आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी?

बस 2 महिने में ही 30-35 स्टूडेन्ट आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी? हो गये मैने सिर्फ 2 महिने का किराया ही दिया उसके बाद उसने आगे होकर कहा कि अब स्टूडेन्ट बढ़ते जा रहे हैं ये कमरा छोटा पड़ता है मैं दूसरा मकान ले रहा हूं आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी? अब आपको किराया देने की जरूरत नहीं है मैं आत्मनिर्भर हो गया हूं।
शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
नये पाठक जिन्होने पिछले साल से सीमा के पोर्टफोलियो की कहानी नहीं पढी वो शुरू से पढना चाहें तो इस लिंक से प्रारंभ करेंः-
How Seema Start Stock Market Portfolio
सीमा के पोर्टफोलियो पर आगे बढ़ने से पहले में शेयर बाजार की वर्तमान हालत पर कबीरदास जी की शैली में एक प्रेरणास्पद कविता सुनाना चाहता हूं पहले उसको इरशाद फरमाईयेः-
बस अब सीमा मेरे साथ रहती है मेरी पत्नी है तो स्वभाविक है उसको तो मैं ये कविता दिन में दो बार सुनाता हूं।
इसलिये सीमा मार्केट की गिरावट से कोई डरी नहीं उसकी खरीददारी मेरी पुस्तक के शेयरों के क्रमानुसार लगातार जारी रही 23 Aug 2018 के बाद उसकी ट्रेड बुक पर नजर फरमायें जराः-
PM Kisan: जेब से बिना खर्च किए मोदी सरकार से पाएं 36000 रुपये सलाना
पीएम किसान सम्मान निधि के अगर आप लाभार्थी हैं तो आपको केंद्र सरकार किसान क्रेडिट कार्ड और पीएम किसान मानधन योजना का भी लाभ दे रही है। मानधन योजना के लिए कोई दस्तावेज नहीं देना होगा। वहीं मानधन योजना से जुड़कर आप जेब से बिना खर्च किए 36000 सलाना पाने का हकदार हो जाएंगे। जबकि पीएम किसान स्कीम आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी? से अब किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) को भी जोड़ दिया गया है। पीएम किसान के लाभार्थियों के लिए केसीसी बनवाना आसान हो गया है।
जेब से बिना खर्च किए मिलेंगे 36000
पीएम किसान मानधन योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को हर महीने पेंशन देने की योजना है, जिसमें 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 3000 रुपये यानी आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी? 36 हजार सालाना पेंशन दी जाती है। यदि कोई किसान पीएम-किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहा है तो उसे पीएम किसान मानधन योजना के लिए कोई दस्तावेज नहीं देना होगा, क्योंकि ऐसे किसान का पूरा दस्तावेज भारत सरकार के पास है। पीएम-किसान स्कीम से प्राप्त लाभ में से सीधे ही अंशदान करने का विकल्प चुनने की छूट है। इस तरह किसान को सीधे अपनी जेब से पैसा नहीं खर्च करना पड़ेगा। 6000 रुपये में से उसका प्रीमियम कट जाएगा। यानी जेब से बिना खर्च किए किसान को 36000 सालाना भी मिलेगा और अलग से 3 किस्त भी।
Sarso Ka Bhav : खाने वाले तेल की मांग बढ़ने से सरसों के भाव में उछाल, देखें तेजी मंदी लेटेस्ट रिपोर्ट
नई दिल्ली 29 अप्रैल: तेल मिलों की मांग बढ़ने से घरेलू बाजार में गुरूवार को सरसों के साथ ही तेल एवं खल की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 175 रुपये आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी? तेज होकर 7,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि सरसों की दैनिक आवक 6.50 लाख बोरियों के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही।
इंडोनेशिया के व्यापार मंत्रालय ने पॉम तेल के निर्यात प्रतिबंध पर एक नियमन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जिन निर्यातकों ने 27 अप्रैल तक सीमा शुल्क का भुगतान कर दिया है, वे अभी भी अपने उत्पादों को भेज सकते हैं।
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बुधवार को कहा कि यह प्रतिबंध अस्थाई है, तथा घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद वह प्रतिबंध हटा देंगे। उन्होंने कहा कि घरेलू जनता की मांग पूरी करना जरूरी है, साथ ही निर्यात के माध्यम से राजस्व हासिल करना भी जरूरी है।
कंपनियों के तिमाही नतीजों, ब्याज दरों पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक के निर्णय से तय होगी बाजार की चाल
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की विशेष बैठक, कंपनियों के तिमाही नतीजे और अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों पर निर्णय जैसे घटनाक्रमों से इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। इसके अलावा वाहन कंपनियों के मासिक बिक्री आंकड़े तथा वृहद आर्थिक आंकड़े भी बाजार की दिशा तय करेंगे। विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े मंगलवार को जारी होंगे। वहीं सेवा क्षेत्र के आंकड़े बृहस्पतिवार को आएंगे।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘‘फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक, वाहन बिक्री के आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर बाजार की निगाह रहेगी। इसके अलावा बाजार की नजर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की तीन नवंबर को बुलाई गई विशेष बैठक पर भी होगी। अब दूसरी तिमाही के नतीजों का अंतिम दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में सप्ताह के दौरान शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। अक्टूबर के वाहन बिक्री के आंकड़े महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनसे हमें त्योहारी मांग का पता चलेगा।''आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी?
सबसे ज्यादा पढ़े गए
प्रयागराज में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, महिला अधिवक्ता समेत दो की हुई मौत
गुजरात विधानसभा चुनाव: पीएम मोदी की आज अहमदाबाद समेत चार जगहों पर रैलियां
मोर्चरी में रखे 2 शवों को चूहे ने काटा, परिजनों का अस्पताल में हंगामा, कर्मचारियों पर लगाए आरोप