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व्यापारिक संकेत क्या हैं

व्यापारिक संकेत क्या हैं
2017 में पिछले साल शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि निर्यात से संबंधित उत्सर्जन का सबसे बड़ा स्रोत ब्राजील था, इसके बाद अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, थाईलैंड, रूस और ऑस्ट्रेलिया थे। इस तरह के उत्सर्जन से जुड़े उत्पादों के सबसे बड़े शुद्ध आयातक चीन, अमेरिका, जापान और जर्मनी थे, जिनमें यूके, इटली, दक्षिण कोरिया और सऊदी अरब भी पीछे नहीं हैं।

व्यापार की शुरुआत

भारत में व्यवसाय शुरू करने में 15 से 30 दिन लगते हैं, इस पर निर्भर करता है कि आप एक निजी लिमिटेड कंपनी, एक-व्यक्ति कंपनी (ओपीसी), सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी), साझेदारी या एकमात्र स्वामित्व का चयन करते हैं। आपके निर्णय को आधार बनाने के लिए प्रमुख कारक हैं व्यवसाय संरचना, स्टार्ट-अप लागत, अनुपालन कार्य शामिल हैं और कर लाभ की पेशकश की गई धन सहायता।

स्टार्ट-अप के लिए सबसे अच्छा विकल्प, क्योंकि यह एकमात्र व्यवसाय संरचना है जो उद्यम पूंजीपतियों से धन जुटा सकता है। एक अतिरिक्त बोनस यह है कि होनहार कर्मचारियों को कंपनी में ईएसओपी के माध्यम से इक्विटी हिस्सेदारी दी जा सकती है।

एलएलपी पंजीकरण

एलएलपी में एक साझेदारी फर्म के रूप में एक ही सेट-अप है, लेकिन एक निजी लिमिटेड कंपनी के कई फायदे हैं। यह शुरू करने के लिए सस्ता है और कम अनुपालन है।

एक ओपीसी, जैसा कि नाम से संकेत मिलता है, का सिर्फ एक साथी है, लेकिन एक निजी लिमिटेड कंपनी के लगभग सभी लाभों का आनंद लेता है (हालांकि धन जुटाना कठिन होगा)। हालाँकि, एक बड़ी खामी यह है कि इसे राजस्व के मामले में निजी या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी में परिवर्तित किया जाना चाहिए। 3 करोड़ रु।

सामान्य साझेदारी

इसके लिए सभी की जरूरत एक साझेदारी विलेख है जिसे पंजीकृत होने की भी आवश्यकता नहीं है। घर-आधारित व्यवसायों के लिए एक अच्छा विकल्प, विशेष रूप से शुरू करते समय

बिना किसी जोखिम के छोटे व्यवसाय मालिक के नाम पर चल सकते हैं। आप बस कई सरकारी पंजीकरणों में से एक को चुन सकते हैं जो आपके व्यवसाय पर शुरू होने के लिए लागू होते हैं।

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ऐसे सपने नौकरी-व्यापार में तरक्की का देते हैं संकेत, मनोकामना होती है पूरी

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंसान नींद की अवस्था में कई तरह के सपने देखता है. कुछ सपने स्मरण में नहीं रहते हैं जबकि कुछ सपने ऐसे भी होते हैं जो याद रहते हैं. स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर कुछ सपने शुभ फल देते हैं. वहीं कुछ सपने अशुभ संकेत भी देते हैं. सपने में पानी देखना भी एक शुभ स्वप्न होता है. आइए जानते हैं सपने में पानी देखने का अर्थ.

स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में बारिश होते देखना शुभ संकेत देता है. यह सपना करियर में सफलता का शुभ संकेत देता है. ऐसे सपने का मतलब ये भी होता है कि भविष्य में घर में लक्ष्मी की आगमन होने वाला है.

स्वप्न शास्त्र के मुताबिक अगर कोई सपने में देखता है तो उसे शुभ फल प्राप्त होता है. इसके अलावा सपने में खुद को पानी में तैरते देखना भी शुभ है. ऐसे सपने भविष्य में मनोकामना पूर्ति का संकेत देते हैं.

भौगोलिक चिन्‍ह या संकेत (जीआई) क्या है और यह ट्रेडमार्क से कैसे अलग है?

क्या आपने कभी सोचा है क्यों किसी उत्पाद के साथ किसी विशिष्ट क्षेत्र का नाम क्यों लिखा जाता है.. जैसे कि कांचीपुरम की रेशमी साड़ी, अल्फांसो मैंगो, नागपुर ऑरेंज, कोल्हापुरी चप्पल, बीकानेरी भुजिया, आगरा व्यापारिक संकेत क्या हैं का पेठा, मुजफ्फरपूरी लीची, बंगाली रोसोगुल्ला आदि। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे क्यों विशिष्ट क्षेत्र का नाम विशिष्ट उत्पाद के साथ लिया जाता है।

Geographical Indication and how it is different from Trademark in Hindi

क्या आपने कभी सोचा है क्यों किसी उत्पाद के साथ किसी विशिष्ट क्षेत्र का नाम क्यों लिखा जाता है.. जैसे कि कांचीपुरम की रेशमी साड़ी, अल्फांसो मैंगो, नागपुर ऑरेंज, कोल्हापुरी चप्पल, बीकानेरी भुजिया, आगरा का पेठा, मुजफ्फरपूरी लीची, बंगाली रोसोगुल्ला आदि। हम आपको बताते हैं इसका कारण. ऐसे इसलिए होता है क्योंकि इन उत्पादित वस्तुओं की विशेष गुणवत्ता या प्रतिष्ठा या अन्य विशेषताओं की मानकता किसी खास विशिष्ट क्षेत्र के नाम से संदर्भित की जाती है जिसको भौगोलिक चिन्‍ह या संकेत (जीआई) टैग के नाम से जाना जाना है।

भौगोलिक चिन्‍ह (जीआई) क्या है?

भौगोलिक चिन्ह या संकेत (जीआई) का शाब्दिक अर्थ है एक ऐसा चिन्ह, जो वस्‍तुओं की पहचान, जैसे कृषि उत्‍पाद, प्राकृतिक वस्‍तुएं या विनिर्मित वस्‍तुएं, एक देश के राज्‍य क्षेत्र में उत्‍पन्‍न होने के आधार पर करता है, जहां उक्‍त वस्‍तुओं की दी गई गुणवत्ता, प्रतिष्‍ठा या अन्‍य कोई विशेषताएं इसके भौगोलिक उद्भव में अनिवार्यत: योगदान देती हैं। यह दो प्रकार के होते हैं- (1) पहले प्रकार में वे भौगोलिक नाम हैं जो उत्‍पाद के उद्भव के स्‍थान का नाम बताते हैं जैसे शैम्‍पेन, दार्जीलिंग आदि। (2) दूसरे हैं गैर-भौगोलिक पारम्‍परिक नाम, जो यह बताते हैं कि एक उत्‍पाद किसी एक क्षेत्र विशेष से संबद्ध है जैसे अल्‍फांसो, बासमती, रोसोगुल्ला आदि।

भौगोलिक चिन्ह (संकेत) के लिए शासकीय निकाय

भारत में विश्व स्तरीय महत्वपूर्ण कृषि विरासत प्रणाली (GIAHS) स्थलों की सूची

भौगोलिक चिन्ह (संकेत) के लिए प्रावधान

1. औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण के लिए पेरिस कन्वेंशन के अंतर्गत बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) को एक तत्व के रूप में शामिल किया गया है।

2. भौगोलिक चिन्ह या संकेत का पंजीकरण, पंजीकृत स्वामित्व और अधिकृत उपयोगकर्ताओं का अधिकार प्रदान करता है।

3. भौगोलिक चिन्ह या संकेत के उल्लंघन के संबंध में राहत प्राप्त करने का अधिकार।

4. भौगोलिक चिन्ह या संकेत के पंजीकरण के बाद, उपयोग के लिए विशेष अधिकार प्रदान करता है।

5. एक पंजीकृत भौगोलिक चिन्ह या संकेत के दो या अधिक अधिकृत उपयोगकर्ता के पास सह-समान अधिकार हो सकते व्यापारिक संकेत क्या हैं हैं।

भौगोलिक चिन्ह या संकेत और ट्रेडमार्क में अंतर

भौगोलिक चिन्ह या संकेत (जीआई)

व्यापारिक संकेत क्या हैं

कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तीन-चौथाई तक बढ़ा रहे हैं उत्सर्जन

पाम के तेल के निर्यात के लिए इंडोनेशिया में वनों की कटाई

वैज्ञानिकों की एक टीम ने एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के समृद्ध देशों में कृषि उपज से संबंधित ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को लेकर एक अध्ययन किया है। जिसमें पाया गया की विकसित देशों के कृषि उपज के उपभोक्ता विकासशील देशों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को बढ़ाने के लिए जिम्मेवार हैं। उपभोक्ता कृषि उपज की पूर्ति के लिए विकासशील देशों पर निर्भर रहते हैं, जिनकी आपूर्ति व्यापार के जरिए की जाती हैं। यह अध्ययन कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, इरविन और अन्य संस्थानों ने मिलकर किया है।

शोधकर्ताओं ने बताया कि भूमि उपयोग से होने वाले उत्सर्जन में व्यापार, जो कृषि और भूमि उपयोग में होने व्यापारिक संकेत क्या हैं वाले बदलावों से जुड़ा है। जिसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड जो कि 2004 में 5.1 गीगाटन से हर साल बढ़ कर 2017 में 5.8 गीगाटन तक हो गई। यहां बताते चलें कि इसमें अन्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन जैसे नाइट्रस ऑक्साइड और मीथेन भी शामिल हैं।

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