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डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है?

डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है?
महाशक्तियों में समझौता न होने से बाजार प्रभावित

Sone Chandi Ka Bhav: सोना 408 रुपये लुढ़का, चांदी की कीमतों में 594 रुपए की गिरावट

विदेशी बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें 408 रुपये घटकर 52,847 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गईं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज की ओर से यह जानकारी दी गई।

पिछले कारोबार में सोना 53,255 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। चांदी भी 594 रुपए की गिरावट के साथ 61,075 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाल रंग में 1,745.5 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था जबकि चांदी गिरावट के साथ 20.83 डॉलर प्रति औंस पर चल रही थी।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में विश्लेषक दिलीप परमार के अनुसार डॉलर इंडेक्स में बढ़त के कारण एशिया में कॉमेक्स सोना लुढ़क गया। बाजार सहभागियों को फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के सख्त होने के संकेतों मिलने का इंतजार है।

डॉलर के मुकाबले 18 पैसे कमजोर हुआ रुपया, अमेरिकन करेंसी की डिमांड बढ़ने का असर

मुंबई. डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत के गिरने का सिलसिला गुरुवार को भी नहीं थमा। बुधवार को रुपया 23 पैसे तक लुढ़क गया। शाम को डॉलर के मुकाबले रुपया 69.94 रुपए पर बंद हुआ। गुरुवार को उम्मीद थी कि रुपया अपनी लय हासिल करने की कोशिश करेगा, लेकिन फॉरेक्स मार्केट में रुपया जब लुढ़क गया तो शेयर बाजार में मायूसी छा गई।

फॉरेक्स मार्केट में रुपया 69.70 पैसे पर खुला

गुरुवार सुबह फॉरेक्स मार्केट में रुपया 69.70 पैसे पर खुला। कुछ देर बाद में रुपया 69.89 तक लुढ़क गया। शाम को 69.94 रुपए पर बंद हुआ। सूत्रों का कहना है कि घरेलू बाजार में रुपये के कमजोर होने की वजह डॉलर की मांग में बढ़ोतरी होना है। उनका कहना है कि अमेरिकन करेंसी की मांग बढ़ेगी तो भारतीय करेंसी अपने आप कमजोर हो जाएगी।

अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया 40 पैसे उछलकर 73.29 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा

अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने और घरेलू शेयर बाजार में तेजी के समर्थन से अंतर बैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे उछलकर 73.29 (अस्थायी) रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.46 पर मजबूत खुला। कारोबार के दौरान 73.21 से 73.54 रुपये प्रति डालर के दायरे में घूमने के बाद अंत में पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव की तुलना में 40 पैसे ऊंचा रहकर 73.29 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

सोमवार को लगातार तीसरे कारेाबारी सत्र में रुपये में तेजी कायम रही। पिछले तीन कारोबारी सत्र के दौरान रुपया 95 पैसे चढ़ चुका है। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 92.68 पर अपरिवर्तित रहा।बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 765.04 अंक की तेजी के साथ 56,889.76 अंक पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘भारतीय रुपये में शुक्रवार को मजबूती का जो रुख बना था वह सोमवार को भी जारी रहा। एशियाई मुद्राओं में रुपया दूसरी सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा रही।’’

फिर लुढ़का रुपया डॉलर के आगे

डॉलर के मुकाबले रुपया अभी तक के सबसे निचले स्तर तक गिर कर 77.56 पर आ गया. जानकार इसके लिए अमेरिका में कड़ी होती मौद्रिक नीति और विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय स्टॉक्स को बेचने को जिम्मेदार मान रहे हैं.

तेल के उत्पादों के बढ़ते दाम और मजबूत होता अमेरिकी डॉलर रुपये पर हावी रहे हैं. रिजर्व बैंक ने पिछले ही सप्ताह ब्याज दरें भी बढ़ाई थीं, लेकिन निवेशकों का भारत से पैसे बाहर निकालना जारी रहा.

रूपया इससे पहले मार्च में डॉलर के मुकाबले 76.98 के ऐतिहासिक रूप से निचले स्थान पर पहुंचा था. सोमवार नौ मई को यह और लुढ़क कर 77.56 पर पहुंच गया. रुपये के लुढ़कने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी50 पर भारतीय स्टॉक्स लगातार चौथे दिन घाटे में रहे.

विदेशी निवेशक निकाल रहे हैं पैसा

सोमवार को एक एक भारतीय स्टॉक शुरू में तो एक प्रतिशत से ज्यादा गिरे, लेकिन बाद में स्थिति में कुछ सुधार आया. बैंक, धातु और तेल और गैस के स्टॉको में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली. रिलायंस जैसी वजनदार कंपनी के स्टॉक के मूल्य में तीन प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई.

डॉलर लगातार मजबूत होता जा रहा हैतस्वीर: Xie Zhengyi/dpa/picture डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? alliance

स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़े दिखाते हैं कि इस साल अभी तक विदेशी निवेशकों ने कुल 1,340 अरब रुपये भारतीय शेयरों से निकाल लिए हैं.

यूक्रेन युद्ध और चीन में कोविड-19 प्रतिबंधों की वापसी से विदेशी निवेशक अपना जोखिम कम कर रहे हैं और भारत जैसे उभरते बाजारों में से पूंजी निकाल रहे हैं. उसके ऊपर से महंगाई ने भी भारत में निवेश की भावना पर असर डाला है. भारत पेट्रोल की अपनी 80 प्रतिशत से भी ज्यादा जरूरतों को आयात करता है.

महंगाई की चुनौती

पिछले सप्ताह अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने देश की मुख्य ब्याज दरों में आधा प्रतिशत अंकों की बढ़ोतरी की थी, लेकिन और ज्यादा आक्रामक कदमों को उठाना टाल दिया था.

भारत में तेल के बढ़ते दामों डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? का बड़ा असर देखने को मिल रहा हैतस्वीर: Prakash Singh/AFP/Getty Images

विदेशी मुद्रा कंपनी ओआंडा के जेफ्री हेली ने एक नोट में बताया, "भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अचानक ब्याज दरें बढ़ाने के बाद अगर भारत में महंगाई सात प्रतिशत से ज्यादा चली जाती है. तो आरबीआई पर फिर से कदम उठाने का दबाव रहेगा. इससे रुपये को कुछ मजबूती तो मिल सकती है लेकिन स्थानीय शेयरों के लिए यह शायद ही अच्छा हो."

भारत के विदेशी मुद्रा के डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? खजाने में लगातार आठवें हफ्ते में गिरावट देखने को मिली. रुपये को स्थिर करने के लिए रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा को बेच लेकिन इसके बाद अप्रैल 29 को खत्म होने वाले सप्ताह में विदेशी मुद्रा का खजाना 600 अरब डॉलर से भी नीचे चला गया.

कच्चा तेल 94 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। हफ्ते के तीसरे दिन शुरुआती कारोबार में मामूली गिरावट के साथ ब्रेंट क्रूड 94 डॉलर प्रति बैरल के करीब ट्रेंड कर रहा है। इस बीच सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम डॉलर और रुपये के बीच चल क्या रहा है? में कोई बदलाव नहीं किया है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा। मुंबई में पेट्रोल का भाव 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल की कीमत 92.76 रुपये प्रति लीटर है। इसी तरह चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

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