वित्त प्रबंधन

रेलवे ने हैदराबाद में वित्तीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना की
इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट (IRIFM) की स्थापना हैदराबाद, तेलंगाना में की गई है . यह नई इकाई रेलवे वित्त के प्रबंधन में पेशेवर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्थापित की गई है. रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा 85 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना की कल्पना और निर्माण किया गया था.IIRFM भारतीय रेलवे में वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में देश के प्रमुख व्यावसायिक संस्थानों की सूची में एक महत्वपूर्ण परिवर्धन है. इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस (IRAS) से संबंधित प्रोबेशनर्स के आगामी बैच के पास प्रशिक्षित होने का अवसर होगा.
भारी वाहनों के चालकों को वित्त प्रबंधन सिखाएगा आरटीओ
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। अगर आपने अपने वाहन को सिग्नल पर बंद कर लिया तो आप माह में करीब एक हजार रुपये का पेट्रोल-डीजल बचा सकते हैं। आप अपनी आय में से एक हजार रुपये महीने बचा वित्त प्रबंधन लेंगे तो साल भर बाद यह राशि 12 हजार रुपये हो जाएगी। आप डिजिटल पेमेंट करना सीख जाएंगे, तो आपको नकदी लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी।
यह सब बातें परिवहन विभाग की उस ट्रेनिंग का हिस्सा है जो भारी वाहनों के चालकों के ट्रायल के बाद नंदानगर के ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में दी जाएगी। परिवहन विभाग ने सीएसआर के तहत इन चालकों को वित्त प्रबंधन की ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है। अगले माह से इसकी शुरुआत हो जाएगी। एआरटीओ हद्येश यादव ने बताया कि हर गुरुवार को नंदानगर में भारी वाहनों के चालकों के ट्रायल होते हैं। यहां पर 60 लोगों को अपाइंटमेंट दिए जाते हैं। इन्हें 30-30 लोगों की बैच में बांटा जाता है। इन्हें अभी सड़क दुर्घटना रोेकने के लिए 30 मिनट की एक ट्रेनिंग दी जाती है। लेकिन अब हमने 30 मिनट की एक वित्त प्रबंधन की ट्रेनिंग देने का भी निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि हमने गुरुवार को आने वाले चालकों से इस कोर्स को शुरू करने के बारे में राय ली थी। उन्होंने बताया कि उन्हें इस तरह का कोई प्रशिक्षण नहीं मिला है। इसलिए भी हम अब इसे शुरू करने जा रहे हैं। अपनी तरह का यह पहला प्रशिक्षण होगा।
एआरटीओ यादव ने बताया ट्रेनिंग के लिए हमने कुछ लोगों से बात की है। इसमें कुछ बैंक मैनेजर होंगे जो पैसों की बचत का महत्व बताएंगे। इसके अलावा कुछ वित्त सलाहकार, मैकेनिकल इंजीनियर होंगे जो ईंधन बचाने के बारे में बताएंगे। इनका भुगतान सीएसआर के माध्यम से होगा। इसके लिए कुछ निजी कंपनियों से भी हमारी चर्चा जारी है।
पूर्वोत्तर की महिला उद्यमियों के लिए सामान्य प्रबंधन में सर्टिफिकेट प्रोग्राम
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) सर्वोच्च वैधानिक संगठन है जो महिलाओं को जीवन के सभी क्षेत्रों में समानता और समान भागीदारी हासिल करने में सक्षम बनाने की दिशा में काम कर रहा है। आर्थिक स्वतंत्रता महिला सशक्तिकरण का मूल है, एनसीडब्ल्यू का उद्देश्य महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों को अपने उद्यमशीलता उद्यम को शुरू करने एवं विस्तार करने के लिए आवश्यक ज्ञान तक पहुंच प्रदान करके देश भर की महिलाओं को सशक्त बनाना है।
पूर्वोत्तर में इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, एनसीडब्ल्यू ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलांग के उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास केंद्र (सीईडीएनईआर) के सहयोग से, जो कि स्थानियों के लिए प्रासंगिक अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों कार्यक्रमों के आयोजन में शामिल है। राज्य और क्षेत्र ने पूर्वोत्तर की इच्छुक महिला उद्यमियों के बीच सामान्य प्रबंधन के ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया है।
कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण
पूर्वोत्तर की महिला उद्यमियों के लिए सामान्य प्रबंधन वित्त प्रबंधन में सर्टिफिकेट प्रोग्राम क्षेत्र की महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों को प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पाठ्यक्रम का उद्देश्य महिला उद्यमियों को बुनियादी लेकिन प्रभावी व्यावसायिक रणनीतियों और उपकरणों से परिचित कराकर उद्यमशीलता कौशल को सम्मानित करने वित्त प्रबंधन वित्त प्रबंधन में सुविधा प्रदान करना है। यह पाठ्यक्रम प्रबंधन रणनीतियों और मामलों का एक विवरण प्रस्तुत करेगा जिन्हें वास्तविक जीवन की व्यस्तताओं में लागू किया जा सकता है।
पाठ्यक्रम को सभी चयनित प्रतिभागियों के लिए एनसीडब्ल्यू द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा और आईआईएम शिलांग की प्रख्यात फैकल्टीज, उद्योगपतियों और क्षेत्र के सफल महिला उद्यमियों द्वारा वितरित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत आयोजित सत्र महिला उद्यमियों और इच्छुक उद्यमियों को व्यवसाय और उद्यमिता इकोसिस्टम और योजना गतिविधियों / रणनीतियों की बेहतर समझ विकसित करने में सुविधा प्रदान करेंगे। यह प्रबंधन, वित्त, सूचना प्रौद्योगिकी और सामान्य प्रबंधन क्षेत्र के क्षेत्रों में इच्छुक महिला उद्यमियों को प्रबंधन की समझ का एक व्यापक आधार प्रदान करेगा। सत्रों को एक परिणाम-आधारित शिक्षण मॉडल के रूप में डिज़ाइन किया गया है जहां प्रतिभागियों को एक व्यवसाय स्थापित करने और कार्य करने के विचारों और प्रक्रियाओं से लैस किया जाएगा, एक व्यवसाय इकाई का विस्तार, एकीकरण, बाजार संबंध इत्यादि।
कार्यक्रम विवरण (पीडीएफ) देखने के लिए यहां क्लिक करें
कार्यक्रम के पूरा होने पर, प्रतिभागियों को आईआईएम शिलांग द्वारा भागीदारी का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम का माध्यम
ऑनलाइन और रीयल टाइम (लाइव)
कार्यक्रम के तय घंटे
60 घंटे (केवल सप्ताहांत पर 03/09/22 से 16/10/22 तक के लिए)
39 घंटे का व्याख्यान (प्रत्येक 1.5 घंटे के 26 सत्र, दिन में 3 सत्र)
कार्यक्रम को पूरा करने के लिए आवश्यक प्रयास
शनिवार - साढ़े चार घंटे और रविवार - वित्त प्रबंधन साढ़े चार घंटे
भाषा
कठिनाई का स्तर
फीस
नि: शुल्क - एनसीडब्ल्यू द्वारा प्रायोजित
आवेदकों के लिए दिशानिर्देश
- प्रतिभाग करने वाली महिलाओं के पास एक पंजीकृत उद्यम होना चाहिए या एक शुरू करने की योजना होनी चाहिए। भारतीय विश्वविद्यालय/संस्थान से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इसे भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होनी चाहिए।
- पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण विशेष रूप से भारत सरकार के MyGov.in पोर्टल पर किया जाएगा। आईआईएम शिलांग प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए योग्य उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करेगा और तदनुसार सूचित किया जाएगा।
- एक ही प्रतिभागी द्वारा कई प्रविष्टियों की अनुमति नहीं है जिसके लिए प्रतिभागी को अयोग्यता का सामना करना पड़ सकता है।
- किसी भी प्रतिभागी द्वारा किसी भी गलत प्रतिनिधित्व या किसी भी गलत जानकारी को प्रस्तुत करने पर उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
- प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत सभी जानकारी का उपयोग केवल इस कार्यक्रम के उद्देश्य के लिए किया जाएगा और प्रतिभागी उनके द्वारा प्रस्तुत की गई जानकारी के उपयोग के लिए अपनी सहमति देते हैं।
- कार्यक्रम के प्रभावी शुरुआत के लिए कम से कम 125 प्रतिभागियों की संख्या।
- आवेदन केवल (इनोवेटइंडिया.मेरीसरकार.भारत) पर प्राप्त होंगे
समयसीमा
आवेदन करने की शुरुआती तिथि | 15 जुलाई 2022 |
आवेदन करने की अंतिम तिथि | 12 अगस्त 2022 |
MyGov प्लेटफॉर्म को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा डिजाइन, विकसित और होस्ट किया गया है।
एनसीसी के कैटेडों को दी गई वित्त प्रबंधन की जानकारी
तीन झारखण्ड बटालियन एनसीसी के होटवार में चल रहे संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में रविवार को कैटेडों को विशेषज्ञ द्वारा वित्त प्रबंधन की जानकारी दी गयी। उन्हें बचत करने के महत्व के बारे में बताया.
तीन झारखण्ड बटालियन एनसीसी के होटवार में वित्त प्रबंधन चल रहे संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में रविवार को कैटेडों को विशेषज्ञ द्वारा वित्त प्रबंधन की जानकारी दी गयी। उन्हें बचत करने के महत्व के बारे में बताया गया। विशेषज्ञ ने कहा कि अगर हम अपने पैसे को सही जगह निवेश करते हैं तो कठिनाइयों के समय हम काफी हद तक बच सकते हैं।
इसके अलावा कैंप में कैटेडों को विशेषज्ञों द्वारा सेल्फ डिफेंस और फायरिंग का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर में मिलिटेरी ट्रेनिंग कैंप कामंडैंट कर्नल अभिजात कश्यप, सूबेदार मेजर लखबीर सिंह, सूबेदार अर्जुडेन्ट राधे भगत , सहित अन्य सैन्य अधिकारी प्रशिक्षण दे रहे हैं।
व्यक्तिगत वित्त के संदर्भ में जोखिम प्रबंधन पर जोर
यूक्रेन में भारतीय छात्रों एवं अन्य कार्यरत लोगों को भारत सरकार द्वारा सकुशल वापस लाया जा चुका है। यह इनके माता-पिता तथा परिजनों के लिए अत्यंत सुखद अनुभूति है किंतु साथ ही साथ अब इन्हें छात्रों के भविष्य की चिंता भी सताने लगी है। यह स्वाभाविक है। व्यक्तिगत वित्त के संदर्भ में इसीलिए जोखिम प्रबंधन पर अधिक बल दिया जाता है। भविष्य की अनिश्चितता एवं मानवीय व्यवहार की अस्थिरता ने ही जोखिम प्रबंधन को तार्किक एवं सुदृढ़ बनाने में प्रोत्साहन दिया है। जीवन के अन्य पहलुओं की भांति वित्तीय जोखिम विभिन्न परिमाणों, विभिन्न संभावनाओं के साथ आ सकता है। ऐसे जोखिम जो हमें कम प्रभावित करते हैं, उन्हें हम अनदेखा कर देते हैं, ऐसे जोखिम जो हमें डराते हैं अधिक नुकसान कर सकते हैं। हम किसी न किसी रूप में जूझने का प्रयास करते हैं।
लेखक : करुणेश देव
ऐसे जोखिम जिन्होंने हमें 2020-22 में प्रभवित किया अथवा भविष्य में कर सकते हैं…
वित्तीय जोखिम:
1. मुद्रास्फीति का जोखिम:
मुद्रा स्फीति जैसे हमने पहले भी समझा है। हमारे पैसे के लिए सबसे बड़ा खतरा है, जो समय के साथ हमारे पैसे के मूल्य को कम करता रहता है। इसकी दर कम या अधिक हो सकती है किंतु यह निरंतर हमारे पैसे की क्रय शक्ति व रिटर्न को कम करता रहता है।
2. ब्याज दर का जोखिम:
कम ब्याज दरें भी इस वास्तविकता का प्रमाण हैं कि अपना नुकसान उठा कर कोई भी संस्था ग्राहकों का भला नहीं कर सकती। ब्याज दरों को समग्र आर्थिक वास्तविकता के साथ जोडऩा एक सच्चाई है। यदि हम यह कहें कि आज से उक्त वर्ष पहले दरें अधिक थीं, तो यह तुलना गलत होगी, क्योंकि हमें कई अन्य कारकों को भी ध्यान में रखना होगा। पिछली पीढ़ी की कमाई की तुलना में आज वेतन कई गुना बढ़ गया है। चाहे सार्वजनिक हो या निजी क्षेत्र।
3. बाजारों का जोखिम:
पहले कोरोना और अब यूक्रेन-रूस युद्ध संबंधित विश्व व्यापी बाजारों की गिरावट, यह ऐसा जोखिम है, जिसे पहले से जानना अथवा अनुमान लगाना कठिन है। बाजारों में निवेश वैसे भी जोखिम के अधीन होते हैं, किंतु इस तरह की पूरी तरह से अप्रत्याशित घटनाएं तेजी से गिरावट का कारण बनती हैं।
व्यक्तिगत जोखिम:
1. वित्तीय क्षति का जोखिम:
व्यापार में हानि, बैंक का बंद होना, गलत निवेश, वित्तीय धांधली, ऑनलाइन फ्रॉड, अवांछनीय वित्तीय उत्पाद में लंबी अवधि के लिए निवेशित रहना। ये सब वित्तीय क्षति पहुंचाने वाले हैं तथा इनसे कोई भी वर्ग आज अछूता नहीं है। मुद्रा स्फीति की अधिक दर भी आपके धन को धीरे-धीरे क्षति पहुंचाती है।
2. आय जोखिम:
यह जोखिम व्यापारियों, अपना व्यवसाय करने वालों अथवा कर्मचारियों, सभी के लिए है किंतु निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को अधिक सताता है। आय का जोखिम दो प्रकार से चिंता बढ़ाता है। पहला है आय का पूर्णतया या आंशिक रूप में रुक जाना तथा दूसरा समय के साथ एवं खर्चों के अनुपात में आय का न बढऩा।
3. खर्च का जोखिम:
जिन परिवारों ने ऋण लेकर अपने बच्चों को पढ़ाई करने यूक्रेन भेजा था, वे बच्चों के भविष्य के साथ-साथ ऋण अदायगी व अपने खर्चे को लेकर भी अत्यधिक चिंतित हैं। इसी प्रकार कुछ खर्चे जो अप्रत्याशित रूप से आते हैं, आपके सुनियोजित एवं सुचारू वित्तीय जीवन में कभी भी जोखिम बढ़ा सकते हैं।
4. शारीरिक क्षति जोखिम: वित्त प्रबंधन
व्यक्तिगत रूप में देखें तो जीवन जोखिम, स्वास्थ्य जोखिम, सुरक्षा जोखिम ये ऐसे जोखिम हैं, जिनसे हमें हर दिन जूझना पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप बीमारी, शारीरिक नुकसान अथवा जीवन हानि भी हो सकती है। यह केवल हमारी अपनी ही नहीं अपितु दूसरे की गलती से भी हो सकता है। इसके अन्य कारण पर्यावरण, जिस देश में आप वित्त प्रबंधन रह रहे हैं या जो पेशा आप चुनते हैं, ये भी हो सकते हैं।
चलते चलते
पहले 2020 और आज 2022 हमें सतर्क रहने के साथ मानवीय मूल्यों को समझने तथा भविष्य के प्रति सजग रहने का संदेश दे रहा है। वित्तीय जोखिम व प्रबंधन हमारे जीवन मूल्यों का ही अभिन्न अंग है।
सोचिए, समझिए व जागरूक बनिए।
नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।