बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है

रुपया या डॉलर की तरह बिटकॉइन की छपाई या निर्माण हमेशा नहीं होगा. बिटकॉइन पालिसी के अनुसार पूरी दुनिया में कुल मिलाकर 2 करोड़ 10 लाख (21 million ) बिटकॉइन बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है से ज्यादा बिटकॉइन नहीं निकाले जाएंगे. इसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा.
Bitcoin Mining क्या है और कैसे करें ?
दोस्तों आप सभी के मन में हमेशा एक सवाल रहता होगा की बिटकॉइन क्या है? यह कैसे काम करता है? और इसको कहाँ पर स्टोर किया जाता है? आज की दुनियाँ में जिस तरह इस इंटरनेट अपना जाल बिछाता जा रहा है उसके माध्यम से जिंदगी बहुत ही आसान हो गई है । हम घर बैठे कुछ भी काम अनलाइन कर पा रहे हैं । खरीदने और बेचने तक सारे काम इंटरनेट के माध्यम से कर लेते हैं । इंटरनेट से लोग पैसे भी काम रहे है ।
खासकर कोरोना संकट में सोशल दूरी बरकरार रखने हेतु वर्क फ्रॉम होम का कल्चर बहुत ज्यादा बढ़ रहा है । बहुत सारे अवसर इस क्षेत्र में विकसित हो रहे हैं । इन्ही में से एक अवसर है Bitcoin. इसके माध्यम से आप अच्छा खासा पैसा बना सकते हैं ।इसका बड़े पैमाने पर ग्लोबलाईजेसन हो रहा है ।
बिटकॉइन माइनिंग क्या है?
सामान्य भाषा में देखें तो माइनिंग का मतलब होता है खुदाई करके खनिजों का पाना या निकालना जैसे कोयला,सोना और हीरा आदि। चूंकि इनका भौतिक रूप होता है इसलिए इनको हम छु या देख सकते हैं लेकिन बिटकॉइन का कोई रूप आकार तो होता नहीं है अतः इसकी खुदाई आदि परंपरागत तरीके से नहीं हो सकती है। इसलीय यहाँ माइनिंग की मतलब है बिटकॉइन आभासी मुद्रा का निर्माण कंप्युटर के माध्यम से करना । इसलिए इसको बिटकॉइन माइनिंग कहा जाता है ।
यह एक ऐसा प्रोसेस होता है कम्प्यूटिंग पावर का इस्तेमाल किया जाता है और फिर ट्रांजेकसन किया जाता है । इसको माइनरस् करने के लिए एक स्ट्रॉंग स्पेशल हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है । इसके लिए कंप्युटर की प्रोसेसिंग शक्तिशाली होना चाहिए । इसके अतिरिक्त देखा जाए तो बिटकॉइन माइनिंग सॉफ्टवेयर की भी जरूरत पड़ती है । आपको बता दें की इसके Transaction को कंप्लीट करने वाले माइनर्स को फीस के रूप में बिटकॉइन ही दिया जाता है। यह थोड़ा कठिन प्रक्रिया होती है जिसको कंप्लीट करने के लिए गणितीय प्रणाली स्ट्रॉंग होनी चाहिए ।
जैसा की हमने आपको पहले ही बताया है की बिटकॉइन का प्रयोग अनलाइन लेन-देन और Transaction के लिए किया जाता है। जब भी कभी आप पेमेंट करते हैं तो उस Transaction को verify करना पड़ता है जिसके लिए हाई स्पीड परफॉरमेंस कंप्युटर और ग्राफिक्स प्रोसेसिंग unit की जरूरत पड़ती है । अब माइनर्स इस Transaction को verify करता है।
इसमें अब माइनर्स Transaction को जब verify कर लेता है तो इसको प्रोसेस करता है । आपको बता दें की इसके Transaction को कंप्लीट करने वाले माइनर्स को फीस के रूप में बिटकॉइन ही दिया जाता है।यह भी नए बिटकॉइन को मार्केट में लाने का काम करते हैं ।
हालांकि यह कोई भी काम कर सकता है लेकिन इसके लिए काफी स्ट्रॉंग सिस्टम चाहिए और गणितीय विद्या भी स्ट्रॉंग होनी चाहिए । क्योंकि इसका calculation बहुत ही तेजी से करना पड़ता है । अगर थोड़ा भी लेट हुआ तो समय की बर्बादी होती है और साथ ही ऊर्जा की खपत होती है ।
बिटकॉइन माइनिंग का उद्देश्य
बिटकॉइन माइनिंग का प्रमुख उद्देश्य है बिटकॉइन नोड्स को सुरक्षित रखना । इसके अलावा नेटवर्क को किसी प्रकार के व्यवधान से दूर रखना । इसका सुरक्षा इसलिए और ज्यादा इसलिए है की वर्तमान में इसका महत्व और अधिक बढ़ता जा रहा है ।
बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई “सातोशी” कहा जाता है । एक बिटकॉइन बराबर दस करोड़ सतोशि होता है ।
बिटकॉइन कमाने के तरीके
आपको बात दें की बिटकॉइन कमाने के तीन तरीके हैं जिसका प्रयोग करके आप बिटकॉइन आसानी से कमा सकते हैं ।
- जब भी आप कोई भी समान अनलाइन बेच रहे हैं तो आप उस खरीदार से ये जरूर कन्फर्म कर लें की उसके पास बिटकॉइन है । अगर उसके पास बिटकॉइन है तो आप पैसे के बदले में उससे बिटकॉइन ले लें और अपने पास सुरक्षित वॉलेट में स्टोर कर लें। इसको आप अपने लोकल कररेंसी यानि की रुपये के माध्यम से खरीद सकते हैं ।
- आप डायरेक्ट बिटकॉइन कुछ Authorise वेबसाईट से भी खरीद सकते हैं । आप चाहें तो इसकी छोटी इकाई सातोशी भी खरीद सकते हैं । एक बिटकॉइन में दस करोड़ ‘Satoshi’ होता है जैसे भारतीय एक रुपया में 100 पैसे होता है । ऐसे ही आप धीरे धीरे Satoshi एकट्ठा कर लेना चाहिए और जब एक बिटकॉइन हो जाए और उसका दाम बढ़ जाए तो उसको बेच दें ।
- बिटकॉइन खरीदने का तीसरा तरीका है की आप बिटकाइन माइनिंग भी करके आप इसको earn कर सकते हैं ।इसके लिए स्ट्रॉंग और हाई स्पीड वाले प्रोसेसर होना चाहिए ।
बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है?
आपको बता दें की बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू मुख्य रूप से दो बातों पर निर्भर करता है । एक तो आपूर्ति और दूसरा उसकी मांग बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है । बिटकॉइन का विस्तार भी सीमित मात्रा में है अर्थात इसकी माइनिंग बहुत ही सीमित मात्रा में हो पाता है । अतः जब आपूर्ति ज्यादा होती है तो इसकी मांग कम हो जाती है और जब आपूर्ति कम होती है तो इसकी मांग पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है । भारत में इसका मूल्य बहुत ज्यादा है । प्रत्येक देश में देखा जाए तो नोट छापने के लिए एक लिमिट तैयार किया गया है वैसे ही बिटकॉइन को मार्केट में उतारने के लिए कुछ लिमिट तैयार किया गया है । वैसे एक आँकड़े के मुताबिक बिटकॉइन की लिमिट सिर्फ 21 million ही है ।
बिटकॉइन खरीदने के उपाय
बिटकॉइन खरीदने के लिए कुछ आसान तरीका हम बताएंगे । इसकी खरीदारी आप इंडियन रुपये में कर सकते हैं। जैसे आप सोने की खरीदारी करते हैं वैसे ही आप इसको भी खरीद सकते हैं । आप आए दिन ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से खरीद बिक्री किए ही होंगे । इसकी खरीद बिक्री आप लोग वेबसाईट और मोबाईल एप के माध्यम से कर सकते हैं । हम आप लोगों के कुछ ऐसे पोपुलर वेबसाईट का नाम बताएंगे जिसके द्वारा आप लोग आसानी से इसकी खरीद बिक्री कर सकते हैं । इसके लिए दो वेबसाईट है-प्रथम Unocon और दूसरा है-Zebpay. Unocon-www.unocoin.com & www.jebpay.com
आज हमने इस लेख में आपको बताया की bitcoin माईनिंग क्या होता है और इसकी क्या इम्पॉर्टन्ट है । आशा है की आप लोगों को ये लेख पसंद आया होगा अगर आपको बिटकॉइन माइनिंग के बारे में कुछ कमी लगी होगी या आपको समझ नहीं आया होगा तो आप जरूर कमेन्ट करके पूछें । दूसरे लेख में हमने बिटकॉइन के बारे में विस्तार से समझाया है आप उसको जरूर एक बार पढ़ें ।
मलामाल बना सकता है Bitcoin, एक सिक्के की कीमत 17 लाख रुपये
इस समय एक बिटकॉइन की कीमत 17 लाख, 33 हजार, 366 रुपये चल रही है.
Bitcoin: कहते हैं पैसा ही पैसे को खिंचता है. एक ऐसा ही पैसा है जो इन दिनों इतनी दौलत खींच रहा है कि मार्केट से सभी एक्सपर्ट अचंभे में हैं. अगर आपने कभी 'बिटकॉइन' (Bitcoin) लिया है तो आप उन्हें कैश कराकर अपने सपने पूरा कर सकते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) ने दुनिया के रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक साल के भीतर अपनी कीमत में 349 फीसदी की इजाफा दर्ज किया है. किसी भी मुद्रा की यह अब तक की सबसे ज्यादा ग्रोथ है. इस समय एक बिटकॉइन की कीमत 17 लाख, 33 हजार, 366 रुपये चल रही है.
बिटकॉइन में लगातार तेजी (Bitcoin in Indian Rupee)
भारतीय मुद्रा में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 17 लाख 33 हजार रुपये है. बिटकॉइन का मार्केट कैप भी 31 लाख करोड़ को पार कर चुका है. कोरोना काल के लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था खुलने से बिटकॉइन ने दो सौ गुना की तेजी हासिल की है.
क्या है बिटकॉइन (What is Bitcoin)
बिटकाइन एक डिजिटल मुद्रा है. यह पहली दुनिया की पहली सेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है. यह दुनिया के किसी भी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर पेमेंट के लिए इसका निर्माण किया गया है. बिटकॉइन में लोगों के भरोसे की बड़ी वजह है क्योंकि इसके निवेशकों में बड़े-बड़े नाम शामिल है.
डिजिटल करेंसी (Digital currency)
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है. यह एक ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है. अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है.
बिटकॉइन का आविष्कार सातोशी नकामोतो (Satoshi Nakamoto) नामक एक इंजीनियर ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था. इस समय एक करोड़ से ज्यादा बिटकॉइन हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी (What is cryptocurrency)
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं है.
हिन्दी वार्ता
MS Excel in Hindi, Make money online, Finance in Hindi
Bitcoin क्या है, कैसे काम करता है और कैसे आप इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं. जानिए सबकुछ
महज 52 पैसे से शुरू हुई एक मुद्रा जिसकी कीमत आज सोने से भी ज्यादा महँगी है, के बारे में बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है आपको जरूर जानना चाहिए. पिछले 3 महीने में इसकी कीमत में ढाई गुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है परन्तु आज भी अधिकांश लोग बिटकॉइन से अनजान हैं.
आइये आसान शब्दों में जानते हैं कि आखिर ये है क्या, काम कैसे करती है और कैसे आप इसमें अपना फायदा निकाल सकते हैं.
रोचक तथ्य- साल 2010 में आपने बिटकॉइन में 5000 रूपए लगाये होते तो आज उस पैसे की कीमत 33 करोड़ रूपए से भी अधिक होती.
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है जो आम मुद्रा की तरह नोट या सिक्के के रूप में नहीं मिलती. यह एक डिजिटल करेंसी है जिसको आप इलेक्ट्रॉनिक रूप से रख सकते हैं.
आखिर क्या होता है बिटकॉइन-What is Bitcoin
आपने पेटीएम् (PAYTM) का प्रयोग किया है? बिटकॉइन कमोबेश इसी तरह काम करता है. एक इलेक्ट्रॉनिक अकाउंट में आपका पैसा बिटकॉइन के रूप में रहता है जिससे आप जो चाहे खरीद सकते हैं. बस फर्क ये है कि बिटकॉइन एक मुद्रा है जिसका नियंत्रण कोई एक कंपनी या कोई सरकार नहीं करती. दुनिया के हर शख्स के पास इसका नियंत्रण है.
इसका उपयोग करने के आपको इंटरनेट पर एक डिजिटल वॉलेट बनाना होता है, ये वॉलेट आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर से बना सकते हैं. वॉलेट बनने के बाद आपको एक अनूठा क्रिप्टोग्राफ़िक कोड मिलता है जो आपके अकाउंट नंबर की तरह काम करता है. इस वॉलेट के माध्यम से आप लेनदेन कर सकते हैं.
बिटकॉइन से सम्बंधित हर लेनदेन का हिसाब एक पब्लिक लेजर पर होता है जिसे हर कोई देख सकता है.
इंटरनेट पर कई कंपनियां है जो बिटकॉइन वॉलेट की सुविधा प्रदान करती हैं. इनका प्रयोग कर आप चाहें तो नए बिटकॉइन खरीद भी सकते हैं या किसी वस्तु के बदले में अपने बिटकॉइन वॉलेट से बिटकॉइन में पेमेंट भी कर सकते हैं.
कैसे बनते हैं नए Bitcoins- Mining & Miners
Bitcoin का उत्पादन माइनिंग के द्वारा किया जाता है और इसका उत्पादन करने वालों को माइनर्स कहते हैं. माइनर्स का काम बिटकॉइन के हर एक लेनदेन की पुष्टि करना है.
ये माइनर्स अपने विशेष प्रकार के हार्डवेयर का प्रयोग कर कंप्यूटर प्रोसेसिंग प्रणाली द्वारा विभिन्न प्रकार के लेनदेन को प्रोसेस करते हैं जिसके फलस्वरूप नए बिटकॉइन बनते हैं और इन माइनर्स को मिलते हैं.
माइनिंग एक स्वतंत्र प्रक्रिया है, कोई भी व्यक्ति माइनिंग कर के बिटकॉइन प्राप्त कर सकता है. हालाँकि इसके लिए अत्याधुनिक तथा शक्तिशाली प्रोसेसिंग वाले मशीनों की आवशयकता होती है.
कुछ ऐसे होती है बिटकॉइन की माइनिंग
रुपया या डॉलर की तरह बिटकॉइन की छपाई या निर्माण हमेशा नहीं होगा. बिटकॉइन पालिसी के अनुसार पूरी दुनिया में कुल मिलाकर 2 करोड़ 10 लाख (21 million ) बिटकॉइन से ज्यादा बिटकॉइन नहीं निकाले जाएंगे. इसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा.
1 BTC = कितने रूपए, Exchange Rate of Bitcoin
अपने निर्माण के बाद से बिटकॉइन का मूल्य लगातार बढ़ता जा रहा है. आइये देखते हैं कि एक बिटकॉइन की कीमत किस तरह से बदली.
- मार्च 2010 में एक यूजर Smoketoomuch ने Bitcoins की नीलामी करने की सोची और और 10000 BitCoins के बदले $50(INR 3000) की मांग की. उसे एक भी खरीददार नहीं मिला. आज उतने Bitcoins की कीमत 145 करोड़ है.
- मई 2010 में Laszlo Hanekz नाम के इस शख्स ने BitCoin से पहला सौदा किया जिसमें उन्होंने 10,000 Bitcoins के बदले एक पिज़्ज़ा खरीदा.
- तब 1 बिटकॉइन की कीमत सिर्फ 52 पैसे थी और उसके 4 दिन बाद ही इसकी कीमत में 10 गुना उछाल आया और अब एक बिटकॉइन की कीमत हो गयी 5 रूपए
उसके बाद बिटकॉइन ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और देखते ही देखते इस क्रिप्टो करेंसी की कीमत आसमान छूने लगी. जनवरी 2017 में बिटकॉइन ने 1000 डॉलर का आंकड़ा छुआ पर उसके बाद जबरदस्त उछाल देखने को मिला और मई 2017 तक बिटकॉइन की वैल्यू 2700 डॉलर पार कर गयी.
कभी 52 पैसे की कीमत वाले बिटकॉइन की कीमत आज 1,45,000 रूपए है और ये लगातार बढ़ रही है
यहाँ एक बात रोचक है कि Bitcoin (बड़े अक्षरों में लिखा B) विश्व बाज़ार को दर्शाता है वहीँ bitcoin (छोटे अक्षरों में लिखा B) असल या वास्तविक मुद्रा को प्रदर्शित करता है.
बिटकॉइन में निवेश-How to invest in Bitcoin
जितनी तेज़ी से बिटकॉइन की वैल्यू बढ़ी है उससे निवेशकों का काफी ध्यान आकर्षित हुआ है. सिर्फ 7 सालों ने इस मुद्रा की कीमत में जबरदस्त उछाल आया है जिसकी वजह से लोग बिटकॉइन में जम कर पैसा लगा रहे हैं. कम दाम पर बिटकॉइन खरीदना और बाद में जब इसका मूल्य बढ़ जाए तब इसे बेच कर लोग मुनाफा कमा रहे हैं.
भारत में भी कई बिटकॉइन इन्वेस्टमेंट कम्पनीज के माध्यम से आप बिटकॉइन खरीद कर इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं. कुछ प्रमुख कंपनियों के नाम हैं – ZebPay या Unicoin
बिटकॉइन पर इन्वेस्टमेंट के बारे में और अधिक जाने के लिए हमारी अगली पोस्ट का इंतज़ार करें
क्या हैं बिटकॉइन प्रयोग करने के फायदे
आखिर क्यों पूरी दुनिया बिटकॉइन के पीछे दीवानी हो रही है. ऐसा क्या है बिटकॉइन में जिससे इसके प्रयोगकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
दरअसल बिटकॉइन ने मुद्रा या लेन देन के सिस्टम को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. इसके अनेकों कारण है पर कुछ प्रमुख कारण हम यहां आपको बताने की कोशिश करेंगे.
क्या आप जानते हैं आखिर क्या है ये बिटकॉइन? कैसे खरीद सकते हैं इसे आप?
लोग खोज रहे हैं कि बिटकॉइन क्या है, यह कैसे काम करता है और इसकी खोज किसने की है। चलिए हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं
Abhishek Shrivastava
Published on: November 29, 2017 14:28 IST
क्या आप जानते हैं आखिर क्या है ये बिटकॉइन? कैसे खरीद सकते हैं इसे आप?
नई दिल्ली। आज पूरी दुनिया में हर जगह बिटकॉइन को लेकर खबरें चल रही हैं। क्योंकि एक बिटकॉइन की कीमत 10,000 डॉलर के सर्वकालिक ऊंचाई पर जो पहुंच गई है। कुछ लोग इसे वर्ल्डवाइड पेमेंट सिस्टम कहते हैं तो कुछ लोग इसे एक इन्नोवेटिव पेमेंट नेटवर्क। कुछ लोग इसे नई तरह की मुद्रा भी कहते हैं। बिटकॉइन लोगों को अमीर बना रहा है। डिजिटल वर्ल्ड पर हर बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है कोई इसके बारे में जानना चाहता है, लोग खोज रहे हैं कि बिटकॉइन क्या है, यह कैसे काम करता है और इसकी खोज किसने की है। चलिए हम आपको ऐसे ही बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है कुछ सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं:
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का एक प्रकार है, यह एक डिजिटल करेंसी है और करेंसी की यूनिट निर्माण को रेगूलेट करने तथा फंड ट्रांसफर को प्रमाणित करने के लिए इसमें एनक्रिप्शन टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा धन है, जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता लेकिन इसमें कई सारे कोड होते हैं। बिटकॉइन के बारे में सबसे ज्यादा रोचक बात यह है कि दुनियाभर के बहुत से केंद्रीय बैंकों ने इसे कानूनी मान्यता प्रदान नहीं की है। संक्षेप में कहें तो बिटकॉइन एक ऐसा धन है जिसकी कोई भौतिक उपस्थिति नहीं हैं और इसकी कोई सॉवरेन वैल्यू भी नहीं है। यह केवल एक डिजिटल और प्राइवेट करेंसी है।
किसने की बिटकॉइन की खोज?
इसके बारे में किसी को कुछ भी स्पष्ट तौर पर पता नहीं है। एक व्यक्ति जिसका नाम सतोशी नाकामोतो है उसने 2009 में बिटकॉइन की बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है शुरुआत की। शायद यह सरकारी रेगूलेशन से मुक्त एक समानांतर करेंसी सिस्टम बनाने का एक प्रयास था। सतोशी नाकामोतो के पास वर्तमान में लगभग 7.5 अरब डॉलर की करेंसी होने का अनुमान है।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
एक्सचेंज पर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए बिटकॉइन का ट्रेड होता है। ब्लॉकचेन एक डिजिटल और सार्वजनिक लेजर है जिसके जरिये डिजिटल करेंसी में किए गए ट्रांजैक्शन को क्रोनोलॉजिकली और सार्वजनिक तरीके से रिकॉर्ड किया जाता है।
क्या है जो बिटकॉइन को बांछनीय बनाता है?
कुछ लोगों को मानना है कि चूंकि यह एक प्राइवेट और डिजिटल करेंसी है। इसके अलावा बिटकॉइन में ट्रेड करना किसी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से मुक्त है। कोई भी इसे कभी भी खरीद सकता है और बिना किसी डिजिटल ट्रांजैक्शन फीस के ट्रेडिंग किया जा सकता है।
यदि यह वास्तविक मुद्रा नहीं है तो यह कैसे काम करती है?
बिटकॉइन का कोई कानूनी मूल्य नहीं है और इसके पीछे कोई फंडामेंटल नहीं है। लेकिन फिर भी कई ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे भारत में फ्लिपकार्ट और मेकमायट्रिप बिटकॉइन से अपने वाउचर प्रोग्राम को खरीदने की अनुमति देती हैं। पूरी दुनिया में ऐसे कई मर्चेंट्स हैं जो अपने उत्पादों या सेवाओं के बदले बिटकॉइन स्वीकार कर रहे हैं। आप बिटकॉइन से पिज्जा खरीद सकते हैं या ब्यूटी पार्लर में सर्विस हासिल कर सकते हैं।
समस्या क्या है?
समस्या यह है कि दुनिया के कई हिस्सों में बिटकॉइन गैरकानूनी है। चूंकि इसका कोई मूल्य नहीं है ऐसे में यह एक बुलबुले की तरह है और यह किसी भी समय फूट सकता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि यदि ऐसा होता है तो वास्तविक धन के नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा।
आप कैसे खरीद सकते हैं बिटकॉइन को?
कोई भी बिटकॉइन को विभिन्न एप्स के माध्यम से खरीद सकता है। बिटकॉइन एक्सचेंज और इससे मिलतेजुलते नाम से कई एप बनी हुई हैं। यह एप लोगों को बिभिन्न मुद्रा में बिटकॉइन को खरीदने या बेचने की सुविधा देती हैं। Mt Gox सबसे बड़ा बिटकॉइन एक्सचेंज है। भारत में Zebpay, Coinsecure और Unocoin लोकप्रिय बिटकॉइन ट्रेडिंग एप्स हैं।