निवेश स्थल

दुनिया भर के निवेशकों के लिए भारत अब पसंदीदा देश बन गया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में भारत आज न केवल दुनिया के लिए निवेश का पसंदीदा स्थल बन गया है बल्कि विभिन्न सेक्टर्स में नए-नए कीर्तिमान भी स्थापित कर रहा है। देश के तरक्की के ग्राफ को देखकर हर देशवासी ”मेरा देश, मेरा देश मेरा देश बदल रहा है… आगे बढ़ रहा है” गीत निवेश स्थल गुनगुनाने लगा है।
निवेश स्थल
निवेश स्थल (Nivesh sthal ) मीनिंग : Meaning of निवेश स्थल in English - Definition and Translation
- ShabdKhoj
- निवेश स्थल Meaning
- Hindi to English
- Definition
- Similar words
- Opposite words
निवेश स्थल MEANING IN ENGLISH - EXACT MATCHES
निवेश स्थल (Nivesh sthal) meaning in English (इंग्लिश मे मीनिंग) is INSERTION SITE (निवेश स्थल ka matlab english me INSERTION SITE hai). Get निवेश स्थल meaning and translation of Nivesh sthal in English language with grammar, synonyms and antonyms by ShabdKhoj. Know the answer of question : what is meaning of Nivesh sthal in English? निवेश स्थल (Nivesh sthal) ka matalab Angrezi me kya hai ( निवेश स्थल का अंग्रेजी में मतलब, इंग्लिश में अर्थ जाने)
Tags: English meaning of निवेश स्थल , निवेश स्थल meaning in english, निवेश स्थल translation and definition in English.
English meaning of Nivesh sthal , Nivesh sthal meaning in english, Nivesh sthal translation and definition in English language by ShabdKhoj (From HinKhoj Group). निवेश स्थल का मतलब (मीनिंग) अंग्रेजी (इंग्लिश) में जाने |
देश में शीर्ष निवेश स्थल के निवेश स्थल रूप में उभर रहा है जम्मू-कश्मीर: प्रशासन
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को कहा, ‘‘आजादी के बाद से जम्मू और कश्मीर को केवल 14,000 करोड़ रुपये का निजी निवेश प्राप्त हुआ था। हालांकि नई औद्योगिक विकास योजना की शुरुआत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा व्यक्तिगत रूचि लेने के बाद केंद्रशासित प्रदेश को लगभग एक वर्ष में 56,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।’’
प्रवक्ता ने कहा कि बड़ी संख्या में देश-विदेश की निजी कंपनियां जम्मू-कश्मीर में निवेश कर रही हैं। रियल एस्टेट सम्मेलन के दौरान कई बिल्डरों ने भी यहां निवेश में गहरी दिलचस्पी दिखाई है।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
नए निवेश स्थल के तौर पर उबर रहा जम्मू कश्मीर
जम्मू और कश्मीर ब्यूरो
Updated Mon, 09 May 2022 02:15 AM IST
जम्मू। जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए नए निवेश स्थल के तौर पर उभर रहा है। जम्मू कश्मीर की औद्योगिक नीति का मुख्य एजेंडा 2021 से 2030 तक विकास से बदलाव लाने का निवेश स्थल है।
प्रदेश सरकार के दावे के तहत प्रदेश में करीब 25000 लघु उद्यमों निवेश स्थल में करीब 90 फीसदी औद्योगिक श्रमिक काम करते हैं। जम्मू कश्मीर में औद्योगिक विकास के लिए केंद्र सरकार की नई योजना के तहत 28400 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करवाई गई है।
जम्मू कश्मीर निजी औद्योगिक एस्टेट विकास नीति 2021 से 2030 तक को हाल ही में अधिसूचित किया गया है, इसमें जीएसटी लिंक इंसेंटिव समेत कई फायदे उद्योगों व वहां काम करने वाले श्रमिकों को दिए हैं। इन नीतिगत फैसलों से जम्मू-कश्मीर में अब तक 50 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं।
इस निवेश से जम्मू-कश्मीर में करीब दो लाख 33 हजार रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जम्मू कश्मीर में औद्योगिक प्रणाली में सुधार लाने के लिए एकल खिड़की के सिद्धांत को अपनाया गया है ताकि व्यापार करने में सरलता हो। जम्मू कश्मीर के विभिन्न विभागों की 130 सेवाओं को ऑनलाइन किया गया है।
अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र के निवेशकों के लिए भी जम्मू कश्मीर के दरवाजे खुल चुके हैं। दुबई एक्सपो 2020 में उपराज्यपाल के साथ कई वैश्विक निवेशकों ने जम्मू कश्मीर में निवेश की इच्छा जताई और कई निवेशकों के साथ समझौता हस्ताक्षर भी हुए।
71% मल्टीनेशनल कंपनियां अगले 3-5 वर्षों में भारत में करेंगी भारी निवेश
वहीं, इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटलीकरण में भी भारत को विशेष सफलता निवेश स्थल मिली है। भारत की मजबूत होती इकोनॉमी ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। CII-EY MNC सर्वे 2022 रिपोर्ट के मुताबिक 71% मल्टीनेशनल कंपनियां अगले 3-5 वर्षों में भारत में भारी निवेश करने जा रही है। सर्वे रिपोर्ट की मानें तो 64% मल्टीनेशनल कंपनियां भारत में बिजनेस के अनुकूल बेहतर माहौल बनाने का श्रेय केंद्र सरकार को देती है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की लगातार कोशिशों से देश में ”ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” में भारी बढ़ोतरी हुई है। तो वहीं डिजिटलीकरण से सहुलियत भी बढ़ी है और पारदर्शिता से भरोसा बढ़ा है। निवेश स्थल विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी भारत अब तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने ओर तेजी से अग्रसर है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटलीकरण में भी भारत को मिली सफलता
इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटलीकरण में भी भारत को बड़ी सफलता मिली है। भारत सरकार का लक्ष्य भारत के सामान्य लोगों को इस बेस पर इंपावर करना है, यानि कि उसे पावरफुल बनाना है। इसलिए, भारत ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखकर अपनी नीतियां बनाई, और पूरी सरकार उसकी सुविधा और प्रगति के रास्ते पर चली। भारत ने इसके लिए दो चीजों पर एक साथ काम किया। पहला-बैंकिंग व्यवस्था को सुधारना उसे मजबूत करना उसमें पारदर्शिता लाना और दूसरा- वित्तीय समावेश करना। ये दोनों ही उपाय सफल साबित हुए।
आज भारत के 99 प्रतिशत से अधिक गांवों में 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंक शाखा, बैंकिंग आउटलेट या ‘बैंकिंग मित्र’ है। आम नागरिकों को बैंकिंग की जरूरतें पूरी करने के लिए इंडिया पोस्ट बैंकों के माध्यम से व्यापक डाकघर नेटवर्क का भी उपयोग किया गया है। आज भारत में प्रति एक लाख वयस्क नागरिकों पर जितनी बैंक शाखाएं मौजूद हैं, वह जर्मनी, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से अधिक है।
डिजिटल भागीदारी से भारत के लिए खुला संभावनाओं का नया संसार
कहते हैं कि वित्तीय भागीदारी जब डिजिटल भागीदारी से जुड़ जाती है तो संभावनाओं का एक नया संसार खुलने लगता है। जी हां, यूपीआई (UPI) ने भारत के लिए विकास के नई द्वार खोलने का कार्य किया है। यूपीआई जैसा बड़ा उदाहरण आज हमारे सामने है और भारत को इस पर गर्व है क्योंकि यह दुनिया में अपनी तरह की पहली तकनीक है। आज 70 करोड़ स्वदेशी रुपे कार्ड उपयोग कर रहे हैं, जो विदेशी कंपनियों और उच्च वर्गों के ऐसे उत्पादों के इस्तेमाल की तुलना में बहुत बड़ा बदलाव है। “प्रौद्योगिकी और अर्थव्यवस्था का यह संयोजन गरीबों के लिए गरिमा और सामर्थ्य को बढ़ा रहा है और मध्यम वर्ग को सशक्त बना रहा है, साथ ही यह देश के डिजिटल विभाजन को भी खत्म कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि निवेश को प्रोत्साहित करने वाली केंद्र सरकार की एजेंसी ‘इन्वेस्ट इंडिया’ को साल 2020 का संयुक्त राष्ट्र निवेश निवेश स्थल संवर्धन पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है। इस पर पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार भारत को निवेश के लिए दुनिया का निवेश स्थल पसंदीदा स्थल बनाने और कारोबार करना अधिक सुगम बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वास्तव में सरकार ऐसा करके जनता से किए अपने वादों को पूरा भी कर रही है। तभी तो महामंदी के दौर और कोरोना संकट में भी भारत की गाड़ी ट्रैक से नहीं उतरी और देश का विकास का पहिया निरंतर घूमता रहा है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
सिप्ला ने प्रोस्टेट कैंसर का इलाज के लिए इंजेक्शन पेश किया
जनरल आसिम मुनीर ने पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला