2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है

#NadavLapid’s selection as the jury head of #IFFI53Goa is a major lapse on behalf of I&B ministry. Hence heads of those in the ministry, who are responsible for this crime, should roll. What does one expect from a Palestine sympathiser?!#KashmirFiles — Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
IFFI जूरी नदव लैपिड ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को वल्गर और प्रोपेगैंडा कहा, फिल्ममेकर और अनुपम खेर ने किया पलटवार
LagatarDesk : विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ साल 2022 एक बार फिर चर्चा में आ गयी है. इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड नदव लैपिड ने फिल्म की कड़ी आलोचना की है. इजरायली फिल्ममेकर नदव लैपिड ने भरी महफिल में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘वल्गर प्रोपेगैंडा’ कह 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है दिया. उन्होंने कहा कि हम सब परेशान हैं. यह मूवी हमें एक ‘प्रचार, अश्लील फिल्म’ की तरह लगी. द कश्मीर फाइल्स इतने बड़े प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए उचित नहीं है. मैं अपनी फीलिंग्स को मंच पर खुले तौर पर शेयर करने में पूरी तरह से कंफर्टेबल हूं. ये एक जरूरी चर्चा है, जो बिना झिझक होनी चाहिए. ये कला और जीवन के लिए जरूरी है. (पढ़ें, दरभंगा : RSS प्रमुख ने कहा- हिंदुस्तान में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू, संघ का सपना सबको एक साथ जोड़ना)
“All of us were disturbed and shocked by the film #KashmirFiles, which felt to us as a propaganda vulgar movie, inappropriate for the artistic competitive section of such a prestigious film festival.” – IFFI Jury Head Nadav Lapid.
Kudos to the Jury for calling a spade a spade 🙌 pic.twitter.com/YU6ddw4lQ1
— Siddharth (@DearthOfSid) November 28, 2022
IFFI का जूरी हेड बनाने को अशोक पंडित ने बतायी सबसे बड़ी चूक
जंग छिड़ने के बाद फिल्म स्टार अनुपम खेर ने नदव लैपिड पर जमकर निशाना साधा. जबकि फिल्ममेकर अशोक पंडित ने इसे कश्मीरियों का अपमान बताया. अनुपम खेर ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो. सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है. वहीं, फिल्ममेकर अशोक पंडित ने नदव लैपिड के साथ-साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को नदव लैपिड को IFFI का जूरी हेड बनाने को सबसे बड़ी चूक बतायी.
झूट का क़द कितना भी ऊँचा क्यों ना हो..
सत्य के मुक़ाबले में हमेशा छोटा ही होता है.. pic.twitter.com/OfOiFgkKtD— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 28, 2022
#WATCH | Anupam Kher speaks to ANI on Int’l Film Festival of India Jury Head remarks for ‘Kashmir Files’, “…If holocaust is right, the exodus of Kashmiri Pandits is right too. Seems pre-planned as immediately after that the toolkit gang became active. May God give him wisdom..” pic.twitter.2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है com/cUQ1bqzFs7
— ANI (@ANI) November 29, 2022
3 लाख कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार वल्गर नहीं हो सकता-फिल्ममेकर
अशोक पंडित ने ट्वीट कर लिखा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की तरफ से नदव लैपिड को IFFI जूरी का हेड बनाना ही सबसे बड़ी चूक थी. इसलिए मिनिस्ट्री में जो इस गुनाह के जिम्मेदार हैं, उनपर एक्शन होना चााहिए. फिलिस्तीन के हमदर्द से कोई क्या उम्मीद कर सकता है? अशोक पंडित ने एक दूसरा ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा कि इजरायली फिल्ममेकर नदव लैपिड ने द कश्मीर फाइल्स को वल्गर फिल्म बोलकर भारत की 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है आतंकवाद के खिलाफ जंग का मजाक उड़ाया है. उन्होंने बीजेपी सरकार में 7 लाख कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है . यह IFFI इवेंट की क्रेडिबिलिटी पर बड़ा सवाल पैदा करता है. शर्मनाक. अशोक पंडित ने कहा कि 3 लाख कश्मीरी हिंदुओं का नरसंहार वल्गर नहीं हो सकता.
#Israeli filmmaker #NadavLapid has made a mockery of India’s fight against terrorism by calling #KashmirFiles a vulgar film .
He has insulted 7 lac #KashmiriPandits under the nose of the #BJP govt .
Its a big blow to #IFFIGoa2022 ‘s credibility.
Shame .— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
#NadavLapid’s selection as the jury head of #IFFI53Goa is a major 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है lapse on behalf of I&B ministry.
Hence heads of those in the ministry, who are responsible for this crime, should roll. What does one expect from a Palestine sympathiser?!#KashmirFiles
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
कश्मीरी पंडितों के दर्द, संघर्ष और आघात की 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है कहानी बयां करती है फिल्म
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते फिल्म फेस्टिवल में ‘द कश्मीर 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है फाइल्स’ भी दिखायी गयी थी. कश्मीर फाइल्स का निर्देशन विवेक रंजन अग्निहोत्री ने किया है. 11 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के दर्द, संघर्ष और आघात की कहानी बयां करती है. इसमें 1990 में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की सच्ची घटना दिखाई गई है. यह फिल्म भारत में हिट रही. लेकिन कई लोगों ने इसके प्रोपेगेंडा लहजे के लिए इसकी आलोचना भी की थी. सिंगापुर में भी ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर बैन लगा दिया था. क्योंकि सिंगापुर के कुछ मुसलमान अधिकारियों को इस फिल्म से आपत्ति थी. वे इसे एक तरफा फिल्म मानते हैं और अस्वीकार करते हैं.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
Dear @ianuragthakur ji .
I as a #KashmiriPandit & who is a victim of genocide seek a serious actn agnst Mr. #NadavLapid Jury head of IFFI 2022 fr calling d depiction of our tragedy as vulgar .
Hs hs added salt to our wounds&hence shld b made to tender a apology .#KashmirFiles— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 28, 2022
कई राज्यों में टैक्स फ्री कर दी गयी थी फिल्म
विवेक अग्निहोत्री के डायरेक्शन में बनी फिल्म में पल्लवी जोशी, प्रकाश बेलावडी, अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, भाषा सुंबली, चिन्मय मंडलेकर, पुनीत इस्सर अहम रोल में दिखे. विवेक अग्निहोत्री निर्देशित फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी मुख्य भूमिका में हैं. भारत में इस फिल्म को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई राजनीतिक दलों का साथ मिला. देश के जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार हैं, उन्होंने इसे कर मुक्त घोषित किया था.
GATE 2023 की तैयारी में ये रणनीति आएगी आपके काम, मिलेगी सफलता
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसका आयोजन 4, 5, 11 और 12 फरवरी, 2023 को किया जाएगा। इस परीक्षा में अब लगभग पांच महीने का समय बचा है, ऐसे में इस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। अगर आप भी GATE में शामिल होने वाले हैं तो हम आपको इस परीक्षा की तैयारी से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताएंगे।
प्रमुख शैक्षिक संस्थानों के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज में प्रवेश और PSUs में भर्ती के लिए GATE का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा कुल 29 विषय क्षेत्रों के लिए आयोजित की जाती है। इसमें इंजीनियरिंग, विज्ञान, ह्यूमैनिटीज और सोशल साइंस समेत विभिन्न ग्रेजुएट विषयों की व्यापक समझ का टेस्ट लिया जाता है। इस परीक्षा में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन कर चुके और अंतिम वर्ष के छात्र शामिल हो सकते हैं।
GATE एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है जिसमें वैकल्पिक प्रकार के कुल 65 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा कुल 100 अंक की 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है होगी और इसके लिए उम्मीदवार को तीन घंटे का समय मिलेगा। अगर उम्मीदवार एक अंक वाले प्रश्न का गलत उत्तर देता है तो उसके 1/3 अंक कटेंगे। अगर वह दो अंक वाले प्रश्न का गलत उत्तर देता है तो उसके 2/3 अंक कटेंगे। इस बार GATE का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) कानपुर कर रहा है।
GATE की तैयारी कर रहे 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है उम्मीदवारों को बता दें कि इस पेपर में दो भाग होते हैं। पहले भाग में जनरल एप्टीट्यूड और दूसरे में जिस स्ट्रीम के पेपर के लिए आवेदन किया है, उससे संबंधित प्रश्न पूछ जाते हैं। इसमें इंजीनियरिंग मैथ्स से 13 अंक (13 प्रतिशत) के प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि जनरल एप्टीट्यूड से 15 अंक (15 प्रतिशत) के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अलावा 72 अंक (72 प्रतिशत) उम्मीदवार की स्ट्रीम से जुड़े होते हैं।
GATE के जनरल एप्टीट्यूड सिलेबस में चार सेक्शन होते हैं, वर्बल एप्टीट्यूड, एनॉलिटिकल एप्टीट्यूड, स्पेशल एप्टीट्यूड और न्यूमेरिकल एप्टीट्यूड। इन सभी सेक्शन को उम्मीदवार के कोर्स के साथ-साथ अन्य पहलुओं के ज्ञान का टेस्ट करने के लिए तैयार किया गया है। वर्बल और नॉन वर्बल रीजनिंग और क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड की तैयारी के लिए आप डॉ आरएस अग्रवाल की किताब पढ़ सकते हैं और अंग्रेजी व्याकरण और रचना की तैयारी के लिए रेन एंड मार्टिन की किताब पढ़ सकते हैं।
जनरल एप्टीट्यूड की तैयारी के लिए GATE के सभी स्ट्रीम के पुराने पेपर जरूर देखें। पेपर शुरू करने से पहले उम्मीदवार अंग्रेजी के सभी शब्द और उनके आगे का सीरियल नंबर लिख लें। इस रणनीति से उम्मीदवार जब एप्टीट्यूड से जुड़े प्रश्न हल करता है तो उसका काफी समय बचता है। इसके साथ-साथ उम्मीदवार को अंग्रेजी अखबार भी रोजाना पढ़ना चाहिए ताकि उसकी शब्दावली मजबूत हो सके और उसका अंग्रेजी व्याकरण का भाग अच्छा हो।
आपने इंजीनियरिंग की जिस स्ट्रीम के तहत GATE पेपर के लिए आवेदन किया है, उसके पुराने पेपर जरूर हल करें। इसके अलावा फॉर्मूलों, जरूरी टॉपिक और पेपर में बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों के नोट्स बना लें। इससे आपको परीक्षा के अंतिम समय में रिवीजन करने में आसानी होगी। इसके साथ-साथ उम्मीदवार मॉक टेस्ट भी देते रहें ताकि आपको यह पता चल सकेगा कि आप कहां कमजोर हैं और फिर आप उस अनुसार मेहनत कर सकें।