क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

किस समय सीमा को चुनना है

किस समय सीमा को चुनना है
1. आधार ओटीपी के जरिए 2. नेट बैंकिंग के जरिए ई-फाइलिंग अकाउंट में लॉग इन कर के 3. इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन कोड (EVC) के जरिए 4. ITR-V के दोनों तरफ दस्तखत की हुई कॉपी को बेंगलूरू मेन ब्रांच भेजकर.

लक्ष्य और उद्देश्य

रणनीतिक योजना प्रक्रिया में पहला कदम एक मजबूत, स्पष्ट लक्ष्य स्थापित करना है जो आपकी दृष्टि को परिभाषित करता है ताकि आप जान सकें कि आप कहाँ जाना चाहते हैं। फिर आप उद्देश्यों को परिभाषित करते हैं - आप वहां कैसे जा रहे हैं, इसके लिए कदम। एक स्पष्ट लक्ष्य और विशिष्ट उद्देश्यों की पहचान करना एक अच्छी रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और आपके बाकी प्रयासों को मार्गदर्शन देगा।

अपने लक्ष्य और उद्देश्यों की स्थापना के बारे में एक छोटी प्रस्तुति देखें:

लक्ष्य

अपने लक्ष्य को स्पष्ट करने में मदद करने के लिए, बड़ी तस्वीर पर विचार करें। वर्णन करें कि जब आप उस तक पहुंचेंगे तो दुनिया कैसी दिखेगी। क्या अलग होगा? हमारे कई संरक्षण लक्ष्य दीर्घकालिक हैं और पहुँचने के लिए 5, 10, 20 वर्ष या अधिक ले सकते हैं। एक प्रभावी और प्रासंगिक संचार रणनीति के लिए, अल्पावधि सोचें - एक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें जो 3-5 वर्षों में प्राप्त किया जा सकता है और अगले 12-18 महीनों में प्राप्त किए जा सकने वाले उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

आपका लक्ष्य विशिष्ट होना चाहिए। यह ठीक-ठीक बताना चाहिए कि क्या होना चाहिए, कहाँ और कब, और किसके साथ होना चाहिए। एक अच्छी तरह से तैयार किया गया लक्ष्य नियोजन प्रक्रिया को स्पष्ट दिशा देता है और आपकी परियोजना के फोकस को मापने योग्य तरीकों से बताता है, जैसे कि भूगोल, दर्शक और समयरेखा। दूसरे शब्दों में, यह स्मार्ट: विशिष्ट, औसत दर्जे का, प्राप्त करने योग्य, यथार्थवादी और समयबद्ध है। यह एक स्मार्ट लक्ष्य लिखने के लिए कुछ प्रयास करने की संभावना है।

संचार टीआईपी

नियमित रूप से अपने आप को (और आपकी टीम को) याद दिलाना आपके दैनिक कार्यकलापों को प्राथमिकता देने में मदद कर सकता है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप जो काम कर रहे हैं, वह आपको उसके करीब जाने में मदद कर रहा है।

एक बार जब आप अपने लक्ष्य की पहचान कर लेते हैं, तो आपका अगला कदम इसे "काटने-आकार" उद्देश्यों में विभाजित करना है, आप अपने लक्ष्य तक कैसे पहुँचें, इसके लिए कदम। उद्देश्य भी स्मार्ट होने चाहिए और उन दर्शकों के आधार पर बनाए जा सकते हैं, जिन तक आप पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जो आप करने की कोशिश कर रहे हैं, या आपकी योजना प्रक्रिया के चरण।

उदाहरण: यदि आपका लक्ष्य है "80 द्वारा 2030% द्वारा हवाईयन के निकटवर्ती जल में समुद्री आक्रामक प्रजातियों की घटनाओं को कम करना," एक उदाहरण उद्देश्य हो सकता है: आक्रामक प्रजातियों की सीमा नियंत्रण के लिए अधिक धनराशि बनाने के लिए 2020 द्वारा आक्रामक प्रजातियों की नीति पारित करने के लिए राज्य विधायिका प्राप्त करें।

क्या होता है तपेदिक?

एक वक्त था, जब टीबी रोग एक भयानक बीमारी मानी जाती थी, लेकिन अब इसका ईलाज बहुत आसान हो गया है। टीबी रोग को तपेदिक, क्षय और यक्षमा जैसे कई नामों से जाना जाता है। तपेदिक संक्रामक रोग होता है जो माइकोबैक्टिरीअम टूबक्र्यूलोसस नामक जीवाणु के कारण है। तपेदिक के मूल लक्षणों में खांसी का लगातार आना, थूक का रंग बदलना मतलब खून जैसा रंग हो होना, बुखार, थकान, सीने में दर्द, भूख कम लगना, सांस लेते वक्त तकलीफ होना! खांसने के दौरान गले में दर्द होना। यदि ये लक्षण नजर आएं, तो घबराएं नहीं, बराबर चेकअप करवाए! डॉक्टर से सलाह ले, इसका इलाज संभव है। यह बीमारी ला-इलाज नहीं हैं। इस बीमारी से खुद भी अवेयर रहें और दूसरों को भी अवेयर करें।

  • लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना।
  • खांसी के साथ खून का आना।
  • छाती में दर्द और सांस का फूलना।
  • वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना।
  • शाम को बुखार का आना और ठंड लगना।
  • रात में पसीना आना।

टीबी का उपचार (टीबी मुक्त )

टी.बी. के उपचार की शुरुआत सीने का एक्स-रे लेकर तथा थूक या बलगम की लेबोरेटरी जांच कर की जाती है।

आजकल टी.बी. के उपचार के लिए अलग-अलग एंटीबायोटिक्स/एंटीबेक्टेरियल्स दवाओं का एक साथ प्रयोग किया जाता है। यह उपचार लगातार बिना छोरी 6 से 9 महीने तक चलता है।

इस रोग किस समय सीमा को चुनना है की दवा लेने में अनियमितता बरतने पर, इसके बैक्टीरिया में दवाई के प्रति प्रतिरोध क्षमता उत्पन्न हो जाती है। इससे बैक्टीरियाओं पर फिर दवा का असर नहीं होता। यह स्थिति रोगी के लिए खतरनाक होती है। एंटीबायोटिक्स ज्यादा प्रकार की देने का कारण भी यही है कि जीवाणुओं में प्रतिरोध क्षमता पैदा न हो जाए।

उपचार के दौरान रोगी को पौष्टिक आहार मिले, वह शराब-सिगरेट आदि से दूर रहे।

बच्चों को टी.बी. से बचने के लिए बी.सी.जी. का टीका जन्म के तुरंत बाद लगाया जाता है। अब ये माना जाने लगा है कि बीसीजी के टीके की इसमें कोई भूमिका नहीं है।

टीबी-मुक्त राज्य

बडगाम (जम्मू-कश्मीर)। जहां किस समय सीमा को चुनना है एक ओर देश में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई कठिन होती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ गंभीर संक्रामक बीमारी तपेदिक (टीबी) के मामले में राहत देने वाली खबर सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को हाल ही में टीबी-मुक्त घोषित किया गया है। भारत में टीबी मुक्त होने वाले ये पहले राज्य हैं। ऐसा तब संभव हुआ है, जब दुनिया के लगभग 30 प्रतिशत टीबी के मामले अपने देश में हैं और भारत दुनिया की टीबी राजधानी के रूप में जाना जाता है।

We’ve now declared one union territory – Lakshadweep and one district in Jammu Kashmir – Budgam as tuberculosis free. I think this is a landmark achievement to begin with I think it has already set the tone for a TB-free India by 2025: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan

अगर आपका भी है इन 4 बैंकों में खाता तो 1 दिसंबर से कर पाएंगे Digital Rupee का इस्तेमाल, जानें आम आदमी को किस तरह होगा फायदा

E-Rupee

E-Rupee

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2022,
  • (Updated 29 नवंबर 2022, 5:13 PM किस समय सीमा को चुनना है IST)

ई-रुपी (e₹-R) डिजिटल टोकन का काम करेगा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 1 दिसबंर से रीटेल डिजिटल रुपये (Digital Rupee) लॉन्च करने की घोषणा की है. डिजिटल करेंसी के लिए यह पहला पायलट प्रोजेक्ट है. इससे पहले आरबीआई ने 1 नवंबर को होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल रुपये को लॉन्च करने की घोषणा की थी. ई-रुपया भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी और प्रबंधित एक कानूनी डिजिटल मुद्रा है और इसके लेनदेन भी आरबीआई के नियमों के दायरे में आएंगे.

डिजिटल टोकन के रूप में होगा ई-रुपया

इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) नाम दिया गया है. देश की चुनिंदा जगहों पर एक दिसंबर से इसका रोलआउट किया जाएगा. इसके रोलआउट में कस्टमर से लेकर मर्चेंट को भी शामिल किया जाएगा. आरबीआई ने एक बयान में कहा, ई-रुपया एक डिजिटल टोकन के रूप में होगा. इसे उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं. ये करेंसी नोटों की तरह ही पूरी तरह वैध और मान्य है. इसका इस्तेमाल लेन-देन के लिए किया जा सकता है.

इनकम टैक्स के लिए मुझे फॉर्म 16 कब मिलेगा? कंपनियां इसे कबतक जारी करेंगी?

कंपनियां वित्तीय वर्ष के अंतिम​ तिमाही के लिए फाइनल टीडीएस रिटर्न दाखिल करती हैं. इसकी डेडलाइन 31 मई 2021 तक थी, जिसे बढ़ाकर 31 जून कर दिया गया है. वहीं नियमानुसार 15 दिन के अंतराल में फार्म 16 जारी करने की तारीख 15 जून तक थी, जिसे एक महीने बढ़ा दिया गया है. यानी अब कंपनियां 15 जुलाई तक फॉर्म 16 जारी करेंगी.

एफडी में निवेश करनेवालों के लिए 15-G या 15-H की आखिरी तारीख 30 जून है. यह फॉर्म आपको भर कर बैंक में जमा करना होता है, नहीं तो बैंक इसमें से टैक्स काट लेता है. सीबीडीटी के ताजा नो​टिफिकेशन के मुताबिक, इसकी डेडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

टीडीएस की फाइलिंग डेडलाइन कितनी बढ़ी? समय पर नहीं भरने से क्या होगा?

कंपनी या पार्टनरशिप फर्म के लिए टीडीएस की फाइलिंग तिथि 31 मई को बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया है. अगर कोई कंपनी 30 जून तक फाइल नहीं करती है तो सामान्यत: 200 रुपये प्रति दिन पेनल्टी लगेगी. 1.5 फीसदी मासिक यानी 18 फीसदी वार्षिक इंटरेस्ट भरना होगा.

अगर आपने 30 सितंबर तक इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरा तो आपको 3 तरह से आर्थिक नुकसान होंगे. पहला तो इंटरेस्ट के रूप में, दूसरा पेनल्टी के रूप में और तीसरा लेट फाइलिंग फी लगेगी. IT act 1961 के तहत 234 A/B/C के तहत आपको इंटरेस्ट देना होगा. सामान्यत: यह 1 फीसदी मासिक होता है. इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 271 के तहत लेट फाइलिंग फीस लगेगी. यह फीस 1000 रुपये से 10 हजार या ज्यादा भी हो सकती है. एक उदाहरण ये समझिए कि आपकी आय 5 लाख से कम है तो 31 दिसंबर 2021 तक के लिए 1000 रुपये फाइन भरना पड़ सकता है.

ऑनलाइन आईटीआर (ITR) कैसे फाइल करें?

>>सबसे पहले www.incometaxindiaefiling.gov.in पर लॉगिन करें. >>यूजर आईडी (PAN), पासवर्ड, जन्मतिथि और कैप्चा कोड एंटर कर लॉग इन करें. >>अब ‘e-File’ टैब पर जाएं और Income Tax Return की लिंक पर क्लिक करें. >>यहां आपको सबसे पहले ये चुनना है कि कौन सा ITR फॉर्म भरना है. >>इसके साथ ही असेसमेंट ईयर का भी यहां चयन करना होगा. >>आप यदि ओरिजिनल रिटर्न भर रहे हैं तो ‘Original’ टैब पर क्लिक करना होगा. >>वहीं, रिवाइज्ड रिटर्न भर रहे हैं तो आपको ‘Revised Return’ पर क्लिक करना होगा. >>इसके बाद आपको यहां Prepare and Submit Online पर क्लिक कर Continue करें. >>अब नए पेज पर मांगी गई सारी जानकारियों को भरें और Save करते रहें. >>ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि Session TimeOut हो जाने पर भरी गई डिटेल्स गायब हो जाएंगी. >>यहां पर आपको अपने निवेश की सारी जानकारियां, इंश्योरेंस पॉलिसी की डिटेल्स भी भरनी है. >>सारी डिटेल्स भरने के बाद लास्ट में Verification का पेज आएगा. इसे वेरिफाई कर दें. >>इसके बाद Preview and submit पर क्लिक करें और फिर ITR सबमिट कर दें.

देश की खबरें | पीटी उषा का निर्विरोध आईओए अध्यक्ष चुना जाना तय

देश की खबरें | पीटी उषा का निर्विरोध आईओए अध्यक्ष चुना जाना तय

नयी दिल्ली, 27 नवंबर महान एथलीट पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का अध्यक्ष बनना लगभग तय है क्योंकि 10 दिसंबर को होने वाले चुनावों में शीर्ष पद के लिए वह अकेली उम्मीदवार हैं। वह आईओए की पहली महिला अध्यक्ष होंगी।

कई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 58 साल की उषा 1984 के ओलंपिक 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थी।

उन्होंने रविवार को शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ उनकी टीम के 14 अन्य लोगों ने विभिन्न पदों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया।

आईओए चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा रविवार को समाप्त हो गयी। आईओए के चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा को शुक्रवार और शनिवार को कोई नामांकन नहीं मिला लेकिन रविवार को विभिन्न पदों के लिए 24 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किये।

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