भावना व्यापार रणनीति

उत्तर-दक्षिण व्यापार गलियारा रूस को मध्य एशिया में 'व्यापार रणनीति' को स्थानांतरित करने का विकल्प करता है प्रदान
कोलंबो [श्रीलंका], 13 अक्टूबर (एएनआई): एक चीनी कंपनी द्वारा कोलंबो के अधिकारियों को पैसे लेने और द्वीप देश को उर्वरक की आपूर्ति नहीं करने के बाद श्रीलंका और चीन के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण थे, एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है।
यह मुद्दा तब शुरू हुआ जब एक चीनी कंपनी ने श्रीलंकाई पक्ष से अनुमोदन के बिना खेप भेजी, जिसे बाद में "एर्विनिया जैसे हानिकारक रोगजनकों" से दूषित पाया गया, कोलंबो गजट ने बताया।
श्रीलंकाई सरकार ने हानिकारक बैक्टीरिया की उपस्थिति के मुद्दे पर एक चीनी कंपनी क़िंगदाओ सीविन बायोटेक ग्रुप कंपनी लिमिटेड से जैविक उर्वरक के लिए एक आदेश को खारिज कर दिया, लेकिन बीजिंग ने कोलंबो पर अपनी जैविक उर्वरक परियोजना को जारी रखने का दबाव बनाया।
उर्वरक आयात के मुद्दे के नवीनतम विकास में, श्रीलंका के कृषि मंत्री ने इस मामले को देखने और क़िंगदाओ सीविन बायोटेक ग्रुप कंपनी लिमिटेड द्वारा प्राप्त एकतरफा निर्णय को वापस लेने के लिए चीनी राजदूत से संपर्क करने का प्रस्ताव दिया था, कोलंबो गजट ने बताया।
चीनी कंपनी, क़िंगदाओ सीविन बायोटेक ग्रुप कंपनी लिमिटेड ने 7 दिसंबर, 2021 को शेडोंग क़िंगदाओ इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ऑफ़ चाइना से अपनी प्रदर्शन सुरक्षा के आरोप को छोड़कर एकतरफा एक नागरिक निर्णय प्राप्त किया।
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका के साथ विवाद में शामिल चीनी उर्वरक कंपनी क़िंगदाओ सीविन बायोटेक ग्रुप ने झुकने से इनकार कर दिया और मांग की कि श्रीलंका दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते की भावना का सम्मान करे।
कोलंबो गजट के अनुसार, श्रीलंका के कृषि मंत्री ने राजनयिक भावना व्यापार रणनीति मुद्दे को हल करने के लिए उचित कदम उठाने के लिए आवश्यक सिफारिशें प्रस्तुत करने के लिए एक मंत्रिस्तरीय उप समिति की नियुक्ति के लिए भावना व्यापार रणनीति भी कहा था।
श्रीलंकाई वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी कि चीन का जैविक उर्वरक कृषि आपदा होगा क्योंकि नमूने इरविनिया से संक्रमित पाए गए थे। यह कुख्यात पादप रोगज़नक़ फसलों में कटाई के बाद गंभीर नुकसान का कारण बनता है।
इस बीच, चीनी कंपनी ने कहा कि उसके जैविक उर्वरक उत्पाद अनुबंध का पूरी तरह से पालन करते हैं, और परियोजना जारी रखने के लिए पूरी तरह से योग्य है।
चूंकि कोलंबो ने शिपमेंट को अस्वीकार कर दिया, उर्वरक लगभग तीन महीने तक श्रीलंका में रहा और फिर जहाज चीन लौट आया। इस घटना के बाद, चीन ने पीपुल्स बैंक ऑफ श्रीलंका को भावना व्यापार रणनीति अपने लेटर ऑफ क्रेडिट का सम्मान नहीं करने के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया, कोलंबो गजट की सूचना दी।
मामला उच्च न्यायालय तक पहुंचा और तदनुसार पीपुल्स बैंक ने चीनी उर्वरक कंपनी को जैविक उर्वरक के एक नए बैच के बदले में 6.9 मिलियन अमरीकी डालर प्रदान किए।
चीन और श्रीलंका के संयुक्त वक्तव्य ने घोषणा की कि जहाज की वापसी आयात परमिट की अनुपस्थिति के कारण हुई थी, न कि सूक्ष्मजीवों की उपस्थिति के कारण। आज तक, चीनी कंपनी ने शिपमेंट नहीं भेजा है और श्रीलंका ने जैविक उर्वरक के अभाव में रासायनिक उर्वरक का अनुरोध भी किया है।
विशेष रूप से, श्रीलंका के इस अप्रैल में अचानक जैविक उर्वरकों के लिए पूरी तरह से बदलाव करने, रासायनिक उर्वरकों के आयात पर प्रतिबंध लगाने और घरेलू जैव-उर्वरक का उपयोग करने के लिए किसानों ने विरोध किया, जिन्होंने शिकायत की कि उनके पास स्विच करने का समय नहीं है, और बढ़ रहा है भोजन की कीमतें।
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच, क़िंगदाओ सीविन बायोटेक ग्रुप ने कहा कि इस परियोजना से कंपनी को बहुत नुकसान हुआ है।
"यह बताया गया है कि हमारी कंपनी ने श्रीलंका के संबंधित पक्षों द्वारा प्रस्तुत जैविक उर्वरक के बजाय रासायनिक उर्वरक प्रदान करने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। हम एतद्द्वारा दोहराते और समझाते हैं कि हमारी कंपनी ने वास्तव में प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है क्योंकि बोली परियोजना और विषय वस्तु अनुबंध में सहमत रासायनिक उर्वरकों के बजाय जैविक उर्वरक हैं, और हम रासायनिक उर्वरक प्रदान करने के लिए बाध्य नहीं हैं। हमारी कंपनी जैविक उर्वरकों और समुद्री शैवाल उर्वरकों की एक पेशेवर निर्माता है, रासायनिक उर्वरक निर्माता नहीं है, और उत्पादन करने की शर्तें नहीं हैं भावना व्यापार रणनीति रासायनिक उर्वरक। चीन की वर्तमान निर्यात नीति के अनुसार, रासायनिक उर्वरकों का निर्यात नहीं किया जा सकता है," कंपनी ने कहा।
कंपनी ने श्रीलंका में संबंधित पक्षों को दोनों पक्षों के बीच अनुबंध की भावना का सम्मान करने और विकसित देशों के अनुभव से सीखने के लिए याद दिलाया।
श्रीलंकाई और चीनी अधिकारियों के बीच आदान-प्रदान ऐसे समय में हुआ है जब श्रीलंका बड़े पैमाने पर खाद्य संकट से जूझ रहा है। (एएनआई)
Tarot Rashifal 31 July (Taurus): संपत्ति या किसी दूसरी वजह से तनाव होगा, जानें अपना शुभ रंग
आज आप अपने को मन से मजबूत रखें. बड़े बुजुर्गों की सेहत में सुधार दिखाई देगा. बड़े बुजुर्गों को पुरानी बीमारियों से निजात मिलेगी. स्वादिष्ट भोजन की तरफ रुझान बढ़ेगा लेकिन अपने फिटनेस का ध्यान ज़रूर रखें
भावना शर्मा
- नई दिल्ली,
- 31 जुलाई 2022,
- (अपडेटेड 31 जुलाई 2022, 5:46 AM IST)
वृष (The magician)
कार्यक्षेत्र
नौकरीपेशा और कारोबार भावना व्यापार रणनीति के नज़रिये से आज का दिन शानदार रहने वाला है. आज उम्मीद से ज्यादा अच्छी नौकरी मिल सकती है. व्यापार में लाभ दिखेगा और आप नए व्यापार की ओर अग्रसर हो सकते हैं.नए बिजनेस का मार्ग बनता हुआ नज़र आता है साथ ही विदेशी व्यापार के मार्ग खुलेंगे. कारोबार में नई रणनीति अपनाएंगे और कारोबारी प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल हो सकती ह. सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे यवाओं को आज कुछ अच्छी खबर मिल सकती है. कॉम्पिटेटिव एक्साम्स की तैयारी में लगे छात्रों के लिए भी आज का दिन अच्छा रहेगा.
आर्थिक
परिवार के दूसरे सदस्यों के द्वारा भावना व्यापार रणनीति भी आर्थिक लाभ होगा.व्यापार में उन्नति होगी और नए व्यापार से धन का मार्ग खुलेगा.व्यवसाय में मनचाही सफलता मिल सकती है. आपको फंसा भावना व्यापार रणनीति हुआ धन प्राप्त होगा. विदेशी कारोबार में उन्नति दिखाई देगी. बचत और निवेश के नज़रिये से यह समय बहुत अच्छा है. इस वक्त आप बैंक भावना व्यापार रणनीति की जमा योजनाओं में निवेश कर सकते हैं.घर की वस्तुओं पर भी आज खर्चा हो सकता है.
पारिवारिक
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प्रेम सम्बन्ध
जीवन में सुख शांति की कमी महसूस करेंगे अपने जीवनसाथी के साथ झगड़ा हो सकता है. लव लाइफ बेहतर होगी लवर गिफ्ट दे सकता है. विवाहित लोग भविष्य की प्लानिंग के लिए निवेश सोच समझ कर करें. पार्टनर के साथ घूमने जा सकते हैं.
स्वास्थ्य
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नेतृत्व : ऐसे बनाएं समावेशी व्यापार रणनीति
समावेशी रणनीतियों के माध्यम से लीडर न केवल रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाते हैं, बल्कि संस्थान में प्रयासों और उनके स्थायित्व के प्रति समर्थन और प्रतिबद्धता का वातावरण भी बना सकते हैं। अधिकांश प्रबंध साहित्य, नैतिक नेतृत्व के विविध दृष्टिकोणों पर केंद्रित है। यह दूसरों के लिए सम्मान, सेवा, प्रतिबद्धता, विश्वास, समानता और न्याय की नींव पर आधारित है। ये मूल्य समावेशी व्यापार रणनीतियों के लिए मजबूत स्तंभ बन सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-
नवाचार की संस्कृति को प्रोत्साहन और समग्र सशक्तिकरण:
अत्याधुनिक नवाचार एक स्थायी और सफल समावेशी रणनीति के लिए प्रमुख भूमिका निभाता है और इसे एक ऐसे नेतृत्व से मजबूत किया जा सकता है जो नए व अनन्य विचारों और नवाचारों के साथ सभी के लिए समान अवसरों, सभी के सशक्तीकरण में विश्वास करता है।
सहानुभूति की भावना और मूल्यों पर जोर:
निर्णय लेने वाले सहानुभूतिपूर्वक लक्षित समुदायों के परिप्रेक्ष्य से स्थिति को बारीकी से देख, समझ और विश्लेषण कर सुनिश्चित करते हैं कि हर प्रयास उन मूल्यों से संबंधित हो।
भावनात्मकता और सांस्कृतिक संवेदनशीलता को बढ़ावा:
निर्णय लेने की क्षमता में भावनात्मक बुद्धि के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता की अहम भूमिका है। नैतिक विचार वाले लीडर विविधता और भिन्नता का सम्मान करते हैं और इसे अपनाते हैं।
कुछ आलोचक मानते हैं कि वर्तमान जटिलताओं में समावेशिता के मॉडल के कार्यान्वयन के लिए नवाचार खोजना चुनौतीपूर्ण है। लेकिन, कई कॉर्पोरेट संस्थाओं की प्रभावशाली सफलता ने साबित किया है कि इसे नवाचार और क्षमता को मजबूत करने के अवसर के रूप में लेना चाहिए। जैसे सिस्को रिमोट इंटरवेंशन टीचिंग और आइटीसी ई-चौपाल सराहनीय रहे, और यह साबित करते हैं कि सामाजिक लाभ और संगठन के लिए मूल्य सृजन, ये दोनों लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
भावना में बहकर नहीं, सोच-समझकर की अनिल की मदद; मुकेश अंबानी यूं उठा सकते हैं फायदा
अनिल अंबानी को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी माना था। एरिक्सन का बकाया न चुकाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए अनिल अंबानी को तयशुदा डेडलाइन में रकम चुकाने या जेल जाने की वॉर्निंग दी थी।
कारोबारी मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी। (Express Photo by Anil Sharma)
एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने जेल जाने के कगार पर खड़े अपने छोटे भाई अनिल अंबानी की हाल ही में मदद की। अनिल अंबानी पर स्वडिश टेलिकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्सन के बकाए 450 करोड़ रुपये चुकाने में मुकेश ने अनिल की मदद की। इस मदद के लिए अनिल ने मुकेश को शुक्रिया भी कहा। हालांकि, इससे पहले मुकेश अंबानी ने अनिल की आर्थिक संकट से घिरी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के साथ एक डील नहीं की। इसके तहत उन्हें अनिल की कंपनी की संपत्तियों को खरीदना था। मुकेश के इस कदम से अनिल की यह कंपनी दिवालिया होने के और नजदीक पहुंच गई। बिजनेस एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मुकेश अंबानी ने ऐसा एक व्यापारिक रणनीति के तहत किया है। अब वह अनिल अंबानी की उन्हीं संपत्तियों को और सस्ते में खरीद सकेंगे।
मुकेश ने सोमवार को आखिरी पलों में अनिल को एरिक्सन का बकाया चुकाने में मदद की। अगर वह ऐसा न करते तो सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार अनिल को जेल जाना पड़ता। इसी दिन, मुकेश की कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम और अनिल की कंपनी आरकॉम के बीच 2017 में हुई एक डील रद्द हो गई। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक डील के रद्द होने की वजह से आरकॉम अब कोर्ट के नेतृत्व वाली प्रक्रियाओं का सामना करेगा। ऐसे में मुकेश की कंपनी जियो को आरकॉम के एयरवेव्स, टावर्स और फाइबर खरीदने का एक और मौका मिलेगा। और तो और, वह उसे उस 173 अरब रुपये से कम रकम में खरीद सकेंगे, जिसे एक साल पहले जियो वित्तीय संकट से जूझ रहे आरकॉम को देने के लिए तैयार हुआ था। जानकार मानते हैं कि आरकॉम के दिवालिया होने पर जियो खरीद प्रक्रिया में शामिल होगा और उसे कम रकम में वो संपत्तियां खरीदने का मौका मिलेगा।
अनिल अंबानी को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी माना था। एरिक्सन का बकाया न चुकाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए अनिल अंबानी को तयशुदा डेडलाइन में रकम चुकाने या जेल जाने की वॉर्निंग दी थी। एरिक्सन के वकील ने कोर्ट में कहा था कि अनिल अंबानी के पास राफेल सौदा करने का पैसा है, लेकिन बकाया चुकाने के लिए नहीं। अनिल अंबानी काफी वक्त से कांग्रेस के निशाने पर भी हैं। कांग्रेस का आरोप है कि भावना व्यापार रणनीति बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने डिफेंस डील के जरिए उन्हें फायदा पहुंचाने की कोशिश की।
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