जमा के लिए शुल्क

बैंक में विकास शुल्क जमा कराने उमड़ी छात्रों की भीड़, व्यवस्था के लिए बुलानी पड़ी पुलिस
मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय उदयपुर से जुड़े जिला मुख्यालय स्थित राजकीय पीजी कॉलेज व शिवगंज कॉलेज में परीक्षा के लिए विकास शुल्क राष्ट्रीकृत बैंकों के जरिए जमा किया जा रहा है। विकास शुल्क जमा कराने के लिए बैंकों के बाहर छात्र-छात्राओं की लंबी कतारें लग रही है। शुल्क जमा कराने के बाद हॉर्डकॉपी जमा कराने पहुंच रहे विद्यार्थियों से कॉलेजों में भी चहल-पहल बनी हुई है।
शिवगंज के पंजाब नेशनल बैंक में विकास शुल्क जमा करवाने पहुंची छात्र-छात्राओं की भीड़ को देखते हुए व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बुलवानी पड़ी। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय उदयपुर के स्वयं पाठी परीक्षा का विकास शुल्क व हार्ट कॉपी जमा करवाने के लिए विद्यार्थी सुबह राजकीय महाविद्यालय पहुंचे तो उन्हें बताया कि विकास शुल्क 200 रुपए पंजाब नेशनल बैंक में भरने के बाद महाविद्यालय में हार्ट कॉपी जमा की जाएगी। इस पर सभी विद्यार्थी सुबह करीब 10 बजे पंजाब नेशनल बैंक शाखा शिवगंज में पहुंच गए। देखते ही देखते बैंक के बाहर बड़ी संख्या विद्यार्थी एकत्रित हो गए। बैंक में अधिक भीड़ हो जाने से बैंकिंग कार्यों में परेशानी होने पर शाखा प्रबंधक ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस थाने में इसकी जानकारी दी। जिस पर पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों ने पहुंचकर व्यवस्थाएं संभाली। बैंक के बाहर करीब दो घंटे तक विद्यार्थियों की भीड़ रही। उधर,राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर दानाराम ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने प्राइवेट परीक्षा के लिए ऑनलाइन फार्म भरे थे, उनकी हार्ट कॉपी मंगलवार को महाविद्यालय में जमा करवाने के लिए विद्यार्थी आए थे एवं विकास शुल्क 200 रुपए पंजाब नेशनल बैंक में जमा करवाना था, लेकिन वहां विद्यार्थियों की अधिक भीड़ होने से शुल्क देने से इंकार कर दिया तो वह शुल्क जमा के लिए शुल्क 200 रुपए महाविद्यालय में ही नगद जमा किए गए।
बैंक 1 नवंबर से नकद जमा और निकासी पर एक निश्चित शुल्क वसूलेगी
बैंक 1 नवंबर से नकद जमा और निकासी पर एक निश्चित शुल्क वसूलेगी
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जमा के लिए शुल्क
- Date : 04/12/2020
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- Read in English: Banks to charge a fee for cash deposits and withdrawals from November 1
कई बैंक ए.टी.एम. मशीनों पर एक निश्चित राशि से अधिक नगद जमा और निकासी होने पर एक सुविधा शुल्क लागु करेगी |
नवंबर 2020 से कुछ बैंक ट्रांसैक्शंस में सुविधा शुल्क लगाई जाएगी | वे ग्राहक जो ए.टी.एम. में अक्सर नगद जमा या निकासी करते हैं,उन्हें अपने वॉलेट में ये बदलाव नज़र आएंगे | नए नियम हर बैंक में अलग होंगे |
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक ने कहा है कि वह गैर व्यावसायिक समय पर और बैंक की छुट्टियों के दौरान ग्राहकों के कैश एक्सेप्टर कीओस्क पर नगद जमा के लिए 50 रुपये का शुल्क वसूलेगा | इसका जमा के लिए शुल्क यह मतलब है कि ग्राहकों को शाम 6 बजे बैंक के बंद होने के बाद से दूसरे दिन सुबह 8 बजे तक किये गए हर लेनदेन के लिए शुल्क देना पड़ेगा | यह नियम बैंक की छुट्टियों पर भी लागू होगा|
यदि एक महीने में सभी लेनदेन को मिलाकर ग्राहकों द्वारा किया गया नगद जमा 10,000 रु से अधिक होने पर बैंक एक सुविधा शुल्क भी लगाएगा | हालांकि,फिर भी यह शुल्क बेसिक बचत बैंक जमा खाते (बी.एस.बी.डी.), वरिष्ठ नागरिक के खाते ,जन धन खाते ,विद्यार्थी खाते और शारीरिक रूप से विकलांग लोगो के खातों में लागू नहीं होगा |
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा के पास उनके बचत एवं चालु खाताधारकों के लिए शुल्कों की एक अलग सूचि होगी| बचत खाता के ग्राहकों के लिए, एक महीने में 3 जमा और 3 निकासी की छूट दी गई है |चौथे जमा से, मेट्रो शहरों के लिए 50 रुपये प्रति लेनदेन का शुल्क लगेगा ( गैर मेट्रो शहरों के लिए 40 रुपये) जमा के लिए शुल्क और निकासी के लिए 125 रुपये( गैर मेट्रो शहरों के लिए 100 रुपये )|
चालु खाताधारक और ओवरड्राफ्ट खाताधारकों को 1 लाख रुपये प्रतिदिन तक के जमा पर कोई शुल्क नहीं लगेगा | इससे जमा के लिए शुल्क अधिक राशि के जमा करने पर 1 रूपया प्रति 1000 रुपये लागू होगा ,जिसमे न्यूनतम शुल्क 50 रुपये होगा और अधिकतम 20,000 रुपये| खाताधारकों को हर महीने बिना शुल्क के 3 निकासी करने की अनुमति है पर उसके बाद के हर लेनदेन के लिए उन्हें 150 रुपये चुकाना होगा |
यह शुल्क जन धन खाताधारकों पर लागू नहीं होगा परन्तु यह छूट वरिष्ठ नागरिकों को जमा के लिए शुल्क नहीं दी गई है |
एक्सिस बैंक और अन्य
एक्सिस बैंक ने पहले ही 1 अगस्त 2020 से गैर-बैंकिंग समय (शाम 5 बजे से सुबह 9:30 बजे के बीच) और राज्य और राष्ट्रीय अवकाश के दौरान नकद जमा के लिए 50 रुपये प्रति लेनदेन की दर से शुल्क शुरू किया था। अन्य राष्ट्रीय बैंक जैसे बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और सेंट्रल बैंक भी उन शुल्कों की सूची पेश कर सकते हैं, जिनकी वर्तमान में समीक्षा जारी है ।
आर.बी.आई. दिशानिर्देश के अनुसार, सभी बैंकों को 'उनके खर्चों के हिसाब से अपनी सेवाओं के लिए एक निष्पक्ष,पारदर्शी और भेदभावरहित तरीके से शुल्क लागू करने की अनुमति दी गई है |' हालांकि,वित्तीय मंत्रालय ने पुष्टि की है कि 60 करोड़ बी.एस.बी.डी. खाते ,जिनमे 41 करोड़ जन जमा के लिए शुल्क धन खाते शामिल हैं जिसे मार्जिनलाइज़्ड और बैंक रहित खण्डों के लिए वित्तीय समावेशन बढ़ाने के लिए खोला गया था ,उन पर कोई सेवा शुल्क लागू नहीं होगी |
नवंबर 2020 से कुछ बैंक ट्रांसैक्शंस में सुविधा शुल्क लगाई जाएगी | वे ग्राहक जो ए.टी.एम. में अक्सर नगद जमा या निकासी करते हैं,उन्हें अपने वॉलेट में ये बदलाव नज़र आएंगे | नए नियम हर बैंक में अलग होंगे |
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक ने कहा है कि वह गैर व्यावसायिक समय पर और बैंक की छुट्टियों के दौरान ग्राहकों के जमा के लिए शुल्क कैश एक्सेप्टर कीओस्क पर नगद जमा के लिए 50 रुपये का शुल्क वसूलेगा | इसका यह मतलब है कि ग्राहकों को शाम 6 बजे बैंक के बंद होने के बाद से दूसरे दिन सुबह 8 बजे तक किये गए हर लेनदेन के लिए शुल्क देना पड़ेगा | यह नियम बैंक की छुट्टियों पर भी लागू होगा|
यदि एक महीने में सभी लेनदेन को मिलाकर ग्राहकों द्वारा किया गया नगद जमा 10,000 रु से अधिक होने पर बैंक एक सुविधा शुल्क भी लगाएगा | हालांकि,फिर भी यह शुल्क बेसिक बचत बैंक जमा खाते (बी.एस.बी.डी.), वरिष्ठ नागरिक के खाते ,जन धन खाते ,विद्यार्थी खाते और शारीरिक रूप से विकलांग लोगो के खातों में लागू नहीं होगा |
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा के पास उनके बचत एवं चालु खाताधारकों जमा के लिए शुल्क जमा के लिए शुल्क के लिए शुल्कों की एक अलग सूचि होगी| बचत खाता के ग्राहकों के लिए, एक महीने में 3 जमा और 3 निकासी की छूट दी गई है |चौथे जमा से, मेट्रो शहरों के लिए 50 रुपये प्रति लेनदेन का शुल्क लगेगा ( गैर मेट्रो शहरों के लिए 40 रुपये) और निकासी के लिए 125 रुपये( गैर मेट्रो शहरों के लिए 100 रुपये )|
चालु खाताधारक और ओवरड्राफ्ट खाताधारकों को 1 लाख रुपये प्रतिदिन तक के जमा पर कोई शुल्क नहीं लगेगा | इससे अधिक राशि के जमा करने पर 1 रूपया प्रति 1000 रुपये लागू होगा ,जिसमे न्यूनतम शुल्क 50 रुपये होगा और अधिकतम 20,000 रुपये| खाताधारकों को हर महीने बिना शुल्क के 3 निकासी करने की अनुमति है पर उसके बाद के हर लेनदेन के लिए उन्हें 150 रुपये चुकाना होगा |
यह शुल्क जन धन खाताधारकों पर लागू नहीं होगा परन्तु यह छूट वरिष्ठ नागरिकों को नहीं दी गई है |
एक्सिस बैंक और अन्य
एक्सिस बैंक ने पहले ही 1 अगस्त 2020 से गैर-बैंकिंग समय (शाम 5 बजे से सुबह 9:30 बजे के बीच) और राज्य और राष्ट्रीय अवकाश के दौरान नकद जमा के लिए 50 रुपये प्रति लेनदेन की दर से शुल्क शुरू किया था। जमा के लिए शुल्क अन्य राष्ट्रीय बैंक जैसे बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और सेंट्रल बैंक भी उन शुल्कों की सूची पेश कर सकते हैं, जिनकी वर्तमान में समीक्षा जारी है ।
आर.बी.आई. दिशानिर्देश के अनुसार, सभी बैंकों को 'उनके खर्चों के हिसाब से अपनी सेवाओं के लिए एक निष्पक्ष,पारदर्शी और भेदभावरहित तरीके से शुल्क लागू करने की अनुमति दी गई है |' हालांकि,वित्तीय मंत्रालय ने पुष्टि की है कि 60 करोड़ बी.एस.बी.डी. खाते ,जिनमे 41 करोड़ जन धन खाते शामिल हैं जिसे मार्जिनलाइज़्ड और बैंक रहित खण्डों के लिए वित्तीय समावेशन बढ़ाने के लिए खोला गया था ,उन पर कोई सेवा शुल्क लागू नहीं होगी |
SBI बदल रहा कैश विड्रॉल के नियम, इन्हें पहले से जान लें तो नहीं होगा नुकसान
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) कैश निकालने के नियमों में बदलाव करने जा रहा है। इससे एसबीआई के ग्राहकों के लिए कुछ सेवाएं महंगी हो जाएंगी।
हाइलाइट्स
- मूल बचत बैंक जमा (BSBD) खाताधारकों को एक महीने में सिर्फ चार मुफ्त कैश विड्रॉल की सुविधा मिलेगी।
- एसबीई (State Bank of India) के नए नियम अगले महीने यानी एक जुलाई से लागू हो जाएंगे।
- देश का सबसे बड़ा बैंक अतिरिक्त चेक बुक (additional cheque book) लेने पर भी ग्राहकों से शुल्क वसूलेगा।
नई दिल्ली
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) मूल बचत बैंक जमा (BSBD) खाताधारकों को एक महीने में सिर्फ चार मुफ्त कैश विड्रॉल की सुविधा देगा।इससे अधिक बार नकद निकासी पर शुल्क लेगा। बैंक इन ग्राहकों को एक साल में 10 पन्ने का चेकबुक देगा। इसके बाद चेक बुक लेने पर भी शुल्क लिया जाएगा। नए नियम एक जुलाई से लागू हो जाएंगे।
अतिरिक्त वैल्यू एडेड सेवाओं पर भी शुल्क
बीएसबीडी (BSBD) खातों के लिए सेवा शुल्क में संशोधन के अनुसार, एसबीआई एक जुलाई 2021 से ‘अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं’ (additional Value added services) के लिए 15 रुपये से 75 रुपये तक शुल्क लेगा।
चार बार से अधिक विडॉल पर लगेगा शुल्क
बीएसबीडी खाताधारकों के लिए गैर-वित्तीय लेनदेन और हस्तांतरण लेनदेन शाखाओं, एटीएम, सीडीएम (नकद वितरण मशीन) पर मुफ्त होंगे।
SBI ने कहा कि वह बैंक शाखाओं, एसबीआई एटीएम या अन्य बैंक के एटीएम से चार मुफ्त नकद निकासी से अधिक लेनदेन के लिए प्रति नकद निकासी पर 15 रुपये शुल्क लेगा और इस पर जीएसटी अतिरिक्त होगा।
अतिरिक्त चेक बुक लेने पर भी देना होगा शुल्क
एसबीआई ने कहा, ‘‘चार मुफ्त नकद निकासी (एटीएम और शाखा सहित) से अधिक लेनदेन पर शुल्क वसूल किया जाएगा।’’ इसी तरह चेक बुक सेवाओं के लिए एक वित्त वर्ष में पहले 10 चेक निःशुल्क होंगे। उसके बाद चेकबुक के 10 पन्नों पर 40 रुपये और 25 पन्नों पर 75 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए जीएसटी अलग से जोड़ा जाएगा।
वरिष्ठ नागरिकों को होगी छूट
एसबीआई ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों को चेक बुक सेवाओं पर छूट दी गई है। इसका मतलब है कि वे तय सीमा से ज्यादा चेकबुक बगैर शुल्क के ले सकते हैं। State Bank of India (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है। यह सरकारी बैंक है।
क्या है एसबीआई का बेसिक सेविंग्स् अकाउंट?
SBI बेसिक सेविंग्स अकाउंट को कोई भी व्यक्ति मान्य केवाईसी दस्तावेजों को देकर खोल सकता है। SBI BSBD अकाउंट में जरूरी न्यूनतम बैलेंस शून्य है. इस अकाउंट में अधिकतम राशि पर कोई सीमा नहीं है। BSBD खाताधारकों को एक बेसिक रूपे एटीएम कम डेबिट कार्ड मिलता है। एसबीआई में एकल और संयुक्त रूप से बीएसबीडी खाता खोल सकते हैं। इस खाते का फायदा उठाने के लिए ग्राहक का एसबीआई में कोई अन्य खाता नहीं होना चाहिए।
होम लोन से जुड़े 15 छिपे हुए शुल्क
यह संभवत: हाउसिंग फाइनेंस का उपयोग करके संपत्ति खरीदने का सबसे अच्छा समय है, क्योंकि बैंक वर्तमान में 6.65% वार्षिक ब्याज पर होम लोन दे रहे हैं। हालांकि, उधारकर्ता की ओर से यह भोलापन होगा कि वह केवल उस बैंक को चुनें जो होम लोन पर सबसे कम ब्याज दर प्रदान करता है। विभिन्न छिपे हुए शुल्कों के माध्यम से एक बड़ी राशि उधार लेने की कुल लागत काफी बढ़ जाती है और एक स्मार्ट उधारकर्ता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह इस मोर्चे पर बैंक द्वारा अनजाने में पकड़ा नहीं गया है। चूंकि बैंक ऋण की अवधि के किसी भी बिंदु पर, जब भी लागू हो, उधारकर्ता से इनमें से कुछ लागतें लगा सकते हैं, उधारकर्ता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका बजट इन अतिरिक्त खर्चों को ध्यान में रखता है।
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बैंक लॉकर में कीमती समान रखते हैं तो. बैंक अनुसार जान लें लॉकर शुल्क, कैसे तय होती है कीमत
बैंक लॉकर को सेफ लॉकर के नाम से भी जाना जाता है. लॉकर को कीमती सामान रखने के लिए जाना जाता है. बैंक इस सेवा के लिए शुल्क लेते हैं, जो लॉकर के आकार के आधार पर होता है. कई बैंक और उनकी कुछ शाखाएं अपने ग्राहकों को जमा राशि के बदले में बैंक लॉकर प्रदान करती हैं. उपलब्धता के आधार पर लॉकर आवंटित किया जाता है.आज हम आपको बैंक लॉकर के शुल्क और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और एक्सिस बैंक में उपलब्ध लॉकर और उनके आकारों पर एक नजर डालेंगे.
Bank Locker charges
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 18 जनवरी 2022,
- (Updated 18 जनवरी 2022, 8:04 PM IST)
समय पर भुगतान नहीं करने पर बंद हो जाएगा लॉकर
आईसीआईसीआई बैंक लॉकर शुल्क
बैंक लॉकर को सेफ लॉकर के नाम से भी जाना जाता है. लॉकर को कीमती सामान रखने के लिए जाना जाता है. बैंक इस सेवा के लिए शुल्क लेते हैं, जो लॉकर के आकार के आधार पर होता है. कई बैंक और उनकी कुछ शाखाएं अपने ग्राहकों को जमा राशि के बदले में बैंक लॉकर प्रदान करती हैं. उपलब्धता के आधार पर लॉकर आवंटित किया जाता है.आज हम आपको बैंक लॉकर के शुल्क और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और एक्सिस बैंक में उपलब्ध लॉकर और उनके आकारों पर एक नजर डालेंगे. (सभी शुल्क और लॉकर के आकार संबंधित बैंक की वेबसाइटों के अनुसार हैं.)
एसबीआई लॉकर शुल्क
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, लॉकर के आकार और शहर के आधार पर बैंक लॉकर शुल्क 500 रुपये से 3,000 रुपये तक होता हैं. छोटे, मध्यम, बड़े और ज्यादा बड़े आकार के लॉकर के लिए बैंक मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में क्रमशः 2,000 रुपये, 4,000 रुपये, 8,000 रुपये और 12,000 रुपये का शुल्क लेता है. बैंक अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे, मध्यम, बड़े और अतिरिक्त बड़े आकार के लॉकर के लिए क्रमशः 1,500 रुपये, 3,000 रुपये, 6,000 रुपये और 9,000 रुपये का शुल्क लेता है.
समय पर भुगतान नहीं करने पर बंद हो जाएगा लॉकर
एसबीआई बैंक द्वारा एकमुश्त पंजीकरण शुल्क लिया जाता है. वार्षिक किराए का भुगतान अग्रिम रूप से किया जाता है. एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार अगर किराए का भुगतान समय पर किया जाता है और अगर एक लॉकर को एक वर्ष से अधिक समय तक यूं ही छोड़ दिया जाता है (unattended), तो शाखा को लॉकर के आवंटन को समाप्त करने और लॉकर खोलने का अधिकार होता है.
आईसीआईसीआई बैंक लॉकर शुल्क
आईसीआईसीआई बैंक के अनुसार, एक लॉकर अधिकतम पांच लोगों को दिया जा सकता है. एक सुरक्षित जमा लॉकर के लिए आवेदन करने के लिए एक लॉकर आवेदन, नोटरीकृत लॉकर समझौता और दो फोटो जमा करना आवश्यक है.
आईसीआईसीआई बैंक वार्षिक किराया राशि एडवांस जमा करता है. आईसीआईसीआई बैंक के अनुसार, लॉकर किराए का शीघ्र भुगतान सुनिश्चित करने के लिए, लॉकर किराए पर लेने वाले के पास एक सक्रिय आईसीआईसीआई बैंक खाता होना चाहिए जो पुन: केवाईसी के कारण नहीं है या फिर आईसीआईसीआई के अनुसार फ्रोजन या निष्क्रिय नहीं होना चाहिए. आईसीआईसीआई बैंक छोटे आकार के लॉकर के लिए 1,200 - 5,000 रुपये लेता है और अतिरिक्त बड़े के लिए किराया 10,000 रुपये से 22,000 रुपये तक हो सकता है. ये शुल्क जीएसटी को छोड़कर हैं.
पीएनबी बैंक लॉकर शुल्क
पीएनबी बैंक ने हाल ही में अन्य शुल्कों के साथ लॉकर शुल्क में वृद्धि की है. इसने मुफ्त यात्राओं की संख्या को भी 15 से घटाकर 12 कर दिया है. ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में लॉकर का वार्षिक किराया 1250 रुपये से 10,000 रुपये तक है. शहरी और मेट्रो के लिए बैंक शुल्क 2000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है.
एक्सिस बैंक लॉकर शुल्क
एक्सिस बैंक के ग्राहकों को ध्यान देना चाहिए कि एकत्र किए गए वार्षिक किराए का रिम्बर्समेंट उन्हें सरेंडर करने पर नहीं दिया जाएगा. देर से भुगतान करने पर हर महीने 2.5 प्रतिशत, अधिकतम 25 प्रतिशत तक जुर्माना लगेगा. मुफ्त विजिट की संख्या प्रति कैलेंडर माह 3 तक सीमित है, जिसके बाद प्रति विजिट 100 रुपये + जीएसटी लागू होता है.
एक्सिस बैंक की वेबसाइट के अनुसार, मेट्रो या शहरी शाखा में छोटे आकार के लॉकर के लिए किराये का शुल्क 2,700 रुपये से शुरू होता है. वहीं मध्यम आकार के लॉकर के लिए किराया शुल्क 6,000 रुपये, बड़े आकार के 10,800 रुपये से और बड़े आकार के लॉकर का किराया 12960 रुपये से शुरू होता है. (लागू जीएसटी अतिरिक्त होगा, एक ही स्थान के अंतर्गत शाखाओं के बीच किराया भिन्न हो सकता है.)
क्या बैंक लॉकर सुरक्षित होते हैं?
आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, बैंक अपनी लापरवाही के कारण लॉकर सामग्री के किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार होंगे.
आरबीआई की अधिसूचना में कहा गया है, "यह बैंकों की जिम्मेदारी है कि वे परिसर की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाएं, जिसमें सुरक्षित जमा तिजोरी हैं. यह सुनिश्चित करना बैंक की जिम्मेदारी है कि आग, चोरी, डकैती जैसी घटनाएं बैंक परिसर में उसकी अपनी कमियों, जमा के लिए शुल्क लापरवाही और किसी चूक/कमीशन के कारण डकैती, इमारत ढहने की घटना नहीं होती है. चूंकि बैंक यह दावा नहीं कर सकते हैं कि बैंक की सामग्री के नुकसान के लिए उनके ग्राहकों के प्रति कोई दायित्व नहीं है.
न्यू लॉकर एग्रीमेंट
बैंक 1 जनवरी, 2022 को परिचालन मानकों को लागू करना शुरू कर देंगे. सुरक्षित जमा लॉकर धारकों को नए मुआवजे के पात्र होने के लिए बैंक के साथ एक नए लॉकर समझौते पर हस्ताक्षर करना होगा. आरबीआई की अधिसूचना के अनुसार, "बैंक 1 जनवरी, 2023 तक मौजूदा लॉकर ग्राहकों के साथ अपने लॉकर समझौतों को रीन्यू करेंगे."