चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना

बी-शेयरों को भी शामिल चीनी कंपनियों से बना है, विदेशी मुद्रा में चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना अमेरिकी डॉलर (यूएसडी) और एलओयू के रूप में उद्धृत किया गया है, जो लिस्टिंग एक्सचेंज पर निर्भर करता है। बी-शेयर विदेशी निवेशकों के लिए अधिक व्यापक रूप से उपलब्ध हैं।
एच-शेयर बनाम ए-शेयर: क्या अंतर है?
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) में सार्वजनिक रूप से कारोबार वाली कंपनियों के शेयर खरीदना संयुक्त राज्य अमेरिका में स्टॉक के शेयरों को खरीदने के रूप में सरल नहीं है। जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में सार्वजनिक बाजारों पर कारोबार करने वाले शेयर आम तौर पर उन लोगों के लिए उपलब्ध होते हैं जिनके पास भुगतान करने के लिए पैसे होते हैं, चीनी शेयर बाजारों में सख्त प्रतिबंध हैं कि कौन खरीद सकता है और क्या खरीदने के लिए उनके पास उपलब्ध है। यदि आप ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं या निवेश करना चाहते हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है।
चीन में सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियां आम तौर पर तीन शेयर श्रेणियों के अंतर्गत आती हैं:
- ए-शेयर सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध चीनी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कि शेन्ज़ेन और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज जैसे चीनी स्टॉक एक्सचेंजों पर व्यापार करते हैं।ये शेयर युआन रॅन्मिन्बी (CNY) में व्यापार करते हैं।
- बी-शेयर डोमेस्टिक लिस्टेड फॉरेन इनवेस्टमेंट शेयर हैं।वे शेन्ज़ेन और शंघाई एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध हैं, और विदेशी मुद्राओं में व्यापार करते हैं।
- एच-शेयर, हांगकांग के एक्सचेंजों पर कारोबार करते हैं, चीनी कानून द्वारा विनियमित हैं चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना और किसी के द्वारा स्वतंत्र रूप से व्यापार योग्य हैं।ये शेयर हांगकांग डॉलर (HKD) का उपयोग कर व्यापार करते हैं।
एक-शेयरों
चीनी ए-शेयर मुख्य भूमि चीन में स्थित निगमित कंपनियों चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना के शेयर हैं जो शंघाई या शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हैं।ए-शेयर आम तौर पर मुख्य भूमि के चीनी नागरिकों के लिए व्यापार के लिए उपलब्ध हैं।हालांकि, विनियमित संरचना के माध्यम से इन कंपनियों में विदेशी निवेश की अनुमति है।कुछ संस्थागत निवेशक योग्य विदेशी संस्थागत निवेशक (QFIIs) या अन्य सख्त व्यापारिक कार्यक्रमोंके रूप में अर्हता प्राप्त कर सकतेहैं।केवल संस्थागत निवेशकों के एक चुनिंदा समूह ने QFII स्थिति के लिए अर्हता प्राप्त की है और चीनी ए-शेयर खरीद और बेच सकते हैं।३
2007 के बाद, चीन ने मुख्य भूमि के चीनी निवेशकों को शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों के ए-शेयर या एच-शेयर खरीदने दिए।इससे पहले, चीनी मुख्य भूमि निवेशक केवल ए-शेयर खरीद सकते थे, भले ही एच-शेयर भी पेश किए गए थे। चूंकि विदेशी निवेशक एच-शेयरों का व्यापार कर सकते हैं, इसलिए शेयर ए-शेयरों की तुलना में अधिक चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना तरल हैं।
h-शेयरों
चीनी एच-शेयर हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध चीनी कंपनियों के सार्वजनिक रूप से कारोबार में शामिल कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करते हैं। H- शेयर चीन में चीनी कानून के तहत जारी किए गए हैं और हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज की लिस्टिंग आवश्यकताओं के अधीन हैं।
नियम बताता है कि वार्षिक खातों को हांगकांग या अंतर्राष्ट्रीय लेखा मानकों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा, कंपनी के निगमन के लेखों में एच-शेयरों सहित घरेलू शेयरों और विदेशी शेयरों की बदलती प्रकृति को स्पष्ट करने वाले अनुभागों के साथ-साथ प्रत्येक क्रेता को दिए गए अधिकार भी शामिल होने चाहिए।
शंघाई या शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध ए-शेयरों के विपरीत और चीनी रॅन्मिन्बी, एच-शेयरों के उद्धरण और हांगकांग डॉलर के अंकित मूल्य के साथ व्यापार करते हैं। सभी निवेशकों चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना के व्यापार के लिए एच-शेयर भी खुले हैं।
घरेलू बाजारों ने की वापसी, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 250 अंक से अधिक चढ़ा
ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील रीयल्टी, वाहन और बैंकिंग शेयरों में चौतरफा खरीदारी से आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स वापसी करता हुआ 250 अंक से अधिक मजबूत हो गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 253.38 अंक यानी 0.68 प्रतिशत मजबूत होकर 37,418.54 अंक पर रहा।
रीयल्टी, वाहन, बैंक, स्वास्थ्य, ढांचागत संरचना, विद्युत, तेल एवं गैस, सार्वजनिक कंपनियां तथा धातु समूहों की अगुवाई में सारे समूह एक प्रतिशत तक की बढ़त में रहे। पिछले दो कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 441.42 अंक टूटा था।
रुपया शुरुआती कारोबार में सात पैसे टूटा
आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ाने चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना तथा विदेशी पूंजी की जारी निकासी के कारण आज दूसरे दिन भी रुपये की गिरावट जारी रही और अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा शुरुआती कारोबार में सात पैसे टूटकर एक सप्ताह के निचले स्तर 68.77 रुपये प्रति डॉलर पर आ गयी।
एक डीलर ने बताया कि अमेरिका एवं चीन के बीच व्यापारिक तनाव के नये चरम पर पहुंचने से विदेशी बाजारों में अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से भी रुपया पर दबाव रहा।
उसने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों के बढ़त में खुलने से रुपये की गिरावट पर कुछ लगाम रही। पिछले कारोबारी दिवस में रुपया 27 पैसे गिरकर 68.70 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 223.64 अंक यानी 0.60 प्रतिशत सुधरकर 37,388.80 अंक पर रहा।
चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना
भारत के दलाल पथ पर चीन के बाजार की तरह तेज गिरावट आने की चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना आशंका काफी कम है क्योंकि दोनों बाजारों में मौलिक संरचना में काफी अंतर है। भारतीय शेयर बाजार का निवेश बीटा शेयरों तथा साइक्लिकल क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम है, जहां तेजी से उतार चढ़ाव होता है। इसके बजाय रक्षात्मक क्षेत्रों में ज्यादा निवेश है। सरकार की नीतियों से प्रभावित होने वाले साइक्लिकल क्षेत्रों में वित्तीय क्षेत्र सबसे बड़ा है और भारतीय शेयर बाजार में इसका भारांश 27.8 फरीसदी है, जबकि चीन के बाजार में इस क्षेत्र का भारांश 42 फीसदी है। इसमें शामिल सभी चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना क्षेत्रों जैसे- बैंक एवं वित्त, ऊर्जा कंपनियों, धातु एवं खनन और पूंजीगत वस्तुओं तथा निर्माण क्षेत्र का भारांश 53 फीसदी है, जबकि चीन के बाजार इन क्षेत्रों का कुल भारांश 68.6 फीसदी है। रक्षात्मक क्षेत्रों में एफएमसीजी, इन्फोटेक और फार्मा एवं हेल्थकेयर का भारांश 31.1 फीसदी है, जबकि चीन के बाजार में इन क्षेत्रों का भारांश महज 20.8 फीसदी है। दलाल पथ पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज सबसे मूल्यवान कंपनी है, जबकि आईटीसी का बीएसई 200 सूचकांक में सबसे ज्यादा भारांश है। चीन की बात करें तो पेट्रो चाइना सबसे मूल्यवान कंपनी है, लेकिन सीआईएस 300 सूचकांक में पिंग एन इंश्योरेंस ग्रुप कंपनी का भारांश सबसे ज्यादा है। यह विश्लेषण बीएसई 200 और सीआई 300 सूचकांक में शामिल कंपनियों की बाजार पूंजीकरण में आई हालिया गिरावट के आधार पर की गई है।
शेयर बंद: सेंसेक्स 220 अंक उछलकर 40,000 अंक के पार, स्टेट बैंक का शेयर 3% चढ़ा
Written by: India TV Business Desk
Published on: October 30, 2019 16:54 IST
नयी दिल्ली। कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजों और शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए कर संरचना में बदलाव की उम्मीदों से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को एक बार फिर 40,000 अंक के पार चला गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 220.03 अंक यानी 0.55 प्रतिशत उछल कर 40,चीनी शेयर बाजार के शेयरों की संरचना 051.87 अंक पर बंद हुआ।
Closing Bell: सेंसेक्स में 582 अंकों की उछाल, टाटा मोटर्स का शेयर 17 प्रतिशत उछला
कारोबार के दौरान, सेंसेक्स ने 40,178.12 अंक के ऊंचे स्तर को भी छुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 57.25 अंक यानी 0.49 प्रतिशत बढ़कर 11,844.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक, टीसीएस, आईटीसी, भारती एयरटेल, सन फार्मा, इंफोसिस और बजाज ऑटो में 3.37 प्रतिशत तक की तेजी रही है। इसके विपरीत येस बैंक, मारुति, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर 2.41 प्रतिशत तक गिर गए।
विशेषज्ञों के मुताबिक, बजट से पहले शेयर निवेशकों के लिहाज से प्रभाव डालने वाले प्रमुख कर जैसे कि दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर, प्रतिभूति लेनदेन कर और लाभांश वितरण कर की प्रस्तावित समीक्षा की खबरों से घरेलू निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों और कॉरपोरेट कर में कटौती का मुनाफे में अहम योगदान से भी बाजार को बल मिला।
सेंसेक्स टुडे: शेयर बाजार में बड़ा उछाल, सेंसेक्स 582 अंक उछला, बाजार ने मनाई दिवाली
- मजबूत वैश्विक संकेतों से मंगलवार को शेयर बाजार बड़े उछाल के साथ हुआ बंद
- बीएसई के सेंसेक्स में 582 अंक तो निफ्टी में 160 अंकों की तेजी दर्ज की गई
- दूसरी तिमाही में कंपनियों के बेहतर वित्तीय नतीजों ने भी बाजार के रुझानों को दी मजबूती
- अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति की खबर से भी बाजार को मिला बल
दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 39,917.01 का ऊपरी स्तर तथा 39,254.12 का निचला स्तर छुआ। वहीं, निफ्टी ने 11,809.40 का उच्च स्तर तथा 11,627.35 का निम्न स्तर छुआ।