इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज

नवंबर 2017 तक लिबोर स्कैंडल की जांच के हिस्से के स्वरूप में लंडन के गंभीर धोखाधड़ी कार्यालय के द्वारा कुल 13 व्यापारियों पर आरोप लगाए गए थे, लंडन सीरियस फ्रॉड ऑफिस ने उपलब्ध सबूतों की विस्तृत समीक्षा के बाद अक्टूबर 2019 में लिबोर की हेराफेरी की अपनी जांच को बंद कर दिया यह अनुमान लगाया गया था कि लंडन में लिबोर घोटाले की 7 साल की जांच में कम से कम £60 मिलियन का खर्च हुआ था
अमेरिका में सप्लाई की दिक्कत की वजह से ग्लोबली कच्चे तेल की कीमत में हुआ इजाफा
नई दिल्ली : अमेरिका में आए तूफान इडा के प्रभाव की वजह से जारी आपूर्ति चिंताओं के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है। फिलहाल इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स का नवंबर कॉन्ट्रैक्ट 72.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है, जो इसके पिछले बंद से 1.47 इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज फीसदी ज्यादा है। इसी […]
September 10, 2021
नई दिल्ली : अमेरिका में आए तूफान इडा के प्रभाव की वजह से जारी आपूर्ति चिंताओं के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है। फिलहाल इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स का नवंबर कॉन्ट्रैक्ट 72.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है, जो इसके पिछले बंद से 1.47 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (एनवाईएमईएक्स) पर डब्ल्यूटीआई क्रूड का अक्टूबर अनुबंध 69.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद के मुकाबले 1.45 फीसदी ज्यादा है। रिपोटरें के अनुसार, तूफान ने मेक्सिको की खाड़ी में दैनिक उत्पादन और उत्पादकों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जो इडा के क्षेत्र में बहने के बाद भी परिचालन को फिर से शुरू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रशासन ने तूफान इडा के कारण होने वाली ईंधन की कमी को दूर करने के लिए देश के सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व (एसपीआर) से 1.5 मिलियन बैरल कच्चा तेल जारी करने की घोषणा की थी।
मंदी की चिंताओं के बीच 6 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा ब्रेंट क्रूड ऑयल
Published: August 17, 2022 4:12 PM IST
Brent Crude Oil Price : वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंताओं के बीच ब्रेंट वायदा इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज ताजा निचले स्तर को छूने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में बुधवार को गिरावट जारी रही. इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट का इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज अक्टूबर अनुबंध सत्र के दौरान छह महीने के निचले स्तर 91.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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दोपहर 2.10 बजे के आसपास, वायदा अनुबंध 91.85 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो पिछले बंद से 0.53% कम है.
Nymex पर इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का सितंबर अनुबंध 86.25% पर कारोबार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज कर रहा था, जो पिछले बंद से 0.32% कम है.
ईरान परमाणु समझौते के लिए अमेरिका-ईरान वार्ता में फिर से आगे इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज बढ़ने की उम्मीद से भी तेल की कीमतों में और कमी आई है.
लाइव मिंट में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च के प्रमुख रवींद्र राव ने कहा, क्रूड कमजोर धारणा का संकेत दे रहा है, हालांकि हमें कुछ रिकवरी देखने को मिल सकती है. मांग की चिंता, चीन का वायरस फैल गया और ईरान की परमाणु वार्ता में प्रगति के बीच ईरान से उच्च आपूर्ति की संभावना कच्चे तेल की कीमत पर पड़ी.
अमेरिका इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने वैश्विक मंदी की चिंताओं को जन्म दिया. हाल ही में एक अमेरिकी सर्वेक्षण से पता चलता है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में होमबिल्डर भावना (एचएमआई) कमजोर हो गई है और डेवलपर्स को लगता है कि देश “आवास मंदी” से गुजर रहा है.
What Is LIBOR Scandal In Hindi
LIBOR यानि ‘लंदन इंटर – बैंक ऑफर रेट’, वैसे LIBOR and MIBOR को हमने पिछलें आर्टिकल में विस्तार से समजा था, इस टोपिक के माध्यम से हम लिबोर स्कैंडल क्या हैं वह जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं (what is libor scandal in hindi)
Libor Scandal
तो लिबोर स्कैंडल यानि धोखाधड़ी तब सामने आई जब यह पता चला कि बैंक अपनी दरों को गलत इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज तरीके से बढ़ा – चढ़ा कर प्रस्तुत कर रही हैं, लिबोर डेरिवेटिव में लगभग 350 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया जाता है
जनवरी 2014 से पहले लिबोर को चलाने का कार्यभार ‘British Multinational Universal Bank’ संभाला करता था जिसको ‘ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन’ (BBA) के नाम से जाना जाता हैं
LIBOR का सामान्य अर्थ
लिबोर यानि वह संस्था जो पुरे दुनियाभर की बैंकों के आपस में हो रहे उधार लेनदेन के लिए Rates (दरें) प्रस्तुत करता हैं, जोकि अलग – अलग देशो के कुल 5 Currencies (मुद्राओं) के लिए कुल 7 Maturities (परिपक्वताओं) में रोजाना 11:30 बजे रेट्स को जारी किया जाता हैं
Libor scandal का इतिहास
सबसे पहले जून 2012 में बार्कलेज बैंक के द्वारा कई अपराधिक सेटलमेंट ने दर सबमिशन से जुड़े सदस्य बैंकों के द्वारा महत्वपूर्ण कांड और स्कैंडल का खुलासा किया गया था
मांग में सुधार से मूल्य निर्धारण को मजबूती
सीजन के लिहाज से कमजोर रहने वाली जुलाई-सितंबर तिमाही की समाप्ति सीमेंट कंपनियों के लिए अच्छी खबर लेकर आई है। बुनियादी ढांचे और निर्माण जैसे क्षेत्रों की ओर से सीमेंट की मांग में इजाफा हो रहा है। इस वजह से संयंत्रों में उपयोग स्तर में सुधार हो रहा है।
दूसरी बात यह है कि हालांकि लागत दबाव कम हो रहा है, लेकिन इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज अब भी इस संबंध में कुछ चिंता बनी हुई है कि कच्चे तेल और करेंसी की अस्थिरता बढ़ने से इसमें इजाफा हो सकता है। कंपनियों ने कहा कि मार्जिन बचाने और फर्मों की आमदनी में सुधार करने के लिए कीमतों में अब और दिसंबर के बीच चरणबद्ध रूप में तकरीबन छ से आठ फीसदी की बढ़ोतरी इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज होने के आसार हैं।
श्री सीमेंट के चेयरमैन एचएम बांगुर ने कहा, ‘मॉनसून सीजन खत्म होने से बुनियादी ढांचा और निर्माण जैसे क्षेत्र की ओर से मांग बढ़ी है।’ उनका कहना है कि हालांकि फिलहाल पेट कोक की कीमतों में गिरावट है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध लंबा होने से इसमें इजाफा हो सकता है। कच्चे तेल और मुद्रा की अस्थिरता भी अधिक बनी हुई है।
Petrol-Diesel Price: 6 महीने के निचले लेवल पर Crude Oil, 5 रुपये तक सस्ता हो सकता है Fuel
डीएनए हिंदीः वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंताओं के बीच ब्रेंट वायदा ताजा निचले स्तर को छूने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में बुधवार को गिरावट जारी रही. इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट का अक्टूबर अनुबंध सत्र के दौरान छह महीने के निचले स्तर 91.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. दोपहर 2.10 बजे के आसपास, वायदा अनुबंध 91.85 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो पिछले बंद से 0.53 फीसदी कम है. Nymex पर इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का सितंबर अनुबंध 86.25 फीसदी पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से 0.32 फीसदी कम था. ईरान परमाणु समझौते के लिए अमेरिका-ईरान वार्ता में रिवाइवल की उम्मीद से भी तेल की कीमतों में और कमी आई है.