जा रहा है और एक्सचेंज ट्रेडेड कोष (ईटीएफ) की तीसरी किस्त को चालू कैलेंडर वर्ष के अंत से पहले पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा, 'अभी हम इस राशि को अंतिम रूप दे रहे हैं। लेकिन यह 10,000 करोड़ रुपये से अधिक होगी।' भारत बांड ईटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड कोष है जो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बांड में निवेश करता है। ईटीएफ फिलहाल सिर्फ 'एएए' रेटिंग वाले बांड में निवेश करता है। ईटीएफ के जरिये जुटाई गई राशि का इस्तेमाल सीपीएसई या सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए कर्ज जुटाने की योजना में होता है।
इससे उनकी पूंजीगत व्यय की जरूरत को भी पूरा किया जाता है। भारत बांड ईटीएफ एक तरह का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं। भारत सरकार की विशिष्ट कंपनियों के शेयरों में बांड के नाम पर निवेश किया जाता है। यह बांड भारत सरकार की ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनियां होती हैं। जिनमें निवेश पर छह फीसदी का रिटर्न हासिल होता है।
एक हजार करोड़ का राइट्स इश्यू कंपनी के लिए महत्वपूर्ण: डिश टीवी
डिश टीवी का एक हजार करोड़ का राइट्स इश्यू डीटीएच कंपनी के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। अधिकारी ने कहा कि कंपनी को तकनीक में बदलाव करते हुए पुराने सेट टाप बाक्स को नई पीढ़ी के स्मार्ट बाक्स से बदलने के लिए धन की आवश्यकता है, ताकि ग्राहक आधार को घटने से बचाया जा सके। अधिकारी ने कहा कि डिश टीवी दरअसल, इंटरनेट माध्यम से देखे जाने वाले ओटीटी प्लेटफार्म से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।