मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत

diwali muhurat trading 2022:दिवाली पर पूरे दिन रहेगा शेयर बाजार बंद, होगी केवल मुहूर्त ट्रेडिंग, जानिए कब से शुरू हुई परंपरा
diwali muhurat trading 2022: ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी बाजारों भी कारोबार होगा।
Muhurat Trading 2022 (सोशल मीडिया)
Muhurat Trading 2022: 'मुहूर्त ट्रेडिंग' कई सालों से भारतीय शेयर बाजार में चली आ रही है एक परंपरा है। यह परंपरा के एक दिन और कुछ घंटों के लिए होती है, लेकिन यह ऐसी परंपरा है जो कभी टाली नहीं जा सकती है। दीपावली हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है। इस त्योहार पर कई सरकारी और निजी संस्थान बंद रहता है। इसमें भारतीय शेयर बाजार भी शामिल है। दिवाली पर्व भले ही शेयर बाजार क्लोजि रहे, लेकिन कुछ घंटे के लिए बाजार खुलता है,जिसको विशेष कारोबारी सेशन कहा गया है। सोमवार को पड़ी रही दिवाली पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading 2022) के लिए खुलेगा। बाजार में होने वाली विशेष कारोबारी सेशन 'मुहूर्त ट्रेंडिग' शाम को होगी। 26 अक्टूबर, 2022 को भी शेयर बाजार बंद रहेगा।
इन बाजारों में भी होगा कारोबार
विशेष कारोबारी सेशन मुहूर्त ट्रेडिंग पर बीएसई और एनएसई की ओर से एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में बताया गया है कि BSE और NSE में 'मुहूर्त ट्रेंडिग' मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत का समय शाम को 6:15 बजे से लेकर 7:15 बजे तय किया गया है। इस दौरान एक घंटे का छोटा सा कारोबार होगा। दरअसल, 'मुहूर्त ट्रेंडिग' के दौरान कारोबारी बाजार में निवेश करते हैं। इस दौरान लेन-देन करना शुभ माना जाता है। विशेष कारोबारी सेशन में ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी बाजारों में कारोबार होगा।
जानिए कब हुई थी शुरुआत
दिवाली पर्व में मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा काफी पुरानी है। कुछ जानकारी के मुताबिक, पिछले 5 दशक से शेयर बाजार से मुहूर्त ट्रेडिंग हो रही है। सबसे पहले यह परंपरा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में वर्ष 1957 में शुरू हुई थी। उसके काफी सालों के बाद साल 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में इस परंपरा की शुरुआत की गई थी।
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग
पंडित गोपाल कृष्ण शास्त्री का कहना है कि सनातन यानी हिंदुओं धर्म में ऐसी मान्यता है कि किसी भी काम की शुरुआत अगर दिवाली के त्योहार पर करते हैं तो उसमें प्रगति होने की संभावना बन जाती है और नया काम शुरू करने के लिए दिवाली वाले दिन को शुभ माना गया है। इसको देखते हुए शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत हुई है,क्योंकि इस दिन शेयर बाजार में इन्वेस्टर्स अपना पहला निवेश कर पूरी साल लाभ की कामना करते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग टूटेगा पिछले साल का रिकॉर्ड
मुहूर्त ट्रेडिंग के एक घंटे को छोड़कर भारतीय शेयर बाजार पूरे बंद रहेगा। इसके अलावा भारतीय शेयर बाजार 26 अक्टूबर, 2022 को भी बंद रहेगा। इन दिन बलिप्रतिपदा है। आपको बता दें कि पिछले दिवाली की मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में जोरदार उछाल आई थी। 4 नवंबर, 2022 को मुहूर्त ट्रेडिंग में सेंसेक्स 60,067 अंक पर पहुंच गया था,मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत जबकि निफ्टी 17,921 पर कारोबार किया था। अब देखना यह होगा कि क्या 24 अक्टूबर को दिवाली के दौरान होने वाले विशेष कारोबारी सेशन में शेयर बाजार अपना पिछले साल का रिकॉर्ड टूटेगा या नहीं।
मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 – शेयरों (स्टॉक्स) में निवेश (इन्वेस्ट) शुरू करने के लिए आपका शुभ मुहूर्त
भारतीयों द्वारा अनुसरण किए जाने वाले कैलेंडरों में से एक – विक्रम संवत के अनुसार, दिवाली एक नए वित्तीय वर्ष (फाइनेंशियल ईयर) की शुरुआत का प्रतीक है। यही कारण है कि भारत में इसे शुभ माना जाता है। दिवाली न केवल गिफ्ट देने और मिठाइयां बाँटने का समय है, बल्कि ‘स्टॉक्स’ में इन्वेस्ट करने का समय भी है। हां! आपने सही सुना। सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं में इन्वेस्ट करने के अलावा, कई इन्वेस्टर्स के लिए स्टॉक्स खरीदना भी रिवाज बन गया है।
लेकिन दिवाली सार्वजनिक (पब्लिक हॉलिडे) छुट्टी है और स्टॉक एक्सचेंज (शेयर बाज़ार) छुट्टियों पर बंद होते हैं, तो फिर उस दिन आप स्टॉक कैसे खरीद सकते हैं? जवाब है ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ सेशन। आइए इसके बारे में जानने के लिए सभी जरूरी चीजों पर चर्चा करें – इसका अर्थ, हिस्ट्री और इस सेशन के दौरान स्टॉक खरीदने के क्या मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत क्या फायदे हैं। पढ़ते रहिये! आप जानते हैं कि आप जिज्ञासु (क्यूरियस) हैं!
Table of Contents
इस आर्टिकल में शामिल हैं:
मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
भारतीय, रीति-रिवाजों को महत्व देते हैं मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत और वे चीजों को सही मुहूर्त में करना ही पसन्द करते हैं। मुहूर्त वह शुभ समय होता है जिसमें कोई भी व्यक्ति या उद्यम (इंटरप्राइजेज) अपने किसी काम को करने या शुरू करने के लिये अच्छा मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान (शुभ मुहूर्त में) जब कोई काम किया जाता है, तो वह बिना किसी बाधा के पूरा होता है। ऐसा ही एक शुभ मुहूर्त दिवाली पर आता है।
इस छुट्टी पर, भारतीय स्टॉक एक्सचेंज एक घंटे के ट्रेडिंग सेशन के लिए खुलता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। हर साल, स्टॉक एक्सचेंज इस ट्रेडिंग सेशन के लिये दिन और समय को परिभाषित करता है। ऐसा माना जाता है कि इस एक घंटे के दौरान स्टॉक खरीदना और बेचना धन की देवी, देवी लक्ष्मी जी का आशीर्वाद लेकर आता है।
इसलिए कई लोग इस दिन इक्विटी खरीदते हैं। कुछ लोग उन्हें लंबे समय के लिए भी रखते हैं और उन्हें अपनी पीढ़ियों को गिफ्ट के रूप मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत में देते हैं।
इसके पीछे का इतिहास क्या है?
भारतीय एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन आधी सदी से भी अधिक समय से किया जा रहा है। यह पहली बार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा 1957 में आयोजित किया गया था। इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने इस विरासत को जारी रखते हुए 1992 में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत की।
इन्वेस्टर समुदाय के लिए, यह सेशन नए साल का प्रतीक है। इस दिन स्टॉकब्रोकर पुराने लेज़र को बंद कर देते हैं और नए लेज़र पर काम करना शुरू कर देते हैं। इस पारंपरिक (ट्रेडिशनल) ट्रेडिंग सेशन से पहले, स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज में ‘चोपरा पूजा’ यानी बही-खाते (अकाउंट बुक) की पूजा करते हैं।
मनोरंजक तथ्य
इस ट्रेड सेशन के साथ कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। इन मे से एक हैं कि सबसे पहले मारवाड़ी इन्वेस्टर्स इस मुहूर्त के दौरान स्टॉक बेचते थे क्योंकि उनका मानना था कि इस दिन पैसा घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए। दूसरी ओर, गुजराती इन्वेस्टर्स ने इस सेशन के दौरान शेयरों (स्टॉक्स) में खरीदारी की। लेकिन इसका समर्थन करने के लिए कोई डेटा उपलब्ध नहीं है और यह आज के समय में सच नहीं है।
इस सेशन के दौरान कौन-कौन इन्वेस्ट कर सकता है?
इस सेशन के दौरान कोई भी इन्वेस्टर या ट्रेडर इन्वेस्ट कर सकता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि यह शुभ मुहूर्त है, आपको आँख बंद करके इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने के बाद रिसर्च करें और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद ही अच्छे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का प्रोसेस
इस ट्रेडिंग सेशन को निम्नलिखित 5 घटकों में बांटा गया है:
ब्लॉक डील सेशन: इस दौरान, दो पार्टी पहले से तय किये मूल्य पर स्टॉक्स खरीदने या बेचने का निर्णय लेते हैं और इसकी सूचना स्टॉक एक्सचेंज को देते हैं।
प्री-ओपन सेशन: इस दौरान, एक्सचेंज मार्केट खुलने से पहले (आमतौर पर लगभग 8 मिनट पहले) संतुलन मूल्य निर्धारित करते हैं।
सामान्य मार्केट अवधि: यह एक घंटे का सेशन होता है जिसमें ज्यादातर ट्रेडिंग होती है।
कॉल ऑक्शन सेशन: इस दौरान, इलिक्विड (अनकदी) शेयर की ट्रेडिंग होती है। यदि प्रतिभूति एक्सचेंज द्वारा निर्धारित मानदंडों (क्राइटेरिया) को पूरा करती है, तो इसे इलिक्विड के रूप में वर्गीकृत (क्लासिफाइड) किया जाता है।
क्लोजिंग (समापन) सेशन: यहां, ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स क्लोजिंग प्राइस पर मार्केट ऑर्डर देते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 का समय क्या है?
इस साल भी BSE और NSE दोनों ने, दिवाली, यानी 4 नवंबर 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग की अनुमति अनुमति दे दी है।
सेशन के फायदे क्या हैं?
- यह शेयर खरीदने/बेचने का अच्छा समय है क्योंकि इस सेशन के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम ज्यादा होता है। उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम से संकेत मिलता है कि शेयर मार्केट के आसपास बहुत अधिक रुचि या गतिविधि है।
- यह एक शुभ समय माना जाता है, इसलिए यदि आप पहली बार इन्वेस्ट कर रहे हैं तो आप इस दिन इन्वेस्ट मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत करना शुरू कर सकते हैं।
- यह अनुभवी इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए एक बहुत अच्छा मौका है क्योंकि इस सेशन के दौरान मार्केट में आमतौर पर तेजी रहती है। लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ जब मार्केट में अगले ही दिन गिरावट देखने को मिली है। इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है और गहन रिसर्च के बाद ही इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करना जरूरी है।
यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अभी भी इन्वेस्ट शुरू करने के लिए सही मुहूर्त की तलाश में हैं तो मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 आपके लिए सौभाग्य की बात है। ऐसे शेयरों की तलाश करें जो मजबूत फंडामेंटल द्वारा समर्थित हों, जिनमें ग्रोथ क्षमता हो और जिनमें अच्छा नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) हो। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि किन शेयरों में इन्वेस्ट करना है, तो आप टिकरटेप के स्क्रीनर का उपयोग करके अपनी रिसर्च शुरू कर सकते हैं। इसमें 200 से अधिक फिल्टर हैं जो आपको प्रासंगिक प्रमुख मेट्रिक्स के आधार पर ढेर सारे स्टॉक के माध्यम से तेजी से फ़िल्टर करने की सुविधा देते हैं।
स्क्रीनर के अलावा, टिकरटेप में अन्य इन्वेस्टमेंट विश्लेषण उपकरण भी हैं जैसे स्टॉक के लिए व्यापक एसेट पेज, म्यूचुअल फंड, ETFs, इंडेक्स, मार्केट मूड इंडेक्स और बहुत कुछ।
साल में एक बार शुभ मुहूर्त पर शेयरों में इन्वेस्ट करने का यह मौका न जाने दें। आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और यह मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आपके लिए शुभकामनाएं लेकर आए!
मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 – शेयरों (स्टॉक्स) में निवेश (इन्वेस्ट) शुरू करने के लिए आपका शुभ मुहूर्त
भारतीयों द्वारा अनुसरण किए जाने वाले कैलेंडरों में से एक मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत – विक्रम संवत के अनुसार, दिवाली एक नए वित्तीय वर्ष (फाइनेंशियल ईयर) की शुरुआत का प्रतीक है। यही कारण है कि भारत में इसे शुभ माना जाता है। दिवाली न केवल गिफ्ट देने और मिठाइयां बाँटने का समय है, बल्कि ‘स्टॉक्स’ में इन्वेस्ट करने का समय भी है। हां! आपने सही सुना। सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं में इन्वेस्ट करने के अलावा, कई इन्वेस्टर्स के लिए स्टॉक्स खरीदना भी रिवाज बन गया है।
लेकिन दिवाली सार्वजनिक (पब्लिक हॉलिडे) छुट्टी है और स्टॉक एक्सचेंज (शेयर बाज़ार) छुट्टियों पर बंद होते हैं, तो फिर उस दिन आप स्टॉक कैसे खरीद सकते हैं? जवाब है ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ सेशन। आइए इसके बारे में जानने के लिए सभी जरूरी चीजों पर चर्चा करें – इसका अर्थ, हिस्ट्री और इस सेशन के दौरान स्टॉक खरीदने के क्या क्या फायदे हैं। पढ़ते रहिये! आप जानते हैं कि आप जिज्ञासु (क्यूरियस) हैं!
Table of Contents
इस आर्टिकल में शामिल हैं:
मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?
भारतीय, रीति-रिवाजों को महत्व देते हैं और वे चीजों को सही मुहूर्त में करना ही पसन्द करते हैं। मुहूर्त वह शुभ समय होता है जिसमें कोई भी व्यक्ति या उद्यम (इंटरप्राइजेज) अपने किसी काम मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत को करने या शुरू करने के लिये अच्छा मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान (शुभ मुहूर्त में) जब कोई काम किया जाता है, तो वह बिना किसी बाधा के पूरा होता है। ऐसा ही एक शुभ मुहूर्त दिवाली पर आता है।
इस छुट्टी पर, भारतीय स्टॉक एक्सचेंज एक घंटे के ट्रेडिंग सेशन के लिए खुलता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। हर साल, स्टॉक एक्सचेंज इस ट्रेडिंग सेशन के लिये दिन और समय को परिभाषित करता है। ऐसा माना जाता है कि इस एक घंटे के दौरान स्टॉक खरीदना और बेचना धन की देवी, देवी लक्ष्मी जी का आशीर्वाद लेकर आता है।
इसलिए कई लोग इस दिन इक्विटी खरीदते हैं। कुछ लोग उन्हें लंबे समय के लिए भी रखते हैं और उन्हें अपनी पीढ़ियों को गिफ्ट के रूप में देते हैं।
इसके पीछे का इतिहास क्या है?
भारतीय एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन आधी सदी से भी अधिक समय से किया जा रहा है। यह पहली बार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा 1957 में आयोजित किया गया था। इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने इस विरासत को जारी रखते हुए 1992 में मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत की।
इन्वेस्टर समुदाय के लिए, यह सेशन नए साल का प्रतीक है। इस दिन स्टॉकब्रोकर पुराने लेज़र को बंद कर देते हैं और नए लेज़र पर काम करना शुरू कर देते हैं। इस मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत पारंपरिक (ट्रेडिशनल) ट्रेडिंग सेशन से पहले, स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज में ‘चोपरा पूजा’ यानी बही-खाते (अकाउंट बुक) की पूजा करते हैं।
मनोरंजक तथ्य
इस ट्रेड सेशन के साथ कई मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। इन मे से एक हैं कि सबसे पहले मारवाड़ी इन्वेस्टर्स इस मुहूर्त के दौरान स्टॉक बेचते थे क्योंकि उनका मानना था कि इस दिन पैसा घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए। दूसरी ओर, गुजराती इन्वेस्टर्स ने इस सेशन के दौरान शेयरों (स्टॉक्स) में खरीदारी की। लेकिन इसका समर्थन करने के लिए कोई डेटा उपलब्ध नहीं है और यह आज के समय में सच नहीं है।
इस सेशन के दौरान कौन-कौन इन्वेस्ट कर सकता है?
इस सेशन के दौरान कोई भी इन्वेस्टर या ट्रेडर इन्वेस्ट कर सकता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि यह शुभ मुहूर्त मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत है, आपको आँख बंद करके इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने के बाद रिसर्च करें और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद ही अच्छे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग का प्रोसेस
इस ट्रेडिंग सेशन को निम्नलिखित 5 घटकों में बांटा गया है:
ब्लॉक डील सेशन: इस दौरान, दो पार्टी पहले से तय किये मूल्य पर स्टॉक्स खरीदने या बेचने का निर्णय लेते हैं और इसकी सूचना स्टॉक एक्सचेंज को देते हैं।
प्री-ओपन सेशन: इस दौरान, एक्सचेंज मार्केट खुलने से पहले (आमतौर पर लगभग 8 मिनट पहले) संतुलन मूल्य निर्धारित करते हैं।
सामान्य मार्केट अवधि: यह एक घंटे का सेशन होता है जिसमें ज्यादातर ट्रेडिंग होती है।
कॉल ऑक्शन सेशन: इस दौरान, इलिक्विड (अनकदी) शेयर की ट्रेडिंग होती है। यदि प्रतिभूति एक्सचेंज द्वारा निर्धारित मानदंडों (क्राइटेरिया) को पूरा करती है, तो इसे इलिक्विड के रूप में वर्गीकृत (क्लासिफाइड) किया जाता है।
क्लोजिंग (समापन) सेशन: यहां, ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स क्लोजिंग प्राइस पर मार्केट ऑर्डर देते हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 का समय क्या है?
इस साल भी BSE और NSE दोनों ने, दिवाली, यानी 4 नवंबर 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग की अनुमति अनुमति दे दी है।
सेशन के फायदे क्या हैं?
- यह शेयर खरीदने/बेचने का अच्छा समय है क्योंकि इस सेशन के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम ज्यादा होता है। उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम से संकेत मिलता है कि शेयर मार्केट के आसपास बहुत अधिक रुचि या गतिविधि है।
- यह एक शुभ समय माना जाता है, इसलिए यदि आप पहली बार इन्वेस्ट कर रहे हैं तो आप इस दिन इन्वेस्ट करना शुरू कर सकते हैं।
- यह अनुभवी इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए एक बहुत अच्छा मौका है क्योंकि इस सेशन के दौरान मार्केट में आमतौर पर तेजी रहती है। लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ जब मार्केट में अगले ही दिन गिरावट देखने को मिली है। इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है और गहन रिसर्च के बाद ही इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करना जरूरी है।
यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अभी भी इन्वेस्ट शुरू करने के लिए सही मुहूर्त की तलाश में हैं तो मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 आपके लिए सौभाग्य की बात है। ऐसे शेयरों की तलाश करें जो मजबूत फंडामेंटल द्वारा समर्थित हों, जिनमें ग्रोथ क्षमता हो और जिनमें अच्छा नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) हो। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि किन शेयरों में इन्वेस्ट करना है, तो आप टिकरटेप के स्क्रीनर का उपयोग करके अपनी रिसर्च शुरू कर सकते हैं। इसमें 200 से अधिक फिल्टर हैं जो आपको प्रासंगिक प्रमुख मेट्रिक्स के आधार पर ढेर सारे स्टॉक के माध्यम से तेजी से फ़िल्टर करने की सुविधा देते हैं।
स्क्रीनर के अलावा, टिकरटेप में अन्य इन्वेस्टमेंट विश्लेषण उपकरण भी हैं जैसे स्टॉक के लिए व्यापक एसेट पेज, म्यूचुअल फंड, ETFs, इंडेक्स, मार्केट मूड इंडेक्स और बहुत कुछ।
साल में एक बार शुभ मुहूर्त पर शेयरों में इन्वेस्ट करने का यह मौका न जाने दें। आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और यह मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आपके लिए शुभकामनाएं लेकर आए!
मुहूर्त ट्रेडिंग पर मार्केट में करें निवेश: कोल इंडिया और IOCL समेत यह 10 शेयर खरीदें, मिल सकता है दमदार रिटर्न
भारतीय शेयर बाजार में दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा है। वैसे तो स्टॉक एक्सचेंज में दिवाली के मौके पर छुट्टी होती है। लेकिन छुट्टी के दिन भी इसे विशेष तौर पर शाम के समय एक घंटे के लिए खोला जाता है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहते हैं। आज 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे। ब्लॉक डील सेशन 5.45 बजे से 6 बजे तक रहेगा, जबकि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से लेकर 6.08 बजे तक होगा।
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा करीब 50 साल पुरानी
शेयर बाजार में दिवाली के पर्व पर मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा करीब 50 साल पुरानी है। इस दिवाली के दिन से हिंदू विक्रम संवत वर्ष 2079 की शुरुआत हो रही है। पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि और सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है। ठीक इसी तरह इस मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ भी कुछ ऐसी ही धारणा जुड़ी हुई है। शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स इस दिन को निवेश की शुरुआत के लिए बेहद खास मानते हैं।
पिछले 2 हफ्तों में शेयर मार्केट में भारी उठापटक देखने को मिली थी। ऐसे में निवेशकों को समझ नहीं आ रहा है कि मुहूर्त ट्रेडिंग पर क्या खरीदें और क्या नहीं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग में कुछ अच्छे शेयर्स में पैसे लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। अनुज गुप्ता आपको 10 ऐसे शेयर्स बता रहे हैं, जिनमें इस दिवाली पर निवेश करके आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।
अच्छे शेयर्स में निवेश करके कमाएं पैसा
ऐसे समय में सही शेयर्स में निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। उनके अनुसार बैंकिंग और एनर्जी सेक्टर के शेयर्स में इस समय पैसा लगाना सही रहेगा।
यहां हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिनका ध्यान शेयर बाजार निवेशकों को रखना चाहिए.
निवेश को ट्रैक करते रहें
जब आप कई तरह के एसेट में निवेश करते हैं, तो हो सकता है कि सभी निवेश को नियमित रूप से ट्रैक नहीं कर रहे हों। ऐसे में बाजार का रुझान बदलने पर सटीक प्रतिक्रिया देना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए यदि आप अपने निवेश को ट्रैक नहीं कर पा रहें तो एक विश्वसनीय वित्तीय सलाहकार की मदद लें।
नुकसान में न बेचें शेयर
उतार चढ़ाव शेयर बाजार का स्वभाव है। निवेशकों को शेयर बाजार में आई गिरावट से घबराना नहीं चाहिए। अगर आपने शेयर बाजार में पैसा लगा रखा है और इसमें आपको अभी नुकसान हुआ है तो भी आपको नुकसान में अपने शेयर बेचने से बचना चाहिए, क्योंकि लॉन्ग टर्म में मार्केट में रिकवरी की उम्मीद है। ऐसे में अगर आप अपने शेयर्स को लम्बे समय के लिए होल्ड करते हैं तो आपको नुकसान होने की उम्मीद कम हो जाएगी।
स्टॉक बास्केट रहेगी सही
आज कल स्टॉक बास्केट का कॉन्सेप्ट चल रहा है। इसके तहत आप शेयर्स का एक बास्केट बनाते हैं और अपने सभी शेयर्स मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत में निवेश करते हैं। यानी अगर आप इस 5 शेयर्स में कुल 25 हजार निवेश करना चाहते हैं तो सभी में 5-5 हजार रुपए लगा सकते हैं। इससे जोखिम कम हो जाता है।