USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है

पहली बार 80 के पार बंद हुआ रुपया, आजादी बाद यूं बदलती गई भारतीय करेंसी की चाल
20 जुलाई 2022 के दिन भारतीय करेंसी रुपया 79.91 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 80.05 के निचले स्तर को छू गया। कारोबार के दौरान रुपया 79.91 से 80.05 रुपये के दायरे में रहा।
आज से कुछ दिनों बाद 15 अगस्त को देश 75वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएगा। 1947 यानी आजादी के साल से लेकर अब तक बहुत कुछ बदल चुका है। आज की तारीख USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है में देश ने लगभग हर मोर्चे पर तरक्की की रफ्तार पकड़ी है लेकिन इसी दौर में भारतीय करेंसी यानी रुपया कमजोर होता गया है।
पहली बार 80 के पार बंद: बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 13 पैसे लुढ़का और 80 प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर को लांघकर बंद हुआ। यह पहली बार है जब डॉलर के मुकाबले रुपया इस स्तर पर पहुंचा है। इससे पहले मंगलवार को कारोबार के USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है दौरान पहली बार डॉलर के मुकाबले रुपया 80.05 के स्तर तक पहुंचा था। बहरहाल, आज हम आपको बताएंगे कि आजादी के बाद रुपया की चाल कैसी रही।
आजादी के साल का हाल: 1947 में स्वतंत्रता के समय भारतीय रुपया, अमेरिकी मुद्रा यानी डॉलर के बराबर था। दरअसल, भारत को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली। उस समय भारतीय रुपया ब्रिटिश पाउंड से जुड़ा था और इसका मूल्य अमेरिकी डॉलर के बराबर था। वहीं, भारत की बैलेंस शीट पर कोई विदेशी उधारी नहीं थी। 1951 में पंचवर्षीय योजना की शुरुआत के साथ सरकार ने बाहर से कर्ज लेने शुरू किए। इसके लिए रुपये के अवमूल्यन की USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है आवश्यकता थी। 1948 और 1961 के बीच एक डॉलर के मुकाबले रुपया 4.79 पर आंका गया था।
Forex Reserves: सात दिन में 2.734 अरब डॉलर बढ़ा देश का खजाना, जानिए कितना है गोल्ड रिजर्व
India Forex Reserves: 24 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.734 अरब डॉलर बढ़कर 593.323 अरब ड . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : July 01, 2022, 20:58 IST
नई दिल्ली. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) में तेजी आई है. 24 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.734 अरब डॉलर बढ़कर 593.323 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 17 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 5.87 अरब डॉलर घटकर 590.588 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 10 जून, 2022 को खत्म हुए सप्ताह में यह 4.599 अरब डॉलर घटकर 596.458 अरब डॉलर रह गया था.
2.334 अरब डॉलर बढ़ी एफसीए
आरबीआई के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार रिपोर्टिंग वीक में विदेशी मुद्रा भंडार में उछाल आने की वजह कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाले फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए (Foreign Currency Assets) और USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है स्वर्ण आरक्षित भंडार में वृद्धि है. रिजर्व बैंक ने कहा कि रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 2.334 अरब डॉलर बढ़कर 529.216 अरब डॉलर हो गई. डॉलर में बताई जाने वाली एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है.
गोल्ड रिजर्व बढ़ा
इसके USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है USD मुद्रा जोड़ी क्यों नहीं है अलावा रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व का मूल्य 34.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.926 अरब डॉलर हो गया. रिपोर्टिंग वीक में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ (IMF) में देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 5.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.21 अरब डॉलर हो गया. आईएमएफ में देश का मुद्रा भंडार भी 30 लाख डॉलर बढ़कर 4.97 अरब डॉलर हो गया.
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