बिटकॉइन के उपयोग

बिटकॉइन क्या हैं - What is bitcoin in hindi
नमस्कार दोस्तो। आज हम बात करेंगे बिटकॉइन के बारे में। बिटकॉइन के भूतकाल से लेकर भविष्यकाल तक का पूरा विश्लेषण करेंगे। Bitcoin kya hai, बिटकॉइन के लाभ और हानि से लेकर उसके वर्तमान की कीमत की चर्चा आज के इस आर्टिकल में होगी। बने रहिए स्टडीBaazi के इस आर्टिकल के साथ।
बिटकॉइन क्या हैं? | Bitcoin kya hai
बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा हैं। इसे आप छू नहीं सकते सिर्फ आभास कर सकते हैं। यह तकनीकी तौर पर स्टोर हो सकती हैं। इसे न आप जेब मे डाल सकते हैं ना हाथ मे लेकर देख सकते हैं।
अंकीय प्रणाली से बनी इस मुद्रा की शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई।
यह विश्व की प्रथम आभासी मुद्रा हैं। बिटकॉइन तत्काल भुगतान की सुविधा के लिए पीयर-पीयर तकनीक का उपयोग करने वाली पहली डिजिटल मुद्राओं है। बिटकॉइन किसी बैंक या सरकार द्वारा जारी या समर्थित नहीं हैं।
वर्तमान में बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल मुद्रा बन चुकी हैं। बिटकॉइन बिटकॉइन के उपयोग को ₿ चिन्ह के द्वारा दर्शाया जाता हैं। कई बिटकॉइन समर्थक हैं जो मानते हैं कि डिजिटल मुद्रा भविष्य है। बिटकॉइन का समर्थन करने वालों में से कई का मानना है कि यह दुनिया भर में लेनदेन के लिए बहुत तेज, कम शुल्क वाली भुगतान प्रणाली की सुविधा प्रदान करता है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया?
बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सातोशी नकामोतो के द्वारा किया गया था। फिर 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था।
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन की शुरुआत होती हैं 18 अगस्त 2008 से, इस दिन bitcoin.org के नाम से इसे पंजीकृत किया गया था। फिर 2008 में ही 31 अक्टूबर को बिटकॉइन A pier to pier इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम सतोशी नाकामोटो द्वारा लिखित एक पीडीएफ का लिंक एक क्रिप्टोग्राफ़ी मेलिंग सूची में डाला था। इस पीडीएफ में पीयर-टू-पीयर नेटवर्क का उपयोग करने के तरीकों को बताया था।
3 जनवरी 2009 में बिटकॉइन नेटवर्क अस्तित्व में आया। सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन के जेनेसिस ब्लॉक का खनन किया, जिसमें लगभग 50 बिटकॉइन का इनाम था।
पहला ऑनलाइन क्रिप्टो एक्सचेंज माउंट गोक्स 2010 में खोला गया था।
दवाइयों को खरीदने बेचने के लिए एक डार्क वेब मार्केटप्लेस सिल्क रोड ने बिटकॉइन को भुगतान के एक तरीके के रूप में इस्तेमाल करने की बात कही थी।
2011 में बिटकॉइन की कीमत पहली बार वसंत 2011 में $ 1 पर पहुंच गई थी। यही कारण था जिसने निवेशकों और सट्टेबाजों को ध्यान आकर्षित किया।
altcoin का उदय। बिटकॉइन के साथ प्रतिस्पर्धा करने और दूसरी समस्याओं को हल करने के लिए altcoin की शुरूआत हुई।
2013 में सिल्क रोड को fbi द्वारा बंद कर दिया गया, लेकिन इससे बिटकॉइन को फर्क नही पड़ा।
माउंट गोक्स मार्च 2014 में दिवालिया हो गया। कारण: बड़े पैमाने पर हैकिंग अटैक।
लेकिन कुछ सालों के संघर्ष के बाद गोक्स क्रिप्टो स्पेस का विस्तार होता रहा।
फिर आता हैं 2019, जून में कीमत और ट्रेडिंग वॉल्यूम को फिर से ज़िंदगी मिली और कीमत 10,000 डॉलर से अधिक हो गई। लेकिन उसी साल दिसंबर तक यह गिरकर 7,112 डॉलर हो गयी।
महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बंद हो गई लेकिन BTC की कीमत एक बार फिर से सक्रिय हो गई। 2020 की शुरुआत में ही $ 7,200 हो गई। महामारी के बंद होने के बाद से बिटकॉइन के उदय में तेजी आई। नवंबर 2020 तक बिटकॉइन $ 18,353 के लिए कारोबार कर रहा था।
2021 बिटकॉइन को नई ऊचाँइयों तक ले गया। जनवरी 2021 में ही $ 40,000 को पार कर दिया। 8 जनवरी को $ 41,528 पर पहुँचा फिर उसके तीन दिन बाद बिटकॉइन की कीमत $ 30,525.39 पर गिर कर आ गई थी।
9 जून, 2021 को बिटकॉइन को कानूनी निविदा (legal tender) देने वाला अल सल्वाडोर पहला देश बना।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
बिटकॉइन decentralise है, जो वालंटियर है उन्हें miner कहा जाता है। Miner लगातार ब्लॉकचेन को सत्यापित और अपडेट करते रहते हैं। जब भी एक विशिष्ट मात्रा में लेन-देन सत्यापित होते हैं तब ब्लॉकचेन में एक और ब्लॉक जोड़ा जाता है।
BTC का सिस्टम सफल Miner's को बिटकॉइन से पुरस्कृत करता है। इनाम समय के हसाब से बदलता रहता हैं। Verified लेनदेन के एक नए ब्लॉक के लिए फिलहाल 6.25 बीटीसी का इनाम हैं।
ब्लॉकचेन क्या है?
सरल शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन एक डेटा संरचना है जो प्रत्येक लेनदेन में सुरक्षा को सुरक्षित करते हुए लेनदेन संबंधी लिखा जोखा रखती है। ब्लॉकचेन सभी प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध है और केंद्रीकृत घर्षण को समाप्त करने और "सबूत" पेश करने की अनुमति देती है कि प्रत्येक लेनदेन वैध है। यह बिटकॉइन को एक्सचेंज में वास्तविक प्रतिभागियों के लिए और उनके द्वारा एक मुद्रा बनाता है।
बिटकॉइन का एल्गोरिथम:
- आप एक लेन-देन बनाते हैं।
- फिर इसे नेटवर्क में जोड़ा जाता हैं।
- Miner को भेजा जाता हैं।
- Miner वेरीफाई करते हैं।
- वेरीफाई होने के बाद आपकी धनराशि सफलतापूर्वक भेज दी गई हैं।
बिटकॉइन क्यों बनाया गया था?
बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य बिचौलियों को हटाना था क्योंकि किसी भी लेन देन पर बिचौलियों को भी कमीशन देना पड़ता था। सातोशी नाकामोतो एक "विश्वास रहित" नकदी प्रणाली बनाना चाहते थे।
भारत में बिटकॉइन की स्थिति
- 2018 में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार आपराधिक उपयोग के लिए भारत में बिटकॉइन और अन्य आभासी मुद्राओं के उपयोग को बंद करने के लिए सब कुछ करेगी। उन्होंने दोहराया कि भारत उन्हें कानूनी निविदा के रूप में मान्यता नहीं देता है और इसके बजाय भुगतान प्रणालियों में ब्लॉकचेन तकनीक को प्रोत्साहित करेगा।
- 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विनियमित संस्थाओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीदी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
- 2019 में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता को चुनौती दी गई। भारत के इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन द्वारा भारत के सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी जिसमें क्रिप्टोकरेंसी की लेनदेन को रोकने के लिए आदेश की मांग की गई थी।
- 2020 मार्च में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने क्रिप्टोकरेंसी व्यापार पर RBI के प्रतिबंध को रद्द करने का फैसला सुनाया।
बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित नहीं हैं?
USA, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपियन यूनियन, एल सल्वाडोर, रूस, वियतनाम, कोलंबिया ओर इक्वाडोर में बिटकॉइन प्रतिबंधित नहीं हैं।
बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित हैं?
बोलीविया (पहला देश जिसने बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगाया), इजिप्ट (मिस्र), चीन, टर्की, नेपाल, बांग्लादेश, अल्जीरिया, यूनाइटेड किंगडम।
बाकी दूसरे देशों में कही बैंकिंग लेन देन प्रतिबंधित हैं और कही का डेटा उपलब्ध नहीं हैं।
बिटकॉइन कैसे खरीदे?
Wazir, CoinSecure, Zebpay और UnoCoin जैसी कई एप्प्स ओर वेबसाइट हैं जहाँ से आप बिटकॉइन को खरीद सकते हैं।
बिटकॉइन खरीदने के लिए दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ईमेल आईडी
- फ़ोन नंबर
- फ़ोटो
बिटकॉइन प्राइस
बिटकॉइन प्राइस समय के हिसाब से घटती बढ़ती रहती हैं। वर्तमान में 1 बिटकॉइन 25,60,365.54 भारतीय रुपया के बराबर हैं।
बिटकॉइन के लाभ
- उच्च रिटर्न की संभावना।
- भुगतान धोखाधड़ी से सुरक्षा।
- तत्काल निपटान, अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन।
- अधिक तरलता।
बिटकॉइन के नुकसान
- उच्च अस्थिरता और बड़े नुकसान की संभावना।
- काला बाजार गतिविधि।
- अनियमित और समर्थित नहीं, साइबर हैकिंग विविधीकरण।
- कोई धनवापसी नहीं
आशा है कि हमारे इस प्रयास से आपको वैल्यू मिली होगी। आज अपने Bitcoin kya hai बिटकॉइन क्या होता हैं, बिटकॉइन के लाभ और नुकसान, बिटकॉइन का अविष्कार किसने किया, बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य, बिटकॉइन कैसे काम करता हैं इन सब को बड़े अच्छे से जान लिया होगा। अगर आपको इस आर्टिकल से वैल्यू मिली तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय ज़रूर लिखे। धन्यवाद
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi
दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।
आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।
आसान नाम में इसे डिजिटल करेंसी (digital currency) या वर्चुअल करेंसी (virtual currency) भी कहा जाता है। और डिजिटल या वर्चुअल करेंसी में सबसे लोकप्रिय नाम है बिटकॉइन (Bitcoin)।
दोस्तों हर वह शख्स जो टेक्नोलॉजी रुचि रखता है एवं इंटरनेट से जुड़ा है उसने बिटकॉइन का नाम जरूर सुना होगा। अगर आप से कहा जाए कि अगर आपने आज से 10 साल पहले ₹10000 कहीं इन्वेस्ट किए होते और आज वही 10000, करोड़ों बन जाते हैं तो शायद आप इस पर विश्वास नहीं करेंगे लेकिन बिटकॉइन से यह संभव हुआ है। आज के समय में बिटकॉइन बहुत ही लोकप्रिय हो चुका है। बहुत से लोगों को यह जानने इच्छा होती है कि बिटकॉइन क्या है? यह कैसे काम करता है? आदि।
दोस्तों आज इस लेख में हम बिटकॉइन के उपयोग मुख्यत: इसी से संबंधित सवालों पर चर्चा करेंगे।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)
दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।
Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।
परंतु विकेंद्रीकृत मुद्रा होने के कारण बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी पर किसी की केंद्रीय बैंक का संचालन नहीं होता, अगर आप कंप्यूटर नेटवर्किंग पर कुछ खरीदने या बेचने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं तो आप सीधा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक बिना किसी संस्था के बीच में आए भुगतान कर सकते हैं या भुगतान ले सकते हैं।
Bitcoin का इस्तेमाल इंटरनेट पर कोई भी व्यक्ति कर सकता है, जिस प्रकार इंटरनेट का एक्सेस हर किसी के पास है उसी प्रकार बिटकॉन को भी कोई भी व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है क्योंकि इसका कोई मालिक नहीं होता।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया?
दोस्त अगर बात करें बिटकॉइन के आविष्कार की तो रिपोर्ट के अनुसार बिटकॉइन का आविष्कार सतोशी नाकामोतो ने वर्ष 2009 में किया था और उस समय 1 बिटकॉइन की जो वैल्यू थी वह आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।
भारत में 1 बिटकॉइन का मूल्य कितना है?
आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009 में एक बिट कॉइन की वैल्यू 0.008 डॉलर्स थी, वही आज के समय में अगर आप गूगल पर जाकर 1 बिटकॉइन की वैल्यू चेक करें तो यह 37476. 60 यूएस dollars है जो की इंडियन रुपीस में 27 लाख 47 हजार 700 रुपए के आसपास की हो जाती है।
विकेंद्रीकृत मुद्रा होने के कारण बिटकॉइन को किसी बैंक में जमा नहीं कराया जा सकता बिटकॉइन को हम सिर्फ ऑनलाइन वॉलेट (online wallet) में ही रख सकते हैं।
बिटकॉइन कैसे खरीदें?
अगर आप भी बिटकॉइन खरीद कर रखना चाहते हैं तो आप इसे ऑनलाइन खरीद सकते हैं। जेबपे (zebpay), Unocoin, आदि जैसी अन्य और कई ऐसी वेबसाइट पर जाकर आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
इसमें आपको पहले कुछ डाक्यूमेंट्स सबमिट करने होते हैं जिनमें आपका वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड पैन कार्ड आदि एवं बैंक डिटेल्स लिया जाता है। उसके बाद आप अपनी इच्छा अनुसार जितनी भी रुपए जैसे हजार, 10 हज़ार, के बिटकॉइन खरीद सकते हैं एवं उनका इस्तेमाल इंटरनेट पर लेन देन में कर सकते हैं।
अगर बात करें बिटकॉइन कमाने की तो आप पैसे देकर उसके बदले बिटकॉइन खरीद सकते हैं या फिर अगर आपने किसी को कुछ बेचा है तो आप पैसों के बदले उससे बिटकॉइन के रूप में पेमेंट ले लेकर उसे अपने वॉलेट में रख सकते हैं।
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।
इंटरनेट में आज के समय में 21 मिलीयन बिटकॉइन ही है जिनमें से लगभग 25% खो चुके हैं जिसका मतलब है कि यह किसी के पास भी नहीं है। बिटकॉइन को एक्सेस करने के लिए एक पब्लिक की (key) होती है, एवं उस की के खो जाने पर आप उस बिटकॉइन को एक्सेस नहीं कर सकते।
क्या हमें बिटकॉइन खरीदना चाहिए?
Bitcoin की वैल्यू इंटरनेट पर हमेशा एक समान नहीं रहती वह घटती और बढ़ती रहती है। इसलिए अगर आपने कभी कम कीमत पर बिटकॉइन खरीदी और कुछ समय बाद उसकी कीमत बढ़ने पर अगर आपको लगता है कि आपको उस बिटकॉइन को बेचकर बहुत फायदा होगा तो आप उसे उस समय की कीमत के अनुसार बेचकर मुद्राएं ले सकते हैं। बिटकॉइन का लेनदेन आप पूरे दुनिया भर में किसी से भी और कहीं भी कर सकते हैं।
बिटकॉइन क्या हैं - What is bitcoin in hindi
नमस्कार दोस्तो। आज हम बात करेंगे बिटकॉइन के बारे में। बिटकॉइन के भूतकाल से लेकर भविष्यकाल तक का पूरा विश्लेषण करेंगे। Bitcoin kya hai, बिटकॉइन के लाभ और हानि से लेकर उसके वर्तमान की कीमत की चर्चा आज के इस आर्टिकल में होगी। बने रहिए स्टडीBaazi के इस आर्टिकल के साथ।
बिटकॉइन क्या हैं? | Bitcoin kya hai
बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा हैं। इसे आप छू नहीं सकते सिर्फ आभास कर सकते हैं। यह तकनीकी तौर पर स्टोर हो सकती हैं। इसे न आप जेब मे डाल सकते हैं ना हाथ मे लेकर देख सकते हैं।
अंकीय प्रणाली से बनी इस मुद्रा की शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई।
यह विश्व की प्रथम आभासी मुद्रा हैं। बिटकॉइन तत्काल भुगतान की सुविधा के लिए पीयर-पीयर तकनीक का उपयोग करने वाली पहली डिजिटल मुद्राओं है। बिटकॉइन किसी बैंक या सरकार द्वारा जारी या समर्थित नहीं हैं।
वर्तमान में बिटकॉइन के उपयोग बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल मुद्रा बन चुकी हैं। बिटकॉइन को ₿ चिन्ह के द्वारा दर्शाया जाता हैं। कई बिटकॉइन समर्थक हैं जो मानते हैं कि डिजिटल मुद्रा भविष्य है। बिटकॉइन का समर्थन करने वालों में से कई का मानना है कि यह दुनिया भर में लेनदेन के लिए बहुत तेज, कम शुल्क वाली भुगतान प्रणाली की सुविधा प्रदान करता है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया?
बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सातोशी नकामोतो के द्वारा किया गया था। फिर 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था।
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन की शुरुआत होती हैं 18 अगस्त 2008 से, इस दिन bitcoin.org के नाम से इसे पंजीकृत किया गया था। फिर 2008 में ही 31 अक्टूबर को बिटकॉइन A pier to pier इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम सतोशी नाकामोटो द्वारा लिखित एक पीडीएफ का लिंक एक क्रिप्टोग्राफ़ी मेलिंग सूची में डाला था। इस पीडीएफ में पीयर-टू-पीयर नेटवर्क का उपयोग करने के तरीकों को बताया था।
3 जनवरी 2009 में बिटकॉइन नेटवर्क अस्तित्व में आया। सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन के जेनेसिस ब्लॉक का खनन किया, जिसमें लगभग 50 बिटकॉइन का इनाम था।
पहला ऑनलाइन क्रिप्टो एक्सचेंज माउंट गोक्स 2010 में खोला गया था।
दवाइयों को खरीदने बेचने के लिए एक डार्क वेब मार्केटप्लेस सिल्क रोड ने बिटकॉइन को भुगतान के एक तरीके के रूप में इस्तेमाल करने की बात कही थी।
2011 में बिटकॉइन की कीमत पहली बार वसंत 2011 में $ 1 पर पहुंच गई थी। यही कारण था जिसने निवेशकों और सट्टेबाजों को ध्यान आकर्षित किया।
altcoin का उदय। बिटकॉइन के साथ प्रतिस्पर्धा करने और दूसरी समस्याओं को हल करने के लिए altcoin की शुरूआत हुई।
2013 में सिल्क रोड को fbi द्वारा बंद कर दिया गया, लेकिन इससे बिटकॉइन को फर्क नही पड़ा।
माउंट गोक्स मार्च 2014 में दिवालिया हो गया। कारण: बड़े पैमाने पर हैकिंग अटैक।
लेकिन कुछ सालों के संघर्ष के बाद गोक्स क्रिप्टो स्पेस का विस्तार होता रहा।
फिर आता हैं 2019, जून में कीमत और ट्रेडिंग वॉल्यूम को फिर से ज़िंदगी मिली और कीमत 10,000 डॉलर से अधिक हो गई। लेकिन उसी साल दिसंबर तक यह गिरकर 7,112 डॉलर हो गयी।
महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बंद हो गई लेकिन BTC की कीमत एक बार फिर से सक्रिय हो गई। 2020 की शुरुआत में ही $ 7,200 हो गई। महामारी के बंद होने के बाद से बिटकॉइन के उदय में तेजी आई। नवंबर 2020 तक बिटकॉइन $ 18,353 के लिए कारोबार कर रहा था।
2021 बिटकॉइन को नई ऊचाँइयों तक ले गया। जनवरी 2021 में ही $ 40,000 को पार कर दिया। 8 जनवरी को $ 41,528 पर पहुँचा फिर उसके तीन दिन बाद बिटकॉइन की कीमत $ 30,525.39 पर गिर कर आ गई थी।
9 जून, 2021 को बिटकॉइन को कानूनी निविदा (legal tender) देने वाला अल सल्वाडोर पहला देश बना।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
बिटकॉइन decentralise है, जो वालंटियर है उन्हें miner कहा जाता है। Miner लगातार ब्लॉकचेन को सत्यापित और अपडेट करते रहते हैं। जब भी एक विशिष्ट मात्रा में लेन-देन सत्यापित होते हैं तब ब्लॉकचेन में एक और ब्लॉक जोड़ा जाता है।
BTC का सिस्टम सफल Miner's को बिटकॉइन से पुरस्कृत करता है। इनाम समय के हसाब से बदलता रहता हैं। Verified लेनदेन के एक नए ब्लॉक के लिए फिलहाल 6.25 बीटीसी का इनाम हैं।
ब्लॉकचेन क्या है?
सरल शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन एक डेटा संरचना है जो प्रत्येक लेनदेन में सुरक्षा को सुरक्षित करते हुए लेनदेन संबंधी लिखा जोखा रखती है। ब्लॉकचेन सभी प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध है और केंद्रीकृत घर्षण को समाप्त करने और "सबूत" पेश करने की अनुमति देती है कि प्रत्येक लेनदेन वैध है। यह बिटकॉइन को एक्सचेंज में वास्तविक प्रतिभागियों के लिए और उनके द्वारा एक मुद्रा बनाता है।
बिटकॉइन का एल्गोरिथम:
- आप एक लेन-देन बनाते हैं।
- फिर इसे नेटवर्क में जोड़ा जाता हैं।
- Miner को भेजा जाता हैं।
- Miner वेरीफाई करते हैं।
- वेरीफाई होने के बाद आपकी धनराशि सफलतापूर्वक भेज दी गई हैं।
बिटकॉइन क्यों बनाया गया था?
बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य बिचौलियों को हटाना था क्योंकि किसी भी लेन देन पर बिचौलियों को भी कमीशन देना पड़ता था। सातोशी नाकामोतो एक "विश्वास रहित" नकदी प्रणाली बनाना चाहते थे।
भारत में बिटकॉइन की स्थिति
- 2018 में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार आपराधिक उपयोग के लिए भारत में बिटकॉइन और अन्य आभासी मुद्राओं के उपयोग को बंद करने के लिए सब कुछ करेगी। उन्होंने दोहराया कि भारत उन्हें कानूनी निविदा के रूप में मान्यता नहीं देता है और इसके बजाय भुगतान प्रणालियों में ब्लॉकचेन तकनीक को प्रोत्साहित करेगा।
- 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विनियमित संस्थाओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीदी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
- 2019 में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता को चुनौती दी गई। भारत के इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन द्वारा भारत के सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी जिसमें क्रिप्टोकरेंसी की लेनदेन को रोकने के लिए आदेश की मांग की गई थी।
- 2020 मार्च में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने क्रिप्टोकरेंसी व्यापार पर RBI के प्रतिबंध को रद्द करने का फैसला सुनाया।
बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित नहीं हैं?
USA, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपियन यूनियन, एल सल्वाडोर, रूस, वियतनाम, कोलंबिया ओर इक्वाडोर में बिटकॉइन प्रतिबंधित नहीं हैं।
बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित हैं?
बोलीविया (पहला देश जिसने बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगाया), इजिप्ट (मिस्र), चीन, टर्की, नेपाल, बांग्लादेश, अल्जीरिया, यूनाइटेड किंगडम।
बाकी दूसरे देशों में कही बैंकिंग लेन देन प्रतिबंधित हैं और कही का डेटा उपलब्ध नहीं हैं।
बिटकॉइन कैसे खरीदे?
Wazir, CoinSecure, Zebpay और UnoCoin जैसी कई एप्प्स ओर वेबसाइट हैं जहाँ से आप बिटकॉइन को खरीद सकते हैं।
बिटकॉइन खरीदने के लिए दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ईमेल आईडी
- फ़ोन नंबर
- फ़ोटो
बिटकॉइन प्राइस
बिटकॉइन प्राइस समय के हिसाब से घटती बढ़ती रहती हैं। वर्तमान में 1 बिटकॉइन 25,60,365.54 भारतीय रुपया के बराबर हैं।
बिटकॉइन के लाभ
- उच्च रिटर्न की संभावना।
- भुगतान धोखाधड़ी से सुरक्षा।
- तत्काल निपटान, अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन।
- अधिक तरलता।
बिटकॉइन के नुकसान
- उच्च अस्थिरता और बड़े नुकसान की संभावना।
- काला बाजार गतिविधि।
- अनियमित और समर्थित नहीं, साइबर हैकिंग विविधीकरण।
- कोई धनवापसी नहीं
आशा है कि हमारे इस प्रयास से आपको वैल्यू मिली होगी। आज अपने Bitcoin kya hai बिटकॉइन क्या होता हैं, बिटकॉइन के लाभ और नुकसान, बिटकॉइन का अविष्कार किसने किया, बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य, बिटकॉइन कैसे काम करता हैं इन सब को बड़े अच्छे से जान लिया होगा। अगर आपको इस आर्टिकल से वैल्यू मिली तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय ज़रूर लिखे। धन्यवाद
क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देगा क्यूबा (Cuba)
अल सल्वाडोर ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के उपयोग को मान्यता देने की घोषणा की थी क्योंकि यह विदेशों में रहने वाले अपने नागरिकों से प्रेषण को प्रोत्साहित करने का एक तरीका है। अल सल्वाडोर ने 9 जून, 2021 को बिटकॉइन को कानूनी निविदा (legal tender) के रूप में अपनाने की घोषणा की। यह कदम उठाने वाला यह दुनिया का पहला देश बन गया है।
क्रिप्टोकरेंसी
यह एक डिजिटल परिसंपत्ति है जो विनिमय के एक माध्यम के रूप में काम करती है जहां कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में अलग-अलग सिक्के के स्वामित्व के रिकॉर्ड को बही में संग्रहीत किया जाता है। ये रिकॉर्ड एक मजबूत क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके संग्रहीत किए जाते हैं ताकि लेनदेन रिकॉर्ड को सुरक्षित किया जा सके।
पहली क्रिप्टोकरेंसी
बिटकॉइन (Bitcoin) 2009 में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी की गयी पहली क्रिप्टोकरेंसी है। यह पहली विकेन्द्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी (decentralized cryptocurrency) है।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है 1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है
दुनिया के हर देश में मुद्रा(Currency) का अपना अपना नाम और वैल्यू है जहा भी जाओ आप वहा पे आपको उस देश की मुद्रा (Currency) का नाम मिलेगा जैसे की इंडिया की मुद्रा(Currency) रुपए है और अमेरिका की डॉलर (डॉलर) इसी तरह इन्टरनेट में भी एक मुद्रा है जो की वर्चुअल है जिसके बारे में आजकल हर कोई जानना चाहता है जिसका नाम है बिटकॉइन(Bitcoin).
बिटकॉइन के बारे में आपने जरुर सुना होगा, बिटकॉइन आज के टाइम में बहोत ही ज्यादा पोपुलर है ये एक ओपन पेमेंट नेटवर्क है जहा पे आप इंटरनेशनली पेमेंट यानि पैसो का लेन देन कर सकते है इसके सिवा इसके बहोत सारे और भी फायदे है तो चलिए अब जान लेते है की बिटकॉइन क्या है इसके क्या फायदे है ये कैसे काम करता है बिटकॉइन के उपयोग इत्यादि
बिटकॉइन(Bitcoin) क्या है
बिटकॉइन एक डिजिटल करन्सी या फिर वर्चुअल करन्सी (Virtual Currency) है बिटकॉइन को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है ये ओपन सोर्स है इसे कोई भी यूज़ कर सकता है वर्चुअल करन्सी का मतलब ये है की ये पैसा तो है इसका यूज़ हम हर जगह कर सकते है लेकिन इसे हम न तो छु सकते है और न ही देख सकते है या फिर आप मान सकते है की ये एक तरह का पॉइंट्स होता है जो हमें मिलता है जिसे हम बाद में अपने देश के मुद्रा के हिसाब से कन्वर्ट कर सकते है
अब आप सोच रहे होंगे की इसे हम न तो छु सकते है और न ही देख सकते है क्या ये हमेशा होगा तो यहाँ में आपको बताना चाहूँगा की ऐसा कुछ नहीं है बस इसे एक वर्चुअल करन्सी नाम दिया गया है बाद में आप इसे अपने बैंक अकाउंट में भेज कर अपने देश का करन्सी बना सकते है
1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है ?
अब आप ने जान तो लिया है की बिटकॉइन क्या है लेकिन क्या आपको पता है की 1 बिटकॉइन की कीमत क्या है आप जान कर हैरान हो जायेंगे इंडिया में 1Bitcoin की कीमत करीब Rs 67712.20 रूपये है लेकिन हा ध्यान रहे बिटकॉइन की कीमत घटती बढती रहती है
नोट : फ़िलहाल की 1 बिटकॉइन की कीमत जानने के लिए गूगल में सर्च करे 1 Bitcoin to inr आपको जो फ़िलहाल रेट चल रहा है पता चल जायेगा