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चिट फंड के प्रकार

चिट फंड के प्रकार
रकम वापसी की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी

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निवारण: चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगी के मामले में शिकायत निवारण शिविर 17 को

चिटफंड का अभ्यास भारत में एक बचत योजना के रूप में किया जाता है। अवैध चिटफंड कंपनियाें के एजेंट जो ज्यादातर उसी गांव व शहर के होते हैं, जिनके माध्यम से कंपनियां समूह के लोगों को कम समय में दो गुना या तीन गुना पैसा वापिस करने का झांसा देकर पैसे वसूल कर धोखाधड़ी करती हैं। इस प्रकार की शिकायतों के निवारण के लिए एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है, इस शिविर में ऐसे धोखाधड़ी की शिकायतों के निराकरण की कार्रवाई की जाएगी। शिविर में कलेक्टर तरुण राठी एवं एसपी हेमंत चौहान मौजूद रहेंगे।

शिविर एसपी कार्यालय परिसर चिट फंड के प्रकार चिट फंड के प्रकार एवं समस्त थाना परिसर जिला दमोह में 17 अगस्त को सुबह 11 से 3 बजे तक आयोजित किया जाएगा। यदि जिले में किसी व्यक्ति से चिटफंड कंपनी द्वारा अवैध पैसा वसूल कर धोखाधड़ी की गई है, तो तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने में दें।

चिटफंड कंपनियों के संचालकों पर धीमी कार्रवाई चिट फंड के प्रकार से मुख्यमंत्री नाराज

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RD या चिटफंड, किसमें मिलता है ज्यादा रिटर्न, दोनों में निवेश चिट फंड के प्रकार और बचत का प्रोसेस जानिए

RD या चिटफंड, किसमें मिलता है ज्यादा रिटर्न, दोनों में निवेश और बचत का प्रोसेस जानिए

TV9 Bharatvarsh | Edited By: सुनील चिट फंड के प्रकार चौरसिया

Updated on: Aug 02, 2021 | 9:02 AM

चिटफंड की तुलना रिकरिंग डिपॉजिट RD से सुनकर आप चौंक गए होंगे. लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं. सभी चिटफंट घोटालेबाजी वाले नहीं होते. हाल की कुछ घटनाओं ने चिटफंड को बदनाम किया है क्योंकि भोले-भाले लोगों के पैसे डूब गए हैं. ये समझना होगा कि लोग चिटफंड में पैसे क्यों लगाते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बैंकों में खाता खुलवाने के लिए उनके पास कागज नहीं होते.

ऐसे लोग बैंकों की कागजी कार्यवाही को समझ भी नहीं पाते इसलिए चिटफंड में पैसे लगाते हैं. सभी चिटफंड खराब नहीं होते और चिट फंड के प्रकार कुछ चिटफंड सरकार की ओर से भी चलाए जाते हैं जिसमें निवेश सुरक्षित होता है. इसी तरह का निवेश रिकरिंग डिपॉजिट RD में भी किया जाता है. इसमें रिटर्न फिक्स और गारंटीड होता है. इन दोनों निवेश का अपना नफा और नुकसान है जिसे समझने के बाद ही निवेश करना चाहिए.

आरडी में निवेश का लाभ

RD में कोई जमाकर्ता हर महीने चिट फंड के प्रकार एक फिक्स अमाउंट जमा करता है. इसका खाता बैंक में खुलवाया जाता है. समय के साथ जमा राशि पर ब्याज जुड़ता जाता है. जब डिपॉजिट मैच्योर हो जाता है तो उसका लमसम जमाकर्ता को दे दिया जाता है. जमाकर्ता चाहे तो मैच्योरिटी के पैसे से एफडी खोल सकता है या उसी पैसे को नए आरडी में लगाया जा सकता है. उदाहरण के लिए मान लें कि किसी व्यक्ति ने 1,000 रुपये हर महीने से आरडी खाता खोला और 8 चिट फंड के प्रकार परसेंट ब्याज की दर से 1 साल तक खाता चलाया. मैच्योरिटी पर उस व्यक्ति को 12,530 रुपये मिलेंगे जबकि उसने प्रीमियम के तौर पर 12,000 रुपये ही चुकाए थे. उसे एक साल में 530 रुपये का ब्याज मिला.

चिटफंड एक प्रकार का सेविंग और लोन स्कीम है. इसमें चिट फंड के प्रकार कई जमाकर्ता एकसाथ आते हैं और हर महीने एक फिक्स अमाउंट जमा करते हैं. चिट ग्रुप में शामिल लोगों से पैसे लिए जाते हैं और हर महीने उसकी बोली लगाई जाती है. इसमें चिटफंड कंपनी को हर महीने कमीशन दिया जाता है. हर महीने एक फिक्स अमाउंट के अलावा जो भी अतिरिक्त पैसा बचता है, उसे सभी मेंबर में बराबर बांट चिट फंड के प्रकार दिया जाता है. जमा पैसे पर हर महीने बोली लगती है और उस बोली को कोई एक मेंबर जीतता है. अगले महीने वह मेंबर बोली नहीं लगा सकता.

MP के सिंगरौली में फैला चिटफंड कंपनियों का जाल, लोगों को दे रहे पैसा दोगुना करने का झांसा

By: ABP Live | Updated at : 16 Oct 2022 07:18 PM (IST)

MP Chit Fund Companies: मध्य प्रदेश का सिंगरौली जिला पहले से ही चिटफंड कंपनियों का बड़ा गढ़ रहा है. साल 2018 में तत्कालीन कलेक्टर केवीएस चौधरी ने यहां चिटफंड कंपनियों का भांडाफोड़ कर उनके गोरखधंधे को खत्म कर दिया था. अब एक बार फिर चिटफंड कंपनियां नए सिरे से सिंगरौली-सोनभद्र अंचल को अपना ठिकाना बना रही हैं. यहां फिर से उनके निशाने पर भोली-भाली जनता है. ठगों ने लोगों की गाढ़ी कमाई की रकम को दोगुनी करने के नाम पर निवेश करा रहे हैं.

जिला प्रशासन सब कुछ जानने के बाद भी अनजान है. चिटफंड कंपनियों के कारोबार रोकने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है. जिले के कोतवाली थाने से चंद कदम की दूरी पर LJCC नाम की इस कंपनी का पूरा नाम ही आप सुन लें तो समझ आ जाएगा कि कंपनी बनाने वालों के मंसूबे क्या रहे होंगे.

10 लाख से अधिक चिटफंड निवेशकों को रकम वापसी का इंतजार, जल्द मिल सकती है अच्‍छी खबर

10 लाख से अधिक चिटफंड निवेशकों को रकम वापसी का इंतजार, जल्द मिल सकती है अच्‍छी खबर

रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। देवयानी गोल्ड चिटफंड कंपनी के निवेशकों को जल्द ही रकम मिलने के आसार है। जिला प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में यह तय भी हो जाएगा कि निवेशकों को रकम वापसी कब से होगी और कैसे की जाएगी। एक आंकड़ों को देखा जाए तो पता चलता है कि प्रदेश भर में करीब 10 लाख से अधिक आवेदन आए है और इनमें से जिला प्रशासन को ही काफी कम रकम मिल पाई है।

चिटफंड कंपनियों के सदस्य भी आएंगे घेरे में

जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि चिटफंड कंपनियों के सदस्यों पर भी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टरों के बैंक खाते व लाकर भी जल्द ही सीज किए जाएंगे। इसका खाका भी तैयार किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से शासन को प्रस्ताव भी भेजा गया है कि निवेशकों को किस प्रकार से पैसे लौटाएं जाएं।

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